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ओलंपिक से खाली हाथ लौटने वालों को उत्‍तर कोरिया में सजा !

    • आईचौक
    • Updated: 25 अगस्त, 2016 03:00 PM
  • 25 अगस्त, 2016 03:00 PM
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उत्‍तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने खिलाड़ियों को ओलंपिक में मेडल जीतने का टारगेट दिया था. जो खिलाड़ी इसमें चूके, उनके लिए सजा मुकर्रर हो गई है.

रियो ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों का प्रदर्शन जो भी रहा हो, भेले ही दो ही मेडल जीते हों, लेकिन जब खिलाड़ी भारत लौटे बड़े ही धूम धाम से उनका स्वागत किया गया. लेकिन उत्तर कोरिया के खिलाड़ी 7 मेडल जीतने के बाद भी अपने तानाशाह को खुश नहीं कर पाए. किम जोंग उन ओलंपिक में अपने देश के खिलाड़ियों के प्रदर्शन से जरा भी संतुष्ट नहीं हैं. बजाए उन्हें पुरस्कार देने के किम जोंग उनको सजा देने की तैयारी कर रहा है.

अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से नाखुश तानाशाह

उत्तर कोरिया से 31 खिलाड़ी ओलंपिक में भेजे गए थे. इन खिलाड़ियों ने 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते जबकि किम जोंग उन चाहते थे कि खिलाड़ी 2012 के लंदन ओलंपिक्स से भी ज्यादा पदक जीतकर लाएं, जहां उन्होंने 4 गोल्ड और दो ब्रॉन्ज जीते थे. किम जोंग उन ने खिलाड़ियों को कम से कम 5 गोल्ड और 12 अन्य पदक जीतने का टार्गेट दिया था जिसे वो अचीव नहीं कर सके और इसीलिए तानाशाह के गुस्से की गाज मेडल न लाने वाले खिलाड़ियों पर गिरने वाली है.

ये भी पढ़ें- एक देश जिसके नागरिकों का हेयरस्‍टाइल उसके नेता जैसा होगा...

रियो ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों का प्रदर्शन जो भी रहा हो, भेले ही दो ही मेडल जीते हों, लेकिन जब खिलाड़ी भारत लौटे बड़े ही धूम धाम से उनका स्वागत किया गया. लेकिन उत्तर कोरिया के खिलाड़ी 7 मेडल जीतने के बाद भी अपने तानाशाह को खुश नहीं कर पाए. किम जोंग उन ओलंपिक में अपने देश के खिलाड़ियों के प्रदर्शन से जरा भी संतुष्ट नहीं हैं. बजाए उन्हें पुरस्कार देने के किम जोंग उनको सजा देने की तैयारी कर रहा है.

अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से नाखुश तानाशाह

उत्तर कोरिया से 31 खिलाड़ी ओलंपिक में भेजे गए थे. इन खिलाड़ियों ने 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते जबकि किम जोंग उन चाहते थे कि खिलाड़ी 2012 के लंदन ओलंपिक्स से भी ज्यादा पदक जीतकर लाएं, जहां उन्होंने 4 गोल्ड और दो ब्रॉन्ज जीते थे. किम जोंग उन ने खिलाड़ियों को कम से कम 5 गोल्ड और 12 अन्य पदक जीतने का टार्गेट दिया था जिसे वो अचीव नहीं कर सके और इसीलिए तानाशाह के गुस्से की गाज मेडल न लाने वाले खिलाड़ियों पर गिरने वाली है.

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 नार्थ कोरिया ने 31 खिलाड़ी ओलंपिक में भेजे थे, जो 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लाए हैं.

तानाशाह किम जोंग मेडल न जीत पाने वाले खिलाड़ियों को कोयले की खदान में काम करवाएगा. उनके अच्छे घर खाली कराए जएंगे और उन्हें निम्न स्तर के घरों में जाना होगा. और तो और उनके राशन कार्ड की लिमिट भी बहुत कम कर दी जाएगी. ये भी कहा जा रहा है कि न सिर्फ हारने वाले खिलाड़ी बल्कि उनके परिवारवालों को भी कोयला खदानों में काम पर लगाया जा सकता है. जबकि मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को अच्छे घर, बेहतर राशन, कार और अन्य उपहार दिए जाएंगे.

ये भी पढ़ें- डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों की नॉर्थ कोरिया के ‘सनकी’ तानाशाह की तारीफ...

इसमें कोई शक नहीं है कि इन खिलाड़ियों के साथ ये बर्ताव किया जाएगा क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं होगा. इससे पहले 2010 फुटबॉल वर्ल्ड कप में जब उत्तर कोरिया की टीम को हार गई थी तब किम जोंग उन ने खिलाड़ियों और उनके कोच से सजा के तौर पर कोयले की खदान में मजदूरी करवाई और उन्हें एक दो साल तक वहां से लौटने नहीं दिया गया.

किम जोंग का गुस्सा इसलिए भी है क्योंकि उसके दुश्मन देश दक्षिण कोरिया ने उतर कोरिया से ज्यादा पदक जीते हैं. दक्षिण कोरिया रियो ओलंपिक में 21 मेडल लाया है जिनमें 9 गोल्ड मेडल हैं जबकि नॉर्थ कोरिया सिर्फ 2. 

ओलंपिक में किसी खिलाड़ी को मेडल मिले या न मिले, लेकिन जो चीज सबसे ज्यादा अहिमयत रखती है वो है उस खिलाड़ी की मेहनत, जिसके बूते पर वो ओलंपिक जैसे महामंच पर खेलने पहुंचा. लेकिन सनकी किम जोंग उन को कुछ समझ नहीं आता.

ये भी पढ़ें- रियो ओलंपिकः उत्तर कोरिया की इस एथलीट के लिए जानलेवा बनेगी सेल्फी?

उत्‍तर कोरिया के खिलाड़ी की दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी के साथ ये सेल्फी भी बन सकती है जान की दुश्मन.

वहीं यहां की जिम्नास्ट हॉन्ग उन-जॉन्ग की दुश्मन देश दक्षिण कोरिया की महिला जिमनास्ट ली यून जू के साथ ली गई सेल्फी पहले ही खलबली मचा चुकी है. उनकी भी सांसें अटकी हैं कि इस अपराध के लिए उन्हें क्या सजा सुनाई जाएगी. बता दें कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका जैसे दुश्मन देशों के नागरिकों के साथ मित्रता दिखाने पर उत्तर कोरिया में कठोर दंड देने का प्रावधान है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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