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देश की राजधानी में गैंग्‍सटर और उनकी सोशल मीडिया मार्केटिंग

    • हिमांशु मिश्रा
    • Updated: 28 नवम्बर, 2017 04:46 PM
  • 28 नवम्बर, 2017 04:46 PM
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सोशल मीडिया के जरिए क्रिमिनल अपने वीडियो और कारनामें शेयर कर रहे हैं. दरसअल ये सब लोगों में दहशत फैलाने के लिए किया जा रहा है.

पहचान- खलनायक, पेशा- अपराध, नाम- नीरज बवानिया.

सोशल मीडिया पर नीरज की ये पहचान बताने वाला कोई और नहीं है, बल्कि उसने खुद को ये पहचान दी है. फेसबुक पर बने अपने तमाम प्रोफाइल पर उसने कुछ इसी अंदाज में अपना परिचय दिया हुआ है. इसके दोस्तों में भी किसी ने अपना नाम डॉन रखा है तो किसी ने शूटर.

अपने नाम के साथ बड़े ही शान से गैंगस्टर लिखने वाला नीरज बवानिया फिलहाल तो तिहाड़ जेल में बंद है, लेकिन उसका गंदा धंधा बदस्तूर जारी है. नीरज का मुख्य काम जबरन उगाही और जमीनों पर कब्जा करना है. इसके लिए वो लोगों में अपने नाम का डर बैठाता है. वो दिल्ली का दाउद इब्राहिम बनना चाहता था. इसके लिए वो अपना गैंग बड़ा कर रहा था.

लेकिन जेल जाने के बाद नीरज को इस बात का डर लगने लगा कि कहीं उसका डर लोगों के दिमाग से ना हट जाए. इसके लिए उसने सोशल मीडिया का सहारा लिया. जब भी नीरज की कोर्ट में पेशी होती, उसके गुर्गे उसकी वीडियो बना लेते. और फिर उसी वीडियो को एडिट कर पंजाबी गाने के साथ जोड़ के सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर देते.

इस तरह के एक नहीं कई प्रोफाइल बना रखे हैं

यूट्यूब पर डाले गए नीरज के एक-एक वीडियो को दस लाख लोगों ने अब तक देख लिया है, और इसे वो अपनी बड़ी कामयाबी मान रहा है. साथ ही इन वीडियो में बताया गया है कि नीरज कितना खतरनाक है. और उसकी बात ना मानने वालों का क्या हश्र होता है ये भी बताया गया है. लिहाजा उसका जबरन उगाही का धंधा जेल से ही आराम से चल रहा है. वो कभी जेल से चिठ्ठी लिखता, तो कभी मौका मिलने पर मोबाइल फोन से लोगों को धमकाता.

स्पेशल सेल से रिटायर्ड डीसीपी एलएन राव का कहना है कि अपराधी अपना डर लोगों के बीच बनाए रखना चाहता है. इसलिए वो कभी जेल के अंदर से चिठ्ठी लिखता है तो कभी...

पहचान- खलनायक, पेशा- अपराध, नाम- नीरज बवानिया.

सोशल मीडिया पर नीरज की ये पहचान बताने वाला कोई और नहीं है, बल्कि उसने खुद को ये पहचान दी है. फेसबुक पर बने अपने तमाम प्रोफाइल पर उसने कुछ इसी अंदाज में अपना परिचय दिया हुआ है. इसके दोस्तों में भी किसी ने अपना नाम डॉन रखा है तो किसी ने शूटर.

अपने नाम के साथ बड़े ही शान से गैंगस्टर लिखने वाला नीरज बवानिया फिलहाल तो तिहाड़ जेल में बंद है, लेकिन उसका गंदा धंधा बदस्तूर जारी है. नीरज का मुख्य काम जबरन उगाही और जमीनों पर कब्जा करना है. इसके लिए वो लोगों में अपने नाम का डर बैठाता है. वो दिल्ली का दाउद इब्राहिम बनना चाहता था. इसके लिए वो अपना गैंग बड़ा कर रहा था.

लेकिन जेल जाने के बाद नीरज को इस बात का डर लगने लगा कि कहीं उसका डर लोगों के दिमाग से ना हट जाए. इसके लिए उसने सोशल मीडिया का सहारा लिया. जब भी नीरज की कोर्ट में पेशी होती, उसके गुर्गे उसकी वीडियो बना लेते. और फिर उसी वीडियो को एडिट कर पंजाबी गाने के साथ जोड़ के सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर देते.

इस तरह के एक नहीं कई प्रोफाइल बना रखे हैं

यूट्यूब पर डाले गए नीरज के एक-एक वीडियो को दस लाख लोगों ने अब तक देख लिया है, और इसे वो अपनी बड़ी कामयाबी मान रहा है. साथ ही इन वीडियो में बताया गया है कि नीरज कितना खतरनाक है. और उसकी बात ना मानने वालों का क्या हश्र होता है ये भी बताया गया है. लिहाजा उसका जबरन उगाही का धंधा जेल से ही आराम से चल रहा है. वो कभी जेल से चिठ्ठी लिखता, तो कभी मौका मिलने पर मोबाइल फोन से लोगों को धमकाता.

स्पेशल सेल से रिटायर्ड डीसीपी एलएन राव का कहना है कि अपराधी अपना डर लोगों के बीच बनाए रखना चाहता है. इसलिए वो कभी जेल के अंदर से चिठ्ठी लिखता है तो कभी फोन पर लोगों को धमकाता है. लेकिन सोशल मीडिया ने उनके काम को आसान कर दिया. अब जो भी बड़े डॉन जेल में बंद हैं, उनके गुर्गे, उनके लिए सोशल मीडिया पर अपडेट देते हैं. इस तरह से सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर दिल्ली पुलिस भी अब तक चुप्पी साधे हुए थी. लेकिन अब पुलिस इस पर कार्यवाई करने की बात कह रही है. स्पेशल कमिश्नर दिपेंद्र पाठक का कहना है कि पुलिस उन लोगों की पहचान करने में जुटी है, जिन लोगों ने ये वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला है. पुलिस इन सबके खिलाफ कार्यवाई करेगी.

