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Vinod Mehra Birth Anniversary: बॉलीवुड का एक चॉकलेटी हीरो, जो हर किसी का दिल मोह लेता था!

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 13 फरवरी, 2021 10:38 PM
  • 13 फरवरी, 2021 10:38 PM
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विनोद मेहरा उन चुनिंदा कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने बहुत कम समय में अपनी एक अलग पहचान बनाई. सहज अभिनय शैली, शालीन सी मुस्कान और अपनी बोलती आंखों की चमक से लाखों दिलों में जगह बनाने वाले विनोद 70-80 के दशक के एक महत्वपूर्ण एक्टर रहे हैं.

बॉलीवुड में प्रेम कहानियों पर फिल्में बहुत ज्यादा बनी हैं. खासकर 90 के दशक से पहले तक तो अमूमन हर फिल्म के केंद्र में प्रेम ही प्रमुख विषय हुआ करता था. उस वक्त एक्शन फिल्मों का चलन कम था, लेकिन ऐसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर चलती ज्यादा थीं. लव स्टोरी पर बनी फिल्में, एक्शन फिल्मों की तुलना में कम सफल रही हैं. पर्दे पर दिखाई जाने वाली प्रेम कहानी के पात्र के रूप में काम कर रहे फिल्मी दुनिया के कलाकार अक्सर एक-दूसरे से प्रेम कर बैठते थे. लेकिन उनकी प्रेम कहानियां भी फिल्मों की तरह बहुत कम सफल हो पाती थीं. अधिकांश खूबसूरत सितारे कम से कम एक बार प्रेम सागर में तो जरूर गिरे, लेकिन हालात रूपी लहर ने उन्हें किनारे ला खड़ा कर दिया. लेकिन कुछ कलाकार प्रेम की पाठशाला के नियमित छात्र थे. उनमें से एक विनोद मेहरा भी थे, जो चॉकलेटी हीरो के रूप में मशहूर थे, जो हर किसी का दिल मोह लेते थे.

फिल्म एक्टर विनोद मेहरा और रेखा की प्रेम कहानी बहुत प्रचलित है.

एक जमाना था जब हिंदी फिल्मों में चॉकलेटी हीरो की डिमांड बहुत ज्यादा थी, तब विनोद मेहरा के सितारे बुलंदी पर थे. बॉलीवुड के शानदार कलाकारों में से एक रहे विनोद मेहरा, भले ही खुद को मेन हीरो की तरह स्थापित ना कर पाए हों, मगर अपने अभिनय के दम पर उन्होंने एक अलग मुकाम हासिल किया था. रोल छोटा हो या बड़ा, उन्होंने बस अभिनय को तवज्जो दी. कई बार तो बेहद साधारण से कैरेक्टर में अपनी अदाकारी की बदौलत जान फूंक दी. साल 1958 में एक फिल्म आई थी 'रागनी', इसमें गायक और अभिनेता किशोर कुमार के बचपन का रोल विनोद मेहरा ने निभाया था. बतौर बाल कलाकार यह उनकी पहली फिल्म थी. इके बाद साल 1971 में फिल्म 'एक थी रीटा' के जरिए बतौर लीड एक्टर उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया. उन्होंने अपने 3 दशक लंबे करियर में करीब 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.

बॉलीवुड में प्रेम कहानियों पर फिल्में बहुत ज्यादा बनी हैं. खासकर 90 के दशक से पहले तक तो अमूमन हर फिल्म के केंद्र में प्रेम ही प्रमुख विषय हुआ करता था. उस वक्त एक्शन फिल्मों का चलन कम था, लेकिन ऐसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर चलती ज्यादा थीं. लव स्टोरी पर बनी फिल्में, एक्शन फिल्मों की तुलना में कम सफल रही हैं. पर्दे पर दिखाई जाने वाली प्रेम कहानी के पात्र के रूप में काम कर रहे फिल्मी दुनिया के कलाकार अक्सर एक-दूसरे से प्रेम कर बैठते थे. लेकिन उनकी प्रेम कहानियां भी फिल्मों की तरह बहुत कम सफल हो पाती थीं. अधिकांश खूबसूरत सितारे कम से कम एक बार प्रेम सागर में तो जरूर गिरे, लेकिन हालात रूपी लहर ने उन्हें किनारे ला खड़ा कर दिया. लेकिन कुछ कलाकार प्रेम की पाठशाला के नियमित छात्र थे. उनमें से एक विनोद मेहरा भी थे, जो चॉकलेटी हीरो के रूप में मशहूर थे, जो हर किसी का दिल मोह लेते थे.

