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छोटी बहन साइकिल से ना गिरे, भाई ने जो जुगाड़ किया वह सुपर हीरो ही सकता है!

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 05 जनवरी, 2023 01:38 PM
  • 05 जनवरी, 2023 01:38 PM
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भाई अपनी छोटी बहन (Sister) को साइकिल की पिछली सीट पर बिठाए हुए है. शायद दोनों कहीं जा रहे हैं. मगर उसे डर है कि उसकी बहन साइकिल से गिर सकती है इसलिए वह दिमाग लगाता है और जुगाड़ लगाकर बहन के दोनों पैरों को साइकिल के आगे की तरफ करके कपड़े से अच्छी तरह बांध देता है, ताकि बहन सुरक्षित रह सके.

मेरे भाई (Brother) पर मुझे पूरे भरोसा है. वह मुझे कुछ होने नहीं देगा. साइकिल की पिछली सीट पर बैठी यह बच्ची शायद यही सोच रही होगी. वह एकदम चुपचाप है. उसके पैरों में चप्पल नहीं है. कहते हैं ना कि खामोशिया भी बात करती हैं. शायद बच्ची चुपरहकर भी भाई से बात कर रही है. ये उन दोनों की आपसी समझ है. तभी तो भाई जो कुछ भी कर रहा है, बहन उसमें राजी है.

वायरल हो रहे इस वीडियो में दिख रहा है कि एक लड़का (बच्चा कहना ज्यादा सही रहेगा) अपनी छोटी बहन (Sister) को साइकिल की पिछली सीट पर बिठाए हुए है. शायद दोनों कहीं जा रहे हैं. मगर उसे डर है कि उसकी बहन साइकिल से गिर सकती है इसलिए वह दिमाग लगाता है और जुगाड़ लगाकर बहन के दोनों पैरों को साइकिल के आगे की तरफ करके कपड़े से अच्छी तरह बांध देता है, ताकि बहन सुरक्षित रह सके. सीट के पीछे भी कुछ सामान रखा है जिससे बहन को पीछे की तरफ से भी सपोर्ट मिल रहा है. वहीं बहन बड़े प्यार से भाई को दोनों हाथों से पकड़े हुए है. वह चुपचाप बिना रोए, बिना चिल्लाए अपने दोनों पैर बंधवा रही है.

जिसके पास ऐसा भाई हो उसे भला सुपह हीरो की क्या जरूरत होगी

वीडियो देख कर समझ में आ रहा है कि भाई अपने बहन की कितनी फिक्र करता है. साइकिल पुराने जमाने की है और एकदम पुरानी है. मैं तो यही सोचकर हैरान हूं कि बच्चे को यह साइकिल चलाने में कितनी परेशानी आ रही होगी. फिर भी उसके चेहरे पर एक उदासी नहीं है. उसे अपने हालात पर कोई पछतावा नहीं है. वह तो बस बहन के लिए जुगत में लगा है. दोनों के कपड़े साधारण औऱ पुराने हैं. इससे यह तो समझ आ रहा है कि वे गरीब हैं. मगर भाई-बहन के प्यार का अमीरी-गरीबी से...

मेरे भाई (Brother) पर मुझे पूरे भरोसा है. वह मुझे कुछ होने नहीं देगा. साइकिल की पिछली सीट पर बैठी यह बच्ची शायद यही सोच रही होगी. वह एकदम चुपचाप है. उसके पैरों में चप्पल नहीं है. कहते हैं ना कि खामोशिया भी बात करती हैं. शायद बच्ची चुपरहकर भी भाई से बात कर रही है. ये उन दोनों की आपसी समझ है. तभी तो भाई जो कुछ भी कर रहा है, बहन उसमें राजी है.

