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अनुराग कश्यप की मुराद पूरी हुई, 'दोबारा' के खराब कंटेंट ने तापसी की फिल्म के खिलाफ बना गया माहौल!

    • आईचौक
    • Updated: 19 अगस्त, 2022 02:30 PM
  • 19 अगस्त, 2022 02:30 PM
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अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी बॉलीवुड मिस्ट्री ड्रामा 'दोबारा' रिलीज हो चुकी है. आइए जानते हैं तापसी पन्नू स्टारर फिल्म को लेकर किस तरह की समीक्षाएं आ रही हैं.

जन्माष्टमी के मौके पर बॉलीवुड की मिस्ट्री ड्रामा 'दोबारा' (DOBAARAA) रिलीज हो गई है. तापसी पन्नू स्टारर ड्रामा साल 2018 में आई स्पैनिश मूवी MIRAGE की आधिकारिक रीमेक है. फिल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया है. अभी कुछ दिन पहले आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ सोशल मीडिया पर जारी निगेटिव कैम्पेन को लेकर अनुराग और तापसी ने मजे लिए थे. उन्होंने कहा था- कोई हमारी फिल्म का भी बायकॉट कर दे. यह भी कहा था कि असल में बायकॉट से बॉलीवुड फ़िल्में फ्लॉप नहीं हो रही हैं. लोगों के पास पैसा ही नहीं है.

बायकॉट कैम्पेन पर मजे लेना अनुराग की फिल्म के पक्ष में जाता नहीं दिख रहा है फिलहाल. रिलीज के बाद सोशल मीडिया पर फिल्म के खिलाफ जबरदस्त ट्रेंड नजर आने लगा है. लोगों बायकॉट की अपील के साथ फिल्म ना देखने की अपील कर रहे हैं. ट्विटर पर दोबारा के विरोध में कई 'हैशटैग' ट्रेंड में नजर आ रहे हैं. वैसे दोबारा की समीक्षाएं भी आ रही हैं. ट्रोल्स से अलग फिल्म देखने वाले जेन्युइन दर्शकों और समीक्षकों ने अपनी राय जाहिर की है. प्रतिक्रियाएं मिली जुली हैं.

दोबारा में तापसी पन्नू

समीक्षकों ने अनुराग कश्यप की दोबारा में क्या देखा?

समीक्षकों को फर्स्ट हाफ में दोबारा की स्क्रीनप्ले ग्रिपिंग लगी है. अडाप्टेड स्क्रीनप्ले निहित भावे ने लिखा है. दूसरे हाफ में लेखन पसंद नहीं आया है. हालांकि कुछ संवाद और वन लाइनर तमाम लोगों को भाते दिख रहे हैं. जहां तक बात निर्देशन की है- ज्यादातर लोगों ने अनुराग कश्यप के काम की सराहना ही की है. खासकर उन्होंने दर्शकों को कहीं उलझने नहीं दिया है. मगर ओवरऑल समीक्षाओं में यह निकलकर आ रहा कि कुछ टुकड़ों यानी सीन्स में चीजें जिस तरह असरदार दिखी हैं वह पूरी फिल्म में नजर नहीं आतीं. कहीं संवाद अच्छे हैं, कहीं सीन्स...

जन्माष्टमी के मौके पर बॉलीवुड की मिस्ट्री ड्रामा 'दोबारा' (DOBAARAA) रिलीज हो गई है. तापसी पन्नू स्टारर ड्रामा साल 2018 में आई स्पैनिश मूवी MIRAGE की आधिकारिक रीमेक है. फिल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया है. अभी कुछ दिन पहले आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ सोशल मीडिया पर जारी निगेटिव कैम्पेन को लेकर अनुराग और तापसी ने मजे लिए थे. उन्होंने कहा था- कोई हमारी फिल्म का भी बायकॉट कर दे. यह भी कहा था कि असल में बायकॉट से बॉलीवुड फ़िल्में फ्लॉप नहीं हो रही हैं. लोगों के पास पैसा ही नहीं है.

