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Himachal Pradesh में आम आदमी पार्टी के अरमान लुट गए!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 10 अप्रिल, 2022 11:13 PM
  • 10 अप्रिल, 2022 11:13 PM
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Himachal Pradesh में आम आदमी पार्टी और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के किये कराए पर पानी फिर गया है. हिमाचल में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अनूप केसरी अपने साथियों संगठन महामंत्री सतीश ठाकुर और इकबाल सिंह के साथ भाजपा के खेमे में चले गए हैं.

पंजाब चुनाव को हुए दिन ही कितने हुए हैं. भले ही पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू से लेकर चरणजीत सिंह चन्नी के बीच भारी गतिरोध रहा हो लेकिन उम्मीद यही थी कि कांग्रेस पंजाब में अपना किला बचाने में कामयाब रहेगी. राजनीतिक विश्लेषक हैरान उस वक़्त हुए जब नतीजे आए और पंजाब में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला. भगवंत मान का बतौर मुख्यमंत्री शपथ लेना भर था. जीत ने आम आदमी पार्टी के लिए उत्प्रेरक का काम किया. आज जैसी स्थिति है आज आम आदमी पार्टी अलग अलग राज्यों में अपने विस्तार के लिए प्रयत्नशील है. लेकिन क्योंकि दुनिया का दस्तूर है सुबह हमेशा शाम के बाद होती है आप को वो शाम हिमाचल प्रदेश में नजर आई है. आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को हिमाचल में बड़ा झटका लगा है. हिमाचल में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अनूप केसरी अपने साथियों संगठन महामंत्री सतीश ठाकुर और इकबाल सिंह के साथ भाजपा के खेमे में चले गए हैं.

हिमाचल में आप का दामन छोड़ भाजपा के खेमे में गए आम आदमी पार्टी के पदाघिकारी

असल में अनूप केसरी सतीश ठाकुर और इकबाल सिंह ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में आवास पर न केवल जेपी नड्डा से मुलाकात की बल्कि बीजेपी की सदस्यता भी ले ली. ध्यान रहे जल्द ही हिमाचल में चुनाव हैं ऐसे में पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स इस दल बदल को आम आदमी पार्टी और हिमाचल चुनाव के लिहाज से एक बड़ी घटना के रूप में देख रहे हैं.

आप नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मन की बात की है और कहा है कि, हिमाचल के लोग अपना अपमान कभी नहीं सहन करते, इसलिए AAP के तीनों नेता अपने और हिमाचल के स्वाभिमान के लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं.

इस दौरान अनुराग ठाकुर ने आप आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री...

पंजाब चुनाव को हुए दिन ही कितने हुए हैं. भले ही पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू से लेकर चरणजीत सिंह चन्नी के बीच भारी गतिरोध रहा हो लेकिन उम्मीद यही थी कि कांग्रेस पंजाब में अपना किला बचाने में कामयाब रहेगी. राजनीतिक विश्लेषक हैरान उस वक़्त हुए जब नतीजे आए और पंजाब में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला. भगवंत मान का बतौर मुख्यमंत्री शपथ लेना भर था. जीत ने आम आदमी पार्टी के लिए उत्प्रेरक का काम किया. आज जैसी स्थिति है आज आम आदमी पार्टी अलग अलग राज्यों में अपने विस्तार के लिए प्रयत्नशील है. लेकिन क्योंकि दुनिया का दस्तूर है सुबह हमेशा शाम के बाद होती है आप को वो शाम हिमाचल प्रदेश में नजर आई है. आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को हिमाचल में बड़ा झटका लगा है. हिमाचल में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अनूप केसरी अपने साथियों संगठन महामंत्री सतीश ठाकुर और इकबाल सिंह के साथ भाजपा के खेमे में चले गए हैं.

