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चुटकुला सुनाकर सामान बेचना कोई मोदी से सीखे

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 27 जुलाई, 2018 10:39 PM
  • 27 जुलाई, 2018 10:39 PM
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भारत की मशीनें युगांडा को बेचने का ऐसा अंदाज आपने अभी तक सिर्फ टीवी के विज्ञापनों में ही देखा होगा, लेकिन पीएम मोदी ने एकदम सही जगह पर सही चुटकुला सुनाया. मुमकिन है कि उनका ये चुटकुला युगांडा की सरकार के लिए असरदार साबित हो.

पीएम मोदी अक्सर ही अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए उनकी बोलती बंद करते रहते हैं, लेकिन आपको बता दें कि उनमें मार्केटिंग का भी जबरदस्त हुनर है. ये हुनर हाल ही में उन्होंने युगांडा में दिखाया है. पूरी सभा वहां बैठी हुई थी और उनके बीच में पीएम मोदी ने एक चुटकुले की मदद से भारत में बनी मशीनों को युगांडा को बेचने का जो तरीका अपनाया, वो वाकई काबिले तारीफ है. हालांकि, युगांडा की सरकार पर इस चुटकुले का क्या असर हुआ ये तो बात में पता चलेगा, लेकिन मोदी की मार्केटिंग के तरीके की तो तारीफ करना बनता है. तो चलिए पहले जानते हैं क्या चुटकुला सुनाया पीएम मोदी ने.

मोदी ने सुनाया पंखे वाला चुटकुला

पीएम मोदी ने भारत की महंगी मशीनों के पीछे का कारण बताते हुए चुटकुला सुनाया. उन्होंने कहा, 'मैं जब छोटा था तो एक चुटकुला सुना करता था कि एक बस स्टॉप पर गरीब लड़का पंखा बेच रहा था, जो एक रुपए में पंखा दे रहा था. दूसरे वाले ने 8 आने बताया, तीसरा 4 आने में पंखा बेच रहा था. एक शख्स ने 4 आने वाला पंखा लिया, लेकिन 3-4 बार पंखा हिलाने पर ही वह टूट गया, तो उसने तुरंत पंखा वाले को पकड़ा और कहा कि यह तो टूट गया. इस पर पंखा बेचने वाले ने जवाब दिया कि मैंने पंखा हिलाने को थोड़ी कहा था, पंखा नहीं मुंडी हिलानी थी.'

यूं की अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग

पीएम मोदी ने ये चुटकुला सुनाने के बाद कहा, 'हो सकता है कि शुरुआत में कुछ चीजें महंगी हों, लेकिन वे लंबे समय तक चलती हैं. जबकि सस्ती चीजें महीनों खराब रहेंगी, क्योंकि उन्हें ठीक करने वाला भी उसी देश से लाना पड़ेगा. मैं विश्वास दिलाता हूं कि जीरो डिफेक्ट के साथ हम आपको मशीन और टेक्नॉलजी देने को तैयार हैं. वो शुरुआत में महंगा होगा. लेकिन यह आपको तय करना है कि पंखा हिलाना है या मुंडी हिलानी है?' भारत की मशीनें युगांडा को बेचने का ऐसा अंदाज...

पीएम मोदी अक्सर ही अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए उनकी बोलती बंद करते रहते हैं, लेकिन आपको बता दें कि उनमें मार्केटिंग का भी जबरदस्त हुनर है. ये हुनर हाल ही में उन्होंने युगांडा में दिखाया है. पूरी सभा वहां बैठी हुई थी और उनके बीच में पीएम मोदी ने एक चुटकुले की मदद से भारत में बनी मशीनों को युगांडा को बेचने का जो तरीका अपनाया, वो वाकई काबिले तारीफ है. हालांकि, युगांडा की सरकार पर इस चुटकुले का क्या असर हुआ ये तो बात में पता चलेगा, लेकिन मोदी की मार्केटिंग के तरीके की तो तारीफ करना बनता है. तो चलिए पहले जानते हैं क्या चुटकुला सुनाया पीएम मोदी ने.

