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पीयूष गोयल और नाहिद हसन के वीडियो देश का मिजाज चेक करने के लिए काफी हैं

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 23 जुलाई, 2019 01:24 PM
  • 23 जुलाई, 2019 01:24 PM
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भाजपा के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन का वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें दोनों ही नेताओं ने अपने अपने तरीके से तुष्टिकरण किया है मगर लोगों को उनका ये तुष्टिकरण बिल्कुल भी रास नहीं आया है.

सोशल मीडिया के इस दौर में किसी भी माध्यम से प्रसारित हुई बात का फैलना भर है. आलोचना, बवाल, विद्रोह सब हो जाता है. इंटरनेट पर वायरल हुए ये वीडियो व्यक्ति और उसके जीवन को कितना प्रभावित कर सकते हैं ये वही जानता है जिसपर बीती है. बात समझने के लिए हम केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और कैराना से समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन का रुख कर सकते हैं. दोनों के ही वीडियो ने इंटरनेट पर खूब शोर मचाया हुआ है और एक नए वाद को जन्म दे दिया है. जैसा लोगों का स्तर है वो अपने अपने हिसाब से पीयूष गोयल और नाहिद हसन को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं.

इंटरनेट पर वायरल हुए पीयूष गोयल और नाहिद हसन के वीडियो ने एक नए वाद को जन्म दे दिया है

तो आइये बात कर ली जाए इन दोनों वीडियो पर और ये समझने का प्रयास किया जाए कि तुष्टिकरण की राजनीति के तहत हमारे नेता ऐसा बहुत कुछ कर रहे हैं जिससे न सिर्फ देश की अखंडता और एकता प्रभावित हो रही है. बल्कि जिसका सीधा असर आपसी भाईचारे पर भी देखने को मिल रहा है.

पीयूष गोयल का ला इलाहा इल्लल्लाह

बात 2016 की है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ‘तालीम की ताक़त’ नाम के किसी प्रोग्राम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने पहुंचे थे.

कार्यक्रम में पीयूष गोयल ने तमाम बातें कहीं होंगी मगर उनके उस भाषण का एक छोटा सा हिस्सा आज तीन साल बाद वायरल कर दिया गया है जिसपर तमाम तरह के रिएक्शंस आ रहे हैं. कुछ और बात करने से पहले हमारे लिए वीडियो में पीयूष गोयल की बातों को समझना जरूरी है.

पीयूष गोयल...

सोशल मीडिया के इस दौर में किसी भी माध्यम से प्रसारित हुई बात का फैलना भर है. आलोचना, बवाल, विद्रोह सब हो जाता है. इंटरनेट पर वायरल हुए ये वीडियो व्यक्ति और उसके जीवन को कितना प्रभावित कर सकते हैं ये वही जानता है जिसपर बीती है. बात समझने के लिए हम केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और कैराना से समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन का रुख कर सकते हैं. दोनों के ही वीडियो ने इंटरनेट पर खूब शोर मचाया हुआ है और एक नए वाद को जन्म दे दिया है. जैसा लोगों का स्तर है वो अपने अपने हिसाब से पीयूष गोयल और नाहिद हसन को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं.

इंटरनेट पर वायरल हुए पीयूष गोयल और नाहिद हसन के वीडियो ने एक नए वाद को जन्म दे दिया है

तो आइये बात कर ली जाए इन दोनों वीडियो पर और ये समझने का प्रयास किया जाए कि तुष्टिकरण की राजनीति के तहत हमारे नेता ऐसा बहुत कुछ कर रहे हैं जिससे न सिर्फ देश की अखंडता और एकता प्रभावित हो रही है. बल्कि जिसका सीधा असर आपसी भाईचारे पर भी देखने को मिल रहा है.

पीयूष गोयल का ला इलाहा इल्लल्लाह

बात 2016 की है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ‘तालीम की ताक़त’ नाम के किसी प्रोग्राम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने पहुंचे थे.

