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'पंचायत' और 'गुल्लक' जैसी वेब सीरीज देने वाले 'TVF' की सफलता की कहानी

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 11 जुलाई, 2022 02:36 PM
  • 11 जुलाई, 2022 02:36 PM
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'द वायरल फीवर' यानी TVF की वेब सीरीज की बात ही अलग होती है. जी5 पर रिलीज हुई उसकी वेब सीरीज 'सास बहू अचार प्राइवेट लिमिटेड' तेजी से लोकप्रिय हो रही है. इससे पहले 'एसप‍िरेंट', 'पंचायत', 'ये मेरी फैमिली' और 'गुल्‍लक' जैसी बेहतरीन वेब सीरीज रिलीज हो चुकी हैं. आइए 'द वायरल फीवर' की सफलता की कहानी जानते हैं.

'पिचर्स', 'एसप‍िरेंट', 'फादर्स', 'क्यूबिकल्स', 'कोटा फैक्ट्री', 'चीज़केक', 'चाय सुट्टा क्रोनिकल', 'बैचलर्स', 'परमानेंट रूममेट्स', 'पंचायत', 'ये मेरी फैमिली' और 'गुल्‍लक' जैसी वेब सीरीज देने वाले 'द वायरल फीवर' यानी टीवीएफ की कहानी बहुत दिलचस्प है. किसी सीरीज में गांव की सोंधी महक मिलती है, तो किसी में स्कूल-कॉलेज की जिंदगी को पेश किया गया है. किसी सीरीज में परिवार की पाठशाला लगी है, तो किसी में पिता होने का मतलब समझाया गया है. हर सीरीज में बेहतरीन कहानी और जबरदस्त अभिनय प्रदर्शन देखने को मिलता है.

TVF की शुरूआत एक रिजेक्शन के साथ हुई है. लेकिन इसके फाउंडर अरुणभ कुमार का विजन शुरू से साफ था कि उनको यूथ ओरिएंटेड वीडियो कंटेंट क्रिएट करना है. वो समझ चुके थे कि नई पीढ़ी मनोरंजन के परंपरागत माध्यमों से ऊब चुकी है. डिजिटल होती दुनिया में मनोरंजन के नए साधनों की जरूरत है. यही वजह है कि उन्होंने अपने इस चैनल के जरिए युवा पीढ़ी और उनसे जुड़े विषयों को फोकस करके वीडियो बनाने का फैसला किया. पैरोडी वीडियो बनाने से हुई शुरूआत वक्त के साथ धीरे-धीरे देश, समाज, गांव, राजनीति, लाइफस्टाइल, फिल्म से जुड़े मुद्दों पर शिफ्ट हो गई. इसके बाद जैसे-जैसे संसाधन बढ़ते गए और दर्शकों की डिमांड बढ़ती गई, टीवीएफ के वीडियो का संसार बदलता गया.

भारत में साल 2005 से 2015 तक का समय इंटरनेट के लिहाज से बहुत अहम रहा है. इसी दौरान ऑनलाइन वीडियो और कंटेंट ने आकार लिया और विस्तार किया था. साल 2008 में पहली बार भारत में ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब को लॉन्च किया गया था. इसकी लॉन्चिंग में बेनेट कोलमैन एंड कंपनी, यूटीवी, राजश्री ग्रुप और जूम चैनल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उस वक्त टेलीविजन पर डेली शोप देख-देख कर ऊब चुके दर्शकों के लिए यूट्यूब मनोरंजन का एक नया माध्यम बनकर ऊभर रहा था. उसकी लॉन्चिंग के दो साल बाद 2010 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने वाले अरुणभ कुमार ने 'द वायरल फीवर' नाम से अपना यूट्यूब चैनल लॉन्च किया...

