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प्रवीण भाई के आंसू भाजपा को कर्नाटक में डुबा न दें !

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 19 जनवरी, 2018 08:27 PM
  • 19 जनवरी, 2018 08:26 PM
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अहमदाबाद में पत्रकार वार्ता कर विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया ने केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप आरोप लगाए .माना जा रहा है कि इसका असर भाजपा को कर्नाटक चुनाव में देखने को मिलेगा और इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है.

देश एक अजीब और बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है. बगावत चारों ओर है. विषयों को मुद्दा बनाया जा रहा है और उन मुद्दों पर राजनीति करते हुए वोटबैंक को मजबूत किया जा रहा है. ज्यादा दिन नहीं हुए, न्यायपालिका में लिप्त भ्रष्टाचार के कारणवश सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने बगावत कर दी थी. जजों का कहना था कि न्यायपालिका की हालत बद से बदतर है और न्यायपालिका में भी सरकार का सिक्का चलता है. अभी ये मुद्दा ढंग से थमा भी नहीं था कि खबर आई कि वीएचपी नेता प्रवीण भाई तोगड़िया रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए हैं. 10 घंटे तक गायब रहने वाले प्रवीण तोगड़िया मिल गए और उन्होंने पत्रकार वार्ता कर ऐसा बहुत कुछ कह दिया जिससे सियासी गलियारों में हाहाकार मच गया. तोगड़िया ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रवीण तोगड़िया का मानना है कि सरकार किसी भी वक़्त उनका एनकाउंटर करा उन्हें मौत के घाट उतार सकते हैं. तोगड़िया का आरोप है कि सरकार द्वारा लगातार उनकी आवाज़ दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं.

पत्रकार वार्ता में प्रवीण तोगड़िया का रोना आने वाले वक़्त में भाजपा के लिए एक बड़ी मुसीबत बन सकता है

प्रेस कांफ्रेंस में साफ था हिन्दू हितों और राम मंदिर की बात करने और राम मंदिर पर अपनी जान तक देने की बात करने वाले प्रवीण भाई तोगड़िया डरे हुए थे. ये शायद मौत का खौफ़ ही था जिसके चलते उनकी आंखें नम थीं और आंसू बह रहे थे. तोगड़िया के रोने से जहां एक तरफ विहिप का खेमा आहत और नाराज है तो वहीं तोगड़िया की आंख से बहे आंसू ने भाजपा को एक बड़ी मुसीबत में लाकर खड़ा कर दिया है.

जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. तोगड़िया की प्रेस कांफ्रेंस और उस प्रेस कांफ्रेंस में उनकी आंख से निकले एक-एक बूंद आंसू की कीमत भाजपा को कर्नाटक चुनाव में चुकानी होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि अपनी प्रेस कांफ्रेंस...

देश एक अजीब और बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है. बगावत चारों ओर है. विषयों को मुद्दा बनाया जा रहा है और उन मुद्दों पर राजनीति करते हुए वोटबैंक को मजबूत किया जा रहा है. ज्यादा दिन नहीं हुए, न्यायपालिका में लिप्त भ्रष्टाचार के कारणवश सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने बगावत कर दी थी. जजों का कहना था कि न्यायपालिका की हालत बद से बदतर है और न्यायपालिका में भी सरकार का सिक्का चलता है. अभी ये मुद्दा ढंग से थमा भी नहीं था कि खबर आई कि वीएचपी नेता प्रवीण भाई तोगड़िया रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए हैं. 10 घंटे तक गायब रहने वाले प्रवीण तोगड़िया मिल गए और उन्होंने पत्रकार वार्ता कर ऐसा बहुत कुछ कह दिया जिससे सियासी गलियारों में हाहाकार मच गया. तोगड़िया ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रवीण तोगड़िया का मानना है कि सरकार किसी भी वक़्त उनका एनकाउंटर करा उन्हें मौत के घाट उतार सकते हैं. तोगड़िया का आरोप है कि सरकार द्वारा लगातार उनकी आवाज़ दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं.

