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संस्कृति

Bhai Dooj 2022: तिलक लगाने का क्या महत्व है?

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 25 अक्टूबर, 2022 08:45 PM
  • 25 अक्टूबर, 2022 08:45 PM
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सनातन धर्म में माना गया है कि माथे पर तिलक लगाने से सकारात्मक उर्जा बढ़ती है और कुंडली में मौजूद ग्रह शांत हो जाते हैं. हमने कई लोगों को रोली, हल्दी या चंदन का टीका लगाते हुए देखा है, तो आइये जानते हैं कि तिलक लगाने के क्या महत्व हैं...

भाई दूज (Bhai Dooj 2022) के दिन बहन अपने भाई के माथे पर कुमकुम और अक्षत का तिलक (Tilak) लगाकर उसकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती है. इस बार भाई दूज 26 अक्टूबर को मनाया जा रहा है और हिंदू धर्म में इस शुभ अवसर पर तिलक लगाने का बहुत महत्व है. धार्मिक पुराणों में तिलक को आस्था का प्रतीक माना गया है. हिंदू धर्म में जब भी लोग पूजा, हवन या यज्ञ करते हैं तो तिलक जरूर लगाते हैं. अब तो वैज्ञानिक भी तिलक के महत्व को मानने लगे हैं.

तिलक लगाने का मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है

सनातन धर्म में माना गया है कि माथे पर तिलक लगाने से सकारात्मक उर्जा बढ़ती है और कुंडली में मौजूद उग्र ग्रह शांत हो जाते हैं. हमने कई लोगों को रोली, हल्दी या चंदन का टीका लगाते हुए देखा है...तो आइये जानते हैं कि तिलक लगाने के क्या महत्व हैं...

क्या है धार्मिक महत्व

तिलक को विजय, पराक्रम और सम्मान से जोड़कर देखा जाता है. शास्त्र कहते हैं कि तिलक लगाने वाले व्यक्ति की स्मरण शक्ति अधिक होती है और एकाग्रता बढ़ती है. वह कोई भी निर्णय बड़ी ही आसानी से लेता है और इससे बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं. माना जाता है कि तिलक के ऊपर अक्षत यानी चावल लगाने से मन शांत रहता है. असल में अक्षत को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि भाई दूज के दिन जो भाई बहन के घर जाकर तिलक लगवाता है और भोजन करता है उसे कलह, शत्रु, दरिद्रता और भय से मुक्ति मिलती है. यानी उसकी उम्र लंबी होती है और यश बढ़ता है. शास्त्रों के अनुसार, चंदन का टीका लगाने से घर अन्न-धन से भरा रहता है और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है. इतना ही नहीं, मान्यता है कि चन्दन का तिलक लगाने वाला व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है.

क्या है वैज्ञानिक महत्व

जो लोग...

भाई दूज (Bhai Dooj 2022) के दिन बहन अपने भाई के माथे पर कुमकुम और अक्षत का तिलक (Tilak) लगाकर उसकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती है. इस बार भाई दूज 26 अक्टूबर को मनाया जा रहा है और हिंदू धर्म में इस शुभ अवसर पर तिलक लगाने का बहुत महत्व है. धार्मिक पुराणों में तिलक को आस्था का प्रतीक माना गया है. हिंदू धर्म में जब भी लोग पूजा, हवन या यज्ञ करते हैं तो तिलक जरूर लगाते हैं. अब तो वैज्ञानिक भी तिलक के महत्व को मानने लगे हैं.

तिलक लगाने का मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है

सनातन धर्म में माना गया है कि माथे पर तिलक लगाने से सकारात्मक उर्जा बढ़ती है और कुंडली में मौजूद उग्र ग्रह शांत हो जाते हैं. हमने कई लोगों को रोली, हल्दी या चंदन का टीका लगाते हुए देखा है...तो आइये जानते हैं कि तिलक लगाने के क्या महत्व हैं...

क्या है धार्मिक महत्व

तिलक को विजय, पराक्रम और सम्मान से जोड़कर देखा जाता है. शास्त्र कहते हैं कि तिलक लगाने वाले व्यक्ति की स्मरण शक्ति अधिक होती है और एकाग्रता बढ़ती है. वह कोई भी निर्णय बड़ी ही आसानी से लेता है और इससे बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं. माना जाता है कि तिलक के ऊपर अक्षत यानी चावल लगाने से मन शांत रहता है. असल में अक्षत को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि भाई दूज के दिन जो भाई बहन के घर जाकर तिलक लगवाता है और भोजन करता है उसे कलह, शत्रु, दरिद्रता और भय से मुक्ति मिलती है. यानी उसकी उम्र लंबी होती है और यश बढ़ता है. शास्त्रों के अनुसार, चंदन का टीका लगाने से घर अन्न-धन से भरा रहता है और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है. इतना ही नहीं, मान्यता है कि चन्दन का तिलक लगाने वाला व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है.

क्या है वैज्ञानिक महत्व

जो लोग टीका लगाते हैं वे सात्विक औऱ शांत लगते हैं. असल में तिलक लगाने का मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है. जैसे कि तिलक लगाने वाले लोगो में आत्मविश्वास बढ़ जाता है औऱ मन विचलित नहीं होता है, क्योंकि इससे मस्तिष्क को ठंडक मिलती है.

यह भी माना जाता है कि जो व्यक्ति टीका लगाता है उसे सिरदर्द की शिकायत कम रहती है. साथ ही मन में नकारात्मकता के भाव नहीं आते हैं. व्यक्ति को डर नहीं लगता है और इसलिए वह जिंदगी में आगे बढ़ता रहता है. वैसे भी शुद्ध हल्दी, सिंदूर और चंदन हमारी त्वचा के लिए फायदेमंद हैं.

किस दिन कौन सा टीका लगाना चाहिए

सोमवार के दिन- सफेद चंदन लगाने से दिमाग शांत रहता है

मंगलवार के दिन तेल में सिंदूर मिलाकर टीका लगाना शुभ होता है

बुधवार के दिन सिर्फ सिंदूर का टीका ईश्वर की कृपा बनी रहती है

गुरुवार के दिन पीला चंदन या हल्दी का टीका लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है

शुक्रवार के दिन लाल चंदन या कुमकुम का टीका लगाने से घर में खुशिया आती हैं

शनिवार के दिन भस्म का टीका लगाने से विपदा दूर होती है

रविवार के दिन लाल चंदन का टीका लगाने से मान-सम्मान और धन में बढ़ोतरी होती है

कैसे लगाएं तिलक

हमारे शरीर में 7 चक्रों में आज्ञा चक्र माथे के बीच में होता है. माना जाता है कि टीका हमेशा इसी चक्र पर लगाना चाहिए.

अनामिका उंगली से तिलक लगाने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है

अंगूठे से तिलक लगाने से ज्ञान में बढ़ोतरी होती है

तर्जनी उंगली से टीका लगाने से कामो में सफलता मिलती है

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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