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Thor Love and Thunder Public Review: किसी को पसंद, तो किसी को नापसंद आई MCU की नई फिल्म

    • आईचौक
    • Updated: 08 जुलाई, 2022 09:45 PM
  • 08 जुलाई, 2022 09:45 PM
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मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की 29वीं फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' अमेरिका से पहले भारत में रिलीज कर दी गई है. इस फिल्म को लेकर दर्शकों का मिक्स रिएक्शन देखने को मिल रहा है. कुछ लोग फिल्म को बहुत ही ज्यादा अच्छा बता रहे हैं, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि फिल्म उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है.

मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स अपनी फिल्मों के जरिए एक अनोखी दुनिया का निर्माण करता आ रहा है. उसकी फिल्मों के किरदार लोगों का खूब मनोरंजन करते रहे हैं. यही वजह है कि एमसीयू की फिल्मों का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. 'डॉक्टर स्ट्रेंज' से लेकर 'आयरन मैन' तक जैसी सुपरहीरो वाली फिल्मों का निर्माण करने वाले मार्वल स्टूडियोज की 29वीं फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' भारत में रिलीज कर दी गई है. ऐसा बहुत कम होता है जब कोई हॉलीवुड फिल्म अमेरिका से पहले हिंदुस्तान में रिलीज हो, लेकिन यहां इस फिल्म की लोकप्रियता को देखते हुए मेकर्स ने ऐसा करने का फैसला किया है. इस फिल्म को लेकर अपने देश में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कुछ लोगों को फिल्म बहुत ज्यादा पसंद आ रही है, वहीं कुछ लोग फिल्म देखने के बाद बेहद निराश नजर आ रहे हैं. फिल्म उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है.

टाइका वाइटीटी के निर्देश में बनी फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' में क्रिस हेम्सवर्थ, नैटली पोर्टमैन, क्रिश्चियन बेल, टेसा थॉम्प्सन और क्रिस प्रैट जैसे हॉलीवुड के कलाकार लीड रोल में हैं. फिल्म की कहानी जेनिफर केटिन रॉबिन्सन और टाइका वाइटीटी ने लिखी है. टाइका ने इससे पहले फिल्म 'थॉर: रैग्नारॉक' निर्देशित की थी, जो कि साल 2017 में रिलीज हुई थी. फिल्म से तूफान के देवता थॉर का किरदार क्रिस हेम्सवर्थ, डॉक्टर जेन फोस्टर उर्फ माइटी थॉर का किरदार नैटली पोर्टमैन, थॉर ज्यूस का किरदार रसल क्रो, वलकैरी का किरदार टेसा थॉम्पसन और गोर द गॉड बुचर का किरदार क्रिश्चियन बेल ने निभाया है. इस बार फिल्म में क्रिस हेम्सवर्थ के मुकाबले नैटली पोर्टमैन और क्रिश्चियन बेल ने अपने-अपने किरदारों में दमदार परफॉर्मेंस दी है. यही वजह है कि हीरो पर विलेन भारी पड़ गया है. सारी महफिल क्रिश्चियन बेल लूट गए हैं.

मार्वल...

मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स अपनी फिल्मों के जरिए एक अनोखी दुनिया का निर्माण करता आ रहा है. उसकी फिल्मों के किरदार लोगों का खूब मनोरंजन करते रहे हैं. यही वजह है कि एमसीयू की फिल्मों का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. 'डॉक्टर स्ट्रेंज' से लेकर 'आयरन मैन' तक जैसी सुपरहीरो वाली फिल्मों का निर्माण करने वाले मार्वल स्टूडियोज की 29वीं फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' भारत में रिलीज कर दी गई है. ऐसा बहुत कम होता है जब कोई हॉलीवुड फिल्म अमेरिका से पहले हिंदुस्तान में रिलीज हो, लेकिन यहां इस फिल्म की लोकप्रियता को देखते हुए मेकर्स ने ऐसा करने का फैसला किया है. इस फिल्म को लेकर अपने देश में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कुछ लोगों को फिल्म बहुत ज्यादा पसंद आ रही है, वहीं कुछ लोग फिल्म देखने के बाद बेहद निराश नजर आ रहे हैं. फिल्म उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है.

