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बहूरानी निकली कंडोम सेल्स गर्ल- हंसाने वाली फिल्म हो सकती है नुसरत-विजय राज की 'जनहित में जारी'

    • आईचौक
    • Updated: 06 मई, 2022 08:30 PM
  • 06 मई, 2022 08:30 PM
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नुसरत भरूचा जौर विजय राज की सोशल कॉमेडी ड्रामा जनहित में जारी का ट्रेलर आ चुका है. आइए जानते हैं कि फिल्म की कहानी क्या है और ट्रेलर किस तरह से नजर आ रहा है.

साल 2019 में राज शांडिल्य के लेखन-निर्देशन में एक सोशल कॉमेडी ड्रामा आई थी- ड्रीम गर्ल. आयुष्मान खुराना, नुसरत भरूचा, अन्नू कपूर और विजय राज जैसे कलाकारों की भूमिका से सजी फिल्म की कहानी में ताजगी थी और कॉमिक टाइमिंग ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया था. ड्रीम गर्ल के बाद राज शांडिल्य एक बार फिर लेखक के रूप में सोशल कॉमेडी ही लेकर आए हैं- जनहित में जारी. हालांकि फिल्म का निर्दशन जय बसंतु सिंह ने किया है. जय अब तक टीवी और कमर्शियल के लिए ही काम करते रहे हैं और यह उनकी पहली फिल्म बताई जा रही है.

फिल्म का ट्रेलर आ चुका है जिसमें मजेदार कॉमिक पंच दिख रहा है. विषय पहली नजर में अपील करता है. कहानी के केंद्र में कंडोम है जो आज भी तमाम प्रयासों के बावजूद एक व्यापक दायरे में टैबू बना हुआ है. टैबू किस तरह का है इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि कंडोम के लिए छतरी जैसे ना जाने किस किस तरह के शब्द इस्तेमाल किए जाते हैं. फिल्म के बैकड्राप में एक छोटा शहर है. वहां नौकरी खोजने निकली लड़की (नुसरत भरूचा) को कंडोम सेल्स गर्ल के रूप में आकर्षक सैलरी पर जॉब मिल जाती है. वह उसे जॉइन कर लेती है. इसके बाद एक-एककर समाज में कंडोम बेचने में लगी एक सेल्स गर्ल की जद्दोजहद नजर आती है. कैसे एक लड़की को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

फिल्म के एक दृश्य में विजय राज और अन्य.

इसी दौरान उसे कम उम्र के लड़के से प्यार हो जाता है. मामला शादी तक पहुंचता है. लड़का एक राजनीतिक परिवार से है जिसके मुखिया विजय राज हैं. लड़की क्या करती है इस बात को छिपाकर शादी भी हो जाती है, लेकिन उसका प्रोफेशनल रहस्य ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाता. रहस्य से परदा हटते ही खूब हो हल्ला और बवाल देखने को मिलता है. नुसरत को जिन दिक्कतों का सामना अपने घर में नौकरी जॉइन करने के ठीक बाद...

साल 2019 में राज शांडिल्य के लेखन-निर्देशन में एक सोशल कॉमेडी ड्रामा आई थी- ड्रीम गर्ल. आयुष्मान खुराना, नुसरत भरूचा, अन्नू कपूर और विजय राज जैसे कलाकारों की भूमिका से सजी फिल्म की कहानी में ताजगी थी और कॉमिक टाइमिंग ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया था. ड्रीम गर्ल के बाद राज शांडिल्य एक बार फिर लेखक के रूप में सोशल कॉमेडी ही लेकर आए हैं- जनहित में जारी. हालांकि फिल्म का निर्दशन जय बसंतु सिंह ने किया है. जय अब तक टीवी और कमर्शियल के लिए ही काम करते रहे हैं और यह उनकी पहली फिल्म बताई जा रही है.

