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सुसाइड से अच्छा तो पुलिस के सामने MeToo कह दिया होता

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 16 अक्टूबर, 2018 07:51 PM
  • 16 अक्टूबर, 2018 07:44 PM
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महाराष्ट्र में एक महिला द्वारा अपने साथ हो रहे यौन शोषण के कारण एक पुरुष का आत्महत्या कर लेना ये बताता है कि जब बात यौन अपराध की हो तो हमें अपराध को लिंग में नहीं बांटना चाहिए और अपराध को अपराध की तरह देखना चाहिए.

एक ऐसे समय जब देश भर की लड़कियां #Metoo को हथियार बना रही हों. आए दिन एक के बाद एक यौन शोषण के मामले सामने आ रहे हों. सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक दोषियों को उनके द्वारा किये जा रहे घिनौने कृत्य के लिए खरी खोटी सुनाई जा रही हो. महाराष्ट्र के एक व्यक्ति का सिर्फ इसलिए फांसी लगा लेना क्योंकि वो एक महिला की अवैध सेक्स की मांग पूरी करते करते परेशान हो गया था एक अलग ही विचार को जन्म देता है और साथ ही कई एक साथ कई सवालों को खड़ा करता है.  महाराष्ट्र के परभनी जिले में एक 38 वर्षीय व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. मामले में सबसे दिलचस्प बात ये है कि एक महिला द्वारा लगातार व्यक्ति का यौन शोषण किया जा रहा था और उसी के चलते उसने अपनी जीवन लीला समाप्त की.

Me Too के नाम पर छाती पीट रहे लोगों को महाराष्ट्र का ये मामला जरूर समझना चाहिए

जान लीजिये क्या है मामला

महिला द्वारा लगातार यौन शोषण से त्रस्त और फांसी लगाकर जान देने वाले मृतक का नाम सचिन मिटकारी बताया जा रहा है. मौके पर मिले सुसाइड नोट से कई रहस्यों की परतें खोल कर रख दी हैं. सचिन ने लिखा है कि उसके साथ लगातार एक महिला द्वारा यौन शोषण को अंजाम दिया जा रहा था. वो महिला की बार-बार की सेक्स की डिमांड से परेशान था.

क्या लिखा है सचिन ने अपने सुसाइड नोट में

मौके पर जो सुसाइड नोट पुलिस ने प्राप्त किया है यदि उस पर गौर करा जाए तो सचिन ने लिखा है कि.'मैं सचिन नामदेव मिटकरी ये सुसाइड नोट लिख रहा हूं. उस महिला नेमेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है. ये जानते हुए कि मैं शादीशुदा हूं वह मुझसे लगातार शारीरिक संबंध की मांग कर रही थी. वो मुझे बार-बार धमकाती थी कि अगर मैंने उसकी बात नहीं मानी तो वो मेरे वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर देगी. अगर मैंने उसकी बात...

एक ऐसे समय जब देश भर की लड़कियां #Metoo को हथियार बना रही हों. आए दिन एक के बाद एक यौन शोषण के मामले सामने आ रहे हों. सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक दोषियों को उनके द्वारा किये जा रहे घिनौने कृत्य के लिए खरी खोटी सुनाई जा रही हो. महाराष्ट्र के एक व्यक्ति का सिर्फ इसलिए फांसी लगा लेना क्योंकि वो एक महिला की अवैध सेक्स की मांग पूरी करते करते परेशान हो गया था एक अलग ही विचार को जन्म देता है और साथ ही कई एक साथ कई सवालों को खड़ा करता है.  महाराष्ट्र के परभनी जिले में एक 38 वर्षीय व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. मामले में सबसे दिलचस्प बात ये है कि एक महिला द्वारा लगातार व्यक्ति का यौन शोषण किया जा रहा था और उसी के चलते उसने अपनी जीवन लीला समाप्त की.

