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Sushant Singh Rajput death CBI probe: सुशांत के फैंस और सियासत दोनों को जरूरत है सीबीआई की

    • आईचौक
    • Updated: 04 अगस्त, 2020 03:42 PM
  • 04 अगस्त, 2020 03:42 PM
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सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी (Sushant Singh Rajput Suicide) मामले की मुंबई पुलिस (Mumbai Police) और बिहार पुलिस (Bihar Police) जांच कर रही हैं और जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं, उससे लगता है कि राज कई हैं और इनसे सीबीआई जांच (Sushant Death CBI Probe) के बाद ही पर्दा उठेगा.

सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले (Sushant Singh Rajput Suicide case) की जांच के दौरान जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं, उससे साफ लगने लगा है कि सुशांत की मौत के पीछे वाकई गहरा राज है, जिससे पर्दा उठा तो कई लोगों के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे. इस बीच मामले की जांच के दौरान मुंबई पुलिस की कार्रवाई के साथ ही बिहार से मुंबई गई जांच टीम के साथ भेदभाव की खबरों के बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर उंगलियां उठने लगी है. बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को जबरन मुंबई में क्वारंटीन किए जाने के साथ ही बिहार पुलिस की टीम को खतरे के मद्देनजर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे लगातार बयान दे रहे हैं कि मुंबई पुलिस सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के दौरान बिहार पुलिस की टीम को परेशान कर रही है. इस बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सुशांत सिंह राजपूत मामले की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है, जिसके बाद माना जा रहा है कि जल्द ही केंद्रीय जांच एजेंसी सुशांत सिंह की खुदकुशी मामले से पर्दा उठाएगी. चलिए, इस पूरे मामले में अब तक क्या-क्या हुआ, इसकी तहें खंगालते हैं.

बीते 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के बाद फिल्म इंडस्ट्री के साथ ही देश-दुनिया के करोड़ों फैंस को गहरा आधात लगता है कि अपने करियर के अहम मुकाम पर सुशांत ने ऐसा कदम क्यों उठाया. बात निकली तो सुशांत के डिप्रेशन में आने की खबर सामने आई. फिर फ़िल्म इंडस्ट्री में भेदभाव और नेपोटिज्म पर लंबी बहस हुई और मुंबई पुलिस ने बॉलीवुड के कई बड़े चेहरों से पूछताछ की, जिसमें आदित्य चोपड़ा, संजय लीला भंसाली, शेखर कपूर समेत कई अन्य लोग थे. बाद में ये भी खबर आई कि सुशांत सिंह राजपूत पिछले 6 महीने से बायपोलर डिसऑर्डर नामक मानसिक समस्या से ग्रसित थे और एक दिन वो इतने परेशान हो गए कि उन्होंने खुदकुशी कर ली. मुंबई पुलिस लभगग डेढ़ महीने तक इस केस के पीछे लगी रही, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला और न ही दोषियों के बारे में पता चला. अटकलों और जांच के नाम पर मुंबई पुलिस ने 40 दिन से ज्यादा समय बिता दिया. इस बीच लगभग हर दिन फैंस और नेता इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते रहे, लेकिन महाराष्ट्र सरकार बातें अनसुनी करती रही.

सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले (Sushant Singh Rajput Suicide case) की जांच के दौरान जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं, उससे साफ लगने लगा है कि सुशांत की मौत के पीछे वाकई गहरा राज है, जिससे पर्दा उठा तो कई लोगों के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे. इस बीच मामले की जांच के दौरान मुंबई पुलिस की कार्रवाई के साथ ही बिहार से मुंबई गई जांच टीम के साथ भेदभाव की खबरों के बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर उंगलियां उठने लगी है. बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को जबरन मुंबई में क्वारंटीन किए जाने के साथ ही बिहार पुलिस की टीम को खतरे के मद्देनजर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे लगातार बयान दे रहे हैं कि मुंबई पुलिस सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के दौरान बिहार पुलिस की टीम को परेशान कर रही है. इस बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सुशांत सिंह राजपूत मामले की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है, जिसके बाद माना जा रहा है कि जल्द ही केंद्रीय जांच एजेंसी सुशांत सिंह की खुदकुशी मामले से पर्दा उठाएगी. चलिए, इस पूरे मामले में अब तक क्या-क्या हुआ, इसकी तहें खंगालते हैं.