बायकॉट कैम्पेन पर मजे लेना अनुराग की फिल्म के पक्ष में जाता नहीं दिख रहा है फिलहाल. रिलीज के बाद सोशल मीडिया पर फिल्म के खिलाफ जबरदस्त ट्रेंड नजर आने लगा है. लोगों बायकॉट की अपील के साथ फिल्म ना देखने की अपील कर रहे हैं. ट्विटर पर दोबारा के विरोध में कई 'हैशटैग' ट्रेंड में नजर आ रहे हैं. वैसे दोबारा की समीक्षाएं भी आ रही हैं. ट्रोल्स से अलग फिल्म देखने वाले जेन्युइन दर्शकों और समीक्षकों ने अपनी राय जाहिर की है. प्रतिक्रियाएं मिली जुली हैं.

दोबारा में तापसी पन्नू

समीक्षकों ने अनुराग कश्यप की दोबारा में क्या देखा?

समीक्षकों को फर्स्ट हाफ में दोबारा की स्क्रीनप्ले ग्रिपिंग लगी है. अडाप्टेड स्क्रीनप्ले निहित भावे ने लिखा है. दूसरे हाफ में लेखन पसंद नहीं आया है. हालांकि कुछ संवाद और वन लाइनर तमाम लोगों को भाते दिख रहे हैं. जहां तक बात निर्देशन की है- ज्यादातर लोगों ने अनुराग कश्यप के काम की सराहना ही की है. खासकर उन्होंने दर्शकों को कहीं उलझने नहीं दिया है. मगर ओवरऑल समीक्षाओं में यह निकलकर आ रहा कि कुछ टुकड़ों यानी सीन्स में चीजें जिस तरह असरदार दिखी हैं वह पूरी फिल्म में नजर नहीं आतीं. कहीं संवाद अच्छे हैं, कहीं सीन्स अच्छे हैं और कहीं स्टार्स का परफॉर्मेंस दमदार दिखता है. सिलसिला नहीं दिखता और इसकी वजह से फिल्म कमजोर बन जाती है. कुछ ने तो यह भी कहा- अब तक यह अनुराग की सबसे कमजोर फिल्म है.

जहां तक बात स्टार्स के परफॉर्मेंस की है लोगों को तापसी पन्नू अच्छे फॉर्म में लग रही हैं. फिल्म उनके कंधे पर है भी. कुछ सीन्स में तो उन्होंने बहुत ही लाजवाब काम किया है. वैसे सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसका भी क्रेडिट अनुराग कश्यप को दे रहे कि उन्होंने तापसी के बेस्ट को निकालने की कोशिश की है. राहुल भट्ट, पावली गुलाटी, सुकांत गोयल विदुषी मेहरा, और दूसरे कलाकारों का काम भी लोगों को अपनी जगह ठीकठाक लगा है. ओवरऑल दोबारा की रेटिंग बहुत ठीक नहीं है. समीक्षकों ने 5 में से 2 और किसी किसी ने 3.5 तक रेट किया है.

लोगों को पैसे की बर्बादी क्यों लग रही अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू की फिल्म?

इसके उलट IMDb पर समीक्षाओं को देखें तो बहुत निगेटिव चीजें नजर आ रही हैं. ज्यादातर यह कहते नजर आ रहे कि यह स्पैनिश ड्रामा की सस्ती कॉपी है. कलाकारों ने खराब एक्टिंग की है और स्टोरी टेलिंग बहुत ही वाहियात है. एक रिव्यू में कहा गया कि जब आपने ओरिजिनल फिल्म देख ली हो तो सस्ती कॉपी (दोबारा जैसी) देखने का कोई मतलब नहीं रह जाता.  एक्टिंग भी कोई बहुत ख़ास नहीं है.

एक और यूजर ने लिखा कि यह फिल्म इंगेजिंग बिल्कुल नहीं है. अगर आप मेहनत से कमाए पैसे इस पर खर्च कर रहे हैं तो यह पैसे की बर्बादी होगी. इसलिए फर्जी खबरें ना फैलाए कि यह फिल्म बहुत अच्छी है या इंगेजिंग है. और इस फिल्म को ना देखकर आप अपना समय भी बचा सकते हैं.

सोशल मीडिया पर ट्रोल्स किस तरह विरोध कर रहे हैं नीचे देख सकते हैं:-

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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