फिल्म का ट्रेलर आ चुका है जिसमें मजेदार कॉमिक पंच दिख रहा है. विषय पहली नजर में अपील करता है. कहानी के केंद्र में कंडोम है जो आज भी तमाम प्रयासों के बावजूद एक व्यापक दायरे में टैबू बना हुआ है. टैबू किस तरह का है इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि कंडोम के लिए छतरी जैसे ना जाने किस किस तरह के शब्द इस्तेमाल किए जाते हैं. फिल्म के बैकड्राप में एक छोटा शहर है. वहां नौकरी खोजने निकली लड़की (नुसरत भरूचा) को कंडोम सेल्स गर्ल के रूप में आकर्षक सैलरी पर जॉब मिल जाती है. वह उसे जॉइन कर लेती है. इसके बाद एक-एककर समाज में कंडोम बेचने में लगी एक सेल्स गर्ल की जद्दोजहद नजर आती है. कैसे एक लड़की को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

फिल्म के एक दृश्य में विजय राज और अन्य.

इसी दौरान उसे कम उम्र के लड़के से प्यार हो जाता है. मामला शादी तक पहुंचता है. लड़का एक राजनीतिक परिवार से है जिसके मुखिया विजय राज हैं. लड़की क्या करती है इस बात को छिपाकर शादी भी हो जाती है, लेकिन उसका प्रोफेशनल रहस्य ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाता. रहस्य से परदा हटते ही खूब हो हल्ला और बवाल देखने को मिलता है. नुसरत को जिन दिक्कतों का सामना अपने घर में नौकरी जॉइन करने के ठीक बाद करना पड़ा था उससे भी ज्यादा मुश्किल हालात सुसराल में खड़े हो जाते हैं.

ससुर को जब पता चलता है कि उनकी बहू कंडोम बेचती है तो वह शर्म से डूब जाते हैं. बहू पर काम छोड़ने का दबाव डालते हैं. हालांकि उनकी बहू इस बात के लिए राजी नहीं है और कहती है कि साबित करें कि जो काम वो कर रही वह खराब और अमार्यादित कैसे है? फिल्म में शायद फीमेल कंडोम सेल्स गर्ल की निजी दिक्कतों के साथ, कंडोम को लेकर समाज की धारणा आदि पर विस्तार से बात की गई जो फिल्म में देखने को मिलेगी. जनहित में जारी 10 जून को रिलीज की जाएगी.

ट्रेलर नीचे देखा जा सकता है:-

कंडोम की आवश्यकता बताने की शायद ही जरूरत हो, बावजूद उसे लेकर लोग सार्वजनिक रूप से बचने का प्रयास करते हैं. समझा जा सकता है कि कंडोम सेल्स मैन या सेल्स गर्ल को समाज में किस तरह की धारणाओं का सामना करना पड़ता होगा. मजाक तक उड़ाया जाता है ऐसे लोगों का. यही वजह है कि कई मर्तबा तो सेल्स मैन या सेल्स वुमन भी अपने पेशे की चर्चा घर परिवार और यार दोस्तों तक से नहीं करते. लोग बात क्यों नहीं करते और समाज का नजरिया कंडोम को लेकर इतना तंग क्यों है- उसके पीछे असल में कोई बात ही नहीं है. मगर टैबू है तो है. उसका क्या किया जा सकता है सिवाय सिर धुनने के.

हल्के फुल्के अंदाज में दिख रही कॉमेडी का मूड फिलहाल ट्रेलर में बहुत शानदार लग रहा है. कई सीन्स और संवाद गंभीर दर्शकों को भी हंसने पर विवश करने वाले हैं. संवादों में पंच नजर आता है जो असरदार है. नुसरत भरूचा, विजय राज, टीनू आनंद, अनूद सिंह और सुकृति गुप्ता का काम मजेदार दिख रहा है. फिल्म में मनोरंजन का बढ़िया डोज नजर आ रहा है.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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