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पद्मावती विवाद: बस करिए साहब, अब तो अपमान भी अपमानित होने लगा है

    • अनुराग तिवारी
    • Updated: 22 नवम्बर, 2017 06:26 PM
  • 22 नवम्बर, 2017 06:26 PM
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रानी पद्मावती के सम्मान की बात करने वाले खुद नारी को अपमानित करने वाले बयान लगातार दिए जा रहे हैं. वे भूल रहे हैं कि जिस नारी अस्मिता की बात वे कर रहे हैं उसी को सरे बाजार नीलाम करने पर वे खुद उतारू हैं.

जिस तरह फिल्म पद्मावती को लेकर हंगामे में एक के बाद एक विवाद के चैप्टर जुड़ते जा रहे हैं, उससे अब 'अपमान' शब्द भी पनाह मांगने लगा है. बयान फिल्म के समर्थन में आ रहे हों या विरोध में, हर कोई केवल भारत के गौरवशाली इतिहास और नारी का अपमान करंता नजर आ रहा है. ताजे मामले में विवादों से गहरा नाता रखने वाले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान का नाम भी जुड़ गया है. उन्होंने विवादों की बहती नदी में अपने हाथ धोते हुए बयान दे डाला है, 'राजा साहब फिल्म में डांस करने वाली नचनियां से डर गए हैं.' उनके मुताबिक राजा साहेब और कोई नहीं बल्कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं और नचनियां शब्द उन्होंने किसके लिए कहा, ये हम आपकी कल्पनाशीलता के लिए छोड़ देते हैं.

पद्मावती विवाद को जिस तरह हवा दी जा रही है वो एक गंभीर विषय है

आजम खान यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपनी पुरानी समाजवादी साथी जयाप्रदा को भी लपेटे में ले लिया. उन्होंने यह तक कह डाला कि फिल्म में 'नौ लखा' गाने वाली एक एक्ट्रेस को हमने रामपुर से दो बार एमपी बनाया है. उनके हिसाब से फ़िल्में सिर्फ मजा लेने के लिए होती हैं. उन्होंने अपने तर्कों के जवाब में फिल्म 'मुगल-ए-आजम' का उदाहरण भी दिया कि फिल्म में अनारकली को सलीम की महबूबा बताया गया और उसके लिए बाप बेटे के बीच युद्ध के मैदान में आमना-सामना होते हुए दिखाया गया, जो कहीं से भी इतिहास का हिस्सा नहीं रहा है.

आजम खान के निशाने पर योगी आदित्यनाथ हैं और उनके मुताबिक क्षत्रिय समाज के लम्बरदार बड़ी-बड़ी पगडियां लगाकर फिल्म के विरोध में उतर आए हैं. बता दें, सीएम योगी ने यूपी में फिल्म 'पद्मावती' के रिलीज़ पर रोक लगा दी है और तर्क दिया है कि निकाय चुनावों के दौरान फिल्म रिलीज़ होने से कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. कमोबेश, यही हवाला देकर एमपी...

जिस तरह फिल्म पद्मावती को लेकर हंगामे में एक के बाद एक विवाद के चैप्टर जुड़ते जा रहे हैं, उससे अब 'अपमान' शब्द भी पनाह मांगने लगा है. बयान फिल्म के समर्थन में आ रहे हों या विरोध में, हर कोई केवल भारत के गौरवशाली इतिहास और नारी का अपमान करंता नजर आ रहा है. ताजे मामले में विवादों से गहरा नाता रखने वाले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान का नाम भी जुड़ गया है. उन्होंने विवादों की बहती नदी में अपने हाथ धोते हुए बयान दे डाला है, 'राजा साहब फिल्म में डांस करने वाली नचनियां से डर गए हैं.' उनके मुताबिक राजा साहेब और कोई नहीं बल्कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं और नचनियां शब्द उन्होंने किसके लिए कहा, ये हम आपकी कल्पनाशीलता के लिए छोड़ देते हैं.

पद्मावती विवाद को जिस तरह हवा दी जा रही है वो एक गंभीर विषय है

आजम खान यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपनी पुरानी समाजवादी साथी जयाप्रदा को भी लपेटे में ले लिया. उन्होंने यह तक कह डाला कि फिल्म में 'नौ लखा' गाने वाली एक एक्ट्रेस को हमने रामपुर से दो बार एमपी बनाया है. उनके हिसाब से फ़िल्में सिर्फ मजा लेने के लिए होती हैं. उन्होंने अपने तर्कों के जवाब में फिल्म 'मुगल-ए-आजम' का उदाहरण भी दिया कि फिल्म में अनारकली को सलीम की महबूबा बताया गया और उसके लिए बाप बेटे के बीच युद्ध के मैदान में आमना-सामना होते हुए दिखाया गया, जो कहीं से भी इतिहास का हिस्सा नहीं रहा है.

