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Open Letter : संस्कारी नेता बनाइये वार्ना पार्टी बंद कर दीजिए

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 14 जून, 2018 04:49 PM
  • 14 जून, 2018 04:49 PM
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बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य के बयान से साफ है न इन्हें महिलाओं की कद्र है और न ही इनमें तमीज बाकी है बेहतर है पार्टी ऐसे लोगों को खुद ही ठिकाने लगाए. या अपनी पार्टी बंद कर दे.

आदरणीय मध्‍यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह जी और राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह जी,

आशा है आप ठीक होंगे. यहां हम देश वासी भी ठीक है. ज्यादा बात नहीं की जाएगी. बस आपको आपके एक विधायक से अवगत कराना है. मध्य प्रदेश से एक विधायक हैं पन्नालाल शाक्य. पन्नालाल बीजेपी के विधायक हैं. इतिहास गवाह है जब भी भारत में किसी बीजेपी विधायक को संबोधित करते हुए खबर लिखी जाती हैं तो मोटी से मोटी बुद्धि वाला व्यक्ति भी समझ जाता है कि नेता जी ने कोई बयान दिया होगा. पन्नालाल शाक्य के साथ भी केस कुछ ऐसा ही है. एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को संस्कार युक्त बच्चे पैदा करने की हिदायत दे दी.

विधायक पन्नालाल शाक्य ने बयान देकर महिलाओं की भावना को ठेस पहुंचाई है

अध्यक्ष जी, अब चूंकि पन्नालाल विधायक हैं तो लाजमी हैं कि किसी कार्यक्रम में रिबन काटने का इनविटेशन इनके पास आता ही होगा. इस बार भी यही हुआ. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जाने वाली मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के एक कार्यक्रम में इन्हें बतौर चीफ गेस्ट बुलाया गया. आयोजकों द्वारा स्टेज पर गेंदे संग सूरजमुखी और डहेलिया वाला गुलदस्ता इन्हें दिया गया और "कुछ बोलने" के लिए इन्हें मंच पर बुलाया गया. लोगों को उम्मीद थी की विधायक जी कुछ ढंग का बोलेंगे.

विधायक जी मौजूद लोगों को बताएंगे कि इन्होंने आत्महत्या करते किसानों के लिए क्या किया? क्षेत्र में कहां-कहां रोड बनवाई? कहां नल लगवाया, कहां ट्यूबवेल खुदवाए? कितने ट्रांसफार्मर लगवाकर इन्होंने इलाके के लोगों को बिजली देने का वादा पूरा किया. मगर जैसे ही ये मंच पर आए...

आदरणीय मध्‍यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह जी और राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह जी,

आशा है आप ठीक होंगे. यहां हम देश वासी भी ठीक है. ज्यादा बात नहीं की जाएगी. बस आपको आपके एक विधायक से अवगत कराना है. मध्य प्रदेश से एक विधायक हैं पन्नालाल शाक्य. पन्नालाल बीजेपी के विधायक हैं. इतिहास गवाह है जब भी भारत में किसी बीजेपी विधायक को संबोधित करते हुए खबर लिखी जाती हैं तो मोटी से मोटी बुद्धि वाला व्यक्ति भी समझ जाता है कि नेता जी ने कोई बयान दिया होगा. पन्नालाल शाक्य के साथ भी केस कुछ ऐसा ही है. एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को संस्कार युक्त बच्चे पैदा करने की हिदायत दे दी.

विधायक पन्नालाल शाक्य ने बयान देकर महिलाओं की भावना को ठेस पहुंचाई है

अध्यक्ष जी, अब चूंकि पन्नालाल विधायक हैं तो लाजमी हैं कि किसी कार्यक्रम में रिबन काटने का इनविटेशन इनके पास आता ही होगा. इस बार भी यही हुआ. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जाने वाली मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के एक कार्यक्रम में इन्हें बतौर चीफ गेस्ट बुलाया गया. आयोजकों द्वारा स्टेज पर गेंदे संग सूरजमुखी और डहेलिया वाला गुलदस्ता इन्हें दिया गया और "कुछ बोलने" के लिए इन्हें मंच पर बुलाया गया. लोगों को उम्मीद थी की विधायक जी कुछ ढंग का बोलेंगे.

विधायक जी मौजूद लोगों को बताएंगे कि इन्होंने आत्महत्या करते किसानों के लिए क्या किया? क्षेत्र में कहां-कहां रोड बनवाई? कहां नल लगवाया, कहां ट्यूबवेल खुदवाए? कितने ट्रांसफार्मर लगवाकर इन्होंने इलाके के लोगों को बिजली देने का वादा पूरा किया. मगर जैसे ही ये मंच पर आए और माइक पकड़ा लोगों की उम्मीद पर चूना पुत गया. विधायक जी इसलिए परेशान थे कि सूबे की महिलाएं संस्कारी बच्चे नहीं पैदा कर रही हैं.