'पिचर्स', 'एसप‍िरेंट', 'फादर्स', 'क्यूबिकल्स', 'कोटा फैक्ट्री', 'चीज़केक', 'चाय सुट्टा क्रोनिकल', 'बैचलर्स', 'परमानेंट रूममेट्स', 'पंचायत', 'ये मेरी फैमिली' और 'गुल्‍लक' जैसी वेब सीरीज देने वाले 'द वायरल फीवर' यानी टीवीएफ की कहानी बहुत दिलचस्प है. किसी सीरीज में गांव की सोंधी महक मिलती है, तो किसी में स्कूल-कॉलेज की जिंदगी को पेश किया गया है. किसी सीरीज में परिवार की पाठशाला लगी है, तो किसी में पिता होने का मतलब समझाया गया है. हर सीरीज में बेहतरीन कहानी और जबरदस्त अभिनय प्रदर्शन देखने को मिलता है.

TVF की शुरूआत एक रिजेक्शन के साथ हुई है. लेकिन इसके फाउंडर अरुणभ कुमार का विजन शुरू से साफ था कि उनको यूथ ओरिएंटेड वीडियो कंटेंट क्रिएट करना है. वो समझ चुके थे कि नई पीढ़ी मनोरंजन के परंपरागत माध्यमों से ऊब चुकी है. डिजिटल होती दुनिया में मनोरंजन के नए साधनों की जरूरत है. यही वजह है कि उन्होंने अपने इस चैनल के जरिए युवा पीढ़ी और उनसे जुड़े विषयों को फोकस करके वीडियो बनाने का फैसला किया. पैरोडी वीडियो बनाने से हुई शुरूआत वक्त के साथ धीरे-धीरे देश, समाज, गांव, राजनीति, लाइफस्टाइल, फिल्म से जुड़े मुद्दों पर शिफ्ट हो गई. इसके बाद जैसे-जैसे संसाधन बढ़ते गए और दर्शकों की डिमांड बढ़ती गई, टीवीएफ के वीडियो का संसार बदलता गया.

भारत में साल 2005 से 2015 तक का समय इंटरनेट के लिहाज से बहुत अहम रहा है. इसी दौरान ऑनलाइन वीडियो और कंटेंट ने आकार लिया और विस्तार किया था. साल 2008 में पहली बार भारत में ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब को लॉन्च किया गया था. इसकी लॉन्चिंग में बेनेट कोलमैन एंड कंपनी, यूटीवी, राजश्री ग्रुप और जूम चैनल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उस वक्त टेलीविजन पर डेली शोप देख-देख कर ऊब चुके दर्शकों के लिए यूट्यूब मनोरंजन का एक नया माध्यम बनकर ऊभर रहा था. उसकी लॉन्चिंग के दो साल बाद 2010 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने वाले अरुणभ कुमार ने 'द वायरल फीवर' नाम से अपना यूट्यूब चैनल लॉन्च किया था.

इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ प्रोडक्शन का काम शुरू किया

अरुणभ कुमार ने आईआईटी से इंजीनियरिंग करने के बाद कुछ दिनों तक नौकरी की थी. लेकिन उनका वहां मन नहीं लगा. इसके बाद उन्होंने शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाऊस रेड चिली एंटरटेनमेंट में बतौर कंसल्टेंट काम शुरू किया. इसी दौरान उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म 'ओम शांति ओम' के लिए फराह खान के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम भी किया. इसके बाद उन्होंने अपने दो दोस्त अमित गोलानी और बिस्वपति सरकार के साथ यंग जेनरेशन को टारगेट करके शो तैयार किया, लेकिन MTV ने उसे रिजेक्ट कर दिया.

जानिए एक रिजेक्शन ने कैसे टीवीएफ को जन्म दिया था

इस रिजेक्शन के बाद उन्होंने TVF नाम से यूट्यूब चैनल खोलकर अपने शो रिलीज करने का फैसला किया. इस चैनल पर सबसे पहले 'राउडीज' शीर्षक से एक वीडियो रिलीज किया गया. इसमें दीपक कुमार और नवीन कस्तुरिया लीड रोल में थे. इस शो का असली मकसद MTV के मशहूर शो 'रोडिज' का मजाक उड़ाना था. लेकिन वीडियो रिलीज होते ही वायरल हो गया. इसके व्यूज देखकर खुद अरुणभ को भी यकीन नहीं हो रहा था. यहीं से TVF के मजाकिया वीडियो की शुरूआत हुई. इसके बाद कई पैरोडी वीडियो रिलीज हुए.

