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The Kerala Story 5वीं सबसे बड़ी ओपनर फिल्म, विरोध के बावजूद ठोस शुरूआत

    • आईचौक
    • Updated: 06 मई, 2023 06:46 PM
  • 06 मई, 2023 06:46 PM
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फिल्म 'द केरल स्टोरी' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर लोग दो धड़ों में बंट गए हैं. एक पक्ष फिल्म की जमकर तारीफ कर रहा है, तो दूसरा पक्ष इसे इंसानियत के लिए खतरा बता रहा है. इसके बावजूद फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन शानदार है. ये फिल्म इस साल की 5वीं सबसे बड़ी ओपनर बन चुकी हैं.

लव जिहाद, धर्मांतरण और आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों पर आधारित फिल्म 'द केरल स्टोरी' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार शुरूआत की है. फिल्म ने ओपनिंग डे पर 8.03 करोड़ रुपए कलेक्शन किया है. इस तरह ये इस साल की पांचवी सबसे बड़े ओपनर फिल्म बन गई है. इससे पहले शाहरुख खान की फिल्म 'पठान', सलमान खान की फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान', रणबीर कपूर की फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' और अजय देवगन की फिल्म 'भोला' ने क्रमश: सबसे ज्यादा ओपनिंग की थी. इसमें फिल्म 'पठान' का 55 करोड़ रुपए, फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' का 15.81 करोड़ रुपए, फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' का 15.73 करोड़ रुपए और फिल्म 'भोला' का 11.20 करोड़ रुपए ओपनिंग डे कलेक्शन था. अनुमान है कि 'द केरल स्टोरी' अपने पहले वीकेंड पर 35 से 40 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर सकती है.

फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोग दो धड़े में बंटे हुए हैं. एक पक्ष फिल्म का समर्थन करते हुए इसका जमकर तारीफ कर रहा है, तो दूसरा पक्ष इसकी आलोचना करते हुए इसे इंसानियत के लिए खतरा बता रहा है. मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने तो लोगों से फिल्म देखने की अपील करते हुए इसे सूबे में टैक्स फ्री तक कर दिया है. खुद सीएम शिवराज सिंह ने इसका ऐलान करते हुए एक वीडियो शेयर किया है. शिवराज ने कहा, ''द केरल स्टोरी लव जिहाद, धर्मांतरण और आतंकवाद के षड्यंत्र को उजागर करती है. उसके घिनौने चेहरे को सामने लाती है. क्षणिक भावुकता में जो लड़कियां लव जिहाद के जाल में फंस जाती हैं, उनकी कैसे बर्बादी होती है, ये फिल्म बताती है. मध्य प्रदेश में धर्म परिवर्तन के खिलाफ पहले ही कानून बना चुके हैं. यह फिल्म जागरूकता पैदा करती है, इसलिए सभी को देखनी चाहिए''.

'द केरल स्टोरी' के सपोर्ट में प्रधानमंत्री मोदी

मध्य प्रदेश के अलावा तमाम बीजेपी शासित...

लव जिहाद, धर्मांतरण और आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों पर आधारित फिल्म 'द केरल स्टोरी' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार शुरूआत की है. फिल्म ने ओपनिंग डे पर 8.03 करोड़ रुपए कलेक्शन किया है. इस तरह ये इस साल की पांचवी सबसे बड़े ओपनर फिल्म बन गई है. इससे पहले शाहरुख खान की फिल्म 'पठान', सलमान खान की फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान', रणबीर कपूर की फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' और अजय देवगन की फिल्म 'भोला' ने क्रमश: सबसे ज्यादा ओपनिंग की थी. इसमें फिल्म 'पठान' का 55 करोड़ रुपए, फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' का 15.81 करोड़ रुपए, फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' का 15.73 करोड़ रुपए और फिल्म 'भोला' का 11.20 करोड़ रुपए ओपनिंग डे कलेक्शन था. अनुमान है कि 'द केरल स्टोरी' अपने पहले वीकेंड पर 35 से 40 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर सकती है.

फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोग दो धड़े में बंटे हुए हैं. एक पक्ष फिल्म का समर्थन करते हुए इसका जमकर तारीफ कर रहा है, तो दूसरा पक्ष इसकी आलोचना करते हुए इसे इंसानियत के लिए खतरा बता रहा है. मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने तो लोगों से फिल्म देखने की अपील करते हुए इसे सूबे में टैक्स फ्री तक कर दिया है. खुद सीएम शिवराज सिंह ने इसका ऐलान करते हुए एक वीडियो शेयर किया है. शिवराज ने कहा, ''द केरल स्टोरी लव जिहाद, धर्मांतरण और आतंकवाद के षड्यंत्र को उजागर करती है. उसके घिनौने चेहरे को सामने लाती है. क्षणिक भावुकता में जो लड़कियां लव जिहाद के जाल में फंस जाती हैं, उनकी कैसे बर्बादी होती है, ये फिल्म बताती है. मध्य प्रदेश में धर्म परिवर्तन के खिलाफ पहले ही कानून बना चुके हैं. यह फिल्म जागरूकता पैदा करती है, इसलिए सभी को देखनी चाहिए''.

'द केरल स्टोरी' के सपोर्ट में प्रधानमंत्री मोदी

मध्य प्रदेश के अलावा तमाम बीजेपी शासित प्रदेशों में फिल्म को लेकर सकारात्मक माहौल देखा जा रहा है. आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी फिल्म के टैक्स फ्री होने की बात कही जा रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये फिल्म समाज में आतंकवाद को उजागर करने की कोशिश कर रही है. हमें बम, बंदूक और पिस्तौल वाले आतंकवाद की आवाज तो सुनाई देती हैं, लेकिन समाज को अंदर से खोखला करने वाली आतंकी साजिश पर नजर नहीं पड़ पाती. कर्नाटक में आयोजित एक चुनावी रैली में 'द केरल स्टोरी' का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा है, ''बीते कुछ वर्षों में आतंकवाद का एक और भयानक रूप पैदा हो गया है. केरल जैसे राज्य में ये तेजी से फैला है. कांग्रेस अब फिल्म पर बैन लगाकर आतंकी तत्वों को बढ़ावा देने का काम कर रही है. ये लोग बस चीजों पर बैन लगाना जानते हैं. समाज को खोखला करने का काम कर रहे हैं.''

'द केरल स्टोरी' के मुकाबले के लिए '2018'

हालांकि, फिल्म की कहानी जिस राज्य केरल पर आधारित है, वहां इसे लेकर ज्यादा विरोध देखा जा रहा है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इसे प्रोपेगेंडा फिल्म बताया है. उन्होंने कहा कि यह आरआरएस द्वारा राज्य में चुनावी राजनीति में लाभ प्राप्त करने के लिए बनाई जा गई है. पिनाराई विजयन ने कहा है, ''सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से और केरल के खिलाफ नफरत फैलाने के उद्देश्य से जानबूझकर बनाई गई फिल्म द केरल स्टोरी धर्मनिरपेक्षता की धरती में खुद को धार्मिक उग्रवाद के केंद्र के रूप में स्थापित करने वाले संघ परिवार के प्रचार को फैलाने की कोशिश कर रही है.'' इतना ही नहीं इस फिल्म के साथ साल 2018 में केरल में आई भीषण बाढ़ की दर्दनाक दास्तान पर आधारित एक फिल्म '2018' को री-रिलीज किया गया है, ताकि लोग फिल्म 'द केरल स्टोरी' छोड़कर '2018' देखें, जिसे केरल राज्य की सच्ची कहानी बताया जा रहा है.

आईएमडीबी पर रेटिंग, फिल्म की लोकप्रियता

फिल्मों और वेब सीरीज की रेटिंग करने वाली वेबसाइट आईएमडीबी की बहुप्रतीक्षित फिल्मों की सूची में टॉप पर रहने वाली फिल्म 'द केरल स्टोरी' की रेटिंग भी जबरदस्त है. फिल्म को रिलीज हुए महज दो दिन ही हुए हैं, लेकिन इसकी रेटिंग 8.1 तक पहुंच गई है. फिल्म को अभी तक 9,707 यूजर्स ने रेट किया है. इसमें से 8,102 यूजर्स यानी की 83.5 फीसदी ने 10 में से 10 रेटिंग दी है. वहीं 1,002 यूजर्स यानी 10.3 फीसदी ने 10 में से 1 रेटिंग दी है. इस रेटिंग के आधार पर समझा जा सकता है कि समर्थन और विरोध दोनों ही पक्षों में लोग पूरी तत्परता के साथ खड़े हैं. फिल्म की रिलीज से पहले आईएमडीबी की बहुप्रतीक्षित फिल्मों की लोकप्रियता सूचकांक में 'द केरल स्टोरी' 49.1 फीसदी पेजव्यूज शेयर के साथ पहले स्थान पर थी. इस फिल्म ने शाहरुख खान की फिल्म 'जवान' (16.4 फीसदी) और प्रभास की 'आदिपुरुष' (12 फीसदी) को भी पछाड़ दिया था.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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