हिमाचल में आप का दामन छोड़ भाजपा के खेमे में गए आम आदमी पार्टी के पदाघिकारी

असल में अनूप केसरी सतीश ठाकुर और इकबाल सिंह ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में आवास पर न केवल जेपी नड्डा से मुलाकात की बल्कि बीजेपी की सदस्यता भी ले ली. ध्यान रहे जल्द ही हिमाचल में चुनाव हैं ऐसे में पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स इस दल बदल को आम आदमी पार्टी और हिमाचल चुनाव के लिहाज से एक बड़ी घटना के रूप में देख रहे हैं.

आप नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मन की बात की है और कहा है कि, हिमाचल के लोग अपना अपमान कभी नहीं सहन करते, इसलिए AAP के तीनों नेता अपने और हिमाचल के स्वाभिमान के लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं.

इस दौरान अनुराग ठाकुर ने आप आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बड़ा हमला किया है. ठाकुर ने कहा है कि, एक तरफ अरविंद केजरीवाल आम आदमी की बात करते हैं, लेकिन अपने ही पार्टी के कार्यकर्ता पर ध्यान नहीं देते. जिन लोगों ने 8 सालों से जमीन पर अपना पसीना बहाया और पार्टी को खड़ा किया लेकिन उनको अपने रथ पर खड़ा करने का भी समय नहीं दिया.

वहीं आप का ध्वज त्यागकर भाजपा का झंडा थामने के बाद किसी ज़माने में हिमाचल में आम आदमी पार्टी के सर्वे सर्वा रह चुके अनूप केसरी ने भी आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है.

नए नए भाजपा में आए अनूप केसरी ने अरविंद केजरीवाल के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है. केसरी ने 6 अप्रैल 2022 की घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि हम पिछले 8 साल से आम आदमी पार्टी के लिए हिमाचल में काम कर रहे थे. इसके बावजूद 6 अप्रैल को मंडी में हुई अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की रैली में 4 घंटे हमारे कार्यकर्ता धूप में खड़ होकर इंतजार कर रहे थे, लेकिन उनके पास उनसे मिलने का 1 मिनट का समय नहीं था.

केसरी ने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के इस रवैये को अपमान की तरह लिया है और कहा कि केजरीवाल और मान के इस बर्ताव से कार्यकर्ताओं को गहरा आघात लगा और वे बहुत दुखी हुए. सभी इस चीज को हिमाचल की बेज्जती के रूप में देख रहे हैं और सभी हिमाचली स्वाभिमानी हैं. कार्यकर्ताओं को सम्मान न देना और उनकी भावनाओं को देखते हुए हम सभी आज बीजेपी में शामिल हुए हैं. बीजेपी हमें जो जिम्मेदारी देगी उसे हम मन से करेंगे.

हिमाचल जैसे राज्य के लिहाज से आप के लिए ये बड़ी क्षति है जिसपर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. सिसोदिया ने ट्वीट किया है और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

मामले पर अपना पक्ष रखते हुए आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ये लोग मुझसे नहीं, जनता से डरते हैं. भाजपा वालों, अगर ईमानदारी से जनता के लिए काम किया होता तो इतना ख़ौफ़ ना होता, सीएम बदलने की नौबत ना आती, दूसरी पार्टियों के दागियों के पाँव पड़ने की ज़रूरत ना पड़ती. आप पर लोगों को भरोसा है. आप हिमाचल प्रदेश को एक कट्टर ईमानदार और देशभक्त सरकार देगी.

बहरहाल एक ऐसे समय में जब चुनाव नजदीक हों और केजरीवाल हिमाचल का भी किला फ़तेह करने के ख्वाब देख रहे हों. आप हिमाचल से पार्टी कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़ने ने केजरीवाल को सकते में डाल दिया है. भले ही केजरीवाल ने 'अनुशासन' को मुद्दा बनाया हो लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अब केजरीवाल आगे चीजों को कैसे मैनेज करेंगे? चुनाव निकट हैं और जैसे हालात हैं केजरीवाल को फिर ग्राउंड जीरो से काम शुरू करना होगा. कुल मिलकर समय कम है और केजरीवाल के आगे चुनौतियों का पहाड़ है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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