कार्यक्रम में पीयूष गोयल ने तमाम बातें कहीं होंगी मगर उनके उस भाषण का एक छोटा सा हिस्सा आज तीन साल बाद वायरल कर दिया गया है जिसपर तमाम तरह के रिएक्शंस आ रहे हैं. कुछ और बात करने से पहले हमारे लिए वीडियो में पीयूष गोयल की बातों को समझना जरूरी है.

पीयूष गोयल ने कहा है कि उनकी पूजा में कलमा भी शामिल है

वीडियो के उस हिस्से में पीयूष गोयल कह रहे हैं कि, अभी-अभी आपने कहा कि मैंने कुरान पढ़ी है. तो बैठे-बैठे याद आ गया. तो मैंने ज़फर भाई की परमिशन ली है मैंने कि अगर शुरुआत कर सकूं उस छोटे वाक्य से जो मैंने तब सीखा था और जो मेरे मन में ऐसा बैठ गया है कि रोज सुबह जब मैं पूजा करता हूं उसमें मैं वो वाक्य भी साथ में जोड़ता हूं. ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मद रसूल अल्लाह. और वास्तव में सभी धर्मों की जो ताकत है वो यही ताकत है कि जब हम सब अमन और शांति से एक-दूसरे के साथ मिलकर चलते हैं तब ही पूरे देश का निर्माण होता है. तब ही ऐसा बढ़िया माहौल बनता है.

हालांकि पीयूष गोयल ने कौमी एकता की बातें की थीं मगर लोगों को आहत होना था वो 3 साल बाद हो गए. एक बड़ा वर्ग है जो मान रहा है कि गोयल ने ये सबकुछ एक वर्ग को रिझाने के लिए किया है और इसके मायने पूर्ण रूप से राजनीतिक हैं.

@rohitlohat नाम के यूजर ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि गुरुओं ने अपना जीवन कुर्बान कर दिया मगर कलमा नहीं पढ़ा. आज जब वो पीयूष गोयल को ऐसा करते देखते होंगे तो उन्हें गहरा आघात लगता होगा.

मामले के बाद कई लोग ऐसे हैं जिन्हें पीयूष गोयल को देखकर गहरा आघात लगा है

@TheAakashTanwar नाम के यूजर बबी पीयूष गोयल से नाराज नजर आए और कहा कि पीयूष गोयल का ऐसा बयान देखकर आज मुझे इस बात का पूरा यकीन हो गया है कि भाजपा हिंदू हितों के लिए कुछ भी नहीं कर रही है. अगर आप शिव की पूजा करने के बाद कलमा पढ़ रहे हैं तो शिव की पूजा करना आपके पाखंड का हिस्सा है.

लोग ये भी कह रहे हैं कि पीयूष गोयल का कलमा पढ़ना और पूजा करना उनका पाखंड दर्शाता है

@i_am_karuna नाम की यूजर ने भी इस मामले को लेकर जबरदस्त तंज किया है. यूजर का कहना है कि ये तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है. अब वाकई भाजपा के नेताओं ने अपनी इज्जत गंवा दी है. कोई इन शांतिदूत पीयूष गोयल से पूछे कि क्या कभी इन्होंने किसी मुस्लिम को जय श्री राम का जाप करते या फिर वंदे मातरम कहते सुना है?

 यूजर्स की एक बड़ी संख्या ऐसी है जो इसे तुष्टिकरण की पराकाष्ठा बता रही है

ये तो बात हो गई पीयूष गोयल की. अब आते हैं उत्तर प्रदेश के कैराना से समाजवादी पार्टी के विधायक  नाहिद हसन के ऊपर जो पीयूष गोयल के ठीक विपरीत सिर्फ और सिर्फ नफरत फैला रहे हैं और लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं. यूपी के कैराना से विधायक नाहिद हसन के एक वीडियो ने पूरे सोशल मीडिया पर आग लगा दी है. वीडियो में नाहिद हसन ने अपने विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों से भाजपा के दुकानदारों से सामान न लेने की अपील की है. वीडियो में विधायक ये कहते हुए साफ सुनाई दे रहे हैं कि, हम सामान खरीदते हैं तो इन भाजपाइयों की दुकान चलती हैं और उनका घर चलता है इसलिए सभी भाइयों से मेरी अपील है कि बीजेपी समर्थित दुकानों से सामान लेना बंद करें.

