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Omicron के डर से न्यूज़ीलैंड की पीएम अपनी शादी टाल सकती हैं, हम भारतीय नहीं!

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 24 जनवरी, 2022 07:58 PM
  • 24 जनवरी, 2022 07:58 PM
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न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री (New Zealand PM Jacinda Ardern) खुद को देश का आम नागरिक मानते हुए भले ही प्रोटोकॉल का पालन कर सकती हैं लेकिन हम भारतीय किसी की एक नहीं मानेंगे. सरकार कितना भी कह ले कि शादी में 50 लोगों को ही बुलाना है लेकिन शादी के दिन जब तक 500 लोगों की भीड़ न जुटे वह शादी मानी ही नहीं जाती है.

ओमीक्रोन संक्रमण (Omicron virius) ने अपना विकराल रूप दिखलाना शुरु कर दिया है. लोग इसकी चपेट में काफी तेजी से आ रहे हैं. इसी बीच न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न (New Zealand PM Jacinda Ardern) ने जो कुछ कहा है वह आपका दिल जीत लेगा.

असल में पीएम जेसिंडा आर्डर्न अपने मंगेतर क्लार्क गेफोर्ड के साथ कुछ हफ्तों में शादी करने वाली थीं. शादी की तारीख सामने नहीं आई थी लेकिन वे जल्द ही दुल्हन बनने वाली थीं. इसी बीच न्यूजीलैंड में भी ओमीक्रोन संक्रमण के मामले तेजी बढ़ने लगे हैं. ऐसे में पीएम जेसिंडा आर्डर्न ने बड़ा फैसला लेते हुए अपनी शादी टाल दी. यह फैसले की घोषणा करने से पहले उन्होंने कहा कि "मैं किसी और न्यूजीलैंडर से अलग नहीं हूं."

‘मैं किसी और न्यूजीलैंडर से अलग नहीं हूं' इतना बोलकर न्यूजीलैंड की पीएम ने टाल दी अपनी शादी

किसी भी देश का पीएम अगर खुद को विशिष्ट ना मानकर दूसरों नागरिकों की तरह समझता है तो यह गर्व की बात है. जिस तरह का अभी मौहौल चल रहा है ऐसे में अगर पीएम जेसिंडा आर्डर्न शादी करतीं तो जाहिर सी बात है कि इस समारोह में काफी लोग शामिल होते, ऐसे में संक्रमण को रोक पाना किसी के भी बस की बात नहीं होती. हालांकि यहां 12 साल से ऊपर की करीब 94% आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है. वहीं 56% आबादी को बूस्टर डोज भी लग चुका है.

न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री खुद को देश का आम नागरिक मानते हुए भले ही प्रोटोकॉल का पालन कर सकती हैं लेकिन हम भारतीय किसी की एक नहीं मानेंगे. सरकार कितना भी कह ले कि शादी में 50 लोगों को ही बुलाना है लेकिन शादी के दिन जब तक 500 लोगों की भीड़ न जुटे वह शादी मानी ही नहीं जाती है.

दरअसल, न्यूजीलैंड में ओमिक्रोन वेरिएंट के बढ़ते मामलो को देखते हुए कोविड प्रतिबंध लगा...

ओमीक्रोन संक्रमण (Omicron virius) ने अपना विकराल रूप दिखलाना शुरु कर दिया है. लोग इसकी चपेट में काफी तेजी से आ रहे हैं. इसी बीच न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न (New Zealand PM Jacinda Ardern) ने जो कुछ कहा है वह आपका दिल जीत लेगा.

असल में पीएम जेसिंडा आर्डर्न अपने मंगेतर क्लार्क गेफोर्ड के साथ कुछ हफ्तों में शादी करने वाली थीं. शादी की तारीख सामने नहीं आई थी लेकिन वे जल्द ही दुल्हन बनने वाली थीं. इसी बीच न्यूजीलैंड में भी ओमीक्रोन संक्रमण के मामले तेजी बढ़ने लगे हैं. ऐसे में पीएम जेसिंडा आर्डर्न ने बड़ा फैसला लेते हुए अपनी शादी टाल दी. यह फैसले की घोषणा करने से पहले उन्होंने कहा कि "मैं किसी और न्यूजीलैंडर से अलग नहीं हूं."

