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The Romantics Public Review: ये डॉक्युमेंट्री सीरीज यश चोपड़ा को सच्ची श्रद्धांजलि है!

    • आईचौक
    • Updated: 15 फरवरी, 2023 03:42 PM
  • 15 फरवरी, 2023 03:42 PM
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The Romantics Public Review in Hindi: नेटफ्लिक्स की बहुप्रतीक्षित डॉक्युमेंट्री सीरीज 'द रोमांटिक्स' वैलेंटाइन डे के मौके पर ओटीटी पर स्ट्रीम हो चुकी है. इसमें 'किंग ऑफ रोमांस' कहे जाने वाले मशहूर फिल्म मेकर यश चोपड़ा के करियर के सफर के जरिए बॉलीवुड की सुनहरी दास्तान रुपहले पर्दे पर पेश की गई है.

बॉलीवुड के 100 वर्षों के समृद्धशाली इतिहास में कई दिग्गज फिल्म मेकर्स हुए हैं. इनमें गुरु दत्त, सत्यजीत रे, वी. शातांराम, राज कपूर, विमल रॉय, विजय आनंद, वीआर चोपड़ा, महेश भट्ट, रमेश सिप्पी से लेकर मणिरत्नम, शेखर कपूर, आशुतोष गोवारिकर, राम गोपाल वर्मा, राजकुमार हिरानी, मधुर भंडारकर, संजय लीला भंसाली और एसएस राजामौली का नाम प्रमुख रूप से शामिल है. लेकिन इन सभी फिल्म मेकर्स के बीच 'किंग ऑफ रोमांस' कहे जाने वाले यश चोपड़ा ने अपनी एक अलग जगह बनाई थी. सही मायने में 90 के दौर में जब हमारी पीढ़ी के बच्चे जवान हो रहे थे, उस वक्त यश चोपड़ा की फिल्में प्यार की पहली पाठशाला के रूप में स्थापित हो चुकी थी. उनके प्रोडक्शन हाऊस यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी 'दीवार', 'कभी कभी', 'डर', 'चांदनी', 'सिलसिला', 'दिल तो पागल है', 'वीर जारा', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', फना, मोहब्बतें, लम्हें और 'दाग' जैसी फिल्में इस बात की गवाह हैं.

रोमांटिक फिल्मों के जादूगर कहे जाने वाले यश चोपड़ा की जिंदगी और फिल्मी सफर आधारित एक डॉक्युमेंट्री सीरीज 'द रोमांटिक्स' नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है. वैलेंटाइन डे के मौके पर रिलीज हुई इस सीरीज के करीब एक घंटे के 4 एपिसोड उपलब्ध हैं. इनमें यश चोपड़ा के उद्भव, उत्थान, पहली से लेकर आखिरी फिल्म के बनने की कहानी दिखाई गई है. इस दौरान उन्होंने जो संघर्ष किया, सिनेमा में जो प्रयोग किए, अपने बाद की पीढ़ी को सिनेमा निर्णाम के लिए तैयार किया, ये सब सिलसिलेवार दिखाया गया है. इतना ही नहीं बॉलीवुड के 35 सुपर सितारों के इंटरव्यू भी दिखाए गए हैं, जिन्होंने यश चोपड़ा के बारे में अपनी राय और यादें बयां की हैं. इसमें अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, आमिर खान, सलमान खान, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह, रितिक रोशन, माधुरी दीक्षित, रानी मुखर्जी, भूमि पेडनेकर, अभिषेक बच्चन, आयुष्मान खुराना, नीतू कपूर और ऋषि कपूर का नाम शामिल है.

बॉलीवुड के 100 वर्षों के समृद्धशाली इतिहास में कई दिग्गज फिल्म मेकर्स हुए हैं. इनमें गुरु दत्त, सत्यजीत रे, वी. शातांराम, राज कपूर, विमल रॉय, विजय आनंद, वीआर चोपड़ा, महेश भट्ट, रमेश सिप्पी से लेकर मणिरत्नम, शेखर कपूर, आशुतोष गोवारिकर, राम गोपाल वर्मा, राजकुमार हिरानी, मधुर भंडारकर, संजय लीला भंसाली और एसएस राजामौली का नाम प्रमुख रूप से शामिल है. लेकिन इन सभी फिल्म मेकर्स के बीच 'किंग ऑफ रोमांस' कहे जाने वाले यश चोपड़ा ने अपनी एक अलग जगह बनाई थी. सही मायने में 90 के दौर में जब हमारी पीढ़ी के बच्चे जवान हो रहे थे, उस वक्त यश चोपड़ा की फिल्में प्यार की पहली पाठशाला के रूप में स्थापित हो चुकी थी. उनके प्रोडक्शन हाऊस यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी 'दीवार', 'कभी कभी', 'डर', 'चांदनी', 'सिलसिला', 'दिल तो पागल है', 'वीर जारा', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', फना, मोहब्बतें, लम्हें और 'दाग' जैसी फिल्में इस बात की गवाह हैं.

