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'सिनेमा' के साथ 'समाज' के लिए भी दिल खोलकर काम करते हैं साउथ के ये सुपरस्टार

    • आईचौक
    • Updated: 25 अप्रिल, 2022 04:05 PM
  • 25 अप्रिल, 2022 03:44 PM
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इनदिनों साउथ सिनेमा के सितारों का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. रामचरण और जूनियर एनटीआर की फिल्म 'आरआरआर' और रॉकिंग स्टार यश की फिल्म 'केजीएफ चैप्टर 2' की सफलता इस बात की गवाह है कि हिंदी पट्टी में साउथ के सितारे जगमगा रहे हैं. ये सितारे अपने सिनेमा से मनोरंजन करने के साथ सोशल वर्क भी खूब करते हैं.

हिंदी पट्टी में साउथ सिनेमा के सितारे इनदिनों जमकर जगमगा रहे हैं. इनके दमदार अभिनय की वजह से इनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन परफॉर्मेंस कर रही हैं. सैकड़ों करोड़ रुपए कमा रही हैं. इस वक्त रामचरण और जूनियर एनटीआर की फिल्म 'आरआरआर' और रॉकिंग स्टार यश की फिल्म 'केजीएफ चैप्टर 2' बॉक्स ऑफिस पर तूफान मचाए हुए हैं. वर्ल्डवाइड कलेक्शन की बात करें तो 'आरआरआर' ने अभी तक 1100 करोड़ रुपए कमाए हैं, तो वहीं 'केजीएफ चैप्टर 2' ने रिलीज के 11वें दिन ही 650 करोड़ रुपए का बिजनेस कर लिया है. दोनों ही फिल्मों ने हिंदी वर्जन से धमाकेदार कमाई की है. इसमें 'आरआरआर' ने अपने हिंदी वर्जन से 260 करोड़ रुपए, तो 'केजीएफ' ने 300 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है. इतना ही नहीं पिछले एक साल के दौरान रिलीज हुई साउथ की तमाम फिल्मों ने भी बहुत अच्छा कारोबार किया है. इससे साउथ के कलाकारों की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है. इतना ही साउथ के ये सितारे सिनेमा के साथ समाज के लिए भी दिल खोलकर काम करते हैं.

यही वजह है कि साउथ के राज्यों में इन सितारों की लोग पूजा करते हैं. उनको भगवान की तरह मानते हैं. उनकी फिल्में जब रिलीज होती हैं, तो यहां जश्न मनाया जाता है. उनकी तस्वीरों को दूध से नहलाया जाता है. सुबह 6 बजे से देर रात 2 बजे तक लोग इनकी फिल्मों के शोज देखते हैं. सिनेमाघर फिल्म के हर सीन पर तालियों और सीटियों की आवाज से गूंजते रहते हैं. बॉलीवुड में अभिनेता सोनू सूद और अक्षय कुमार को उनके चैरिटी वर्क के लिए जाना जाता है. सोनू सूद ने तो कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जिस तरह से मदद की है, लोग उनको मसीहा तक कहने लगे हैं. लॉकडाउन के दौरान सोनू लोगों को बस, ट्रेन यहां तक हवाई जहाज से भी अपने पैसे से उनके घर पहुंचाया है. उनको खाना खिलवाया है. लोगों की ईलाज में मदद की है. अपने होटल तक गिरवी रखकर उन्होंने लोगों की मदद की है. उसी तरह अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष में 25 करोड़ रुपए दान दिया था. बॉलीवुड इस तरह के गिने-चुने कलाकार ही हैं, लेकिन साउथ फिल्म इंडस्ट्री में अधिकतर कलाकार समाज सेवा के लिए मशहूर हैं.

