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Sushant Singh Rajput Suicide: तुम तो धैर्यवान धोनी थे, जिंदगी को 20-20 क्यों बना दिया?

    • आईचौक
    • Updated: 14 जून, 2020 05:07 PM
  • 14 जून, 2020 05:07 PM
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अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ( Sushant Singh Rajput Suicide) ने मुंबई स्थित अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. फिल्मी धोनी बने सुशांत ने महज 34 साल की उम्र में जान देकर फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) और फैंस को ऐसा दर्द दिया है, जिसकी टीस वर्षों उठती रहेगी.

Year 2020 भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री के लिए इतना बुरा साबित हो रहा है जिसके बारे में किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. कोरोना ने बॉलीवुड की चलती-फिलती गाड़ी पर ऐसे ब्रेक लगाया कि सबकुछ पलट गया. उसके बाद अप्रैल महीने में इरफान खान और ऋषि कपूर की असामयिक मौत ने फैंस के दिलों में ऐसा सुनापन भरा कि वे अब तक इस सदमे से उबर नहीं पाए थे. और अब बॉलीवुड के इमर्जिंग स्टार और अगला शाहरुख खान माने जाने रहे सुशांत सिंह राजपुत की खुदकुशी (Sushant Singh Rajput Suicide death news) में ऐसा दर्द दे दिया है कि वे साल 2020 को ताउम्र ऐसे मातम के रूप में याद करेंगे, जिसे उबर पाना आसान नहीं है. हाल ही में सुशांत सिंह राजपूत के मैनेजर ने भी मुंबई में ही खुदकुशी कर ली थी. सुशांत की खुदकुशी के पीछे की वजहों का पता नहीं चल पाया है.

पिछले साल ‘छिछोरे’ फिल्म में लीड किरदार में नजर आए सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को मुंबई स्थित अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. जब लोग कोरोना संकट से बुरी तरह त्रस्त हैं, वैसे समय में अपने फेवरेट एक्टर फिर कभी न देख पाने की कल्पना मात्र से ही डर जाते हैं. बिहार की राजधानी पटना में जन्मे सुशांत सिंह राजपूत ने 34 साल की उम्र में ही इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया, जिसके बारे में लोग सोच भी नहीं पाते हैं. टीवी से फिल्म ऐक्टर के सफर और बॉलीवुड के सबसे फेसस डायरेक्टर्स के साथ काम करने वाले सुशांत सिंह राजपूत छोटे शहर के ऐसे लोगों के लिए सपने की तरह थे, जिन्होंने सिनेमा इंडस्ट्री में कुछ करने का हौसला पाला था.

पुर्णिया से वाया पटना दिल्ली और फिर मुंबई

सुशांत सिंह राजपूत ने ऐक्टर बनने का सपना बचपन में ही पाल लिया था. मूल रूप से बिहार के पुर्णिया के रहने वाले सुशांत ने पटना के बाद दिल्ली का सफर तय करते हुए साल 2003 में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल कॉलेज में इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिया. वह काफी मेधावी स्टूडेंट थे. इंजीनियरिंग करने के साथ ही सुशांत ने श्यामक डावर डांस क्लास में भी एडमिशन कराया और ऐसा जलवा...

Year 2020 भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री के लिए इतना बुरा साबित हो रहा है जिसके बारे में किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. कोरोना ने बॉलीवुड की चलती-फिलती गाड़ी पर ऐसे ब्रेक लगाया कि सबकुछ पलट गया. उसके बाद अप्रैल महीने में इरफान खान और ऋषि कपूर की असामयिक मौत ने फैंस के दिलों में ऐसा सुनापन भरा कि वे अब तक इस सदमे से उबर नहीं पाए थे. और अब बॉलीवुड के इमर्जिंग स्टार और अगला शाहरुख खान माने जाने रहे सुशांत सिंह राजपुत की खुदकुशी (Sushant Singh Rajput Suicide death news) में ऐसा दर्द दे दिया है कि वे साल 2020 को ताउम्र ऐसे मातम के रूप में याद करेंगे, जिसे उबर पाना आसान नहीं है. हाल ही में सुशांत सिंह राजपूत के मैनेजर ने भी मुंबई में ही खुदकुशी कर ली थी. सुशांत की खुदकुशी के पीछे की वजहों का पता नहीं चल पाया है.

