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The Last Hour Review: रहस्य और रोमांच के बीच अपनी रफ्तार खो देती है 'द लास्ट ऑवर'

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 17 मई, 2021 04:28 PM
  • 17 मई, 2021 04:28 PM
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'इस दुनिया के परे भी एक दुनिया है. एक अलौकिक शक्ति पूरी धरती को संचालित करती है. इंसान मरने के बाद दूसरा जन्म लेता है.' कुछ ऐसी ही सोच और समझ के साथ अधिकांश भारतीय जीते हैं. यही वजह है कि अलौकिक चीजें ऐसे लोगों को खूब लुभाती हैं. ऐसी ही कहानी के साथ 'द लास्ट ऑवर' रिलीज हुई है.

हमारी देसी जनता को अलौकिक चीजें बहुत पसंद हैं. एकता कपूर के सीरियल 'नागिन' के कई सीक्वल की सफलता इस बात का गवाह है. दर्शकों के इसी टेस्ट को भुनाने के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर एक वेब सीरीज रिलीज हुई है, जिसका नाम है 'द लास्ट ऑवर' (The Last Hour Web Series). यह एक क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज है, जो सुपरनेचुरल बैकग्राउंड पर आधारित है. इरफान खान की 'बायपास', नवाजुद्दीन सिद्दकी की 'मॉनसून शूटआउट' जैसी फिल्में बना चुके अमित कुमार ने इसका निर्देशन किया है. इसमें संजय कपूर, करमा तकापा, शायली क्रिशेन, रॉबिन तमांग, मंदाकिनी गोस्वामी, शहाना गोस्वामी और राइमा सेन जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में हैं. 14 मई से इस वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग शुरू हो चुकी है.

वेब सीरीज 'द लास्ट ऑवर' की कहानी भारत और नेपाल में पाए जाने वाले एक शामन या झाखरी के इर्द-गिर्द घूमती है. शामन/झाखरी जैसे लोगों को नॉर्थ इंडिया में तांत्रिक, ओझा या सोखा भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि ऐसे लोगों के पास सुपरनेचुरल पावर होता है, जिसके जरिए वो कुछ भी कर सकते हैं. इस सीरीज में दिखाया गया है कि एक झाखरी कैसे मृतकों की आत्मा से बात कर सकता है. उनकी जिंदगी की आखिरी एक घंटे की कहानी पता कर सकता है. यह कहानी तांत्रिकों के बीच अपनी परंपरा को लेकर भी है. किसके पास कौन सी विद्या रहेगी और उसका उपयोग वो कैसे करेगा, इस वर्चस्व को भी दिखाया गया है. इस वेब सीरीज में रहस्य और रोमांच के बीच नार्थ-ईस्ट की खूबसूरत वादियां इसका सबसे मजबूत पक्ष है.

ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई संजय कपूर की वेब सीरीज 'द लास्ट ऑवर'.

वेब सीरीज की कहानी

इस वेब सीरीज की कहानी नॉर्थ-ईस्ट पर आधारित है. वहां की पृष्ठभूमि, परंपरा और रिति-रिवाज को इसमें बखूबी देखा...

हमारी देसी जनता को अलौकिक चीजें बहुत पसंद हैं. एकता कपूर के सीरियल 'नागिन' के कई सीक्वल की सफलता इस बात का गवाह है. दर्शकों के इसी टेस्ट को भुनाने के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर एक वेब सीरीज रिलीज हुई है, जिसका नाम है 'द लास्ट ऑवर' (The Last Hour Web Series). यह एक क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज है, जो सुपरनेचुरल बैकग्राउंड पर आधारित है. इरफान खान की 'बायपास', नवाजुद्दीन सिद्दकी की 'मॉनसून शूटआउट' जैसी फिल्में बना चुके अमित कुमार ने इसका निर्देशन किया है. इसमें संजय कपूर, करमा तकापा, शायली क्रिशेन, रॉबिन तमांग, मंदाकिनी गोस्वामी, शहाना गोस्वामी और राइमा सेन जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में हैं. 14 मई से इस वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग शुरू हो चुकी है.

वेब सीरीज 'द लास्ट ऑवर' की कहानी भारत और नेपाल में पाए जाने वाले एक शामन या झाखरी के इर्द-गिर्द घूमती है. शामन/झाखरी जैसे लोगों को नॉर्थ इंडिया में तांत्रिक, ओझा या सोखा भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि ऐसे लोगों के पास सुपरनेचुरल पावर होता है, जिसके जरिए वो कुछ भी कर सकते हैं. इस सीरीज में दिखाया गया है कि एक झाखरी कैसे मृतकों की आत्मा से बात कर सकता है. उनकी जिंदगी की आखिरी एक घंटे की कहानी पता कर सकता है. यह कहानी तांत्रिकों के बीच अपनी परंपरा को लेकर भी है. किसके पास कौन सी विद्या रहेगी और उसका उपयोग वो कैसे करेगा, इस वर्चस्व को भी दिखाया गया है. इस वेब सीरीज में रहस्य और रोमांच के बीच नार्थ-ईस्ट की खूबसूरत वादियां इसका सबसे मजबूत पक्ष है.

ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई संजय कपूर की वेब सीरीज 'द लास्ट ऑवर'.

वेब सीरीज की कहानी

इस वेब सीरीज की कहानी नॉर्थ-ईस्ट पर आधारित है. वहां की पृष्ठभूमि, परंपरा और रिति-रिवाज को इसमें बखूबी देखा जा सकता है. यहां तक कि इसके प्रमुख किरदारों को स्थानीय कलाकारों ने ही निभाया है, जो इसमें चार-चांद लगा देता है. सिक्कीम का एक छोटा कस्बा 'मंगचेन', जहां मुंबई पुलिस के अफसर अरूप (संजय कपूर) अपने ट्रांसफर के बाद आता है. पहाड़ अपनी शांति के लिए जाना जाता है. लेकिन अचानक यहां लोगों की हत्याएं शुरू हो जाती हैं. पुलिस अफसर अरूप को मर्डर केस की जांच सौंपी जाती है. इसी बीच उसकी मुलाकात देव (करमा तकापा) से होती है, जो एक तांत्रिक है. शुरुआत में तो अरूप देव की आध्यात्मिक शक्तियों को खारिज कर देता है, लेकिन जल्द ही उसे इस बात का एहसास हो जाता है कि देव उसकी मदद कर सकता है.

इसके बाद देव और अरूप हत्यारे और उसके साथी को पकड़ने के लिए हाथ मिलाते हैं. पुलिस इंस्पेक्टर लिपिका (शहाना गोस्वामी) केस में अरूप को असिस्ट करती हैं. देव और लिपिका के सहयोग से अरूप केस सॉल्व करने लगता है. इसी बीच अरूप की बेटी परी (शायली क्रिशेन) और देव तथा अरुप और लिपिका के बीच लव एंगल भी दिखाया जाता है. परी अपनी मां (राइमा सेन) से बहुत प्यार करती थी. वह उसकी मौत का सच जानना चाहती थी, जिसे उसने मुंबई में ही खो दिया था. इस तरह कई ट्विस्ट एंड टर्न्स के साथ ये वेब सीरीज आगे बढ़ती है. देव की मदद से अरूप मर्डर केस सॉल्व कर पाता है या नहीं? अरूप की बेटी परी अपनी मां की मौत का सच जान पाती है या नहीं? इन सवालों के जवाब जानने के लिए तो आपको वेब सीरीज देखनी पड़ेगी.

वेब सीरीज का रिव्यू

सुपरनेचुरल क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज 'द लास्ट आवर' का सबसे बेहतरीन पक्ष है, इसका शूटिंग लोकेशन. सिक्किम के बर्फ से ढके पहाड़, देवदार के जंगल और घुमावदार सड़कें अलौकिक तत्वों के साथ एक रहस्यमयी वातारण का निर्माण करते हैं. सबसे अधिक बधाई के पात्र हैं कास्टिंग डायरेक्टर, जिन्होंने कहानी की पृष्ठभूमि से मेल खाने वाली प्रतिभाओं का चयन किया है. कई अहम कलाकार नॉर्थ-ईस्ट से ही संबंध रखते हैं, जैसे कि लीड एक्टर करमा तकापा. इस तरह का रिप्रेजेंटेशन देखना अद्भुत है. संजय कपूर, करमा तकापा, शाहाना गोस्वामी, शायली क्रिशेन और रॉबिन तमांग ने अभिनय प्रदर्शन अच्छा है. करमा तकापा और शायली क्रिशेन के बीच बहुत कम संवाद है, लेकिन एक्टर अपनी बॉडी लैंग्वेज के माध्यम से अपनी बात समझाने में कामयाब रहता है.

निर्देशक अमित कुमार ने लेखक अनुपमा मिंज के साथ मिलकर इसकी कहानी लिखी है. लेकिन शुरू से अंत ऐसा लगता ही नहीं है कि निर्देशक भी कहानी लिखने में शामिल रहे हैं. क्योंकि कहानी और पटकथा पर ढ़ीली पकड़ इस वेब सीरीज की सबसे बड़ी कमजोरी है. पहले एपिसोड से रहस्य और रोमांच पैदा करने में कामयाब निर्देशक एपिसोड-दर-एपिसोड इसकी रफ्तार खोता जाता है. इस वेब सीरीज का सबसे कमजोर पहलू है, रिलीज और एपिसोड का समय. इस वक्त कोरोना महामारी हजारों की संख्या में लोगों का रोज निधन हो रहा है. ऐसे में वक्त किसी वेब सीरीज में हत्याएं और आत्माओं को देखने का साहस भला कौन जुटा पाएगा? इस वक्त लोगों को ऐसी फिल्में या वेब सीरीज देखनी है, जो उनके मनोदशा पर सकारात्मक प्रभाव डाल सके. कुल मिलाकर यदि आप सुपरनेचुरल क्राइम थ्रिलर कंटेंट देखने को बहुत शौकिन हैं और आपके समय है, तो आप इसे देख सकते हैं. घर बैठे प्राकृतिक दृश्यों को देखने का आनंद भी मिल जाएगा.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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