पैरोडी वीडियो से हुई शुरूआत ऐसे वेब सीरीज तक पहुंची

इनमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और न्यूज एंकर अरनब गोस्वामी के पैरोडी वीडियो खूब वायरल हुए थे. इन दोनों की भूमिका बिस्वपति सरकार ने निभाई थी. इसके बाद 'गाना वाला सॉन्ग', 'गैंग्स ऑफ सोशल मीडिया' और 'मुन्ना जज्बाती' जैसे वीडियो ने TVF को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. ये सबकुछ साल 2012 से 2014 के दौरान हुआ. साल 2014 के बाद 'द वायरल फीवर' ने एक नए दौर में कदम रखा. इसी समय इसकी वेब सीरीज 'परमानेंट रूममेट्स' को यूट्यूब पर रिलीज किया गया था.

TVFPlay की लॉन्चिंग में 'परमानेंट रूममेट्स' का रोल

सुमीत व्यास और निधि सिंह स्टारर 'परमानेंट रूममेट्स' ने डिजिटल की दुनिया में धमाका कर दिया. इस वेब सीरीज 50 मिलियन लोगों ने देखा है. इसके बाद पिचर्स, ट्रिपलिंग, गर्लियापा, द स्क्रीन पत्ती जैसी वेब सीरीज लोगों को बहुत ज्यादा पसंद आई. बढ़ती लोकप्रियता ने TVF की जिम्मेदारियों को भी बढ़ा दिया. इसके लिए बेहतरीन कंटेंट का चुनाव सबसे जरूरी था. चैनल ने दर्शकों के भरोसे को बरकार रखते हुए अपना खुद प्लेटफॉर्म TVFPlay के नाम से लॉन्च कर दिया. यहां पिचर्स के आखिरी दो एपिसोड रिलीज किए गए.

एक से बढ़कर एक धमाकेदार सीरीज ने लोगों का मनमोहा

TVFPlay पर पिचर्स के दोनों एपिसोड रिलीज होते ही महज दो दिनों में 10 लाख व्यूज मिल गए. आलम ये हो गया कि प्लेटफॉर्म की क्रैश हो गया, जिसे तीन घंटे बाद सही किया जा सका. टीवीएफ प्ले की लोकप्रियता ने इनवेस्टर्स को आकर्षित किया. टाइगर ग्लोबल नामक एक कंपनी ने 10 मिलियन डॉलर निवेश किया. इसके बाद टीवीएफ ने कई अलग-अलग चैनल जैसे गर्लियापा, द स्क्रीन पत्ती और द टाइमलाइनर्स शुरू किए. टीवीएफ का दिल्ली में हेडक्वार्टर बनाया गया, जबकि एक ऑफिस मुंबई में भी है.

वीडियो के साथ ओटीटी के लिए भी कंटेंट तैयार कर रहे हैं

आज टीवीएफ अपने लिए वीडियो बनाने के साथ ही ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए भी कंटेंट तैयार कर रहा है. उसने अमेजन प्राइम वीडियो और जी5 के साथ करार भी किया है. इसी के तहत अमेजन प्राइम वीडियो पर पंचायत के दोनों सीजन और जी5 पर हाल ही में 'सास बहू अचार प्राइवेट लिमिटेड' वेब सीरीज स्ट्रीम की गई है. इसके वीडियो और सीरीज में काम करने वाले कलाकार रातों-रात स्टार बन जाते हैं. सुमित व्यास, जीतेंद्र कुमार, चंदन कुमार और बिस्वपति सरकार जैसे कलाकारों का नाम इस फेहरिस्त में प्रमुख है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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