पिछले साल ‘छिछोरे’ फिल्म में लीड किरदार में नजर आए सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को मुंबई स्थित अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. जब लोग कोरोना संकट से बुरी तरह त्रस्त हैं, वैसे समय में अपने फेवरेट एक्टर फिर कभी न देख पाने की कल्पना मात्र से ही डर जाते हैं. बिहार की राजधानी पटना में जन्मे सुशांत सिंह राजपूत ने 34 साल की उम्र में ही इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया, जिसके बारे में लोग सोच भी नहीं पाते हैं. टीवी से फिल्म ऐक्टर के सफर और बॉलीवुड के सबसे फेसस डायरेक्टर्स के साथ काम करने वाले सुशांत सिंह राजपूत छोटे शहर के ऐसे लोगों के लिए सपने की तरह थे, जिन्होंने सिनेमा इंडस्ट्री में कुछ करने का हौसला पाला था.

पुर्णिया से वाया पटना दिल्ली और फिर मुंबई

सुशांत सिंह राजपूत ने ऐक्टर बनने का सपना बचपन में ही पाल लिया था. मूल रूप से बिहार के पुर्णिया के रहने वाले सुशांत ने पटना के बाद दिल्ली का सफर तय करते हुए साल 2003 में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल कॉलेज में इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिया. वह काफी मेधावी स्टूडेंट थे. इंजीनियरिंग करने के साथ ही सुशांत ने श्यामक डावर डांस क्लास में भी एडमिशन कराया और ऐसा जलवा बिखेरा कि साल 2005 में उन्हें श्यामक डावर डांस ग्रुप के साथ 51वें फिल्मफेयर अवॉर्ड में बैकग्राउंड डांसर बनने का मौका मिला. यहीं पर सुशांत की किस्मत पलटी और बॉलीवुड की चकाचौंध का उनका ऐसा प्रभाव पड़ा कि उन्होंने सोच लिया कि बनना है तो एक्टर ही. इसके बाद सुशांत सिंह ने इंजीनियरिंग छोड़ दी और मुंबई चले गए. सुशांत सिंह के जीवन पर शाहरुख खान का काफी प्रभाव था. दिल्ली कनेक्शन ने दोनों की किस्मत को एक रास्ते पर ला खड़ा किया था.

इंजीनियरिंग छोड़ एक्टर बनने मुंबई चले गए

साल 2006 की शुरुआत, मुंबई आने के बाद सुशांत सिंह ने नादिरा बब्बर के थिएटर ग्रुप ‘एकजुट’ को जॉइन किया और पूरी तरह एक्टिंग पर फोकस किया. सुशांत लगभग ढाई साल तक मुंबई में अपना सिक्का जमाने की कोशिश करते दिखे और आखिरकार एक दिन उन्हें नेस्ले का ऐड मिला और इस ऐड ने उन्हें देशभर में फेमस कर दिया. एक गुड लुकिंग लड़का, जो अच्छा डांस भी कर लेता और अच्छा बोल लेता है. सुशांत की मेहनत और कोशिश को बाद में टीवी इंडस्ट्री की क्वीन मानी जाने वालीं एकता कपूर ने परखा और फिर सुशांत की किस्मत रंग लाई.

साल 2008 में एकता कपूर की बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले बने टीवी सीरियल ‘किस देश में है मेरा दिल’ में सुशांत को पहली बार ब्रेक मिला. हालांकि इस सीरियल में सुशांत के लिए ज्यादा कुछ था नहीं, लेकिन एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को एक हीरा मिल चुका था. जून 2009 में एकता कपूर ने अपने फेमस सीरियल ‘पवित्र रिश्ता’ में सुशांत सिंह राजपूत को मानव का किरदार दिया और इस कैरेक्टर ने अपनी बेहतरीन अदाकारी और सादगी से ऐसा जादू चलाया कि मानव देशमुख घर-घर का प्यारा हो गया. इस दौरान को-एक्टर अंकिता लोखंडे से रिश्ते को लेकर भी सुशांत सिंह काफी चर्चा में रहे. जब सुशांत की गाड़ी चल पड़ी तो उन्हें जरा नचके दिखा और झलक दिखला जा जैसे टैलेंट हंट शो में भी शिरकत करने का मौका मिला, लेकिन सुशांत को तो फिल्म में काम करना था, इसलिए उन्होंने टीवी करियर छोड़ फिल्मों में हाथ आजमाना शुरू किया.

