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Thugs of Hindostan: 'बहुत ही कमीने को इंग्लिश में क्या कहते हैं?'

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 27 सितम्बर, 2018 01:55 PM
  • 27 सितम्बर, 2018 01:55 PM
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आमिर खान और अमिताभ बच्चन की फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. इस ट्रेलर में अमिताभ और आमिर की जोड़ी बेहतरीन लग रही है.

आमिर खान और अमिताभ बच्चन की आने वाली फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' का ट्रेलर आ गया है. इस ट्रेलर को देखकर फिल्म की एक झलक के साथ-साथ आमिर और अमिताभ की अदाकारी की भी. इस ट्रेलर को देखकर फिल्म देखने का मन करता है, लेकिन उसकी वजह सिर्फ आमिर और अमिताभ ही बनते हैं.

ट्रेलर हमें 1795 में ले जाता है जहां ईस्ट इंडिया कंपनी राज करना चाहती थी और गुलामी झेलने वाले हिंदुस्तानियों के बीच समुद्री लुटेरों या ठग्स का एक ऐसा जत्था होता है जो अंग्रेजी सरकार की इस गुलामी को बर्दाश्त नहीं करता. उनके सरदार होते हैं 'आज़ाद' यानी अमिताभ बच्चन. हालांकि, ट्रेलर में उन्हें आज़ाद नाम दिया गया है, लेकिन जब इस फिल्म का लुक रिलीज किया गया था तब अमिताभ का नाम खुदाबक्श बताया गया था. फातिमा सना शेख इस फिल्म में आज़ाद के सीधे हाथ की तरह काम करती दिख रही हैं.

ठग्स ऑफ हिंदोस्तान में बहुत से एक्शन सीन हैं

3.5 मिनट का ट्रेलर फिल्म के हर किरदार के बारे में बता देता है और ये समझना मुश्किल नहीं है कि इस फिल्म में सबसे बड़े ठग की भूमिका में आमिर हैं जो अंग्रेजी सरकार और अमिताभ दोनों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

आमिर खान का लुक यकीनन देखने में बेहतर है, लेकिन जिस संजीदगी को अमिताभ के चेहरे पर देखा जा सकता है वो किसी भी कैरेक्टर में नहीं दिखती. खैर, आमिर का किरदार भी बहुत मजाकिया दिखाया गया है. जहां आज़ाद का किरदार अपने उसूलों वाला दिखाया है वहीं आमिर का किरदार एक पक्के ठग का दिखाया गया है जो पैसे के लिए कुछ भी करेगा. आमिर को अंग्रेज के रूप में भी देखा जा सकता है. ट्रेलर के एक डायलॉग में आमिर बोलते हैं कि, 'अंग्रेजी में बहुत ही कमीने को क्या कहते हैं?' 'बस वही हैं हम.' आमिर का ये डायलॉग चेहरे पर हंसी ला देगा.

ट्रेलर में अगर दोनों हिरोइनों की...

आमिर खान और अमिताभ बच्चन की आने वाली फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' का ट्रेलर आ गया है. इस ट्रेलर को देखकर फिल्म की एक झलक के साथ-साथ आमिर और अमिताभ की अदाकारी की भी. इस ट्रेलर को देखकर फिल्म देखने का मन करता है, लेकिन उसकी वजह सिर्फ आमिर और अमिताभ ही बनते हैं.

ट्रेलर हमें 1795 में ले जाता है जहां ईस्ट इंडिया कंपनी राज करना चाहती थी और गुलामी झेलने वाले हिंदुस्तानियों के बीच समुद्री लुटेरों या ठग्स का एक ऐसा जत्था होता है जो अंग्रेजी सरकार की इस गुलामी को बर्दाश्त नहीं करता. उनके सरदार होते हैं 'आज़ाद' यानी अमिताभ बच्चन. हालांकि, ट्रेलर में उन्हें आज़ाद नाम दिया गया है, लेकिन जब इस फिल्म का लुक रिलीज किया गया था तब अमिताभ का नाम खुदाबक्श बताया गया था. फातिमा सना शेख इस फिल्म में आज़ाद के सीधे हाथ की तरह काम करती दिख रही हैं.

ठग्स ऑफ हिंदोस्तान में बहुत से एक्शन सीन हैं

3.5 मिनट का ट्रेलर फिल्म के हर किरदार के बारे में बता देता है और ये समझना मुश्किल नहीं है कि इस फिल्म में सबसे बड़े ठग की भूमिका में आमिर हैं जो अंग्रेजी सरकार और अमिताभ दोनों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

आमिर खान का लुक यकीनन देखने में बेहतर है, लेकिन जिस संजीदगी को अमिताभ के चेहरे पर देखा जा सकता है वो किसी भी कैरेक्टर में नहीं दिखती. खैर, आमिर का किरदार भी बहुत मजाकिया दिखाया गया है. जहां आज़ाद का किरदार अपने उसूलों वाला दिखाया है वहीं आमिर का किरदार एक पक्के ठग का दिखाया गया है जो पैसे के लिए कुछ भी करेगा. आमिर को अंग्रेज के रूप में भी देखा जा सकता है. ट्रेलर के एक डायलॉग में आमिर बोलते हैं कि, 'अंग्रेजी में बहुत ही कमीने को क्या कहते हैं?' 'बस वही हैं हम.' आमिर का ये डायलॉग चेहरे पर हंसी ला देगा.