मोदी ने सुनाया पंखे वाला चुटकुला

पीएम मोदी ने भारत की महंगी मशीनों के पीछे का कारण बताते हुए चुटकुला सुनाया. उन्होंने कहा, 'मैं जब छोटा था तो एक चुटकुला सुना करता था कि एक बस स्टॉप पर गरीब लड़का पंखा बेच रहा था, जो एक रुपए में पंखा दे रहा था. दूसरे वाले ने 8 आने बताया, तीसरा 4 आने में पंखा बेच रहा था. एक शख्स ने 4 आने वाला पंखा लिया, लेकिन 3-4 बार पंखा हिलाने पर ही वह टूट गया, तो उसने तुरंत पंखा वाले को पकड़ा और कहा कि यह तो टूट गया. इस पर पंखा बेचने वाले ने जवाब दिया कि मैंने पंखा हिलाने को थोड़ी कहा था, पंखा नहीं मुंडी हिलानी थी.'

यूं की अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग

पीएम मोदी ने ये चुटकुला सुनाने के बाद कहा, 'हो सकता है कि शुरुआत में कुछ चीजें महंगी हों, लेकिन वे लंबे समय तक चलती हैं. जबकि सस्ती चीजें महीनों खराब रहेंगी, क्योंकि उन्हें ठीक करने वाला भी उसी देश से लाना पड़ेगा. मैं विश्वास दिलाता हूं कि जीरो डिफेक्ट के साथ हम आपको मशीन और टेक्नॉलजी देने को तैयार हैं. वो शुरुआत में महंगा होगा. लेकिन यह आपको तय करना है कि पंखा हिलाना है या मुंडी हिलानी है?' भारत की मशीनें युगांडा को बेचने का ऐसा अंदाज आपने अभी तक सिर्फ टीवी के विज्ञापनों में ही देखा होगा, लेकिन पीएम मोदी ने एकदम सही जगह पर सही चुटकुला सुनाया. मुमकिन है कि उनका ये चुटकुला युगांडा की सरकार के लिए असरदार साबित हो.

चीन पर हमला करने का शानदार अंदाज

भले ही पीएम मोदी का चुटकुला युगांडा के लोगों को पंसद आए या ना आए, लेकिन उन्होंने अपने एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी पर तो तगड़ा हमला किया है. सस्ती चीजें अक्सर खराब रहती हैं और इन्हें बनाने वाला भी उसी देश से बुलाना पड़ेगा- ये कहकर पीएम मोदी ने सीधे चीन पर निशाना साधा है. चीन की चीजें पूरी दुनिया में इस्तेमाल की जाती हैं और वह बेहद सस्ती भी होती हैं. हां ये भी सच है कि सस्ती होती हैं, इसलिए ज्यादा दिन नहीं चलतीं. पीएम ने युगांडा को इशारे-इशारे में साफ-साफ कह दिया है कि अगर वह अच्छी चीज लेना चाहते हैं तो उसके लिए अधिक कीमत भी चुकानी होगी.

मजाकिया अंदाज में पीएम मोदी अक्सर ही अपने विरोधियों पर हमला करते रहे हैं, लेकिन इस बार तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने विरोधी चीन पर हमला किया है. पीएम मोदी ने युगांडा की अर्थव्यवस्था को 5F का फॉर्म्यूला भी दिया. आपको बता दें इसका मतलब है फार्म, फाइबर, फैब्रिक, फैशन, फॉरन. वह बोले कि युगांडा में कॉटन की खेती हो, कॉटन से धागा बने, धागे से कपड़ा और कपड़े से अलग-अलग पोशाक और फिर वह सब कई देशों में जाए. पीएम मोदी से अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरह के मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मार्केटिंग सीखनी है तो पीएम मोदी के अंदाज आपकी हमेशा मदद करेंगे.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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