7 साल के फिल्मी करियर में बहुत कुछ किया

आखिरकार साल 2013 में सुशांत सिंह राजपूत ने अभिषेक कपूर की फिल्म ‘काई पो छे’ से बॉलीवुड डेब्यू किया और इस फिल्म ने वाकई सुशांत को हीरो बना दिया. बाद में सुशांत सिंह राजपूत को बड़े प्रोडक्शन हाउस की फिल्में मिलने लगी, जिसमें यशराज प्रोडक्शन की मनीष शर्मा निर्देशित फिल्म शुद्ध देशी रोमांस भी थी. शुद्ध देशी रोमांस में परीणिति चोपड़ा और वाणी कपूर के साथ सुशांत सिंह की जोड़ी काफी हिट रही और उन्हें चॉकलेटी बॉय माना जाने लगा. इसी समय बॉलीवुड में रणवीर सिंह और वरुण जैसे एक्टर का बोलबाला दिखने लगा था, लेकिन एक छोटे शहर के सुशांत ने अपनी एक्टिंग का ऐसा जादू बिखेरा था कि बड़े-बड़े डायरेक्टर्स उनके साथ काम करना चाहते थे. इसी कड़ी में साल 2014 में सुशांत सिंह के हाथ लगी राजकुमार हिरानी की फिल्म पीके. इस फिल्म में अपने छोटे किरदार में ही सुशांत इतने प्रभावी दिखे कि हर कोई उन्हें अगला शाहरुख खान मानने लगा. वाकई बंदे में दम थी, लेकिन!

‘धोनी’ ने दी अलग पहचान

सुशांत सिंह राजपूत को उनकी एक्टिंग करियर में सबसे बड़ा मुकाम मिला ‘महेंद्र सिंह धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ से. नीरज पांडे की इस फिल्म में धोनी की शानदार एक्टिंग ने उन्हें सबका फेवरेट बना दिया. सुशांत की इस फिल्म ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाया और उन्हें बॉलीवुड के ए लिस्टर स्टार की कैटिगरी में ला खड़ा किया. इस फिल्म के लिए सुशांत सिंह राजपूत को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड नोमिनेशन मिला था. साल 2017 सुशांत के लिए खास नहीं रहा और कृति सैनन के साथ आई उनकी फिल्म ‘राब्ता’ बुरी तरह पिट गई. फिल्मी गलियारों में तब तक कृति सैनन को सुशांत की गर्लफ्रैंड माना जाने लगा था, लेकिन उनका रिश्ता ज्यादा दूर जा नहीं पाया, जिसकी वजह से सुशांत काफी विवादों में भी रहे थे.

सोनचिड़िया और छिछोरे की एक्टिंग याद करेगी दुनिया 

साल 2018 में सुशांत सिंह राजपूत को एक बार फिर से उनके मेन्टॉर माने जा रहे अभिषेक कपूर का साथ मिला और ‘केदारनाथ’ फिल्म में सारा अली खान के साथ सुशांत की जोड़ी हिट रही. इसके बाद साल 2019 में अभिषेक चौबे की फिल्म सोनचिड़िया में एक अपने चॉकलेटी किरदारों से अलग डाकू का किरार निभाकर सुशांत सिंह ने एक्टिंग के एक और पायदान को पार कर लिया. साल 2019 में सुशांत नेटफ्लिक्स फिल्म ड्राइव में दिखे, लेकिन यह फिल्म कुछ खास नहीं कर पाई. सुशांत के अचानक इस तरह दुनिया से चले जाने से बॉलीवुड को भारी क्षति हुई है. सुशांत आने वाले दिनों में कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा की फिल्म ‘दिल बेचारा’ के साथ ही साइंस फिक्शन फिल्म ‘चंदा मामा दूर के’ में आर. माधवन के साथ दिखने वाले थे. इससे इतर कई अन्य प्रोजेक्ट के साथ ही अपनी हालिया गर्लफ्रैंड रिया चक्रवर्ती को लेकर भी सुशांत अक्सर चर्चा में रहते थे. लेकिन इस तरह कौन भला चर्चा में आना चाहेगा खुद की जान देकर!

समय का पहिया किस करवट बैठ जाए, ये कोई कह नहीं सकता और आज बॉलीवुड से जुड़े लोग समेत सुशांत के करोड़ों फैंस यहीं महसूस कर रहे होंगे. एक ऐसा एक्टर, जिसने महज 34 साल की उम्र में अपनी अदाकारी से हमें मानव जैसा केयरिंग पति होना सिखाया, एक हरफनमौला क्रिकेटर होना सिखाया, छोटे शहरों से होते हुए भी बड़ा सपना देख बड़ा ऐक्टर होना सिखाया और अपने सपने को जीना सिखाया. सुशांत सिंह राजपूत ने किन कारणों से खुदकुशी का रास्ता अपनाया और अपनी जीवन लीला समाप्त की, ये तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन बॉलीवुड ने एक नायाब हीरा खो दिया. साथ ही सुशांत का इस कदर जाना वैसे लोगों के लिए झटका है, जो सपने देखते हैं और एक्टिंग की दुनिया में नाम कमाना चाहते हैं.







इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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