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डिलीवरी के बाद 20 दिन में आलिया भट्ट ही फिट हो सकती हैं, कोई आम महिला नहीं

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 01 दिसम्बर, 2022 02:24 PM
  • 01 दिसम्बर, 2022 02:24 PM
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अभिनेत्रियां अपने बढ़े हुए वजन को डाइट, एक्सरसाइज औऱ योग की मदद से कम लेती हैं. उनके पास एक टीम होती है जो सिर्फ उनके खाने-पीने का ध्यान रखती है. पर्सनल ट्रेनर औऱ डाइटिशियन होते हैं. वहीं आम महिलाओं को बच्चा संभालने के साथ रसोई में काम करना पड़ता है और घऱवालों की देखभाल भी करनी पड़ती है.

आलिया भट्ट (Alia Bhatt) 6 नवंबर को बेटी राहा को जन्म दिया है. मां बनने के बाद पहली बार उनकी कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं. उन तस्वीरों में आलिया को देखकर लग ही नहीं रहा है कि अभी उनकी डिलीवरी को एक महीने भी नहीं हुआ, क्योंकि वे एकदम फिट और स्लिमट्रीम नजर आ रही हैं.कई लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं कि, वाह आलिया ने तो एक महीने से भी कम समय में अपना वजन कम कर लिया.

याद है? जब मां बनने के बाद ऐश्वर्या राय का वजन बढ़ गया था तो उन्हें कितना ट्रोल किया गया था. प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं में काफी सारे हार्मोनल चेंजेस होते हैं और इसलिए वजन बढ़ जाना सामान्य सी बात है.

अपने बढ़े हुए वजन को अभिनेत्रियां अपनी डाइट, एक्सरसाइज की मदद से कम लेती हैं. उनके पास एक टीम होती है जो सिर्फ उनके खाने-पीने का ध्यान रखती है. पर्सनल ट्रेनर और डाइटिशियन होते हैं. उन्हें इसके अलावा कुछ काम नहीं करना होता है. उनका शरीर ही उनका करियर है, इसलिए उन्हें अपनी बॉडी का ध्यान रखना पड़ता है.

इसलिए हमारा कहना है कि वो आलिया भट्ट हैं जो इतनी जल्दी अपने पुराने अवतार में आ गईं वरना यह आम महिलाओं के वश की बात नहीं है. अभिनेत्रियां हर वक्त डॉक्टर की देखरेख में रहती हैं मगर आम महिलाएं तो चेकअप भी टाइम से नहीं करा पातीं हैं.

महिलाएं कोई मशीन तो हैं नहीं जो बेबी डिलीवर कर दिया और कोई फर्क नहीं पड़ेगा

आम महिलाओं में अधिकतर आयरन औऱ खून की कमी रहती है. उन्हें प्रेग्नेंसी के समय़ भी आराम नहीं मिलता. उन्हें दिन भर रसोई में काम करना पड़ता है और घऱवालों की देखभाल भी करनी पड़ती है. अब हर महिला की प्रेग्नेंसी नॉर्मल नहीं होती. किसी को खून और आयरन की कमी होती है तो किसी को विटामिन की.

डॉक्टर यह सलाह देते हैं कि गर्भवती महिलाओं को शुरुआती तीन महीने अधिक...

आलिया भट्ट (Alia Bhatt) 6 नवंबर को बेटी राहा को जन्म दिया है. मां बनने के बाद पहली बार उनकी कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं. उन तस्वीरों में आलिया को देखकर लग ही नहीं रहा है कि अभी उनकी डिलीवरी को एक महीने भी नहीं हुआ, क्योंकि वे एकदम फिट और स्लिमट्रीम नजर आ रही हैं.कई लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं कि, वाह आलिया ने तो एक महीने से भी कम समय में अपना वजन कम कर लिया.

याद है? जब मां बनने के बाद ऐश्वर्या राय का वजन बढ़ गया था तो उन्हें कितना ट्रोल किया गया था. प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं में काफी सारे हार्मोनल चेंजेस होते हैं और इसलिए वजन बढ़ जाना सामान्य सी बात है.

अपने बढ़े हुए वजन को अभिनेत्रियां अपनी डाइट, एक्सरसाइज की मदद से कम लेती हैं. उनके पास एक टीम होती है जो सिर्फ उनके खाने-पीने का ध्यान रखती है. पर्सनल ट्रेनर और डाइटिशियन होते हैं. उन्हें इसके अलावा कुछ काम नहीं करना होता है. उनका शरीर ही उनका करियर है, इसलिए उन्हें अपनी बॉडी का ध्यान रखना पड़ता है.

इसलिए हमारा कहना है कि वो आलिया भट्ट हैं जो इतनी जल्दी अपने पुराने अवतार में आ गईं वरना यह आम महिलाओं के वश की बात नहीं है. अभिनेत्रियां हर वक्त डॉक्टर की देखरेख में रहती हैं मगर आम महिलाएं तो चेकअप भी टाइम से नहीं करा पातीं हैं.

