कैटरीना कैफ ने अपनी पहली रसोई (Katrina kaif first rasoi) में स्वीट डिश सूजी का हलवा बनाकर (suji ka halwa) पति विकी कौशल (vicky kaushal) के साथ पूरे परिवार का दिल जीत लिया है. कैटरीना ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी पर हलवे की कटोरी को हाथ में पकड़े हुए एक प्यारी सी तस्वीर शेयर की है. जिसके कैप्शन में कैटरीना ने लिखा है ‘मैंने बनाया’.
वहीं कैटरीना ने यह भी बताया है कि विक्की कौशल के घर इस रस्म को ‘चौका चरधाना’ कहते हैं. कैटरीना नई नवेली दुल्हन बनकर कितनी खुश हैं, इस बात का अंदाजा आप इस तस्वीर और कैप्शन से लगा सकते हैं. वहीं कैटरीना को बहू के रूप में पाकर उनके ससुराल वाले भी खुद को भाग्यशाली मान रहे होंगे.
कैटरीना के लिए रसोई में काम करना वाकई बड़ी बात है. वह एक एक्ट्रेस होकर भी अपने पति विकी कौशल के घर की रस्मों का मान रख रही हैं. उन्होंने अपने पति और ससुराल वाले परिवार का मान रखने के लिए खुशी-खुशी यह रस्म निभाई हैं. ऐसा लगता है कि कैटरीना पूरा तरह विकी के प्यार में रम गई हैं. विदेश में रहने के बाद भी कैटरीना पूरी तरह से भारतीय रंग में रंग चुकी हैं. वहीं पति विकी ने भी हलवे की फोटो शेयर करते हुए लिखा हैकि अब तक का बेस्ट हलवा...
वैसे एक्टर या एक्ट्रेस रसोई में काम करते कम ही दिखते हैं. अगर कभी वे कुछ खास बनाते हैं तो भी उनकी मदद करने के लिए पूरा किचन स्टाफ मौजूद रहता है. ऐसे में लोग कैटरीना के इस कदम की सराहना कर रहे हैं कि वे एक बहू का फर्ज निभा रही हैं. हमारी शुभकामनाएं कैटरीना और विकी के साथ हैं.
अब बात करते हैं आम घरों की महिलाओं की, जिनकी जिंदगी किचन किस तरह शामिल किया जाता है. शादी करके लड़की अपने ससुराल आती...
कैटरीना कैफ ने अपनी पहली रसोई (Katrina kaif first rasoi) में स्वीट डिश सूजी का हलवा बनाकर (suji ka halwa) पति विकी कौशल (vicky kaushal) के साथ पूरे परिवार का दिल जीत लिया है. कैटरीना ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी पर हलवे की कटोरी को हाथ में पकड़े हुए एक प्यारी सी तस्वीर शेयर की है. जिसके कैप्शन में कैटरीना ने लिखा है ‘मैंने बनाया’.
वहीं कैटरीना ने यह भी बताया है कि विक्की कौशल के घर इस रस्म को ‘चौका चरधाना’ कहते हैं. कैटरीना नई नवेली दुल्हन बनकर कितनी खुश हैं, इस बात का अंदाजा आप इस तस्वीर और कैप्शन से लगा सकते हैं. वहीं कैटरीना को बहू के रूप में पाकर उनके ससुराल वाले भी खुद को भाग्यशाली मान रहे होंगे.
कैटरीना के लिए रसोई में काम करना वाकई बड़ी बात है. वह एक एक्ट्रेस होकर भी अपने पति विकी कौशल के घर की रस्मों का मान रख रही हैं. उन्होंने अपने पति और ससुराल वाले परिवार का मान रखने के लिए खुशी-खुशी यह रस्म निभाई हैं. ऐसा लगता है कि कैटरीना पूरा तरह विकी के प्यार में रम गई हैं. विदेश में रहने के बाद भी कैटरीना पूरी तरह से भारतीय रंग में रंग चुकी हैं. वहीं पति विकी ने भी हलवे की फोटो शेयर करते हुए लिखा हैकि अब तक का बेस्ट हलवा...
