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नॉर्थ कोरिया में ये नौकरी सिर्फ महिलाओं के लिए बनी है

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 15 जून, 2017 12:34 PM
  • 15 जून, 2017 12:34 PM
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इस देश की ट्रैफिक ऑफिसर बनने के लिए जो काबिलियत महिलाओं में होनी चाहिए, वो है उनका खूबसूरत और लंबा और आकर्षक होना.

नॉर्थ कोरिया में एक नौकरी सिर्फ और सिर्फ महिलाओं के लिए बनी है, और वो है 'ट्रैफिक पुलिस' की. यहां ट्रैफिक पुलिस में वैसे तो पुरुष भी हैं लेकिन महिलाओं की पहचान बेहद खास है. नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योनयान्ग की सड़कों पर आपको ये ट्रैफिक वुमन नीली वर्दी और काले जूतों में यहां से वहां मार्च करती हुई दिखाई दे जाएंगी. इनका काम है ट्रैफिक पर नियंत्रण रखना. इन्हें ट्रैफिक सिक्योरिटी ऑफिसर्स कहा जाता है और समाज में इनकी बहुत इज्जत भी की जाती है.  

जितना इन ट्रैफिक सिक्योरिटी ऑफिसर्स के बारे में जानेंगे, उतना ही हैरत में पड़ जाएंगे. कुछ खास बातें जो इन महिला ऑफिसर्स को और भी खास बनाती हैं, वो हैं-

इस देश की ट्रैफिक ऑफिसर बनने के लिए जो काबिलियत महिलाओं में होनी चाहिए, वो है उनका खूबसूरत और लंबा और आकर्षक होना. उनकी लंबाई कम से कम 5 फिट 4 इंच तो होनी ही चाहिए, और उम्र 16 से 26 साल. कहा जाता है कि किम जोंग उन खुद लंबी और खूबसूरत महिलाओं को इस पोस्ट के लिए चुनते हैं.

किम जॉन्ग उन चाहते हैं कि उनकी ट्रैफिक ऑफिसर कम से कम हाईस्कूल पास तो हों ही. इसलिए लड़कियां अगर केवल हाईस्कूल भी हों तो ये नौकरी तो उन्हें मिल ही जाएगी.

इस ओहदे पर बरकरार रहने के लिए उनका कंवारा होना बेहद जरूरी है. अगर वो शादी कर लेंगी तो उन्हें ये नौकरी तुरंत छोड़नी होगी.

वो ये नौकरी केवल 26 साल की उम्र तक ही कर सकती हैं, इसके बाद...

नॉर्थ कोरिया में एक नौकरी सिर्फ और सिर्फ महिलाओं के लिए बनी है, और वो है 'ट्रैफिक पुलिस' की. यहां ट्रैफिक पुलिस में वैसे तो पुरुष भी हैं लेकिन महिलाओं की पहचान बेहद खास है. नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योनयान्ग की सड़कों पर आपको ये ट्रैफिक वुमन नीली वर्दी और काले जूतों में यहां से वहां मार्च करती हुई दिखाई दे जाएंगी. इनका काम है ट्रैफिक पर नियंत्रण रखना. इन्हें ट्रैफिक सिक्योरिटी ऑफिसर्स कहा जाता है और समाज में इनकी बहुत इज्जत भी की जाती है.  

जितना इन ट्रैफिक सिक्योरिटी ऑफिसर्स के बारे में जानेंगे, उतना ही हैरत में पड़ जाएंगे. कुछ खास बातें जो इन महिला ऑफिसर्स को और भी खास बनाती हैं, वो हैं-

इस देश की ट्रैफिक ऑफिसर बनने के लिए जो काबिलियत महिलाओं में होनी चाहिए, वो है उनका खूबसूरत और लंबा और आकर्षक होना. उनकी लंबाई कम से कम 5 फिट 4 इंच तो होनी ही चाहिए, और उम्र 16 से 26 साल. कहा जाता है कि किम जोंग उन खुद लंबी और खूबसूरत महिलाओं को इस पोस्ट के लिए चुनते हैं.

किम जॉन्ग उन चाहते हैं कि उनकी ट्रैफिक ऑफिसर कम से कम हाईस्कूल पास तो हों ही. इसलिए लड़कियां अगर केवल हाईस्कूल भी हों तो ये नौकरी तो उन्हें मिल ही जाएगी.

इस ओहदे पर बरकरार रहने के लिए उनका कंवारा होना बेहद जरूरी है. अगर वो शादी कर लेंगी तो उन्हें ये नौकरी तुरंत छोड़नी होगी.

वो ये नौकरी केवल 26 साल की उम्र तक ही कर सकती हैं, इसके बाद उनका रिटायमेंट लेना अनिवार्य हो जाता है. जबकि उनके 400 पुरुष सहयोगियों के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है.

राजधानी में करीब 300 ट्रैफिक सिक्योरिटी ऑफिसर्स हैं, जो आने वाले टूरिस्ट और पत्रकारों के लिए एक रोचक विषय है.

इन ट्रैफिक सिक्योरिटी ऑफिसर्स को लोग बहुत पसंद करते हैं, और इसीलिए इनके लिए एक फैन वेबसाइट PyongyangTrafficGirls.com भी बनाई गई है, जिसमें इन महिला अफसरों की तस्वीरें और वीडियो उपलब्ध हैं. वेबसाइट पर 'Pyongyang Traffic Girl Of The Month' भी बताई जाती है. इस वेबसाइट में एक फोरम भी है जहां इन ऑफिसर्स के दीवाने उनके लिए संदेश भेजते हैं और अपने भाव कविताओं के माध्यम से भी जता सकते हैं.

वेबसाइट में बाकी नागरिकों की तुलना में इन ऑफिसर्स की सैलेरी और स्टेटस भी बताया जाता है. इन महिलाओं को बाकी नागरिकों से 300 ग्राम ज्यादा खाना प्रतिदिन दिया जाता है, रहने के लिए घर और चिकित्सा सुविधाएं भी दी जाती हैं. और उनकी आगे की पढ़ाई के लिए व्यवसाथा भी की जाती है. इन ऑफिसर्स की मासिक आय करीब 3,500 नॉर्थ कोरियन वॉन यानी करीब 30 डॉलर है.

बच्चे भी इन्हें बहुत पसंद करते हैं, इसलिए इन ट्रैफिक सिक्योरिटी ऑफिसर्स की डॉल्स भी बच्चों के लिए उपलब्ध हैं.

वैसे देखा जाए तो बहुत दिमाग लगाकर युवतियों को ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए चुना गया है. ऑफिसर्स को तो कारों की स्पीड स्लो कराने के लिए मशक्कत भी नहीं करनी पड़ती होगी. इन खूबसूरत महिलाओं को देखने के लिए लोग-बाग अपनी गाड़ियों की स्पीड उपने आप ही कम कर लेते होंगे. स्पीड कम तो दुर्घटनाओं को झंझट ही नहीं.

अब जरा हमारे भारत की सड़कों का ध्यान कीजिए और याद कीजिए किसी महिला ट्रैफिक पुलिसकर्मी को.. याद है कोई?

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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