फिल्म एक्टर विनोद मेहरा और रेखा की प्रेम कहानी बहुत प्रचलित है.

एक जमाना था जब हिंदी फिल्मों में चॉकलेटी हीरो की डिमांड बहुत ज्यादा थी, तब विनोद मेहरा के सितारे बुलंदी पर थे. बॉलीवुड के शानदार कलाकारों में से एक रहे विनोद मेहरा, भले ही खुद को मेन हीरो की तरह स्थापित ना कर पाए हों, मगर अपने अभिनय के दम पर उन्होंने एक अलग मुकाम हासिल किया था. रोल छोटा हो या बड़ा, उन्होंने बस अभिनय को तवज्जो दी. कई बार तो बेहद साधारण से कैरेक्टर में अपनी अदाकारी की बदौलत जान फूंक दी. साल 1958 में एक फिल्म आई थी 'रागनी', इसमें गायक और अभिनेता किशोर कुमार के बचपन का रोल विनोद मेहरा ने निभाया था. बतौर बाल कलाकार यह उनकी पहली फिल्म थी. इके बाद साल 1971 में फिल्म 'एक थी रीटा' के जरिए बतौर लीड एक्टर उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया. उन्होंने अपने 3 दशक लंबे करियर में करीब 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.

विनोद मेहरा का जन्म 13 फरवरी 1945 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. उनके पिता का नाम परमेश्वरदास मेहरा और माता का नाम कमला मेहरा था. आजादी के बाद उनका परिवार अमृतसर से मुंबई चला आया. यहां आकर उनके पिता ने बिजनेस शुरू कर दिया. उनकी एक बड़ी बहन हैं, जिसका नाम शारदा है, जिन्होंने 70 के दशक में कई फिल्मों में काम किया. विनोद ने मुंबई के सेक्रेड हार्ट बॉयज़ हाई स्कूल से स्कूली और सेंट जेवियर्स कॉलेज से कॉलेज की पढ़ाई पूरी की थी. स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही फिल्मों में काम शुरू कर दिया था. जवानी के दिनों में फिल्मों से ज्यादा उनके अफेयर की वजह से उनका नाम चर्चा में रहता था. फिल्म 'एक थी रीटा' से एक तरह उनके करियर की शुरूआत हुई, तो दूसरी तरफ इस फिल्म की एक्ट्रेस के साथ अफेयर की भी. एक्ट्रेस मीना ब्रोका संग प्यार ऐसा परवान चढ़ा की दोनों ने शादी कर ली.

विनोद मेहरा की इस शादी से उनकी मां कमला मेहरा भी बहुत खुश थीं. लेकिन कुछ समय बाद ही शादी में समस्या शुरू हो गई. इसी बीच विनोद को माइनर हार्ट अटैक आया. ठीक होने के बाद वह मीना ब्रोका से दूर रहने लगे. तभी फिल्म गोलमाल रिलीज हुई. इसकी एक्ट्रेस बिंदिया गोस्वामी की खूबसूरती का हर कोई दीवाना हो गया. उनमें से एक विनोद मेहरा भी थे. दोनों करीब आए. बिंदिया भी विनोद की दीवानी हो गईं. उन्हें देखते ही उनकी कायल हो गईं. कई फिल्मों में दोनों ने साथ काम किया. लेकिन एक समस्या थी. बिंदिया उम्र में विनोद से 16 साल छोटी थीं. लेकिन कहते हैं ना इश्क हर सीमा से परे होता है, ऐसे में उम्र क्या चीज है. लंबे अफेयर के बाद दोनों ने शादी कर ली. वो भी घरवालों से छुपकर. एक कहावत है कि इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपते. वहीं इस नए शादीशुदा प्रेमीजोड़े के साथ भी हुआ.

