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पीरियड्स के समय ये 10 चीजें महिलाओं को मुसीबत में डाल सकती हैं!

    • ऑनलाइन एडिक्ट
    • Updated: 17 फरवरी, 2018 03:21 PM
  • 17 फरवरी, 2018 03:21 PM
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ये समस्याएं शारीरिक दर्द ही नहीं बल्कि मानसिक प्रताड़ना से भी जुड़ी हुई हैं. अगर घर के बड़े बूढ़ों की मानें तो पीरियड्स के दौरान ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें करने से महिलाओं को अच्छी खासी समस्या हो सकती है. जैसे..

पीरियड्स के समय महिलाओं को क्या-क्या झेलना पड़ता है इसके बारे में तो लगभग सभी जानते ही हैं. यकीनन ये सिर्फ दर्द और मूड स्विंग्स से बहुत ज्यादा है और महिलाओं की परेशानी का कारण बनी हुई है. ये समस्याएं शारीरिक दर्द ही नहीं बल्कि मानसिक प्रताड़ना से भी जुड़ी हुई हैं. अगर घर के बड़े बूढ़ों की मानें तो पीरियड्स के दौरान ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें करने से महिलाओं को अच्छी खासी समस्या हो सकती है. जैसे..

1. पूजा करने से..

अगर पीरियड्स के समय पूजा की जाएगी तो भगवान का प्रकोप बरसेगा. चलिए पूजा करना और मंदिर जाना तो ठीक, लेकिन प्रसाद लेने से भी मना किया जाता है. अब ये तो बहुत ही अजीब बात है. कई ऐसे धर्म हैं जहां पीरियड्स के समय महिलाओं को पूजा करने की कोई मनाही नहीं होती है.

2. खाना बनाने से..

ये नियम सदियों से चला आ रहा है. लोग कहते हैं कि अगर पीरियड्स में महिला खाना बनाएगी तो खाना दूषित हो जाएगा या जहर भी फैल सकता है. अब इस अंधविश्वास के बारे में क्या ही कहा जाए. पहले के जमाने में ये मनाही शायद इसलिए रही होगी क्योंकि पहले प्रोटेक्शन के इतने तरीके नहीं थे और ज्यादा काम करने से महिलाओं को न सिर्फ शारीरिक तकलीफ हो सकती हैं बल्कि पीरियड्स के कारण इन्फेक्शन हो सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. और न ही ऐसा करने से किसी तरह की कोई परेशानी होगी.

3. पीने का पानी खुद लेने से..

पहले के जमाने का ये रिवाज कुछ ऐसा था कि महिला अपने आप पीने का पानी भी नहीं ले सकती और पानी के एक ग्लास के लिए भी उसे किसी और के सामने हाथ फैलाना पड़ता था. अब...

पीरियड्स के समय महिलाओं को क्या-क्या झेलना पड़ता है इसके बारे में तो लगभग सभी जानते ही हैं. यकीनन ये सिर्फ दर्द और मूड स्विंग्स से बहुत ज्यादा है और महिलाओं की परेशानी का कारण बनी हुई है. ये समस्याएं शारीरिक दर्द ही नहीं बल्कि मानसिक प्रताड़ना से भी जुड़ी हुई हैं. अगर घर के बड़े बूढ़ों की मानें तो पीरियड्स के दौरान ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें करने से महिलाओं को अच्छी खासी समस्या हो सकती है. जैसे..

1. पूजा करने से..

अगर पीरियड्स के समय पूजा की जाएगी तो भगवान का प्रकोप बरसेगा. चलिए पूजा करना और मंदिर जाना तो ठीक, लेकिन प्रसाद लेने से भी मना किया जाता है. अब ये तो बहुत ही अजीब बात है. कई ऐसे धर्म हैं जहां पीरियड्स के समय महिलाओं को पूजा करने की कोई मनाही नहीं होती है.

2. खाना बनाने से..

ये नियम सदियों से चला आ रहा है. लोग कहते हैं कि अगर पीरियड्स में महिला खाना बनाएगी तो खाना दूषित हो जाएगा या जहर भी फैल सकता है. अब इस अंधविश्वास के बारे में क्या ही कहा जाए. पहले के जमाने में ये मनाही शायद इसलिए रही होगी क्योंकि पहले प्रोटेक्शन के इतने तरीके नहीं थे और ज्यादा काम करने से महिलाओं को न सिर्फ शारीरिक तकलीफ हो सकती हैं बल्कि पीरियड्स के कारण इन्फेक्शन हो सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. और न ही ऐसा करने से किसी तरह की कोई परेशानी होगी.