‘मैं किसी और न्यूजीलैंडर से अलग नहीं हूं' इतना बोलकर न्यूजीलैंड की पीएम ने टाल दी अपनी शादी

किसी भी देश का पीएम अगर खुद को विशिष्ट ना मानकर दूसरों नागरिकों की तरह समझता है तो यह गर्व की बात है. जिस तरह का अभी मौहौल चल रहा है ऐसे में अगर पीएम जेसिंडा आर्डर्न शादी करतीं तो जाहिर सी बात है कि इस समारोह में काफी लोग शामिल होते, ऐसे में संक्रमण को रोक पाना किसी के भी बस की बात नहीं होती. हालांकि यहां 12 साल से ऊपर की करीब 94% आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है. वहीं 56% आबादी को बूस्टर डोज भी लग चुका है.

न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री खुद को देश का आम नागरिक मानते हुए भले ही प्रोटोकॉल का पालन कर सकती हैं लेकिन हम भारतीय किसी की एक नहीं मानेंगे. सरकार कितना भी कह ले कि शादी में 50 लोगों को ही बुलाना है लेकिन शादी के दिन जब तक 500 लोगों की भीड़ न जुटे वह शादी मानी ही नहीं जाती है.

दरअसल, न्यूजीलैंड में ओमिक्रोन वेरिएंट के बढ़ते मामलो को देखते हुए कोविड प्रतिबंध लगा दिए गए है. जिसकी वजह से प्रधानमंत्री जैसिंडा को भी अपनी शादी कैंसल करनी पड़ी. जैसिंडा ने नए कोविड प्रतिबंधों को लागू करने के साथ ही यह घोषणा की है कि वे भी किसी से अलग नहीं हैं, इसलिए फिलहाल उनकी शादी भी नहीं होगी. वाकई यह कदम महामारी को पाराजित करने में एक बड़ा कदम होगा.

हमारे देश में कुछ लोग ओमीक्रोन को बेहद हल्के में ले रहे हैं. लोगों का कहना है कि सर्दी-खांसी भी भला कोई बीमारी है. ये तो वैसे भी ठंड में होती ही है. बिला मतलब सरकार ने इसे हौवा बना रखा है. हालांकि अब ओमिक्रोन के मरीजों में अलग-अलग वैरिएंट देखने को मिल रहे हैं.

ओमीक्रोन अब दिल और दिमाग जैसे अंगों पर प्रहार कर रहा है. कई लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. कई लोगों के सीने में दर्द की शिकायत आ रही है. किसी को लूज मोशन हो रहे हैं, किसी को चक्कर आ रहे हैं तो किसी के कान में सीटी बज रहा है और भ्रम की स्तिथी पैदा हो रही है. कई लोगों को अस्पताल में ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. लेकिन फिर भी कुछ लोगों को यह सब बकवास की बातें लगेंगी. अब जिसपर गुजर रही है वही इस बात को समझ सकता है.

लोगों को इस बीमारी से बचाने लिए डॉक्टर हाथ जोड़कर वीडियो डाल रहे हैं, फिर भी कुछ लोगों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती है. पुलिस बाबू, भइया बोलकर कहती है कि कृपया मास्क लगा लें लेकिन लोग मास्क चलान के डर से लगाते हैं अपनी सुरक्षा के लिए नहीं. शादी में 50 लोगों को ही आने की इजाजत है लेकिन फिर भी 1000 कार्ड छपवाकर लोगों को निमंत्रण दे दिया जाता है, क्योंकि बिना भीड़ के शादी में मजा जो नहीं आता है. ऊपर से कई लोगों को समाज में दिखाना भी रहता है.