रोमांटिक फिल्मों के जादूगर कहे जाने वाले यश चोपड़ा की जिंदगी और फिल्मी सफर आधारित एक डॉक्युमेंट्री सीरीज 'द रोमांटिक्स' नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है. वैलेंटाइन डे के मौके पर रिलीज हुई इस सीरीज के करीब एक घंटे के 4 एपिसोड उपलब्ध हैं. इनमें यश चोपड़ा के उद्भव, उत्थान, पहली से लेकर आखिरी फिल्म के बनने की कहानी दिखाई गई है. इस दौरान उन्होंने जो संघर्ष किया, सिनेमा में जो प्रयोग किए, अपने बाद की पीढ़ी को सिनेमा निर्णाम के लिए तैयार किया, ये सब सिलसिलेवार दिखाया गया है. इतना ही नहीं बॉलीवुड के 35 सुपर सितारों के इंटरव्यू भी दिखाए गए हैं, जिन्होंने यश चोपड़ा के बारे में अपनी राय और यादें बयां की हैं. इसमें अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, आमिर खान, सलमान खान, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह, रितिक रोशन, माधुरी दीक्षित, रानी मुखर्जी, भूमि पेडनेकर, अभिषेक बच्चन, आयुष्मान खुराना, नीतू कपूर और ऋषि कपूर का नाम शामिल है.

बहुप्रतीक्षित डॉक्युमेंट्री सीरीज 'द रोमांटिक्स' वैलेंटाइन डे के मौके पर नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो चुकी है.

यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनने वाली फिल्मों ने हिंदी सिनेमा को कई सुपर स्टार दिए हैं. इसमें कलाकारों की तीन पीढ़ियों के तीन नायक भी शामिल है. बॉलीवुड को अमिताभ बच्चन के रूप में 'एंग्री यंग मैन' देने वाले इस बैनर के तले शाहरुख खान और रणवीर सिंह भी पनपे हैं. इस बैनर की फिल्म 'दीवार', 'त्रिशूल', 'कभी कभी', 'काला पत्थर', 'सिलसिला' में अमिताभ बच्चन; 'लम्हे', 'मशाल', 'विजय' में अनिल कपूर; 'डर', 'वीर जारा', 'जब तक है जान' में शाहरुख खान; 'एक था टाइगर', 'टाइगर जिंदा है' में सलमान खान और 'परंपरा' में आमिर खान, सैफ अली खान जैसे सितारों ने काम किया है. इनसे बातचीत एक सिलसिला डाक्युमेंट्री में दिखाया गया है, जिसमें उन्होंने यश चोपड़ा और उनकी फिल्मों के साथ अपने अनुभव बयां किए हैं. यश चोपड़ा की जिंदगी के चार पड़ावों को चार एपिसोड 'द ब्वॉय फ्रॉम जालंधर', 'प्रोडिगल सन', 'द न्यू गार्ड' और 'लेगेसी' में दिखाया गया है.

'द रोमांटिक्स' का निर्देशन स्मृति मूंदड़ा ने किया है. जो 'इंडियन मैचमेकिंग' और 'नेवर हैव आई एवर' फ्रेंचाइजी की शानदार सफलता के बाद नेटफ्लिक्स पर वापस लौटी हैं. उनकी इस सीरीज की भी हर तरफ तारीफ हो रही है. लोग इसे यश चोपड़ा के लिए सच्ची श्रद्धांजलि मान रहे हैं. इसमें आदित्य चोपड़ा को पहली बार स्क्रीन फेस करते हुए देखा जा सकता है. अभी तक कैमरे के पीछ रहने वाले आदि को सामने देखने के लिए जनता हमेशा से आतुर रही है. इस काम को स्मृति ने बखूबी कर दिखाया है. डाक्यु सीरीज के बारे में वरिष्ठ फिल्म समीक्षक तुषार जोशी ने लिखा है, ''बेहद प्रतिभाशाली फिल्म मेकर आदित्य चोपड़ा को रुपहले पर्दे पर देखना सुखद है. वो न तो मिथ हैं, न ही फैंटम. द रोमांटिक्स चोपड़ा परिवार और उनके रोमांस को लेकर एक सादर श्रद्धांजलि है. जरूर देखें.'' एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि हिंदी सिनेमा को प्यार करने वालों के लिए ये किसी गिफ्ट से कम नहीं है.