लेकिन जब तक पुलिस कोई कार्यवाई करे, तब तक नीरज और उसके जरिए ना जाने कितने अपराधी सोशल मीडिया के जरिए लोगों को डर दिखाकर अपना धंधा चलाते रहेंगे.

सोशल मीडिया के जरिए क्रिमिनल अपने वीडियो और कारनामें शेयर कर रहे हैं. दरसअल ये सब लोगों में दहशत फैलाने के लिए किया जा रहा है. नीरज बवाना के सिर पर 40 से ज्यादा आपराधिक केस दर्ज हैं. इसमें कत्ल से लेकर जबरन उगाही के संगीन मामलों के केस शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने पिछले साल अप्रैल में एक एनकाउंटर के बाद उसे अरेस्ट किया था. इसके पहले फरार होने के बाद उसे पकड़ने के लिए 20 ऑपरेशन बेकार हो गए थे.

पुलिस के मुताबिक, नीरज बवाना को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने मध्य प्रदेश पुलिस और उत्तराखंड पुलिस के साथ पिछले डेढ़ साल में कई ऑपरेशन किए. लेकिन नीरज बवाना हाथ नहीं लगा. पिछले छह महीनों में ही नीरज को पकड़ने के लिए पुलिस ने दिल्ली के साथ साथ कोलकाता, चंडीगढ़, मुंबई और अहमदाबाद सहित कई जगहों और राज्यों में ऑपरेशन चलाया, लेकिन वो हाथ नहीं लगा. हालांकि इन ऑपरेशंस में उनके 35 साथी जरूर गिरफ्तार किए गए. पुलिस के मुताबिक नीरज ने अपने गैंग के सभी मेंबर को साफ कह रखा था कि कोई भी आपस में बातचीत करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करेगा. ये सभी इंटरनेट के जरिए एक दूसरे से सम्पर्क में रहते थे.

पकड़े जाने के बाद नीरज बवाना का खौफ कहीं कम ना हो जाए इसके लिए उसके वीडियो बनाए गए. और सोशल मीडिया पर डाले गए. वीडियो मोबाइल से उस वक्त बना लिए जाते जब पेशी के लिए पुलिस नीरज को लेकर कोर्ट पहुंचती.

पुलिस अब जाग रही है

कड़ी सुरक्षा और आधुनिक हथियारों से लैस पुलिस के साथ दिल्ली का सबसे बड़ा गैंगस्टर नीरज बवानिया, अपने गुर्गे के कहने पर हाथ हिलाता है. उसका वीडियो बनाया जाता है और फिर वीडियो को एडिट कर पंजाबी गाने के साथ सोशल मीडिया पर डाल दिया जाता है. वीडियो को 1000 से ज्यादा लोग देख चुके हैं. और सैकड़ों लोग शेयर कर चुके हैं. वो खुद को दिल्ली का डॉन और दिल्ली का दाऊद कहता है. यही नहीं नीरज के दर्जनों फ़ेसबुक प्रोफाइल बने हुए हैं. उसका फ़ेसबुक पेज और गैंग जॉइन करने के लिए एक ग्रुप भी बना हुआ है. इनको 2000 से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं.

फेसबुक पर इस तरह का प्रोफाइल और दोस्तों के नाम शायद ही किसी के होते हों. लेकिन नीरज के फेसबुक प्रोफाइल पर कहीं क्रिमिनल तो कहीं पर गैंगस्टर लिखा है. वो शान से बताता है कि वो खतरनाक अपराधी है. 17 साल की उम्र में पहला कत्ल किया है.

नीरज की तरह दिल्ली के दूसरे बड़े गैंगस्टर भी सोशल मीडिया पर हैं. जेल में बंद दूसरे बड़े गैंगस्टर भी अपना फेसबुक प्रोफाइल बना रहे है, और अपने वीडियो फेसबुक और यूट्यूब पर शेयर कर रहे हैं. खास बात ये है कि सोशल मीडिया पर इन अपराधियों के दोस्तों और चाहने वालों की कोई कमी नहीं है. कभी हरियाणा का मोस्टवांटेड रहा राजेश राजे जब कोर्ट पेशी के लिए पहुंचा तो उसका वीडियो बनाया गया और सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया. इस वीडियो को अब तक करीब दो लाख लोग देख चुके हैं.

दिल्ली का एक बड़ा गैंगस्टर नीतू दाबोदिया पुलिस एनकाउंटर में 4 साल पहले मारा जा चुका है. लेकिन उसके फॉलोवर और गैंग के लोग सोशल मीडिया पर उसे अभी भी जिंदा बनाये हुए हैं. अमित भूरा का भी यही हाल है.

अखबारों और टीवी में आई उनकी खबरों, हथियारों के साथ उनकी तस्वीरों को शेयर कर रहे हैं. दिल्ली के नाम अपराधी मंजीत महल का भी वीडियो मौजूद है, जो हाल ही में पकड़ा गया है. यहां तक कि अपराधियों के डांस और मौजमस्ती के वीडियो तक शेयर किये जा रहे हैं. हालांकि ये साफ नहीं की ये कर कौन रहा है. पुलिस की एक टीम अब लोगों की पहचान में जुटी हुई है, ताकि उनके खिलाफ कार्यवाई की जा सके. पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर उनकी नजर रहती है और वक्त वक्त पर कार्यवाई भी की जाती है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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