ज्ञात हो कि वीडियो में विधायक नाहिद हसन लोगों से कह रहे हैं कि, ‘मेरी लोगों से अपील है कि आप 10 दिन, एक महीना या कुछ दिन उधर-इधर से सामान खरीद लीजिए लेकिन जितने भी भाजपा के लोग बाजार में बैठे हैं, उनसे सामान मत खरीदिए क्योंकि आप इनसे सामान ले लेते हैं तो इनके घर चलते हैं, और इनके घर चलने की वजह से आज हम लोगों पर जूता बजाया जा रहा है.’ विधायक का मानना है कि यदि ऐसा हो गया तो मुसलमानों के  खिलाफ जाने वाले लोगों की लोगों की तबीयत में सुधार आ जाएगा.

अपने बेतुके बयान के कारण सपा विधायक नाहिद हसन को भी तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है

गौरतलब है कि बहुत तेजी के साथ फैले और चर्चा का  विषय बने इस वीडियो में नाहिद हसन ने लोगों से कहा कि अगर आप बीजेपी समर्थक व्यापारियों और दुकानदारों से सामान लेना बंद कर दें तो उनकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा जाएगी. विधायक ने जनता से अपील की कि वह अपनी जरूरतों का सामान हरियाणा के पानीपत से खरीदें लेकिन कुछ दिनों के लिए इन बीजेपी समर्थक व्यापारियों का विरोध करें.

नाहिद के इस वीडियो के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है हैदराबाद से भाजपा के विधायक टी राजा सिंह ने कहा है कि - उत्तर प्रदेश के कैराना का एक विधायक है नाहिद हसन उसका मैंने वीडियो देखा. मैं उस विधायक से कहना चाहता हूं कि बेटा अगर यही हम लोग सोचे अगर यही काम हम लोग करें अगर तुम्हारे लोगों की दुकानों का बहिष्कार करे तो भूखे मर जाओगे भीख मांगना पड़ेगा लेकिन मोदी जी कहते हैं सबका साथ सबका विकास हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सबको लेकर एक नए भारत का निर्माण करना है. ये नरेंद्र मोदी जी की एक सोच है तो इस तरह की बयानबाजी देकर देश का वातावरण न खराब करें.

वायरल हुए वीडियो के बाद नाहिद को भी लगातार आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे तमाम यूजर्स हैं जिनकी मांग है कि इनपर तत्काल सख्त से सख्त एक्शन लिया जाए.

@sharmaAvl नाम के यूजर ने कहा है कि यदि यही बात साध्वी प्रज्ञा या किसी अन्य नेता ने कही होती तो मीडिया का रुख पूरे मामले पर कुछ और होता.

@MajorPoonia ने इस मामले को लेकर तल्ख प्रतिक्रिया दी है और अखिलेश यादव को टैग करते हुए कहा है कि इतनी बड़ी बात कहने के बावजूद वो क्यों अब तक मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं. आखिर क्यों गंगा जमुनी तहजीब की बातें करने वाले लोग इतने बड़े मामले पर चुप हैं.

वहीं इस मामले के बाद नाहिद पर तमाम तरह के आरोप भी लगने शुरू हो गए हैं. @LegalKant नाम के यूजर ने ट्वीट किया है कि नाहिद हसन के पाकिस्तान और दाऊद इब्राहीम तक से सम्बन्ध हैं.

बहरहाल, दोनों ही मामले देखने के बाद ये बात साफ हो गई है कि चाहे पीयूष गोयल हों या फिर नाहिद हसन दोनों ने अपने अपने स्तर से तुष्टिकरण किया है और जब तक इस देश में तुष्टिकरण है तब तक हालात जस के तस रहेंगे. वीडियो बनेंगे. उन पर लोगों की प्रतिक्रिया आएगी ये सब यूं ही चलता रहेगा. बेहतर यही होगा कि जनता इस बात को समझे कि नेताओं द्वारा उन्हें बेवकूफ बनाया जा रहा है और ऐसा करते हुए अपने अपने राजनीतिक हित साधे जा रहे हैं. 

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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