कहा जाता है कि 'नकल के लिए भी अकल चाहिए' होती है. लेकिन लंबे समय से कॉपी के कंटेंट के भरोसे अपना कोराबार करने वाली हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को शायद ये बात समझ में नहीं आ रही है कि अब वक्त पूरी तरह बदल चुका है. दर्शक पहले से ज्यादा स्मार्ट हो चुके हैं. उनको असली और नकली कंटेंट के बीच अंतर समझ आ चुका है. इसके बावजूद बॉलीवुड अभी भी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है. ताजा मामला, सलमान खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' से जुड़ा है, जिसका एक नया गाना 'येंतम्मा-येंतम्मा' रिलीज हुआ है. इसमें सलमान के साथ साउथ सिनेमा के दो सितारों दग्गुबाती वेंकटेश और राम चरण को डांस करते हुए देखा जा सकता है. इस फिल्म की पैन इंडिया अपील बढ़ाने के लिए सलमान ने इसमें साउथ का फ्लेवर रखा है. साउथ सिनेमा का नकल करने की पूरी कोशिश की गई है. लेकिन लुंगी और धोती में अंतर नहीं समझ पाए हैं.
'येंतम्मा-येंतम्मा' सॉन्ग को साउथ इंडियन स्टीरियोटाइपिंग का एक क्लासिक उदाहरण माना जा सकता है. रोहित शेट्टी की फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' से शुरू हुआ ये मजाक आने वाली फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' तक जारी है. इसमें साउथ इंडियन फ्लेवर दिखाने के लिए ओवर-द-टॉप एक्शन, अजीबो-गरीब एक्सेंट और एक फिक्स ड्रेसकोड को दिखाया गया है. कहने का मतलब ये है कि बॉलीवुड फिल्म मेकर्स की नजर में कोई तब तक साउथ इंडियन नहीं कहा जा सकता, जब तक कि वो लुंगी-शर्ट में न दिखाई दे, जब तक कि वो स्टीरियोटाइप भाषा न बोले और जब तक कि वहां की फिल्मों में भयंकर मारधाड़ न दिखाई दे. 'चेन्नई एक्सप्रेस' में तो 'लुंगी डांस' गाना ही बनाया गया था. उसी नक्शे कदम पर चलते हुए शाहरुख खान के अजीज दोस्त सलमान खान ने भी अपनी फिल्म एक लुंगी डांस रखा है, जिसके जरिए फिल्म का साउथ कनेक्शन स्थापित करने की कोशिश की गई है.
कहा जाता है कि 'नकल के लिए भी अकल चाहिए' होती है. लेकिन लंबे समय से कॉपी के कंटेंट के भरोसे अपना कोराबार करने वाली हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को शायद ये बात समझ में नहीं आ रही है कि अब वक्त पूरी तरह बदल चुका है. दर्शक पहले से ज्यादा स्मार्ट हो चुके हैं. उनको असली और नकली कंटेंट के बीच अंतर समझ आ चुका है. इसके बावजूद बॉलीवुड अभी भी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है. ताजा मामला, सलमान खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' से जुड़ा है, जिसका एक नया गाना 'येंतम्मा-येंतम्मा' रिलीज हुआ है. इसमें सलमान के साथ साउथ सिनेमा के दो सितारों दग्गुबाती वेंकटेश और राम चरण को डांस करते हुए देखा जा सकता है. इस फिल्म की पैन इंडिया अपील बढ़ाने के लिए सलमान ने इसमें साउथ का फ्लेवर रखा है. साउथ सिनेमा का नकल करने की पूरी कोशिश की गई है. लेकिन लुंगी और धोती में अंतर नहीं समझ पाए हैं.
'येंतम्मा-येंतम्मा' सॉन्ग को साउथ इंडियन स्टीरियोटाइपिंग का एक क्लासिक उदाहरण माना जा सकता है. रोहित शेट्टी की फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' से शुरू हुआ ये मजाक आने वाली फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' तक जारी है. इसमें साउथ इंडियन फ्लेवर दिखाने के लिए ओवर-द-टॉप एक्शन, अजीबो-गरीब एक्सेंट और एक फिक्स ड्रेसकोड को दिखाया गया है. कहने का मतलब ये है कि बॉलीवुड फिल्म मेकर्स की नजर में कोई तब तक साउथ इंडियन नहीं कहा जा सकता, जब तक कि वो लुंगी-शर्ट में न दिखाई दे, जब तक कि वो स्टीरियोटाइप भाषा न बोले और जब तक कि वहां की फिल्मों में भयंकर मारधाड़ न दिखाई दे. 'चेन्नई एक्सप्रेस' में तो 'लुंगी डांस' गाना ही बनाया गया था. उसी नक्शे कदम पर चलते हुए शाहरुख खान के अजीज दोस्त सलमान खान ने भी अपनी फिल्म एक लुंगी डांस रखा है, जिसके जरिए फिल्म का साउथ कनेक्शन स्थापित करने की कोशिश की गई है.