पत्रकार वार्ता में प्रवीण तोगड़िया का रोना आने वाले वक़्त में भाजपा के लिए एक बड़ी मुसीबत बन सकता है

प्रेस कांफ्रेंस में साफ था हिन्दू हितों और राम मंदिर की बात करने और राम मंदिर पर अपनी जान तक देने की बात करने वाले प्रवीण भाई तोगड़िया डरे हुए थे. ये शायद मौत का खौफ़ ही था जिसके चलते उनकी आंखें नम थीं और आंसू बह रहे थे. तोगड़िया के रोने से जहां एक तरफ विहिप का खेमा आहत और नाराज है तो वहीं तोगड़िया की आंख से बहे आंसू ने भाजपा को एक बड़ी मुसीबत में लाकर खड़ा कर दिया है.

जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. तोगड़िया की प्रेस कांफ्रेंस और उस प्रेस कांफ्रेंस में उनकी आंख से निकले एक-एक बूंद आंसू की कीमत भाजपा को कर्नाटक चुनाव में चुकानी होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि अपनी प्रेस कांफ्रेंस में तोगड़िया ने जिस बिंदु पर जबसे ज्यादा बल दिया वो ये था कि, वो न सिर्फ आज से बल्कि बरसों से हिन्दुओं और राम मंदिर के लिए आवाज़ उठा रहे हैं, कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में पुनः स्थापित करने की मांग कर रहे हैं, और देश के आम हिन्दू को एक करने की दिशा में काम कर रहे हैं.

तोगड़िया द्वारा कही इस बात को अब कर्नाटक चुनाव के खाके में डाल कर देखिये. बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा की तरफ से स्टार प्रचारक का तमगा लेकर राजधानी बैंगलोर में थे. पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के प्रचार के सिलसिले में बैंगलोर पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्दरामैया पर कई गंभीर आरोप लगाए और उनके हिन्दू होने पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया.

जिस तरह से विहिप कर्नाटक में सक्रिय है वहां प्रवीण तोगड़िया के आंसू भाजपा के विजय रथ को रोक सकते हैं

गौरतलब है कि भाजपा का कर्नाटक की फिजा में योगी आदित्यनाथ को लाना, हिन्दू हितों और गौ हत्या पर बात करना ये दर्शाने के लिए काफी है कि पार्टी कर्नाटक चुनाव को भी अपने परंपरागत हिंदुत्व के कार्ड के दम पर जीतना चाहती है और ऐसे में अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस कर विहिप नेता प्रवीण भाई तोगड़िया का रोना कर्नाटक के उन हिंदूवादी संगठनों को अवश्य प्रभावित कर सकता है जिनको लगता है कि भाजपा उनके कल्याण के लिए काम कर रही है.

ज्ञात हो कि कर्नाटक चुनाव के मद्देनजरपूरे प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समेत श्री राम सेना, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, विश्व हिन्दू परिषद जैसे संगठन सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने आम वोटरों के बीच अपनी पैठ जमाने के लिए राज्य भर में कार्यशालाओं और जागरूकता कार्यक्रमों की शुरुआत कर दी है.

कह सकते हैं कि प्रवीण तोगड़िया का इस तरह से रोना और मोदी सरकार पर आरोप लगाना अवश्य ही कर्नाटक में भाजपा की छवि को धूमिल करेगा और उसके विश्वसनीय वोटबैंक को प्रभावित करेगा. जो फिलहाल न तो किसी सूरत में पार्टी के लिए अच्छा है और न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए. ऐसा इसलिए भी क्योंकि पी एम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा लगातार यही खाका बनाया जा रहा है कि भाजपा का विजय रथ कहीं पर भी अपनी रफ़्तार धीमी न करे.

अंत में ये कहकर अपनी बात खत्म करेंगे कि, यूं भी कर्नाटक चुनाव खास होने वाला था ऐसे में तोगड़िया जैसे फायर ब्रांड नेता का गुजरात में रोना इसे और दिलचस्प बनाएगा. अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या वाकई प्रवीण भाई के आरोप और उनकी आंख से निकले ये आंसू भाजपा को कर्नाटक चुनाव में  प्रभावित कर पार्टी के विजय रथ की रफ़्तार धीमी कर पाएंगे या फिर इन आंसुओं के बावजूद कर्नाटक में भी भाजपा एक ऐतिहासिक जीत दर्ज कर अपनी विजय पताका को आगे बढ़ाती रहेगी.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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