महिलाएं कोई मशीन तो हैं नहीं जो बेबी डिलीवर कर दिया और कोई फर्क नहीं पड़ेगा

आम महिलाओं में अधिकतर आयरन औऱ खून की कमी रहती है. उन्हें प्रेग्नेंसी के समय़ भी आराम नहीं मिलता. उन्हें दिन भर रसोई में काम करना पड़ता है और घऱवालों की देखभाल भी करनी पड़ती है. अब हर महिला की प्रेग्नेंसी नॉर्मल नहीं होती. किसी को खून और आयरन की कमी होती है तो किसी को विटामिन की.

डॉक्टर यह सलाह देते हैं कि गर्भवती महिलाओं को शुरुआती तीन महीने अधिक खतरा रहता है इसलिए इन्हें आराम करना चाहिए. अभिनेत्रियां तो प्रेग्नेंसी के सारे नियमों का पालन करती हैं मगर आम महिलाओं को अपनी सारी जिम्मेदारियों के साथ खुद का ख्याल रखना पड़ता है.

वैसे, प्रेग्नेसी से लेकर डिलीवरी तक अभिनेत्रियां अपने खाने-पीने से लेकर योग, एक्सरसाइज हर छोटी से छोटी बात का भी ध्यान रखती हैं. हालांकि इनके चक्कर में घरेलू महिलाएं जरूर पिस जाती हैं. उनके घरवालों अभिनेत्रियों को देखकर कमेंट करते हैं कि आलिया भट्ट हीरोइन होकर इस हाल में काम कर सकती हैं लेकिन तुम्हें घऱ का काम करने में अधिक परेशानी होती है, तुम ही अकेले मां बनी हो. इस तरह आम महिलाओं को पिसना पड़ता है.

आम महिलाओं के पास कोई ऐसा नहीं होता जो उसके काम में हाथ बटाए, उसका ख्याल रखना तो दूर की बात है. जब उनकी डिलीवरी होती है तो महज कुछ दिन वे आराम कर पाती हैं.

कई जगहों पर 12 दिनों में नहान कराकर महिला को काम के योग्य माना जाता है. उसका शरीर पूरा टूटा हुआ रहता है. उनके शरीर से खून बहा होता होता है. शरीर के प्राइवेट पार्ट का टांका सूखा नहीं रहता है मगर उसे खुद को रसोई की आग में झोंकना पड़ता है. वह घरवालों की सेवा पानी में जुट जाती है. बाकी का समये वे बच्चे की देखरेख में बिता देती हैं.

आम महिलाओं के पास इतनी हैसियत या हिम्मत नहीं जो वे बच्चे की देखभाल के लिए किसी नैनी को रख लें. अगर मां बनी महिला वर्किंग है तब तो उसकी हालात खऱाब हो जाती है, सिर्फ वही जानती है कि वह घर, ऑफिस और बच्चे को कैसे मैनेज करती है. ऐसे में वह कैसे खुद पर ध्यान देगी और कैसे खुद को फिट रख पाएगी. इसलिए मां बनने के बाद आम महिलाओं का वजन बढ़ जाता है. समय के साथ कई महिलाएं फिट हो जाती हैं तो कई फैल जाती हैं. आम महिलाओं के पास इतना काम होता है कि वे अपने बारे में सोचना भूल ही जाती हैं.

महिलाएं मशीन तो है नहीं जो बेबी डिलीवर कर दिया और कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्हें नॉर्मल होने में समय लगता है. आलिया के पास वे लोग हैं जो उनका ख्याल रखते हैं. उन्हें क्या खाना है, कहां जाना है, क्या पहनना है, कब सोना है, कब जगना, कौन सा योग करना है, यहां तक की किससे बात करनी है? आलिया के लिए खास अस्पताल के डॉक्टर और नर्स उनकी सेवा में लगे होंगे. इसलिए आलिया ने खुद को इतना जल्दी फिट कर लिया. हालांकि दिक्कत तो उन्हें भी हुई होगी.

मैंने आम घरों में कई गर्भवती महिलाओं को देखा है जो दिन-रात रसोई और झाडू-पोछा में लगी रहती हैं. जिसने पैर सूजे रहते हैं, शरीर पीला पड़ा रहता है लेकिन उसके पास कोई सुविधा नहीं होती है. इससे समझ आता है कि एक आम महिला जब गर्भवती होती है तो उसे अपनी कम और घरवालों की चिंता अधिक रहती है.

तो यह कड़वा सत्य है कि आम महिला और आलिया भट्ट में जमीन आसमान का अंतर है बॉस...शरीर है कोई मशीन थोड़ी जो अपने हिसाब से जब मन किया बदल लिया जाए...

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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