टाइका वाइटीटी के निर्देश में बनी फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' में क्रिस हेम्सवर्थ, नैटली पोर्टमैन, क्रिश्चियन बेल, टेसा थॉम्प्सन और क्रिस प्रैट जैसे हॉलीवुड के कलाकार लीड रोल में हैं. फिल्म की कहानी जेनिफर केटिन रॉबिन्सन और टाइका वाइटीटी ने लिखी है. टाइका ने इससे पहले फिल्म 'थॉर: रैग्नारॉक' निर्देशित की थी, जो कि साल 2017 में रिलीज हुई थी. फिल्म से तूफान के देवता थॉर का किरदार क्रिस हेम्सवर्थ, डॉक्टर जेन फोस्टर उर्फ माइटी थॉर का किरदार नैटली पोर्टमैन, थॉर ज्यूस का किरदार रसल क्रो, वलकैरी का किरदार टेसा थॉम्पसन और गोर द गॉड बुचर का किरदार क्रिश्चियन बेल ने निभाया है. इस बार फिल्म में क्रिस हेम्सवर्थ के मुकाबले नैटली पोर्टमैन और क्रिश्चियन बेल ने अपने-अपने किरदारों में दमदार परफॉर्मेंस दी है. यही वजह है कि हीरो पर विलेन भारी पड़ गया है. सारी महफिल क्रिश्चियन बेल लूट गए हैं.

मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' में क्रिस हेम्सवर्थ लीड रोल में हैं.

फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' देखने के बाद एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, ''कुछ भी परफेक्ट नहीं होता है. मैंने इस फिल्म को देखने के दौरान बहुत आनंद लिया है. मुझे यकीन है कि इसे दूसरी बार देखकर मैं और भी अधिक आनंद लूंगा. यदि आप पहले से फिल्म के बारे में माइंडसेट बनाकर देखने जाएंगे तो आपको उतना आनंद नहीं आएगा. फ्री माइंड जाइए और मजे लीजिए.'' यासेर अहमद लिखते हैं, 'क्रिश्चियन बेल ने कमाल की एक्टिंग की है. अपने किरदार गोर द गॉड बुचर में उन्होंने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया कि वो जो कर रहे हैं वो सही है. वो जब भी पर्दे पर आते हैं, दिल जीत लेते हैं. उनका लुक, आंखें, हंसी उनकी हर चीज कमाल की है. उनको मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के फिल्मों में दिखाए गए अभी तक के सबसे बेहतरीन विलेन में से एक माना जा सकता है. नैटली पोर्टमैन अपने किरदार माइटी थॉर में गजब लगती हैं.''

इस फिल्म को देखने के बाद निराश हुए लोगों की संख्या भी बहुत ज्यादा है. कृष्ण चंद पटेल लिखते हैं, ''फिल्म को देखने के बाद बहुत ही ज्यादा निराशा हो रही है. क्या सोचकर देखने गए थे और क्या देखने को मिला है. बहुत ही जल्दीबाजी में फिल्म बनाई गई लगती है. हीरो ज्यादा बेहतर तो विलेन लगता है. पूरी फिल्म में यदि कुछ भी देखने लायक है, तो वो क्रिश्चियन बेल की एक्टिंग है.'' अजिंक् व्यावहारे तो फिल्म को कूड़ा बताते हुए कहते हैं कि उन्होंने जो उम्मीद की थी, फिल्म उसके उलट है. मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स ने अपनी फिल्मों के जरिए नई लकीर खींची है, ये फिल्म उससे बहुत नीचे हैं. जय रेड्डी लिखते हैं, ''टाइका वाइटीटी को अब मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की फिल्में बनाना बंद कर देना चाहिए. उनकी आखिरी दोनों थॉर फिल्में बहुत ही खराब रही हैं. मुझे लगता है कि उनके वश की बात नहीं है कि वो सुपरहीरो फिल्में बना पाएं.''

कुल मिलाकर, फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' उन मानकों पर खरी नहीं उतर पाई है, जिसे खुद मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स ने स्थापित किया है. वरना एमसीयू की फिल्मों की दीवानगी पूरे दुनिया में देखने को मिलती है. भारत में भी इसका जबरदस्त क्रेज है. यदि आप इसे एमसीयू की फिल्म समझकर देखने जा रहे हैं, तो आपको निराशा हाथ लगेगी. 

फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' को लेकर ट्विटर पर ऐसी प्रतिक्रियाएं आई हैं...

दर्शक फिल्म 'थॉर: लव एंड थंडर' को देखने के बाद क्रिश्चियन बेल के अभिनय की ज्यादा सराहना कर रहे हैं. बेल फिल्म में विलेन के किरदार में हैं.
कुछ लोग इस फिल्म को मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स द्वारा स्थापित मानको से बहुत नीचे मान रहे हैं. उन्हें हैरानी है कि ये फिल्म ऐसे कैसे बनाई गई है.
फिल्म देखने के बाद निराश नजर आ रहे दर्शक भी विलेन के किरदार में अभिनेता क्रिश्चियन बेल के जबरदस्त अभिनय की तारीफ कर रहे हैं.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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