आजम खान के निशाने पर योगी आदित्यनाथ हैं और उनके मुताबिक क्षत्रिय समाज के लम्बरदार बड़ी-बड़ी पगडियां लगाकर फिल्म के विरोध में उतर आए हैं. बता दें, सीएम योगी ने यूपी में फिल्म 'पद्मावती' के रिलीज़ पर रोक लगा दी है और तर्क दिया है कि निकाय चुनावों के दौरान फिल्म रिलीज़ होने से कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. कमोबेश, यही हवाला देकर एमपी में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने फिल्म की रिलीज़ वहां भी रोक दी है और अब ऐसी ही कुछ तैयारी में राजस्थान की वसुंधरा सरकार भी है.

आजम खान हों या फिर राजपूत अस्मिता की बात करने वाले नेता, कहीं न कहीं खुद मर्यादा का उल्लंघन करते दिख रहे हैं. राजपूतों द्वारा स्त्रियों की अस्मिता की रक्षा करने की गौरवशाली परंपरा के उलट ये नेता फिल्म में पद्मावती का किरदार निभा रही दीपिका का लगतार अपमान कर रहे हैं. हाल ही में हरियाणा बीजेपी के चीफ मीडिया को-ऑर्डिनेटर कुंवर सूरजपाल अमु ने तो फिल्म के प्रोड्यूसर संजय लीला भंसाली के साथ-साथ एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के सिर पर इनाम घोषित कर दिया है. उनके मुताबिक़ इन दोनों का सिर काटने वाले को दस करोड़ का ईनाम दिया जाएगा. यही नहीं इससे पहले करणी सेना के महिपाल सिंह मकराना का एक वीडियो बयान आया, जिसमें उन्होंने दीपिका का हाल शूर्पनखा जैसा करने की बात कही.

पद्मावती को लेकर दीपिका के साथ दुर्व्यवहार और नारी अस्मिता की बात ये हमारा दोहरा चरित्र है

यही नहीं फिल्मकार और संजीदा गीतकार जावेद अख्तर भी फिल्म के पक्ष में बोलते-बोलते विवादित बयान दे गए. उन्होंने राजपूतों की बहादुरी पर ही सवाल उठा दिए. उनके मुताबिक फिल्म के विरोध में सड़क पर उतरने वाले राजपूत-रजवाड़े अंग्रेजों के दरबारी थे और अंग्रेजों के खिलाफ कभी लड़े ही नहीं. उन्होंने कहा, 'राजस्थान के राणा लोग राजे-महाराजे हैं, राजस्थान के, ये लोग 200 साल तक अंग्रेजों के दरबार में खड़े रहे, पगड़ियां बांधकर.'

पद्मावती के जौहर के सम्मान की बात करने वाले बीजेपी नेता लगतार महिलाओं को अपमानित करने वाले बोल बोलते गए. उज्जैन से  बीजेपी के सांसद चिंतामणि मालवीय ने तो विरोध में बेहद ही विवादित फेसबुक पोस्ट लिख डाली उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि जिन फिल्मकारों की बीवियां रोज शौहर बदलती हों, उन्हें क्या मालूम कि जौहर क्या होता है? उनके मुताबिक, 'भंसाली जैसे लोगों को कोई और भाषा समझ नहीं इन जैसे लोगो को सिर्फ जूते की भाषा ही समझ आती है. यह देश रानी पद्मावती का अपमान नही सहेंगा.'

इस बीच सीएम योगी का ताजा बयान आया है कि जितने दोषी संजय लीला भंसाली को धमकी देने वाले हैं, उतने ही दोषी खुद भंसाली भी हैं. योगी के मुताबिक़ उनकी आदत पड़ चुकी है जन-भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की. योगी ने दोनों पक्षों पर समान रूप से कार्रवाई की बात कह डाली.

फिल्मों को लेकर विवाद नए नहीं है, जबतक बॉलीवुड है, तबतक कोई न कोई फिल्म विवाद का हिस्सा बनेगी. ऐसा कभी स्टोरी के चलते होगा तो कभी फिल्म से जुड़ी टीम फिल्म हिट कराने के लिए विवादों को हवा देगी. लेकिन शायद भारतीय सिनेमा के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ होगा जब लोगों ने नारी अस्मिता की रक्षा के नाम पर ही नारी का अपमान किया हो.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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