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कामयाबी का आत्मविश्वास यह है, PS-1 के बाद अगले साल गर्मियों में PS 2, करण जौहर कब लाएंगे ब्रह्मास्त्र?

    • आईचौक
    • Updated: 13 अक्टूबर, 2022 01:39 PM
  • 13 अक्टूबर, 2022 01:39 PM
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कामयाबी का आत्मविश्वास क्या होता है इसे मणिरत्नम की PS-1, यश की KGF और अल्लू अर्जुन की पुष्पा से समझा जा सकता है. हफ्तेभर पहले रिलीज हुई दूसरे पार्ट की आधिकारिक चीजें सामने आ गई. जबकि कई हफ्ते पहले आई करण जौहर की रिकॉर्ड सक्सेस हासिल करने वाली ब्रह्मास्त्र को लेकर तमाम चीजें साफ़ नहीं हो पा रही हैं.

मणिरत्नम की पोन्नियिन सेलवन 1 ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया हुआ है. मार्क्स को पढ़कर भारत को सांप बिच्छुओं का देश मानने वाले इस फिल्म के बाद हैरान हैं कि जब यूरोप और अरब में अंधेरा था, शौच के नियम भी नहीं थे- इसी धरती पर एक ऐसा भी देश ऐसा था जो कल्पना से परे है. हजार साल बीतने के बावजूद उसका इतिहास और वैभव के सबूत दक्षिण के तमाम इलाकों में जहां तहां बिखरे पड़े हैं. फिल्म की सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि PS-1 ने सिर्फ हफ्ते भर में ही 350 करोड़ का कारोबार कर लिया. इसी अवधि में हिंदी में 15 करोड़ कमाई हुई. बावजूद कि तमिलनाडु से बाहर खासकर हिंदी में फिल्म को सिनेमाघरों में उतनी जगह नहीं मिली जितना कि यह फिल्म डिजर्व करती थी. बाद बाकी हफ्तेभर में ही फिल्म की कामयाबी ने निर्माताओं को आत्मविश्वास से भर दिया है और उत्साहित समूह दूसरे पार्ट पर बहुत तेजी से काम कर रहा है.

फिल्म क्रिटिक तरण आदर्श ने ट्वीट कर बताया कि पोन्नियिन सेलवन के दूसरे पार्ट पर निर्माता बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. निर्माताओं ने खुद उन्हें तमाम चीजें बताई. निर्माताओं को उम्मीद है कि डिजिटल और टीवी प्रीमियर के बाद फिल्म के प्रशंसकों की संख्या बढ़ जाएगी. जो किन्हीं वजहों से सिनेमाघर में फिल्म नहीं देख पाए थे. दूसरे पार्ट के लिए यह बेहतर जमीन बनाएगी. PS2 अगले साल गर्मियों में लाने की तैयारी है. सबकुछ ठीकठाक रहा तो अगले कुछ हफ़्तों में फिल्म की रिलीज डेट भी लॉक कर दी जाएगी. हालांकि तरण ने यह नहीं बाताया मगर तय है कि दूसरा पार्ट भी पैन इंडिया ही बनाई जाएगी. यह सफलता का आत्मविश्वास है. जिस तरह पहले पार्ट ने दर्शकों का मनोरंजन किया, दूसरा पार्ट भी भारतीय सिनेमा के इतिहास में सफलता का कीर्तिमान बनाने वाली साबित हो सकती है.

पीएस 1

ब्रह्मास्त्र...

मणिरत्नम की पोन्नियिन सेलवन 1 ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया हुआ है. मार्क्स को पढ़कर भारत को सांप बिच्छुओं का देश मानने वाले इस फिल्म के बाद हैरान हैं कि जब यूरोप और अरब में अंधेरा था, शौच के नियम भी नहीं थे- इसी धरती पर एक ऐसा भी देश ऐसा था जो कल्पना से परे है. हजार साल बीतने के बावजूद उसका इतिहास और वैभव के सबूत दक्षिण के तमाम इलाकों में जहां तहां बिखरे पड़े हैं. फिल्म की सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि PS-1 ने सिर्फ हफ्ते भर में ही 350 करोड़ का कारोबार कर लिया. इसी अवधि में हिंदी में 15 करोड़ कमाई हुई. बावजूद कि तमिलनाडु से बाहर खासकर हिंदी में फिल्म को सिनेमाघरों में उतनी जगह नहीं मिली जितना कि यह फिल्म डिजर्व करती थी. बाद बाकी हफ्तेभर में ही फिल्म की कामयाबी ने निर्माताओं को आत्मविश्वास से भर दिया है और उत्साहित समूह दूसरे पार्ट पर बहुत तेजी से काम कर रहा है.