हिंदी पट्टी में साउथ सिनेमा के सितारे इनदिनों जमकर जगमगा रहे हैं. इनके दमदार अभिनय की वजह से इनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन परफॉर्मेंस कर रही हैं. सैकड़ों करोड़ रुपए कमा रही हैं. इस वक्त रामचरण और जूनियर एनटीआर की फिल्म 'आरआरआर' और रॉकिंग स्टार यश की फिल्म 'केजीएफ चैप्टर 2' बॉक्स ऑफिस पर तूफान मचाए हुए हैं. वर्ल्डवाइड कलेक्शन की बात करें तो 'आरआरआर' ने अभी तक 1100 करोड़ रुपए कमाए हैं, तो वहीं 'केजीएफ चैप्टर 2' ने रिलीज के 11वें दिन ही 650 करोड़ रुपए का बिजनेस कर लिया है. दोनों ही फिल्मों ने हिंदी वर्जन से धमाकेदार कमाई की है. इसमें 'आरआरआर' ने अपने हिंदी वर्जन से 260 करोड़ रुपए, तो 'केजीएफ' ने 300 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है. इतना ही नहीं पिछले एक साल के दौरान रिलीज हुई साउथ की तमाम फिल्मों ने भी बहुत अच्छा कारोबार किया है. इससे साउथ के कलाकारों की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है. इतना ही साउथ के ये सितारे सिनेमा के साथ समाज के लिए भी दिल खोलकर काम करते हैं.

यही वजह है कि साउथ के राज्यों में इन सितारों की लोग पूजा करते हैं. उनको भगवान की तरह मानते हैं. उनकी फिल्में जब रिलीज होती हैं, तो यहां जश्न मनाया जाता है. उनकी तस्वीरों को दूध से नहलाया जाता है. सुबह 6 बजे से देर रात 2 बजे तक लोग इनकी फिल्मों के शोज देखते हैं. सिनेमाघर फिल्म के हर सीन पर तालियों और सीटियों की आवाज से गूंजते रहते हैं. बॉलीवुड में अभिनेता सोनू सूद और अक्षय कुमार को उनके चैरिटी वर्क के लिए जाना जाता है. सोनू सूद ने तो कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जिस तरह से मदद की है, लोग उनको मसीहा तक कहने लगे हैं. लॉकडाउन के दौरान सोनू लोगों को बस, ट्रेन यहां तक हवाई जहाज से भी अपने पैसे से उनके घर पहुंचाया है. उनको खाना खिलवाया है. लोगों की ईलाज में मदद की है. अपने होटल तक गिरवी रखकर उन्होंने लोगों की मदद की है. उसी तरह अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष में 25 करोड़ रुपए दान दिया था. बॉलीवुड इस तरह के गिने-चुने कलाकार ही हैं, लेकिन साउथ फिल्म इंडस्ट्री में अधिकतर कलाकार समाज सेवा के लिए मशहूर हैं.

आइए साउथ के प्रमुख सुपरस्टार्स के बारे में जानते हैं, जो अपने सोशल वर्क के लिए मशहूर हैं...

1. राम चरण

एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी रामचरण की फिल्म 'आरआरआर' पिछले महीने 25 मार्च को रिलीज हुई थी. इस फिल्म ने अभी तक 1000 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई कर ली है. साउथ सिनेमा के हाईपेड एक्टर राम चरण फिल्मों के साथ बिजनेस भी बड़े पैमाने पर करते हैं. वो हैदराबाद बेस्ड एयरलाइन ट्रू जेट के मालिक हैं. इसके अलावा उनकी रामचरण हैदराबाद पोलो राइडिंग क्लब नाम से पोलो टीम भी है. वो 'मा टीवी' के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी शामिल हैं. राम चरण ने अपने पिता के नाम से एक चैरिटेबल ट्रस्ट शुरू किया है. ट्रस्ट ब्लड डोनेशन और आई डोनेशन का काम करता है. इसके जरिए वह गरीब लोगों तक मदद पहुंचाने का हर संभव प्रयास करते हैं.

2. सूर्या

तमिल फिल्मों के मशहूर एक्टर सूर्या 'सिंगम' और 'गजनी' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. पिछले साल उनकी फिल्म जय भीम रिलीज हुई थी, जो ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भी नॉमिनेट हुई थी. सूर्या तमिल भाषा का ‘कौन बनेगा करोड़पति’ भी होस्ट करते हैं. कोरोना महामारी जब पीक पर थी, उस वक्त लॉकडाउन लगा दिया गया था. हजारों लोगों को नौकरियां छिन गईं. ऐसे में सुपरस्टार सूर्या अपने फैनक्लब के 250 मेंबर्स के लिए मसीहा बन कर सामने आए हैं. उन्होंने 12.5 लाख रुपए अपने फैन क्लब के मेंबर्स को दान में दिए हैं. इस तरह मेंबर्स के खाते में पांच-पांच हजार रुपए ट्रांसफर करवाए. सूर्या एक एनजीओ 'आगराम' भी चलाते हैं, जो कुपोषित बच्चों के लिए काम करती है.