मजे कि बात ये है कि 'येंतम्मा सॉन्ग' में डांस करते हुए नजर आ रहे सलमान खान, वेंकटेश और राम चरण ने लुंगी की जगह धोती पहनी है, जबकि गाने में बार-बार लुंगी का जिक्र होता है. इसमें कई बार कहा गया है, ''नाचेंगे अपनी उठाकर के लुंगी''. ये कहते हुए तीनों सितारों को अपनी धोती उठाते हुए दिखाया गया है. लुंगी और धोती में फर्क होता है. लुंगी चेक पैटर्न के साथ कैजुअल वियर है. पुरुष आमतौर पर घर में लुंगी पहनते हैं. जबकि वेष्टि या धोती (तेलुगु में पंच और मलयालम में मुंडु) सुनहरे या रंगीन किनारों वाला एक सफेद कपड़ा होता है. माना कि किसी फिल्म को साउथ इंडियन बैकग्राउंड पर फिल्माना कोई अपराध नहीं है, लेकिन कम से कम ऐसा करने से पहले रिसर्च तो किया जाना चाहिए था. इस मामले में साउथ के फिल्म मेकर्स बॉलीवुड से बहुत आगे हैं. वो अपनी फिल्मों को बनाने से पहले पूरी स्टडी और रिसर्च करते हैं. यही वजह है कि उनकी फिल्में ब्लॉकबस्टर होती हैं.
वैसे सलमान खान ने अपनी होम प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' की पैन इंडिया अपील बढ़ाने के लिए कई सारे प्रयोग किए हैं, जो ज्यादातर साउथ की फिल्मों में देखने को मिलते हैं. उदाहरण के लिए इसमें बॉलीवुड के साथ साउथ के कलाकारों को कास्ट किया गया है. फिल्म में सलमान के साथ वेंकटेश दग्गुबाती, पूजा हेगड़े, जगपति बाबू, भूमिका चावला, विजेंदर सिंह, अभिमन्यु सिंह, राघव जुयाल, सिद्धार्थ निगम, जस्सी गिल, शहनाज गिल, पलक तिवारी और विनाली भटनागर जैसे कलाकार अहम भूमिका में हैं. इसमें वेंकटेश दग्गुबाती, पूजा हेगड़े और जगपति बाबू साउथ सिनेमा के बड़े नाम हैं. इसके साथ ही फिल्म की कहानी का एक हिस्सा साउथ इंडिया में फिल्माया गया है, जिससे जुड़ा गाना 'येंतम्मा-येंतम्मा' रिलीज किया गया है. इसके साथ ही फिल्म में जबरदस्त एक्शन सीक्वेंस देखने को मिलने वाला है, जो साउथ सिनेमा की यूएसपी माना जाता है.
शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'पठान' के साथ ही सलमान खान की फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' का टीजर सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था. इसमें एक्शन के साथ कॉमेडी, ड्रामा, रोमांस और इमोशन का तगड़ा डोज देखने को मिला था. फिल्म का निर्देशन फरहाद सामजी ने किया है. हालही में सामजी के निर्देशन में बनी वेब सीरीज 'पॉप कौन' ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हुई है. उनको 'बच्चन पांडे', 'एंटरटेनमेंट', 'हाऊसफुल 3' और 'हाऊसफुल 4' जैसी कॉमेडी फिल्मों के निर्माण के लिए जाना जाता है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इस एक्शन फिल्म में वो क्या हुनर दिखाते हैं. वैसे फिल्म एक्शन सीक्वेंस को मशहूर एक्शन डायरेक्टर एनल अर्सु ने कोरियोग्राफ किया है. उनको साउथ सिनेमा की कई शानदार एक्शन फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है. इनमें 'इंडियन 2', 'गॉडफादर', 'सुल्तान' और 'रेस 3' जैसी फिल्मों का नाम शामिल है.
देखिए Yentamma Song...
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