ट्रेलर में अगर दोनों हिरोइनों की बात करें तो दोनों ने ही कुछ खास कमाल नहीं दिखाया है. हां, कोशिश भरपूर दिख रही है. सुरइया के किरदार में कटरीना दिलकश तो लग रही हैं, लेकिन किसी भी तरह से उनका एक्सप्रेशन सही नहीं बैठ रहा. और फातिमा सना शेख भी अपने किरदार में फिट बैठने में चूक सी गई हैं.

ट्रेलर में बहुत से जहाज हैं और लगता है कि इस फिल्म में पानी की भूमिका भी अहम है. और हो भी क्यों न ये फिल्म समुद्री लुटेरों पर जो बनी है. पर एक और बात ध्यान खींचती है. कुछ-कुछ इस ट्रेलर में 'पाइरेट्स ऑफ द केरेबियन' की झलक भी देखने को मिलेगी और लगेगा कि एक्शन कॉपी किया गया है, लेकिन ये सब कुछ इसलिए मायने नहीं रखता क्योंकि आमिर और अमिताभ ये एक्शन कर रहे हैं. और हां, अगर बात डायलॉग डिलिवरी की हो रही है तो अमिताभ बच्चन सभी एक्टर्स पर भारी पड़ रहे हैं यहां तक कि आमिर खान पर भी. उनकी भारी आवाज़ एक ठग की भूमिका को सही से निभा रही है.

ट्रेलर में जो खराबी दिखी..

फिल्म के ट्रेलर में एक बहुत बड़ी कमी है और वो है एनिमेशन की. जहाज साफ नकली दिख रहे हैं और इससे बेहतर एनिमेशन बाहुबली में देखा गया है. फातिमा सना शेख की एंट्री और ट्रेलर में उनके सारे स्टंट बेहद खराब एनिमेशन के साथ दिख रहे हैं. तीर चलाने वाला सीन बाहुबली में भी था और 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' में भी है, लेकिन दोनों में जमीन आसमान का फर्क समझ आएगा. इतना ही नहीं अमिताभ बच्चन के स्टंट भी कुछ बेहतर तरीके से फिल्माए जा सकते थे. पूरे ट्रेलर में ये बात अखर रही है कि बाहुबली जैसी फिल्म की तरह इससे ज्यादा जुड़ाव महसूस नहीं हो रहा. जहां तक कटरीना का सवाल है तो ट्रेलर में वो आकर्षित कर पाने में बहुत ज्यादा कामियाब नहीं रहीं अब फिल्म की कहानी में उनका क्या किरदार है ये तो देखना पड़ेगा.

ठग्स ऑफ हिंदोस्तान की असली स्टोरी..

आमिर खान और अमिताभ की ये फिल्म असल में 1839 के नॉवेल Confessions of a Thug पर आधारित बताई जा रही है. इस नॉवेल को लिखा था फिलिप मीडोस टेलर ने. इस नॉवेल की कहानी आमिर अली नाम के एक ठग पर आधारित है. ये 19वीं सदी की ब्रिटेन में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों में से एक थी.

फिलिप उस दौरान हैदराबाद के निजाम के यहां काम करते थे और उस दौर में भारत में ठगों का काफी दबदबा था. ये ब्रिटिश राज के लिए एक सिरदर्द से कम नहीं था. ठग अक्सर लूट मचाते और अमीरों को मारकर उनका पैसा ले लेते थे. नॉवेल कहती है कि ठगों 5 लाख से 20 लाख तक लोगों को मारा था और वो इतिहास के सबसे खतरनाक आतंकी संगठनों में से एक थे.

ब्रिटिश राज ने 1830 में ठग्स पर काबू पाया और इसके लिए उनकी मदद की 'फिरंगी' (आमिर अली) ने. उसे अंग्रेजी सरकार ने गिरफ्तार किया था और अपने सबूत के तौर पर पेश किया था. फिरंगी के बयान के बाद हजारों ठग पकड़े गए थे. 1870 तक ठगों का संगठन ही खत्म हो गया था.

अब ये असली कहानी है या नहीं ये दावा तो फिल्म में नहीं किया जा रहा. बाकी अगर देखा जाए तो ये फिल्म सिर्फ अमिताभ और आमिर के लिए देखने वाली होगी. फिल्म का ट्रेलर देखकर ही बॉलीवुड के इन दो महान कलाकारों की लड़ाई देखनी दिलचस्प होगी. और यही आमिर और अमिताभ की फिल्म का सार है. कहानी को लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं हूं मैं, लेकिन इन दोनों एक्टरों को लेकर जरूर हूं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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