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सुषमा स्वराज पर बीजेपी की खामोशी और कांग्रेस के सपोर्ट को क्या समझा जाये

    • मृगांक शेखर
    • Updated: 02 जुलाई, 2018 07:50 PM
  • 02 जुलाई, 2018 07:50 PM
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सुषमा स्वराज के खिलाफ ट्विटर ट्रोल का वही रवैया नजर आ रहा है जो किसी आम महिला के साथ रहता है. ताज्जुब की बात ये है कि सुषमा को महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस तक का सपोर्ट तो मिला है, लेकिन बीजेपी खामोश है.

ज्यादा दिन नहीं हुए. सुषमा स्वराज को टैग करते हुए एक नौजवान ने ट्वीट किया. जम्मू-कश्मीर के शेख अतीक को अपने पासपोर्ट को लेकर सरकार से मदद चाहिये थी. सुषमा स्वराज ने मदद तो की ही, लगे हाथ ऐसी नसीहत दी कि शेख अतीक ने फौरन भूल सुधार कर ली.

दरअसल, शेख अतीक ने बॉयो में अपना पैतृक स्थान 'भारत अधिकृत कश्मीर' लिख रखा था. सवाल उठाये जाने पर जब शेख अतीक ने बॉयो में सुधार कर लिया तो सुषमा स्वराज ने शुक्रिया भी कहा.

महज ये ही नहीं, अब तक ऐसे अनेक वाकये देखने को मिले हैं जब सुषमा स्वराज ने लोगों की बोलती बंद कर दी हो. मदद तो वो पहले भी करती रही होंगी. चार साल में ये बातें सार्वजनिक होने के नाते सबको पता चली हैं. जहां तक मदद का सवाल है, तो ललित मोदी की मदद के लिए तो उन्हें जो विरोध झेलने पड़े कोई कैसे भूल सकता है.

सुषमा स्वराज को एक फिर ऐसी ही एक मदद के लिए ट्रोल होना पड़ रहा है. ट्रोल करने वाले सुषमा पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगा रहे हैं. खास बात है कि ये आरोप अब तक सुषमा की पार्टी बीजेपी अपनी सबसे बड़ी विरोधी कांग्रेस पर लगाती रही है. ऐसे में समझना जरूरी हो गया है कि सुषमा को मुस्लिम तुष्टिकरण के बहाने ट्रोल करने के पीछे किसका हाथ हो सकता है. हैरान करने वाली बात, कुछ रिपोर्ट के अनुसार, ये है कि सुषमा स्वराज को ट्रोल करने वालों को बीजेपी के ही नेता फॉलो करते हैं.

अब तक किसी भी भाजपा नेता ने सुषमा स्वराज के समर्थन में ट्वीट नहीं किया है. वहीं कांग्रेस द्वारा ट्रोल्स की निंदा करते हुए ट्विटर पर बयान जारी किया गया है. इस घमासान में काफी वक्‍त बीत जाने के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहीं जिक्र किया है कि सुषमा स्‍वराज को इस तरह ट्रोल करना ठीक नहीं है. अभद्र भाषा का इस्‍तेमाल हमेशा आपत्तिजनक है.

सुषमा स्वराज ट्विटर पर...

ज्यादा दिन नहीं हुए. सुषमा स्वराज को टैग करते हुए एक नौजवान ने ट्वीट किया. जम्मू-कश्मीर के शेख अतीक को अपने पासपोर्ट को लेकर सरकार से मदद चाहिये थी. सुषमा स्वराज ने मदद तो की ही, लगे हाथ ऐसी नसीहत दी कि शेख अतीक ने फौरन भूल सुधार कर ली.

दरअसल, शेख अतीक ने बॉयो में अपना पैतृक स्थान 'भारत अधिकृत कश्मीर' लिख रखा था. सवाल उठाये जाने पर जब शेख अतीक ने बॉयो में सुधार कर लिया तो सुषमा स्वराज ने शुक्रिया भी कहा.

महज ये ही नहीं, अब तक ऐसे अनेक वाकये देखने को मिले हैं जब सुषमा स्वराज ने लोगों की बोलती बंद कर दी हो. मदद तो वो पहले भी करती रही होंगी. चार साल में ये बातें सार्वजनिक होने के नाते सबको पता चली हैं. जहां तक मदद का सवाल है, तो ललित मोदी की मदद के लिए तो उन्हें जो विरोध झेलने पड़े कोई कैसे भूल सकता है.

सुषमा स्वराज को एक फिर ऐसी ही एक मदद के लिए ट्रोल होना पड़ रहा है. ट्रोल करने वाले सुषमा पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगा रहे हैं. खास बात है कि ये आरोप अब तक सुषमा की पार्टी बीजेपी अपनी सबसे बड़ी विरोधी कांग्रेस पर लगाती रही है. ऐसे में समझना जरूरी हो गया है कि सुषमा को मुस्लिम तुष्टिकरण के बहाने ट्रोल करने के पीछे किसका हाथ हो सकता है. हैरान करने वाली बात, कुछ रिपोर्ट के अनुसार, ये है कि सुषमा स्वराज को ट्रोल करने वालों को बीजेपी के ही नेता फॉलो करते हैं.

