• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

ये भी ताजमहल... कर्नाटक के श्रीनिवास गुप्ता ने बनवाई स्वर्गीय पत्नी का मोम प्रतिमा!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 11 अगस्त, 2020 10:04 PM
  • 11 अगस्त, 2020 10:03 PM
offline
अपने घर की हाउस वार्मिंग सेरेमनी (House Warming Ceremony) में अपनी स्वर्गवासी पत्नी (Wife) को याद करते हुए जो कुछ कर्नाटक (Karnataka) के उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता (Shrinivas Gupta) ने कियावो ज़माने भर के लिए मिसाल है. गुप्ता ने अपने घर में पत्नी (Wife) की मूर्ति (Statue) लगवाई है और सोशल मीडिया पर लोगों ने तारीफों के पुल बांध दिए हैं.

दुनिया के तमाम सुख एक तरफ. प्रेम (Love) में होने का सुख एक तरफ़. बड़ी ही सुंदर अनुभूति होती है प्रेम. अपने चारों तरफ की चीजें व्यक्ति को अच्छी लगती हैं. ये अनुभूति तब और खास हो जाती है जब व्यक्ति उस इंसान से शादी करले जिससे उसने प्रेम किया है. या फिर वो अपने विवाह के बाद प्रेम में पड़ जाए. कर्नाटक (Karnataka) के कोप्पल निवासी और उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता (Shrinivas Gupta) का मामला भी कुछ ऐसा ही है. वो अपनी पत्नी के प्रेम में पड़े मगर इसे विडंबना कहें या दुर्भाग्य अभी कुछ साल पहले ही उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई मगर अपनी पत्नी के प्रति श्रीनिवास का प्रेम कम नहीं हुआ और अब जो उन्होंने किया वो जमाने के लिए मिसाल है. श्रीनिवास ने अपनी दिवंगत पत्नी की याद में सपनों का घर बनवाया है. दिलचस्प बात ये है कि अपने नए निवास में श्रीनिवास ने, पत्नी की सिलिकॉन वैक्स की मूर्ति (Statue) स्थापित की है.

प्रेम में पड़े लोगों को कर्नाटक के श्रीनिवास गुप्ता से प्रेरणा लेनी चाहिए

मूर्ति बिल्कुल श्रीनिवास की पत्नी माधवी जैसी है. कोई भी इस मूर्ति को देखेगा तो उसे यही महसूस होगा कि उसके सामने साक्षात कोई महिला बैठी हुई है. श्रीनिवास के अनुसार इस मूर्ति के जरिये उन्होंने अपनी पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित की है.

बता दें कि कोप्पल के उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता की पत्नी माधवी की जुलाई 2017 में एक कार दुर्घटना में मौत हो गयी थी. माधवी की इच्छा थी कि उनका एक बहुत सुंदर सा घर बने. और अब 3 साल बाद राजधानी बेंगलुरु के एक कलाकार श्रीधर मूर्ति की मदद से उन्होंने वो सपना सच कर लिया जो बरसों पहले दोनों, पति...

दुनिया के तमाम सुख एक तरफ. प्रेम (Love) में होने का सुख एक तरफ़. बड़ी ही सुंदर अनुभूति होती है प्रेम. अपने चारों तरफ की चीजें व्यक्ति को अच्छी लगती हैं. ये अनुभूति तब और खास हो जाती है जब व्यक्ति उस इंसान से शादी करले जिससे उसने प्रेम किया है. या फिर वो अपने विवाह के बाद प्रेम में पड़ जाए. कर्नाटक (Karnataka) के कोप्पल निवासी और उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता (Shrinivas Gupta) का मामला भी कुछ ऐसा ही है. वो अपनी पत्नी के प्रेम में पड़े मगर इसे विडंबना कहें या दुर्भाग्य अभी कुछ साल पहले ही उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई मगर अपनी पत्नी के प्रति श्रीनिवास का प्रेम कम नहीं हुआ और अब जो उन्होंने किया वो जमाने के लिए मिसाल है. श्रीनिवास ने अपनी दिवंगत पत्नी की याद में सपनों का घर बनवाया है. दिलचस्प बात ये है कि अपने नए निवास में श्रीनिवास ने, पत्नी की सिलिकॉन वैक्स की मूर्ति (Statue) स्थापित की है.