वैसे एक्टर या एक्ट्रेस रसोई में काम करते कम ही दिखते हैं. अगर कभी वे कुछ खास बनाते हैं तो भी उनकी मदद करने के लिए पूरा किचन स्टाफ मौजूद रहता है. ऐसे में लोग कैटरीना के इस कदम की सराहना कर रहे हैं कि वे एक बहू का फर्ज निभा रही हैं. हमारी शुभकामनाएं कैटरीना और विकी के साथ हैं.
अब बात करते हैं आम घरों की महिलाओं की, जिनकी जिंदगी किचन किस तरह शामिल किया जाता है. शादी करके लड़की अपने ससुराल आती हैं. उसके मन में काफी उत्साह होता है. वह खुशी-खुशी अपनी पहली रसोई की रस्म को निभाती है लेकिन उसकी यह शायद रसोई से संबंधित आखिरी खुशी होती है. अब नया-नया तो सबकुछ अच्छा ही लगता है. घरवाले भी उसके पहले पकवान की खूब तारीफ करते हैं कि, वाह बहू तुम्हारे हाथों में तो बड़ा स्वाद है. बहू को सभी लोग पहली रसोई पर नेग देते हैं. बहू भी अपनी तारीफ सुनकर फूले नहीं समाती और शर्माते हुए थैंक यू बोल ही देती है.
शायद उसे यह पता नहीं होता कि वह कोई कैटरीना कैफ नहीं बल्कि मनिया, धनिया टाइफ महिला है. धीरे-धीरे लोगों की फरमाइशें बढ़ती जाती हैं और रोज का चूल्हा-चौका, छौंक-बघार की शुरुआत हो जाती है. वह नई-नवेली दुल्हन भी कुछ दिनों तक ससुराल वालों का दिल जीतने के लिए खूब सारे पकवानों का कोटा पूरा कर लेती है.
ये सिलसिला कुछ दिनों तक ठीक-ठाक चलता है. बनाने वाली और खाने वालों के बीच फिऱ शुरु होती है असल जिंदगी की टकरार. सुसराल वाले भी कुछ दिनों बाद खाने में कमी निकालने लगते हैं और बनाने वाली कूढ़-कर खाना बनाने लगती है. फिर ना खाने में स्वाद रहता है ना रिश्तों में मिठास.
अब कभी-कभी खाना बनाने में और दिनभर रसोई में खटने में अंतर तो होता ही है. एक समय के बाद एक महिला की जिंदगी में रसोई ही सबकुछ हो जाती है. वह महिला अपनी रसोई की शुरुआत तो मीठे करती है लेकिन धीरे-धीरे वही रसोई उसके लिए कड़वाहट का रूप ले लेती है. उसके सपने और अरमान सब चूल्हे में झोंक दिए जाते हैं और उपहार में मिलता है घर-परिवार की जिम्मेदारी...
अब कैटरीना तो कैटरीना है, वह अपनी पहली रसोई बनाकर इठला रही हैं लेकिन हर महिला की जिंदगी अलग होती हैं. अब ना जाने वह दूसरा मौका कब होगा जब कैटरीना किचन में कुछ पकाएंगी लेकिन हमारे यहां तो रसोई में पहली पकवान से मतलब पूरे घर की जिम्मेदारी लेने से होती है...अब महिला चाहें हसं कर निभाए या रोकर...निभाना तो उसे पड़ेगा ही.
वैसे यह काम हल्का तब हो जाता जब पति-पत्नी मिलकर जिम्मेदारी बाट लेते लेकिन आम घरों में मर्दो का रसोई में काम करना बहुत ही बुरा माना जाता हैं. वैसे मर्द रसोई में हाथ तो बटाते हैं लेकिन किसी बहुत ही खास मौके पर वो भी उनका मन हुआ तब. ऊपर से दिखाते ऐसा हैं जैसे महिला के ऊपर कितना बड़ा एहसान कर दिया हो. अब समझ आया कि कैटरीना और आम महिला की रसोई में क्या अंतर है?
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