महिलाओं को लेकर विधायक जी ने क्या कहा

कांग्रेस से पूरी पार्टी खिन्न है. जाहिर है विधायक जी भी होंगे. अपने भाषण के दौरान महिलाओं को अपने दिव्य ज्ञान की धारा से तर करते हुए विधायक जी ने कहा कि, 'वे सुसंस्कृत बच्चे पैदा करें क्योंकि कांग्रेस के शासनकाल में गलत नीतियां बनाने वाले नेता पैदा हुए हैं, जिन्हें किसी न किसी महिला ने ही पैदा किया था. इससे अच्छा है कि महिलाएं बांझ रहें लेकिन ऐसे बच्चे पैदा ना करें. क्योंकि ऐसे बच्चे बड़े होकर देश और समाज को भ्रष्ट करते हैं.'

मंच पर थे तो गरीबों के लिए भी बोले विधायक जी

अच्छा चूंकि दिल्ली की धूल भरी आंधी से लेकर तरबूज और लीची में लगने वाले इंजेक्शन और दूध में यूरिया और अरहर की दाल में कंकड़ मिलाने तक हर चीज के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. विधायक जी का तर्क है कि कांग्रेस के समय में गरीबी हटाओ का नारा दिया गया था, जबकि गरीबी तो हटी नहीं बल्कि गरीब ही गायब हो गए.

संस्कार मां से नहीं, बाप से भी आते हैं

अध्यक्ष जी जैसा कि हम सब के संज्ञान में है. विधायक जी हर चीज के लिए माताओं को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो कृपया कर उन्हें ये बताने का कष्ट करें कि संस्कार केवल मां से नहीं आते इसमें पिता का रोल भी अहम हैं. अब क्योंकि विधायक जी खुद ये बात भूल गए हैं तो कहना गलत नहीं है कि औरों की छोड़िये उनकी अगली पीढ़ी संस्कारी कैसी होगी इसकी गारंटी क्या वो खुद लेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि जो व्यक्ति महिलाओं के सन्दर्भ में ऐसी बातें कर रहा है उसका चाल, चरित्र, चेहरा कैसा होगा इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है.

इससे पहले विधायक विराट और अनुष्का की शादी को लेकर भी जहर उगल चुके हैं

पहले भी विधायक ने उठाए थे विराट और अनुष्का की शादी पर सवाल

अध्यक्ष जी, आपके विधायक कितने बेलगाम हैं इसका अंदाजा आप उनकी कही उस बात से लगा लीजिये जो इन्होंने विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की शादी के संबंध में कही थी. जब विराट अनुष्का संग शादी के बंधन में बंधकर फेरे ले रहे थे तब उन्हें आशीर्वाद देने के बजाए आपके विधायक ने जहर उगलते हुए कहा था कि 'विराट ने पैसा भारत में कमाया, लेकिन विवाह संस्कार करवाने के लिए उन्हें हिन्दुस्तान में कहीं जगह नहीं मिली. हिन्दुस्तान इतना अछूत है.'

विधायक जी इतने पर संभल जाते तो फिर भी ठीक था. आगे विधायक पन्नालाल शाक्य ने कहा कि 'भगवान राम, भगवान कृष्ण, विक्रमादित्य, युधिष्ठिर का विवाह इसी भूमि पर हुआ है. आप सबके भी हुए होंगे या होने वाले होंगे. मगर हममें से विवाह करने के लिए कोई विदेश नहीं जाता. (कोहली) उन्होंने पैसा यहां कमाया और विवाह में अरबों रुपये वहां (इटली) खर्च किए'.

अध्यक्ष जी, आशा है आप उपरोक्त बातों का संज्ञान लेकर अपने इन विधायक और बाक़ी बड़बोले विधायकों को जुबान पर लगाम लगाने के लिए प्रेरित करेंगे. आपको ये खत सिर्फ इस आशा के साथ लिखा क्योंकि पार्टी ने कुछ सोच समझकर ही आपको बड़ा पद दिया है अब ये आपका नैतिक दायित्व है कि आप इस दिशा में काम करें अन्यथा जनता सब देख रही है. यदि भविष्य में इन सब बातों को लेकर देशवासी आहत हुए और बीजेपी गई तो उसके लिए कांग्रेस पार्टी हरगिज जिम्मेदार न होगी.

आपका

एक आम देशवासी

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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