फिल्म पत्रकार हिमेश मनकंद ने लिखा है, ''द रोमांटिक्स देखते समय मुझे एहसास हुआ कि संगीत का एक समृद्ध संग्रह यशराज फिल्म्स के पास है. इसके बावजूद आदित्य चोपड़ा बीते युग से उन क्लासिक्स को फिर से बनाने के विचार से दूर रहे और हमेशा मूल संगीत बनाने का प्रयास किया. ऐसी छोटी-छोटी बातें सिनेमा के प्रति उनकी ईमानदारी को बयां करती हैं. इस सीरीज में यश चोपड़ा के साथ उनके बड़े बेटे आदित्य चोपड़ा की सिनेमा के प्रति दूरदर्शिता को समझा जा सकता है.'' रीमा उमर लिखती हैं, ''द रोमांटिक्स देखकर मुझे कैसा महसूस हुआ, इसका वर्णन करना मुश्किल है. यह इस बात की याद दिलाता है कि दशकों से हिंदी फिल्मों का लोगों पर इतना गहरा प्रभाव क्यों पड़ा है. हम ऐसे सिनेमा के लिए क्यों तरसते रहते हैं. हिंदी फिल्में दिल को बहुत प्यार और पुरानी यादों से भर देती हैं. इस सीरीज में यश चोपड़ा की जर्नी के साथ बॉलीवुड की कहानी भी कही गई है.''

ट्विटर पर भावना सोमाया ने लिखा है, ''द रोमांटिक्स के चार एपिसोड की सीरीज को नेटफ्लिक्स पर देखा. पहली बार चोपड़ा परिवार ने दिल खोलकर बात की है. खासकर आदित्य चोपड़ा जिनको बहुत ही कम सार्वजनिक जीवन में देखा गया है. कई बार तो लोग उनको मिथ तक मान लेते हैं. लेकिन उनको लाइव देखना, उनकी बात सुनना सुखद लगता है. 35 सितारों ने यश जी और यशराज फिल्म्स के लिए अपनी बातें कही हैं, लेकिन कुछ जरूरी नाम गायब हैं.'' सागरिका ने लिखा है, ''मैं बॉलीवुड फिल्मों की दीवानी के रूप में नेटफ्लिक्स पर द रोमैंटिक्स देख रही हूं. इसे देखकर मैं बहुत रोमांचित हूं. यदि आप हिंदी फिल्मों को पसंद करते रहे हैं तो कृपया इसे जरूर देखें क्योंकि आपको याद आ जाएगा कि बॉलीवुड एक दौर में क्या था, जिसका आज बुरी तरह से बहिष्कार किया जा रहा है. मुझे तो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से बहुत प्यार है. यकीन कीजिए देखने के बाद आपको भी हो जाएगा.''

यश राज फिल्म्स की स्थापना के 50 साल पूरे हो चुके हैं. राजेश खन्ना की फिल्म 'दाग' से शुरू हुआ इस बैनर का सफर फिल्म 'पठान' तक पहुंच चुका है. 'पठान' के कामयाबी के साथ यश राज फिल्म्स अपनी 50वीं वर्षगाठ का जश्न जमकर मना रहा है. 'पठान' ने अभी तक 1000 करोड़ रुपए का वर्ल्डवाइड कलेक्शन कर लिया है. ये हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा रिकॉर्ड है, जिसे आने वाले वक्त में शायद ही कोई फिल्म तोड़ पाए. ऐसे माहौल में 'द रोमांटिक्स' का रिलीज होने लोगों का एक्साइटमेंट और ज्यादा बढ़ा रहा है. इस सीरीज की सबसे बड़ी खासियत यही है कि ये यशराज फिल्म्स के इतिहास, संघर्ष और उसके इतिहास बनाने की कहानी पर फोकस करती है. इसके साथ ही इसमें ये भी दिखाने की कोशिश की गई है कि किस तरह देश और समाज में घटने वाली घटनाएं सिनेमा को प्रभावित करती हैं. कैसे तकनीक सिनेमा को उन्नत बनाता है. कैसे समय के साथ सिनेमा को अपडेट होना पड़ता है. कुल मिलाकर, यदि बॉलीवुड के पांच दशक के इतिहास के साक्षी होना चाहते हैं, तो आप यश चोपड़ा की जिंदगी पर आधारित इस डॉक्युमेंट्री सीरीज को जरूर देखें.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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