3. पीने का पानी खुद लेने से..

पहले के जमाने का ये रिवाज कुछ ऐसा था कि महिला अपने आप पीने का पानी भी नहीं ले सकती और पानी के एक ग्लास के लिए भी उसे किसी और के सामने हाथ फैलाना पड़ता था. अब ये डकियानूसी प्रथा बंद हो जाए तभी अच्छा होगा. यकीन मानिए इससे पीना का पानी विशुद्ध बिलकुल नहीं होता. न ही महिला को कोई पाप पड़ता है.

4. अपने बिस्तर पर सोने से (जमीन पर सोना बेस्ट है क्योंकि दादी/नानी कहती हैं.)

अपने बिस्तर पर न सोने की परंपरा भी पुराने जमाने में शायद इसलिए बनाई गई होगी क्योंकि इससे दाग लगने का खतरा होता था और उस समय बिस्तर धोना काफी झंझट भरा काम हो सकता था. लेकिन आज के समय में अपने बिस्तर में न सोना और जमीन पर उस महिला को सुलाना जिसे पीरियड्स हो रहे हों ये काफी समस्या भरा हो सकता है. सिर्फ एक अंधविश्वास और कुछ नहीं.

5. अचार को छूने से..

अचार छूने पर वो काला पड़ जाता है और अचार को छूने से कीटाणुं फैल जाते हैं. यकीन मानिए ऐसा कुछ नहीं है. अचार या खट्टा खाना इसलिए मना होता है क्योंकि कुछ महिलाओं को (सिर्फ कुछ को) पीरियड्स के समय खट्टा खाने से ज्यादा दर्द होता है. इसे मेंस्ट्रुअल क्रैम्प कहेंगे तो बेहतर होगा. इसका कीटाणुं से कोई ताल्लुख नहीं है.

6. पौधों को पानी देने से..

तुलसी को छू लेंगी तो तुलसी का पौधा मर जाएगा, केले के पेड़ को छूएगी तो पेड़ के फल खराब हो जाएंगे, किसी अन्य पौधे को छुएगी तो वो मर जाएगा और भी न जाने क्या-क्या.. यकीन मानिए पेड़ों को, पौधों को कुछ नहीं होगा. न ही इससे कोई श्राप लगेगा.

7. छोटे बच्चों के पास जाने से / बुजुर्ग के पास जाने से..

इस नियम के लिए ये तर्क दिया जा सकता है कि बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा ख्याल की जरूरत होती है और पीरियड्स के समय ज्यादा काम नहीं करवाना होगा किसी को शायद इसीलिए ऐसा नियम बनाया, लेकिन जनाब ऐसा कुछ भी नहीं है कि पीरियड्स के समय बच्चों के या बुजुर्गों के पास जाने से महिलाओं को श्राप लग जाएगा या ये धर्म का उलंघन होगा.

8. गाय को छूने से..

हां जी, ये भी तो मनाही होती है. गाय को छुएंगे तो गाय दूध देना बंद कर देगी. गाय माता तो अपवित्र नहीं कर सकते. उफ्फ.. अब इसके बारे में क्या ही कहें.

9. बाल धोने से..

पीरियड्स के समय बाल तीसरे दिन ही धोएं. कारण? मालूम नहीं. बस बुजुर्ग ऐसा कहते हैं. जिस चीज का कारण ही नहीं पता उसे करने से क्या फायदा?

10. प्रेम संबंध बनाने से.. (इसमें पति को छूना या गले लगना भी शामिल है)

पति को छुएंगे तो शायद पति भी दूषित हो जाए. गले लगना या हाथ पकड़ना भी गलत है. पति से अगर कुछ मांगना भी हो तो भी दूर से मांगिए. ये भी दकियानूसी नियमों की लिस्ट में शामिल है.

ये भी पढ़ें-

मासिक धर्म : आखिर चुप्पी कब तक ?

क्या आप जानते हैं पैड्स के अलावा, ये 6 चीजें आती हैं पीरियड्स में काम?


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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