3. महेश बाबू

तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर सुपरस्टार महेश बाबू किसी परिचय के मोहताज नहीं है. उनको साउथ सिनेमा का सलमान खान भी कहा जाता है. उन्होंने बॉलीवुड अभिनेत्री नम्रता शिरोडकर से शादी की है. महेश बाबू अपनी सुपर हिट फिल्मों के साथ ही समाज सेवा के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने आंध्रा हॉस्पिटल्स और हीलिंग लिटिल हार्ट्स नाम की संस्था के साथ साल 2019 में हाथ मिलाया था. इसके बाद इन दोनों संस्थानों के साथ मिलकर अभिनेता ने अब तक 1000 से ज्यादा बच्चों की सर्जरी को स्पॉन्सर किया है. उनकी संस्था बीमार बच्चों के जीवन को बचाने के लिए काम करती है, जिनके परिवार मेडिकल खर्च नहीं उठा सकते हैं. साल 2016 में उन्होंने आंध्र प्रदेश के बरीपालम और तेलंगाना के सिद्धापुरम गांवों को गोद भी लिया था. महेश बाबू द्वारा गोद लिए जाने के बाद इन पिछड़े गांवों में खूब विकास हुआ है. वहां के लोग अभिनेता को भगवान की तरह पूजते हैं.

4. रजनीकांत

देश के सबसे बड़े सुपरस्टार रजनीकांत इतने बड़े सितारे होने के बावजूद सहज स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. उनकी सादगी लोगों का मनमोह लेती है. वो फिल्मों से जितनी आमदनी करते हैं, उसका आधा हिस्सा दान कर देते हैं, जो वंचित लोगों के लिए सामाजिक कल्याण के काम आती है. कोरोना काल में लगे लॉकडाउन की वजह से जब फिल्मों का निर्माण बंद हो गया, तो कामगारों की जिंदगी मुश्किल में आ गई. फिल्म एम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ साउथ इंडिया ने बड़े कलाकारों से इन कामगारों को बचाने की अपील की तो सबसे पहले रजनीकांत सामने आए, उन्होंने संगठन के कोष में 50 लाख रुपए का दान दिया. यह रकम संगठन के अध्यक्ष आरके सेल्वामणि द्वारा अनुरोधित धन के 25 प्रतिशत के बराबर थी. इतना ही नहीं रजनीकांत का एनजीओ कुपोषित बच्चों के विकास और छोटे बच्चों की शिक्षा के लिए भी काम करता है. समय-समय पर विभिन्न एनजीओ को दान देते रहते हैं.

5. चिरंजीवी

मेगास्टार के नाम से मशहूर चिरंजीवी साउथ सिनेमा से बॉलीवुड तक मशहूर है. उनको सात बार दक्षिण भारतीय फिल्मफेयर अवॉर्ड और चार बार नंदी अवॉर्ड मिल चुका है. यही नहीं वो बॉलीवुड में भी अपना जलवा दिखा चुके हैं. उनकी पहली ही फिल्म 'प्रतिबंध' के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट भी किए गए थे. चिरंजीवी फिल्मों में बेहतरीन काम के साथ अपने सामाजिक कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं. साल 2019 में उन्होंने राघव लॉरेंस के चैरिटेबल ट्रस्ट को 10 लाख रुपये का दान दिया था, जिससे बहुत सारे बच्चों को दिल की सर्जरी कराने में मदद मिली थी. चिरंजीवी अपने नाम से एक चैरिटेबल ट्रस्ट चिरंजीवी चैरिटेबल ट्रस्ट चला रहे हैं. ट्रस्ट आई और ब्लड बैंक भी चलाता है. उनके ट्रस्ट ने 85000 से ज्यादा लोगों की मदद की है. चिरंजीवी चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से लगभग 70000 रक्तदान और 1400 नेत्रदान किए जा चुके हैं.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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