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कौन सा बायोपिक फ़िल्म एक्टर सबसे फिट साबित हुआ?

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 19 जून, 2018 07:32 PM
  • 19 जून, 2018 07:32 PM
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फिल्म संजू के साथ विवाद जुड़ गया है कि संजय दत्त को खुद फिल्म में होना था, लेकिन बाकी बायोपिक का क्या? अगर संजू को बॉलीवुड की बाकी बायोपिक से कम्पेयर किया जाए तो यकीनन कुछ और ही सच्चाई सामने आएगी.

संजू फिल्म आई नहीं है, लेकिन उसपर विवाद शुरू हो गए हैं. टीजर से लेकर ट्रेलर और हर हफ्ते आते नए ट्विस्ट के साथ संजू फिल्म यकीनन एक परफेक्ट बॉलीवुड ड्रामा बनती जा रही है. सलमान खान का मानना है कि संजू के आखिरी हिस्से में संजय दत्त को खुद रहना चाहिए था और रणबीर उनके किरदार के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं. यहीं खुद रणबीर का कहना है कि अगर अभी तक ऐसा नहीं हुआ कि किसी बायोपिक में वही इंसान आए जिसके ऊपर ये बायोपिक बन रही हो.

संजू फिल्म के साथ एक और खास बात देखी जा सकती है, किसी एक्टर पर इतनी बड़ी कमर्शियल बायोपिक अभी तक बनी नहीं है. इसलिए रणबीर की बात भी अपनी जगह पर सही है. पर बॉलीवुड की बाकी बायोपिक का क्या?

1. गांधी..

गांधी (1982) जिसमें बेन किंग्सले (भारतीय-ब्रिटिश एक्टर) ने गांधी का रोल निभाया था. गांधी माय फादर, जिसमें दर्शन जरीवाला ने गांधी का रोल निभाया था. हे राम, जिसमें नसीरुद्दीन शाह ने गांधी का किरदार निभाया था. लगे रहो मुन्ना भाई जिसमें दिलीप प्रभावल्कर ने गांधी का रोल निभाया था. और मेकिंग ऑफ महात्मा जिसमें रजित कपूर ने गांधी का रोल निभाया था.

इनमें से कौन सही से गांधी की भूमिका निभा पाया ये कहना मुश्किल है. लेकिन यकीनन बेन किंग्स्ले ने जिस गांधी को सबके सामने लाया वो काबिले तारीफ था.

2. भगत सिंह...

भगत सिंह पर बायोपिक भी दो बार बनाई गई. एक अजय देवगन के साथ और दूसरी बॉबी देवल के साथ. अजय देवगन वाली फिल्म को यकीनन काफी सराहा गया था, लेकिन इसमें भी कौन सा एक्टर ज्यादा असरदार था ये कहना थोड़ा सा मुश्किल है.

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संजू फिल्म आई नहीं है, लेकिन उसपर विवाद शुरू हो गए हैं. टीजर से लेकर ट्रेलर और हर हफ्ते आते नए ट्विस्ट के साथ संजू फिल्म यकीनन एक परफेक्ट बॉलीवुड ड्रामा बनती जा रही है. सलमान खान का मानना है कि संजू के आखिरी हिस्से में संजय दत्त को खुद रहना चाहिए था और रणबीर उनके किरदार के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं. यहीं खुद रणबीर का कहना है कि अगर अभी तक ऐसा नहीं हुआ कि किसी बायोपिक में वही इंसान आए जिसके ऊपर ये बायोपिक बन रही हो.

संजू फिल्म के साथ एक और खास बात देखी जा सकती है, किसी एक्टर पर इतनी बड़ी कमर्शियल बायोपिक अभी तक बनी नहीं है. इसलिए रणबीर की बात भी अपनी जगह पर सही है. पर बॉलीवुड की बाकी बायोपिक का क्या?

1. गांधी..

गांधी (1982) जिसमें बेन किंग्सले (भारतीय-ब्रिटिश एक्टर) ने गांधी का रोल निभाया था. गांधी माय फादर, जिसमें दर्शन जरीवाला ने गांधी का रोल निभाया था. हे राम, जिसमें नसीरुद्दीन शाह ने गांधी का किरदार निभाया था. लगे रहो मुन्ना भाई जिसमें दिलीप प्रभावल्कर ने गांधी का रोल निभाया था. और मेकिंग ऑफ महात्मा जिसमें रजित कपूर ने गांधी का रोल निभाया था.

इनमें से कौन सही से गांधी की भूमिका निभा पाया ये कहना मुश्किल है. लेकिन यकीनन बेन किंग्स्ले ने जिस गांधी को सबके सामने लाया वो काबिले तारीफ था.

2. भगत सिंह...

भगत सिंह पर बायोपिक भी दो बार बनाई गई. एक अजय देवगन के साथ और दूसरी बॉबी देवल के साथ. अजय देवगन वाली फिल्म को यकीनन काफी सराहा गया था, लेकिन इसमें भी कौन सा एक्टर ज्यादा असरदार था ये कहना थोड़ा सा मुश्किल है.

3. मिल्‍खा...

मिल्खा सिंह की फिल्म की तुलना तो किसी के साथ नहीं की जा सकती, लेकिन क्या आप किसी एक्टर को बता सकते हैं जो मिल्खा सिंह का रोल फरहान से बेहतर कर पाता?

4. धोनी...

महेंद्र सिंह धोनी की पर्सनैलिटी बेहतर है और अपनी बायोपिक में वो भी एक रोल निभा सकते थे, लेकिन क्या आपको लगता है कि सुषांत सिंह राजपूत की जगह फिल्म के किसी सीन में महेंद्र सिंह धोनी को भी होना था? शायद ये आपको थोड़ी अजीब बात लगे. क्या सुषांत सिंह राजपूत की जगह कोई और इस फिल्म में सही होता?

5. मैरी कॉम..

मैरी कॉम फिल्म में प्रियंका चोपड़ा ने बखूबी मैरी कॉम का किरदार निभाया था. क्या उस किरदार में मैरी कॉम को भी होना चाहिए था? या किसी और को होना था?

6. हसीना पारकर..

यकीनन श्रद्धा कपूर इस फिल्म के लिए सही चेहरा नहीं थीं, लेकिन इस बायोपिक में भी आप ये नहीं कह सकते कि हसीना पारकर को खुद आना था तो संभव नहीं था, लेकिन बॉलीवुड के कई और चेहरे इस फिल्म को बेहतर कर सकते थे.

7. सानिया नेहवाल..

ये फिल्म तो अभी नहीं आई है, लेकिन फिल्म के लिए श्रद्धा कपूर की ट्रेनिंग अभी भी चालू है. लुक्स से तो लगता है कि श्रद्धा सानिया नेहवाल का किरदार निभा ले जाएंगी.

कुल मिलाकर यहां ये बात तो जस्टिफाई होती है कि संजय दत्त का अपनी ही बायोपिक में काम करना कुछ जम नहीं पाता. वैसे, आपको क्या लगता है कोई और एक्टर किसी बायोपिक लिए सही साबित होता? अपनी राय कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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