Me Too के नाम पर छाती पीट रहे लोगों को महाराष्ट्र का ये मामला जरूर समझना चाहिए

जान लीजिये क्या है मामला

महिला द्वारा लगातार यौन शोषण से त्रस्त और फांसी लगाकर जान देने वाले मृतक का नाम सचिन मिटकारी बताया जा रहा है. मौके पर मिले सुसाइड नोट से कई रहस्यों की परतें खोल कर रख दी हैं. सचिन ने लिखा है कि उसके साथ लगातार एक महिला द्वारा यौन शोषण को अंजाम दिया जा रहा था. वो महिला की बार-बार की सेक्स की डिमांड से परेशान था.

क्या लिखा है सचिन ने अपने सुसाइड नोट में

मौके पर जो सुसाइड नोट पुलिस ने प्राप्त किया है यदि उस पर गौर करा जाए तो सचिन ने लिखा है कि.'मैं सचिन नामदेव मिटकरी ये सुसाइड नोट लिख रहा हूं. उस महिला नेमेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है. ये जानते हुए कि मैं शादीशुदा हूं वह मुझसे लगातार शारीरिक संबंध की मांग कर रही थी. वो मुझे बार-बार धमकाती थी कि अगर मैंने उसकी बात नहीं मानी तो वो मेरे वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर देगी. अगर मैंने उसकी बात नहीं मानी तो वह मुझे बदनाम कर देगी. इस महिला के एक नहीं बल्कि कई लड़कों से संबंध है और उसने मेरे खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई है. इस वजह से मैं खुदकुशी कर रहा हूं.'

महिला के खिलाफ केस दर्ज

मामला संवेदनशील था तो पुलिस भी तुरंत हरकत में आई.घटना के सामने आने के बाद  परभनी की मोंढा पुलिस ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. साथ ही सचिन ने अपने सुसाइड नोट में कुछ और लोगों का जिक्र भी किया था पुलिस ने उनकी तलाश भी शुरू कर दी है.

हमने बात की शुरुआत MeToo मूवमेंट से की थी और बताया था कि कैसे आज एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं जिनमें पुरुषों ने भोली भाली महिलाओं का फायदा उठाया और लम्बे समय तक उनका यौन शोषण किया. उन तमाम मामलों के बाद, जब हम ये मामला देखते हैं तो मिलता है कि यहां उन मामलों से अलग आरोपी एक महिला है. एक ऐसी महिला जो सेक्स के लिए एक पुरुष पर लगातार दबाव बना रही थी और जिससे परेशान होकर व्यक्ति ने आत्महत्या का मार्ग चुना.

इस घटना के बाद हमारे लिए ये कहना कहीं से भी गलत नहीं है कि, हर बार हर चीज के लिए पुरुषों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है और न ही हर चीज के लिए उनके सिर पर दोष मढ़ना सही है. यौन शोषण कभी भी किसी के साथ भी हो सकता है. बेहतर है हम क्रिमिनल के लिंग को दरकिनार करें और अपना सारा फोकस क्राइम पर रखें.

यदि हम अपराध पर फोकस कर रहे हैं तो ये बहुत अच्छी बात है वरना जिस तरह अपराधी को लिंग के अंतर्गत देखा जा रहा है और उसी आधार पर फैसले सुनाए जा रहे हैं वो समस्या का समाधान हरगिज नहीं हो सकता. इस मामले में दोषी एक महिला है जिसके कारण एक जान गई है. बेहतर है पुलिस उसे जल्द से जल्द अरेस्ट करे ताकि सच का सच और झूठ का झूठ सामने आ सके. हर चीज के दो पक्ष होते हैं सुसाइड नोट के रूप में एक पक्ष हमारे सामने हैं बाक़ी के पक्ष तभी पता चलेंगे जब महिला गिरफ्तार होगी.

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बॉलीवुड का घिनौना चेहरा दिखाने के लिए #MeToo का तहे दिल से शुक्रिया!

जो निराश होकर हार मान लेते हैं, ये अरबपति बच्चा उनके लिए प्रेरणा का स्रोत है !

श्श..! किसी को बताना मत!


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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