एक दिन अचानक खबर फैली कि शादीशुदा विनोद मेहरा ने बिंदिया गोस्वामी से शादी कर ली है. इस खबर से तो जैसे चारों तरफ आग ही लग गई. विनोद मेहरा की शादीशुदा जिंदगी में भूचाल आ गया. यहां तक कहा जाता है कि मीना ब्रोका के भाईयों ने विनोद और बिंदिया को धमकी दी कि यदि दोनों जल्द ही अलग नहीं हुए तो उसका अंजाम बहुत बुरा होगा. करीब चार साल दोनों का रिश्ता चला, इसके बाद अलग हो गए. विनोद से अलग होने के बाद बिंदिया गोस्वामी ने फिल्म डायरेक्टर जेपी दत्ता से शादी कर ली. इधर, मीना ब्रोका भी विनोद से बहुत दूर जा चुकी थी. एक बार फिर वह अपने जीवन में अकेले हो गए थे. पहली पत्नी दूर जा चुकी थी और दूसरी ने अलग होकर किसी और से शादी रचा ली थी. टूटा हुआ दिल लेकर विनोद मेहरा दुखी मन से फिल्मों की शूटिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे. इसी बीच उनको फिर इश्क हो गया.

बिंदिया के चले जाने के बाद सदमे में जी रहे विनोद मेहरा की जिंदगी में एक्ट्रेस रेखा का प्रवेश हुआ. रेखा और विनोद ने एक साथ 10 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया. इस दौरान उनकी नजदीकियां बढ़ती गईं. कहा जाता है कि विनोद मेहरा ने रेखा से शादी कर लिया. 1973 में रेखा और विनोद मेहरा की शादी की खबरों ने खूब तूल पकड़ा. शादी के बाद रेखा को लेकर जब विनोद अपने घर कोलकाता पहुंचे तो उनकी मां बहुत नाराज हो गईं. यहां तक की गुस्से में आकर उन्होंने चप्पल तक निकाल ली. रेखा जैसे ही उनके पैर छूने लगीं, तो उन्होंने उनको धक्का मारकर दूर हटा दिया. रेखा घर के दरवाजे पर खड़ी रहीं. उनकी सास गालियां देती रहीं. हालांकि, बाद में विनोद मेहरा ने बीच-बचाव किया और मां को किसी तरह समझाया. लेकिन ये शादी भी महज दो महीने ही चल पाई. विनोद ने रेखा को अपने घर लौट जाने के लिए कह दिया.

रेखा से अलग होने के बाद विनोद मेहरा ने चौथी शादी किरण से की थी. साल 1988 में किरण से शादी के बाद उनके दो बच्चे हुए एक बेटा रोहन और बेटी सोनिया. इस बीच महज 45 साल की उम्र में समय ने इस जादुई अभिनेता को हमसे छीन लिया. करीब 100 से ज्यादा फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखा चुके विनोद का निधन 30 अक्टूबर 1990 को हार्ट अटैक के कारण हो गया. विनोद की मौत जिस वक्त हुई तो उनकी बेटी सोनिया की उम्र महज दो साल से भी कम थी. पति की मौत के बाद किरण बच्चों के साथ केन्या शिफ्ट हो गईं. बेटी सोनिया का पालन-पोषण उनकी नाना-नानी के घर ही हुआ. केन्या और लंदन से पढ़ीं सोनिया ने 8 साल की उम्र में एक्टिंग की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी. इस दौरान लंदन एकेडमी ऑफ म्यूजिक एंड ड्रामेटिक आर्ट्स के एक्टिंग एग्जामिनेशन में उन्हें गोल्ड मेडल भी मिला था.



इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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