फिल्म क्रिटिक तरण आदर्श ने ट्वीट कर बताया कि पोन्नियिन सेलवन के दूसरे पार्ट पर निर्माता बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. निर्माताओं ने खुद उन्हें तमाम चीजें बताई. निर्माताओं को उम्मीद है कि डिजिटल और टीवी प्रीमियर के बाद फिल्म के प्रशंसकों की संख्या बढ़ जाएगी. जो किन्हीं वजहों से सिनेमाघर में फिल्म नहीं देख पाए थे. दूसरे पार्ट के लिए यह बेहतर जमीन बनाएगी. PS2 अगले साल गर्मियों में लाने की तैयारी है. सबकुछ ठीकठाक रहा तो अगले कुछ हफ़्तों में फिल्म की रिलीज डेट भी लॉक कर दी जाएगी. हालांकि तरण ने यह नहीं बाताया मगर तय है कि दूसरा पार्ट भी पैन इंडिया ही बनाई जाएगी. यह सफलता का आत्मविश्वास है. जिस तरह पहले पार्ट ने दर्शकों का मनोरंजन किया, दूसरा पार्ट भी भारतीय सिनेमा के इतिहास में सफलता का कीर्तिमान बनाने वाली साबित हो सकती है.

पीएस 1

ब्रह्मास्त्र के मेकर्स दूसरे पार्ट से पहले थकान मिटा रहे हैं

उधर, करण जौहर के प्रोडक्शन में बनी ब्रह्मास्त्र ने 'रिकॉर्डतोड़ ' सफलता जरूर हासिल की. मगर पांच हफ्ता बीतने के बावजूद अभी तक दूसरे पार्ट को लेकर सुगबुगाहट नजर नहीं आ रही है. दूसरा पार्ट कब बनेगा कैसे बनेगा, इस बारे में आधिकारिक घोषणाए नहीं हैं. हां, कास्टिंग को लेकर गॉसिप पहले हफ्ते से जारी है. यह कि दूसरे पार्ट में कौन हीरो होगा कौन हीरोइन, और कौन कैमियो करेगा. कैमियो आजकल बॉलीवुड फिल्मों की सफलता का फ़ॉर्मूला बनता जा रहा है. हो सकता है कि करण जौहर ने दूसरे पार्ट की स्क्रिप्ट तैयार कर ली हो.

वैसे भी यह पहले ही सामने आ चुका है कि ब्रह्मास्त्र के VFX पर जो खर्चा आया असल में वह कई पार्ट के लिए था. तो हम मान सकते हैं कि दूसरा पार्ट बनेगा. देरी के पीछे एक वजह यह हो सकती है कि जिस तरह पहले पार्ट के लिए मेकर्स को चार साल बेतहाशा मेहनत करनी पड़ी, वे थक गए होंगे और फिलहाल एक लंबी छुट्टी लेकर पहले पार्ट की सक्सेस का जश्न मना रहे होंगे. वैसे फिल्म कब फ्लोर पर जाएगी पता नहीं, मगर मेकर्स ने तीनों पार्ट की रिलीज ईयर घोषित कर दिया है. दूसरा पार्ट 2025 में और तीसरा पार्ट 2026 में. 

हालांकि यह सामान्य बात नहीं है. करण जौहर ऐसे निर्माता तो बिल्कुल नहीं हैं. वे फिल्म बाद में बनाते हैं, लेकिन उसकी मार्केटिंग पहले ही शुरू कर देते हैं. वह भी जबरदस्त. तख़्त याद ही होगा. फिल्म डिब्बाबंद हो गई या कभी फ्लोर पर पहुंची ही नहीं. मगर करण ने पोस्टर से लेकर कास्टिंग तक जमकर मार्केटिंग की. फिर ब्रह्मास्त्र जैसी सक्सेसफुल फ्रेंचाइजी पर उनकी चुप्पी समझ से परे है. बात जो भी हो करण जौहर ही बेहतर बता सकते हैं.

एक कहानी की सक्सेसफुल फ्रेंचाइजी का दूसरा पार्ट बनाने में देर नहीं करते निर्माता

अगर भारतीय सिनेमा की दूसरी सक्सेसफुल फ्रेंचाइजीज को देखें तो वहां भी PS 1 जैसी चीजें ही दिखती हैं. उदाहरण के लिए बाहुबली की कामयाबी के बाद राजमौली दूसरे पार्ट में जुट गए थे. बिना देर किए. इसी तरह केजीएफ हिट होने के बाद दूसरे पार्ट पर काम शुरू हुआ. दूसरा पार्ट ख़त्म होते ही तीसरे पर काम शुरू हो चुका है. अल्लू अर्जुन की पुष्पा के भी दूसरे पार्ट पर काम हो रहा है. सफलता का आत्मविश्वास ऐसा ही होना चाहिए. जो चीज ऑडियंस ने पास कर दी हो भला उसमें देरी क्यों की जाए. मणिरत्नम की PS 2 में भी चोलों की ही कहानी होगी. कहानी वहां से शुरू होगी जो पहले पार्ट में दिखाया गया.

पहले पार्ट में विक्रम, जयराम रवि, कार्ति, ऐश्वर्य राय बच्चन, तृषा कृष्णन और प्रकाश राज जैसे सितारों ने अहम भूमिका निभाई है. फिल्म की कहानी सेम टाइटल से तमिल में आए कृष्णमूर्ति के उपन्यास पर आधारित है. जब यह उपन्यास प्रकाशित हुआ था, इसने तमिलनाडु में लोकप्रियता के सारे कीर्तिमान ध्वस्त कर दिए थे. फिल्म ने भी लगभग वही असर दिखाया है. यह इस बात का सबूत है कि देश अपने इतिहास और संस्कृति को कितना अहम मानता है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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