अब तक किसी भी भाजपा नेता ने सुषमा स्वराज के समर्थन में ट्वीट नहीं किया है. वहीं कांग्रेस द्वारा ट्रोल्स की निंदा करते हुए ट्विटर पर बयान जारी किया गया है. इस घमासान में काफी वक्‍त बीत जाने के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहीं जिक्र किया है कि सुषमा स्‍वराज को इस तरह ट्रोल करना ठीक नहीं है. अभद्र भाषा का इस्‍तेमाल हमेशा आपत्तिजनक है.

सुषमा स्वराज ट्विटर पर ट्रोल

सुषमा स्वराज के खिलाफ ट्रोल का रवैया अलग इसलिए लग रहा है क्योंकि वो केंद्रीय मंत्री हैं. वरना, ट्रोल सुषमा स्वराज को भी वैसे ही ट्रीट कर रहे हैं जैसे उनकी शिकार हर रोज महिला ट्विटर यूजर होती रहती हैं. ये ट्रोल महिलाओं को कई तरीके से धमकाते रहते हैं - कभी धमकी भरे मैसेज के साथ गालियां होती हैं तो कई बार रेप तक की धमकी दे डालते हैं. कई मामलों में शिकायत मिलने पर ये पुलिस द्वारा पकड़े भी जाते हैं.

ट्रोल्स के हमले की शिकार सुषमा स्वराज लखनऊ के पासपोर्ट विवाद को लेकर हुईं. तन्वी और अनस केस में जब पासपोर्ट कर्मचारी विकास मिश्रा का ट्रांसफर कर दिया गया तो कुछ लोग आपे से बाहर हो गये. ये सब तब की बात है जब सुषमा स्वराज विदेश दौरे पर थीं. हालांकि, आते ही उन्होंने ट्वीट कर अपनी बात भी रखी.

सुषमा स्वराज ने अपने पति स्वराज कौशल का एक ट्वीट लाइक किया. इस ट्वीट में स्वराज कौशल ने एक ट्वीटर यूजर का स्क्रीनशॉट शेयर किया था. उस ट्विटर यूजर ने सुषमा के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए स्वराज कौशल को अपनी 'पत्नी को पीटने' जैसी सलाह दे डाली थी.

सुषमा स्वराज का ट्विटर पोल

जब सुषमा ने पाया कि लोग हदें पार करते जा रहे हैं तो एक ट्वीट किया, ‘‘दोस्तो: मैंने कुछ ट्वीट को लाइक किया है. ये पिछले कुछ दिनों से हो रहा है. क्या आप ऐसी ट्वीट को जायज ठहराते हैं?’’

सुषमा के पोल में लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और तब तक जब पांच घंटे बाकी थे एक लाख से ज्यादा लोग वोट कर चुके थे. वोट करने वालों में 57 फीसदी लोगों ने सुषमा को सपोर्ट किया है, जबकि 43 फीसदी ट्रोल्स के समर्थन में खड़े दिख रहे हैं.

सुषमा के समर्थन में ज्यादा लोग...

अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स ने एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें बताया गया है कि सुषमा स्वराज को ट्रोल करने वालों के फॉलोवर में कुछ केंद्रीय मंत्री और कई बीजेपी सांसद शामिल हैं. रिपोर्ट ये भी बताती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद ऐसे आठ ट्वीटर यूजर को फॉलो करते हैं.

साभार: हिंदुस्तान टाइम्स

पहले भी ये सवाल उठ चुका है जिस पर बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय का कहना रहा, "पीएम अगर किसी को फॉलो करते हैं इसका मतलब वो किसी के लिए कैरेक्टर सार्टिफिकेट नहीं है और न ही इस बात की गारंटी है कि वह शख्स कैसा व्यवहार करेगा."

सुषमा स्वराज को सपोर्ट

एक तरफ ट्रोल सुषमा स्वराज के पीछे पड़े हैं तो ट्विटर पोल में उनके समर्थक भी वोट कर रहे हैं, दूसरी तरफ कांग्रेस और महबूबा मुफ्ती जैसे नेता हैं जो सुषमा स्वराज का खुल कर सपोर्ट कर रहे हैं. बॉलीवुड से भी सुषमा स्वराज को पूरा सपोर्ट मिल रहा है.

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अब तक प्रधानमंत्री मोदी या किसी बीजेपी के नेता की ओर से सुषमा स्वराज के सपोर्ट में कोई ट्वीट देखने को तो नहीं मिला है, लेकिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक ट्वीट में विदेश मंत्री के कामकाज की खूब तारीफ की है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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