• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

जब लोगों से पूछा गया क्या वे आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा देखेंगे? जवाब इस सर्वे में

    • आईचौक
    • Updated: 09 अगस्त, 2022 01:58 PM
  • 09 अगस्त, 2022 01:58 PM
offline
तरण आदर्श ने लाल सिंह चड्ढा (Lal Singh Chaddha movie) और रक्षा बंधन को लेकर एक पोल किया था. दोनों फ़िल्में एक ही दिन रिलीज हो रही हैं. बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्मों का हश्र क्या हो सकता है- पोल में मिले नतीजों से समझा जा सकता है.

आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा (Lal Singh Chaddha movie) और अक्षय कुमार की रक्षा बंधन स्वतंत्रता दिवस वीकएंड पर रिलीज हो रही हैं. निश्चित ही दोनों बॉलीवुड की बड़ी फ़िल्में हैं और इनके कारोबार पर फिल्म ट्रेड सर्किल की नज़रे टिकी हैं. जहां तक बात दोनों फिल्मों के सितारों की है, हालिया अपवादों को छोड़ दिया जाए तो बॉक्स ऑफिस पर दोनों एक्टर्स का सक्सेस रेशो जबरदस्त है. बॉलीवुड में इस वक्त उनके मुकाबले दूसरे ज्यादा भरोसेमंद स्टार नजर नहीं आते. हाल के कुछ सालों में आमिर खान की ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान और अक्षय कुमार की बच्चन पांडे और सम्राट पृथ्वीराज को छोड़ दिया जाए तो दोनों के खाते कोई डिजास्टर नहीं दिखती.

लेकिन जहां तक बात लाल सिंह चड्ढा और रक्षा बंधन की है- फिल्मों के सिनेमाघरों में आने से पहले ही उनपर बवाल मचा हुआ है. दोनों ही फिल्मों खासकर लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ एक जबरदस्त निगेटिव कैम्पेन नजर आ रहा है. अलग-अलग वजहों को सामने रखकर फिल्म का विरोध किया जा रहा है. पिछले तीन हफ़्तों से सोशल मीडिया पर आमिर खान, लाल सिंह चड्ढा, अक्षय कुमार और उनकी फिल्म रक्षा बंधन के खिलाफ मजबूत हेट कैम्पेन चल रहा है. आमिर और लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ दिख रहा कैम्पेन तो और भी पुराना है.

लाल सिन्म्ह चड्ढा टिकट खिड़की पर क्लैश में भी फंसी है.

निगेटिव कैम्पेन से बैकफुट पर हैं आमिर खान, सर्वे में क्या निकलकर आ रहा है?

कैम्पेन कुछ इस तरह मजबूत दिख रहा है कि उसने मेकर्स को भी बैकफुट पर ला दिया है. लोगों की शिकायतों को लेकर आमिर को सफाई तक देनी पड़ रही है. इस बीच एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट्स भी लाल सिंह चड्ढा पर निगेटिव कैम्पेन के आशंकित असर पर विचार देते नजर आ रहे हैं. मुख्यधारा के सेलिब्रिटी फिल्म समीक्षक और बिज एनालिस्ट तरण आदर्श ने भी...

आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा (Lal Singh Chaddha movie) और अक्षय कुमार की रक्षा बंधन स्वतंत्रता दिवस वीकएंड पर रिलीज हो रही हैं. निश्चित ही दोनों बॉलीवुड की बड़ी फ़िल्में हैं और इनके कारोबार पर फिल्म ट्रेड सर्किल की नज़रे टिकी हैं. जहां तक बात दोनों फिल्मों के सितारों की है, हालिया अपवादों को छोड़ दिया जाए तो बॉक्स ऑफिस पर दोनों एक्टर्स का सक्सेस रेशो जबरदस्त है. बॉलीवुड में इस वक्त उनके मुकाबले दूसरे ज्यादा भरोसेमंद स्टार नजर नहीं आते. हाल के कुछ सालों में आमिर खान की ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान और अक्षय कुमार की बच्चन पांडे और सम्राट पृथ्वीराज को छोड़ दिया जाए तो दोनों के खाते कोई डिजास्टर नहीं दिखती.

लेकिन जहां तक बात लाल सिंह चड्ढा और रक्षा बंधन की है- फिल्मों के सिनेमाघरों में आने से पहले ही उनपर बवाल मचा हुआ है. दोनों ही फिल्मों खासकर लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ एक जबरदस्त निगेटिव कैम्पेन नजर आ रहा है. अलग-अलग वजहों को सामने रखकर फिल्म का विरोध किया जा रहा है. पिछले तीन हफ़्तों से सोशल मीडिया पर आमिर खान, लाल सिंह चड्ढा, अक्षय कुमार और उनकी फिल्म रक्षा बंधन के खिलाफ मजबूत हेट कैम्पेन चल रहा है. आमिर और लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ दिख रहा कैम्पेन तो और भी पुराना है.

लाल सिन्म्ह चड्ढा टिकट खिड़की पर क्लैश में भी फंसी है.