वायरल हो रहे इस वीडियो में दिख रहा है कि एक लड़का (बच्चा कहना ज्यादा सही रहेगा) अपनी छोटी बहन (Sister) को साइकिल की पिछली सीट पर बिठाए हुए है. शायद दोनों कहीं जा रहे हैं. मगर उसे डर है कि उसकी बहन साइकिल से गिर सकती है इसलिए वह दिमाग लगाता है और जुगाड़ लगाकर बहन के दोनों पैरों को साइकिल के आगे की तरफ करके कपड़े से अच्छी तरह बांध देता है, ताकि बहन सुरक्षित रह सके. सीट के पीछे भी कुछ सामान रखा है जिससे बहन को पीछे की तरफ से भी सपोर्ट मिल रहा है. वहीं बहन बड़े प्यार से भाई को दोनों हाथों से पकड़े हुए है. वह चुपचाप बिना रोए, बिना चिल्लाए अपने दोनों पैर बंधवा रही है.

जिसके पास ऐसा भाई हो उसे भला सुपह हीरो की क्या जरूरत होगी

वीडियो देख कर समझ में आ रहा है कि भाई अपने बहन की कितनी फिक्र करता है. साइकिल पुराने जमाने की है और एकदम पुरानी है. मैं तो यही सोचकर हैरान हूं कि बच्चे को यह साइकिल चलाने में कितनी परेशानी आ रही होगी. फिर भी उसके चेहरे पर एक उदासी नहीं है. उसे अपने हालात पर कोई पछतावा नहीं है. वह तो बस बहन के लिए जुगत में लगा है. दोनों के कपड़े साधारण औऱ पुराने हैं. इससे यह तो समझ आ रहा है कि वे गरीब हैं. मगर भाई-बहन के प्यार का अमीरी-गरीबी से क्या लेना? भाई तो आखिर भाई ही होता है. चाहें वह अमीर हो, गरीब हो, छोटा हो या फिर बड़ा.

भाई-बहन का रिश्ता ऐसा है कि एक उम्र के बाद भाई पिता की जगह ले लेता है. जब पिता जिंदा ना हों तो बहन अपने भाई में पिता की झलक देखने लगती है. वहीं भाई भी अपनी छोटी बहन को बेटी की तरह दुलारता है. बहन भी अपने भाई का ख्याल एक मां की तरह रखती है. वे दोनों भले आपस में चूहे-बिल्ली की तरह लड़ें मगर मजाल है जो कोई तीसरा उनके बीच में आए. वे एक-दूसरे को कुछ भी बोल दें मगर कोई तीसरा कुछ बोले तो उसका मुंह नोंच लें. मुसीबत के समय में वे हमेशा एक-दूसरे की ढाल बने रहते हैं.

इस वीडियो में भाई-बहन का प्यार साफ झलक रहा है. आज के जमाने में जिसके पास इतना प्यारा रिश्ता हो उसे भला किस चीज की कमी होगी? वह भले ही गरीब हो मगर दिल से अमीर होगा. इस बहन को पता होगा कि कुछ भी हो, हालात कोई भी क्यों ना हो उसका भाई उसके साथ रहेगा. यही बात इस भाई को भी महससू होती होगी. लोग कहते हैं कि सुपर हीरो चमत्कार करते हैं. मगर जिस बहन के पास ऐसा भाई को उसे भला सुपर हीरो की जरूरत क्या होगी? आज वह खुद पर इतरा रही होगी. वह खुद की किस्मत पर नाज कर रही होगी, उसे अपने भाई पर गर्व हो रहा होगा. हो भी क्यों ना उसका भाई उस पर जान जो छिड़कता है.

इस भाई की चिंता बस इतनी है कि उसकी बहन को कुछ ना हो, उसके अगल-बगल से गाड़ियां गुजर रही हैं. लोग आ-जा रहे हैं मगर उसका ध्यान बहन से भटकता नहीं है. वह एक बार भी इधर-उधर नहीं देख रहा है. वह अपनी बहन के मामले में जरा सी भी लापरवाही नहीं बरतना चाह रहा है. बहन को साइकिल से बांधने के बाद जब उसे तसल्ली हो जाती है कि अब साइकिल चलाने पर वह नहीं गिरेगी फिर उसे साथ लेकर अपनी मंजिल की तरफ निकल जाता है. वाकई में यह बहन बहुत भाग्यशाली है, जिसे इतना प्यार करने वाले भाई मिला...वरना आजकल लोग रिश्तों की कद्र कहां करते हैं?

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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