ऐसे लोगों की लोकल पुलिस और नेताओं से जुगाड़ रहती है. वैसे भी हर घर में एक सदस्य ऐसा होता है जो खुद को सीएम का करीबी बताता है. ऐसे लोगों को पीएम अर्डर्न से सीख लेनी चाहिए. वैसे अपने देश के नेता भी कम नहीं है, दूसरी लहर में जब नेताओं के बेटे-बेटियों की शादी हुई तो कोरोना प्रोटोकॉल की खूब धज्जियां उड़ाई गईं थीं.

- अररिया जिले के फारबिसगंज में विधायक विद्यासागर केसरी के बेटे प्रेम केसरी की शादी में न सिर्फ सरकार के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई ग थीं बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का भी ख्याल नहीं रखा गया था.

- कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच गुजरात के वापी जिले में बीजेपी की महिला नेता सुनंदा के देवर की शादी थी. इस शादी में बड़ी संख्या में लोग शामिल होने पहुंचे थे, जबकि कोरोना नियमों के तहत 150 लोग ही शादी में शामिल हो सकते हैं.

- बीजेपी विधायक महेश लांडगे बेटी की शादी के पहले जश्न में भीड़ के बीच डांस करते नजर आए थे. यहां कोरोना नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं थीं. किसी ने मास्क भी नहीं पहना था.

- पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते निखिल कुमारस्वामी की शादी बेंगलुरु से लगभग 28 किलोमीटर दूर रामनगर के एक फार्महाउस में हुई थी. उनकी शादी कांग्रेस के पूर्व गृह मंत्री एम कृष्णप्पा की पोती रेवती के साथ हुई थी, इस शादी में भी कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां इड़ाई गई थीं.

यह तो महज कुछ उदाहरण हैं, ऐसी कितनी ही शादियां अभी भी हो रही हैं, यह आप भी जानते हैं. चाहें नेता हो या आम नागरिक कोरोना से प्रभावित तो सभी होते हैं. यह संक्रमण ना अमीरी देखती है ना गरीबी...इसलिए अपना ख्याल रखें और अपनों का भी...

पीएम अर्डर्न ने ऐसा क्या कहा कि लोग उनके कायल हो गए

'मैं न्यूजीलैंड के हजारों लोगों से अलग नहीं हूं, जिन्होंने महामारी में बहुत अधिक विनाशकारी प्रभाव महसूस किए हैं, जिनमें से सबसे अधिक गंभीर रूप से बीमार होने पर कभी-कभी किसी प्रियजन के साथ रहने में असमर्थता होती है. मैं भी उनके लिए का दुख अनुभव करती हूं.' ऐसा करके वे भी महामारी की वजह से समस्या झेल रहे लोगों में शामिल हो गईं हैं.

क्या है न्यूजीलैंड में कोरोना गाइडलाइन

न्यूजीलैंड में रविवार से ही 'रेड सेटिंग' प्रतिबंध लगा दिया गया है. अब यहां समारोह में सिर्फ 100 लोगों को शामिल हो सकते हैं वो भी जिन्हें पूरी तरह से वैक्सीन लग चुकी है. वहीं अगर वैक्सीन पास नहीं है, तो महज 25 लोग ही समारोह में शामिल हो सकते हैं. यहां सार्वजनिक परिवहन और दुकानों में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है. न्यूजीलैंड में कोविड -19 के 15,104 मामले सामने आए हैं वहीं करीब 52 लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं यहां शादी समारोह में शामिल होने के लिए एक परिवार ऑकलैंड गया था. जिसके बाद उस परिवार के 9 लोग ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए. इसके बाद ही वहां कोविड-19 प्रतिबंध लगा दिया गया है.

अब न्यूजीलैंड की पीएम ने जब अपनी शादी टालने का फैसला किया तो लोगों को इसकी गंभीरता समझ आएगी. इस फैसले का वहां के लोगों पर गहरा असर पड़ेगा. जिससे कोरोना को मात देना आसान हो सकते. वैसे न्यूजीलैंड के लोग भले ही यह बात समझ जाएं लेकिन अपने यहां के लोगों के बारे में आपका क्या कहना है? खासकर वे लोग जो खुद को डॉक्टर मान बैठे हैं या फिर वो जिन्हें कोरोना मजह एक सरकार की चाल लगती है...

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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