निगेटिव कैम्पेन से बैकफुट पर हैं आमिर खान, सर्वे में क्या निकलकर आ रहा है?

कैम्पेन कुछ इस तरह मजबूत दिख रहा है कि उसने मेकर्स को भी बैकफुट पर ला दिया है. लोगों की शिकायतों को लेकर आमिर को सफाई तक देनी पड़ रही है. इस बीच एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट्स भी लाल सिंह चड्ढा पर निगेटिव कैम्पेन के आशंकित असर पर विचार देते नजर आ रहे हैं. मुख्यधारा के सेलिब्रिटी फिल्म समीक्षक और बिज एनालिस्ट तरण आदर्श ने भी अपने हैंडल पर एक पब्लिक पोल किया. पब्लिक पोल के नतीजे हर लिहाज से आमिर खान और बॉलीवुड के खिलाफ नजर आ रहे हैं.

असल में तीन दिन पहले तरण ने बॉलीवुड की दोनों बड़ी फिल्मों के बारे में लोगों की राय जाननी चाहिए. एक पब्लिक सोशल सर्वे में उन्होंने पूछा- फाइनल पोल : अगले गुरुवार... 11 अगस्त 2022 को आप कौन सी फिल्म पहले देखेंगे? अभी वोट करें... एके वर्सेज एके. तरण ने तीन विकल्प में लोगों के विचार जानना चाहें. तीन विकल्प थे, पहला- लाल सिंह चड्ढा. दूसरा- रक्षा बंधन और तीसरा- कोई  नहीं. पोल में 24 घंटे के अंदर कुल 138,578 वोट आए. स्वाभाविक है कि वोट्स में बहुत सारे सैम्पल संदिग्ध होंगे. ओवरआल नतीजों का विश्लेषण करें तो क्लैश में फंसी दोनों फिल्मों का भविष्य बहुत ठीक नहीं कहा जा सकता. लाल सिंह चड्ढा और आमिर खान दोनों एक साथ रिलीज हो रही हैं.

तरण आदर्श के पोल का स्क्रीन शॉट.

आमिर खान के लिए अच्छी बात सिर्फ इतनी है कि अक्षय कुमार की फिल्म से मुकाबले में वो निश्चित ही बहुत आगे दिख रहे हैं. 34.8% लोगों ने 11 अगस्त को सबसे पहले लाल सिंह चड्ढा देखने की बात कबूल की है. रक्षा बंधन को देखने वालों की संख्या मात्र 20.2% प्रतिशत है. लाल सिंह चड्ढा, रक्षा बंधन से बहुत आगे दिख रही है, मगर दूसरा पहलू यह भी है कि इसी पोल में कोई फिल्म नहीं देखने वालों की संख्या 44.9% है. अगर अलग-अलग सबसे पहले लाल सिंह चड्ढा और रक्षा बंधन देखने वालों की संख्या के लिहाज से देखें तो दोनों फ़िल्में नहीं देखने वालों की तादाद ज्यादा है. दोनों फिल्मों को देखने वालों की संख्या एक कर दी जाए बावजूद कोई फिल्म ना देखने वालों की संख्या बस कुछ ही कम है.

तरण आदर्श का पोल कहता क्या है?

तरण आदर्श के पोल पर जिन सैम्पल्स ने वोट किया है वह कितने जेन्युइन हैं इसका पता तो फिल्मों की रिलीज के बाद ही होगा. लेकिन मोटीमोटा कहा जाए तो सर्वे के आधार पर यह कहने में कोई हर्ज नहीं कि टिकट खिड़की पर शायद दोनों फ़िल्में मेकर्स की अपेक्षाओं के अनुरूप कारोबारी प्रदर्शन ना कर पाए. लाल सिंह चड्ढा बहुत भारी भरकम बजट में बनी है. कहा जा रहा कि फिल्म का बजट करीब 180 करोड़ या उससे भी कहीं बहुत ज्यादा है. फिल्म बॉलीवुड के साथ पहले से क्लैश में है. दो दिन बाद ही स्वतंत्रता दिवस वीकएंड पर तेलुगु की सुपरनेचुरल कार्तिकेय 2 आ रही है. पौराणिकता में रची बसी यह पैन इंडिया ड्रामा है. इसे हिंदी में बहुत उत्साह से रिलीज किया जा रहा है.

कार्तिकेय 2 का सिनेमाघरों में होना भी लाल सिंह चड्ढा के लिए चुनौती है. कार्तिकेय का पहला पार्ट तेलुगु में सुपरहिट रहा था. तेलुगु इंडस्ट्री में दूसरे पार्ट को भी मास एंटरटेनर बताया जा रहा है. हालांकि यह भी देखना होगा कि कार्तिकेय 2 को हिंदी बेल्ट में लाल सिंह चड्ढा और रक्षा बंधन के सामने कितने स्क्रीन्स मिल पाते हैं? लाल सिंह चड्ढा और रक्षा बंधन को लेकर पब्लिक में बन रहे मूड और तरण आदर्श का सर्वे तो फिलहाल बॉलीवुड की नाकामी की अंतहीन कहानी के जारी रहने का ही संकेत दे रहा है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