प्रेम में पड़े लोगों को कर्नाटक के श्रीनिवास गुप्ता से प्रेरणा लेनी चाहिए

मूर्ति बिल्कुल श्रीनिवास की पत्नी माधवी जैसी है. कोई भी इस मूर्ति को देखेगा तो उसे यही महसूस होगा कि उसके सामने साक्षात कोई महिला बैठी हुई है. श्रीनिवास के अनुसार इस मूर्ति के जरिये उन्होंने अपनी पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित की है.

बता दें कि कोप्पल के उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता की पत्नी माधवी की जुलाई 2017 में एक कार दुर्घटना में मौत हो गयी थी. माधवी की इच्छा थी कि उनका एक बहुत सुंदर सा घर बने. और अब 3 साल बाद राजधानी बेंगलुरु के एक कलाकार श्रीधर मूर्ति की मदद से उन्होंने वो सपना सच कर लिया जो बरसों पहले दोनों, पति और पत्नी ने साथ देखा था.

मूर्ति की जो तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हुई हैं यदि उनपर गौर करें तो मिलता है कि प्रतिमा में माधवी बिल्कुल जीवंत लग रही हैं. बात जीवंत दिख रही इस मूर्ति की चल रही है तो बता दें कि इसमें माधवी ने मेजेंटा साड़ी के साथ सोने के गहने पहन रखे हैं और वो सोफे पर बैठी दिखाई दे रही हैं.

मूर्ती के बारे में बात करते हुए श्रीनिवास गुप्ता ने कहा है कि, पत्नी को अपने घर में देखना एक सुखद एहसास है क्योंकि यह उसका सपनों वाला घर था. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि मूर्ति को तैयार करने में एक साल का वक़्त लगा है और ये सालों साल रहे इसके लिए वैक्स के साथ सिलिकॉन इस्तेमाल की गई है.

जैसा कि हम बता चुके हैं श्रीनिवास गुप्ता ने एक मिसाल कायम की है इसलिए इस मामले पर प्रतिक्रियाओं का आना स्वाभाविक था. सोशल मीडिया पर ऐसे तमाम यूजर हैं जिनका कहना है कि जो श्रीनिवास ने किया है वो न केवल क्यूट है बल्कि उसमें ऐसा बहुत कुछ है जिसकी प्रेरणा हम सब को लेनी चाहिए.

मामले पर @nbrengaraju नाम के यूजर ने जो कुछ लिखा है वो दिल को छू लेने वाला है. यूजर ने लिखा है है कि भारत वो देश है जहां रिश्तों, नातों और भावों को तरजीह दी जाती है. श्रीनिवास ने इसी बात को चरितार्थ किया है. साथ ही यूजर ने कलाकार की भी तारीफ की है.

वहीं @ajaathashatru ने भी काफी रचनात्मक ढंग से गुप्ता परिवार की तारीफ करते हुए लिखा है कि इन्होने एक लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप को सही वैल्यू दी है. गुप्ता ने हमें बताया कि किस तरह हमें अपने रिश्तों की कद्र करनी चाहिए जोकि आजकल परिवारों में कम होते जा रहे हैं.

वाक़ई जो श्रीनिवास ने किया है उससे हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। बहरहाल जिस तरफ से श्रीनिवास ने अपनी पत्नी कि मूर्ति बनवाई है ये अपने आप ही साफ़ हो जाता है कि हर आदमी के अपने अपने ताजमहल हैं और इस मामले में श्रीनिवास का ताजमहल उनकी स्वर्गवासी पत्नी हैं. श्रीनिवास की पत्नी माधवी आज स्वर्ग में जहां कहीं भी होंगी बहुत खुश होंगी क्योंकि ऐसा प्यार करने वाला पति सच में किस्मत वालों को ही मिलता है.

ये भी पढ़ें -

Depression तो सर्जिकल स्ट्राइक वाले मेजर माइक टेंगो ने झेला था...

जानिए, कब ज़रूरी हो जाता है मनोवैज्ञानिक की सलाह लेना

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