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जोड़ियां कहां बनती हैं ये तो नहीं पता, उनका स्वर्ग-नरक यहीं बनता है

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 02 फरवरी, 2022 08:37 PM
  • 02 फरवरी, 2022 08:24 PM
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पति-पत्नी के रिश्तों में टकराव को देखते हुए जज भले यह कह दे कि 'जोड़ियां स्वर्ग में नहीं, नरक में बनती हैं.' लेकिन, सच ये भी है कि जोड़ियां तो फिर भी बनेंगी और अपना स्वर्ग और नरक खुद ही रचेंगी.

पति-पत्नी के रिश्‍तों में टकराव को देखते हुए जज भले यह कह दे कि 'जोड़ियां स्वर्ग में नहीं, नरक में बनती हैं.' लेकिन, सच ये भी है कि जोड़ियां तो फिर भी बनेंगी और अपना स्वर्ग और नरक खुद ही रचेंगी.

शादी करने के कुछ समय तक पति-पत्नी एक दूसरे पर जान न्योछावर करते हैं. ऐसा लगता है कि उनकी पूरी दुनिया अपने साथी पर आकर ही थम सी गई है. एक साथ एक से बढ़कर एक सोशल मीडिया पर फोटो डाली जाती हैं. साथ में जीने-मरने की कसमें खाईं जाती हैं. दिल को छू लेने वाले कैप्शन दिए जाते हैं. वहीं हनीमून पीरियड खत्म होने के बाद रिश्ते में खटास आने लगती है. रिश्ते की मधुरता खत्म होने लगती है और रिश्ता एक बोझ बन कर रह जाता है. रिश्तों में बातें कम होने लगती हैं और टकराव ज्यादा होने लगता है.

शादी भले ही अरेंज मैरिज हो या लव मैरिज लेकिन यह जोड़ी सात जन्मों तक चलेगी या फिर दो सालों तक यह जो पति-पत्नी पर ही निर्भर करता है

वैसे शादी करते समय कोई यह नहीं सोचता कि शादी के बाद दोनों को तलाक हो जाएगा या फिर वो इस तरह एक-दूसरे से नफरत करने लगेंगे कि एक-दूसरे का चेहरा तक नहीं देखना चाहेंगे.

खैर, जब लड़का-लड़की की शादी होती है तो लोग यह कहते हैं कि जोड़ियां ऊपर से बनती हैं उस वक्त लोग यह भूल जाते हैं कि निभाना तो नीचे वालों को ही पड़ता है.

दरअसल, एक घरेलू विवाद की सुनवाई के करते समय बॉम्बे हाई कोर्ट ने नाराज होकर कहा कि 'जोड़ियां स्वर्ग में नहीं, नरक में बनती हैं'. हाई कोर्ट के जस्टिस सारंग कोतवाल की बेंच एक पति की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी. पति के ऊपर पत्नी ने प्रताड़ना और दहेज मांगने का आरोप लगाया था. शादीशुदा यह जोड़ा साथ रहने को तैयार नहीं था.

कोर्ट के सामने जब मामला पहुंचा तो पाया गया कि पति-पत्नी ने एक-दूसरे...

पति-पत्नी के रिश्‍तों में टकराव को देखते हुए जज भले यह कह दे कि 'जोड़ियां स्वर्ग में नहीं, नरक में बनती हैं.' लेकिन, सच ये भी है कि जोड़ियां तो फिर भी बनेंगी और अपना स्वर्ग और नरक खुद ही रचेंगी.

शादी करने के कुछ समय तक पति-पत्नी एक दूसरे पर जान न्योछावर करते हैं. ऐसा लगता है कि उनकी पूरी दुनिया अपने साथी पर आकर ही थम सी गई है. एक साथ एक से बढ़कर एक सोशल मीडिया पर फोटो डाली जाती हैं. साथ में जीने-मरने की कसमें खाईं जाती हैं. दिल को छू लेने वाले कैप्शन दिए जाते हैं. वहीं हनीमून पीरियड खत्म होने के बाद रिश्ते में खटास आने लगती है. रिश्ते की मधुरता खत्म होने लगती है और रिश्ता एक बोझ बन कर रह जाता है. रिश्तों में बातें कम होने लगती हैं और टकराव ज्यादा होने लगता है.

शादी भले ही अरेंज मैरिज हो या लव मैरिज लेकिन यह जोड़ी सात जन्मों तक चलेगी या फिर दो सालों तक यह जो पति-पत्नी पर ही निर्भर करता है

वैसे शादी करते समय कोई यह नहीं सोचता कि शादी के बाद दोनों को तलाक हो जाएगा या फिर वो इस तरह एक-दूसरे से नफरत करने लगेंगे कि एक-दूसरे का चेहरा तक नहीं देखना चाहेंगे.

खैर, जब लड़का-लड़की की शादी होती है तो लोग यह कहते हैं कि जोड़ियां ऊपर से बनती हैं उस वक्त लोग यह भूल जाते हैं कि निभाना तो नीचे वालों को ही पड़ता है.

दरअसल, एक घरेलू विवाद की सुनवाई के करते समय बॉम्बे हाई कोर्ट ने नाराज होकर कहा कि 'जोड़ियां स्वर्ग में नहीं, नरक में बनती हैं'. हाई कोर्ट के जस्टिस सारंग कोतवाल की बेंच एक पति की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी. पति के ऊपर पत्नी ने प्रताड़ना और दहेज मांगने का आरोप लगाया था. शादीशुदा यह जोड़ा साथ रहने को तैयार नहीं था.

कोर्ट के सामने जब मामला पहुंचा तो पाया गया कि पति-पत्नी ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. पत्नी ने पति पर आरोप लगाया था कि जब साल 2017 में उनकी शादी हुई तो ससुराल पक्ष ने घर के सदस्यों के लिए एक सोने के सिक्के की मांग रखी थी. शादी के बाद जब उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई तो ससुराल पक्ष ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

पत्नी ने यह भी आरोप लगया है कि उसने फ्लैट खरीदने के लिए पति को 13 लाख 50 हजार रुपये दिए, जिसमें दंपति अपने 3 साल के बेटे के साथ रहते थे. इतना ही नहीं पति ने यह दिखाने के लिए खुद पर कुछ घाव किए कि पत्नी ने उसके साथ मारपीट की थी.

वहीं पति ने पत्नी पर आरोप लगाया कि उसने फ्लैट के लिए 90 हजार रुपये का लोन लिया था. शादी के बाद वह अपनी पत्नी को मॉरीशस घूमाने भी ले गया था. उउस पति पर केस दर्ज करा दिया. दोनों की शिकायतें सुनने के बाद जस्टिस एस.वी. कोतवाल ने आदेश में कहा कि, 'शिकायतों से यह मालूम पड़ता है कि पति-पत्नी एक साथ रहने के इच्छुक नहीं हैं'.

मुझे तो यह कहानी सुनने के बाद तनु वेड्स मनु की याद आ गई. जिसमें तुन अपने पति की शिकायत करती और यह भी कह देती है कि यह आदमी अदरक की तरह कहीं से भी बढ़ रहा है. इस फिल्म के पहले पार्ट में दिखाया गया है कि दोनों कैसे एक-दूसरे के प्यार में पागल हैं और दूसरे पार्ट में दिखाया गया है कि कैसे दोनों एक-दूसरे से नफरत करने लगे हैं. असल जिंदगी में भी कुछ जोड़ों में यही हाल होता है.

यह पति-पत्नी पर निर्भर कहता है कि वे अपने रिश्ते को निभाने के लिए कितनी कोशिश करते हैं. रिश्ते में प्यार के साथ सम्मान भी बेदह जरूरी है और किसी फैसले में दोनों की मर्जी भी जरूरी है. रिश्ते में धोखा, झूठ बोलना और नशे की लत कई बार अच्छी-खासी गृहस्थी को बिखेर कर रख देती है. कई बार पार्टनर शादी के बाद भी अपनी बैचलर वाली जिंदगी जीना चाहते हैं, ऐसे में उन्हें समझना होगा कि अब कोई है जो उनका इंतजार करता है. कई बार पत्नियां अपने पति को हर बात पर टोकती हैं और उन्हें बिल्कुल भी स्पेस नहीं देती हैं.

झगड़े की वजह क्या है- 

कई बार तो वजहें इतनी छोटी होती हैं कि पति-पत्नी झगड़े की वजह ही भूल जाते हैं लेकिन वे एक-दूसरे के सामने झुकना नहीं चाहते. 

-बिस्तर पर गीला तौलिया रखने को लेकर लड़ाई

-मां के हाथ की चाय और खाना

-दोस्तों और ऑफिस के काम में बिजी रहना

-पार्टनर को समय न दे पाना, फोन का जवाब न देना

-झगड़े में माता-पिता या घरवालों को बीच में लाना

शादी भले ही अरेंज मैरिज हो या लव मैरिज लेकिन यह जोड़ी सात जन्मों तक चलेगी या फिर दो सालों तक यह जो पति-पत्नी पर ही निर्भर करती है. इसके लिए हम किसी भगवान को दोष नहीं दे सकतें ना किसी स्वर्ग या नर्क को...

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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