बीते 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के बाद फिल्म इंडस्ट्री के साथ ही देश-दुनिया के करोड़ों फैंस को गहरा आधात लगता है कि अपने करियर के अहम मुकाम पर सुशांत ने ऐसा कदम क्यों उठाया. बात निकली तो सुशांत के डिप्रेशन में आने की खबर सामने आई. फिर फ़िल्म इंडस्ट्री में भेदभाव और नेपोटिज्म पर लंबी बहस हुई और मुंबई पुलिस ने बॉलीवुड के कई बड़े चेहरों से पूछताछ की, जिसमें आदित्य चोपड़ा, संजय लीला भंसाली, शेखर कपूर समेत कई अन्य लोग थे. बाद में ये भी खबर आई कि सुशांत सिंह राजपूत पिछले 6 महीने से बायपोलर डिसऑर्डर नामक मानसिक समस्या से ग्रसित थे और एक दिन वो इतने परेशान हो गए कि उन्होंने खुदकुशी कर ली. मुंबई पुलिस लभगग डेढ़ महीने तक इस केस के पीछे लगी रही, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला और न ही दोषियों के बारे में पता चला. अटकलों और जांच के नाम पर मुंबई पुलिस ने 40 दिन से ज्यादा समय बिता दिया. इस बीच लगभग हर दिन फैंस और नेता इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते रहे, लेकिन महाराष्ट्र सरकार बातें अनसुनी करती रही.

कौन दोषी, ये राज न रह जाए!

इसके बाद केस में अचानक मोड़ तब आता है, जब सुशांत के पिता केके सिंह पटना स्थित राजीव नगर थाने में सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मामला दर्ज कराते हैं और रिया पर धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग और सुशांत को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाते हैं. इसके बाद पूरा मामला ही पलट जाता है. फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म और बॉलीवुड की काली सच्चाई से इतर सुशांत खुदकुशी का मामला प्यार और धोखा का हो जाता है. सुशांत की फैमिली के वकील कहते हैं कि मुंबई पुलिस को सुशांत के पिता केके सिंह ने पहले ही आगाह किया था कि उनके बेटे की जान को खतरा है, लेकिन मुंबई पुलिस ने लापरवाही दिखाई और रिया को बचाती रही. मुंबई पुलिस की इस मामले में खूब किरकिरी हुई. इसके बाद बिहार पुलिस की एक टीम सुशांत खुदकुशी मामले की जांच के लिए मुंबई पहुंची और वहां उन्होंने कई लोगों के बयान दर्ज किए, जिसमें ऐसी-ऐसी बातें सामने आई, जिससे लगता है कि सुशांत की खुदकुशी के पीछे कई ऐसे राज दबे हैं और कुछ लोगों द्वारा दबाए जा रहे हैं कि उन्हें डर है कि बातें बाहर आईं तो फिर बवंडर उठेगा और आंधी में कई लोगों का राजनीतिक और फिल्मी करियर तबाह हो जाएगा.

सुशांत के करीबियों ने ये कहा...

मुंबई पहुंची पटना पुलिस की टीम ने सुशांत के करीबियों से बातें की, जिनमें अंकिता लोखंडे और सुशांत के साथ पिछले कुछ वर्षों के दौरान रहे उनके कई दोस्त थे. सबने यही बात कही कि सुशांत खुदकुशी नहीं कर सकता था, क्योंकि वह काफी जिंदादिल इंसान था और अपने सपनों को जीना चाहता था. सुशांत अपने आस-पास के लोगों को खुश रखता था और उन्हें मोटिवेट करता था. सुशांत को ऑर्गेनिक फार्मिंग करनी थी और इसके लिए वह सोच भी रहे थे, लेकिन सुशांत के पिता की मानें तो रिया ने सुशांत को ब्लैकमेल किया कि अगर सुशांत ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ी तो वह उन्हें मीडिया के सामने पागल साबित कर देगी. सुशांत के दोस्तों की मानें तो सुशांत कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे थे, जिनमें वेब सीरीज और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस के साथ ही कई और चीजें थीं, ऐसे में सुशांत अचानक से खुदकुशी के रास्ते पर नहीं जा सकते थे. हर तरफ से ये बातें उठ रही हैं कि सुशांत को कोई परेशान कर रहा था और वह काफी मानसिक दबाव में थे, जिसके कारण उन्होंने खुदकुशी कर ली. ऐसे में शक की सूई रिया चक्रवर्ती से लेकर फिल्म इंडस्ट्री के गैंग पर भी घूमती है. बिहार पुलिस ने अपनी जांच में कई ऐसी बातें सामने लाई, जिससे लोगों को विश्वास हो रहा है कि अब सीबीआई जांच में ही सही बातें सामने आ पाएंगे, क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले में महाराष्ट्र पुलिस की भूमिका संदिग्ध लगने लगी है.

शिवसेना सीबीआई जांच क्यों नहीं करवा रही?

सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले की सीबीआई जांच कराने से महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार क्यों पीछे हट रही है, यह अब तक समझ में नहीं आ रही है. जिस केस से लाखों-करोड़ों लोगों का विश्वास और दिल जुड़ा है, उस केस को मामूली बताकर शिनवसेना सरकार के मंत्री अजीबोगरीब बयानबाजी कर रहे हैं. अब यह मामला पॉलिटिकल बनता जा रहा है, जहां महाराष्ट्र बनाम बिहार और नीतीश कुमार बनाम उद्धव ठाकरे जैसी बातें होने लगी हैं. मुंबई पुलिस की जांच पर लगातार उंगलियां उठ रही हैं, वहीं महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार जिद पर अड़ी है कि सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले की जांच के लिए महाराष्ट्र पुलिस काफी है. लेकिन अब नीतीश कुमार ने फ्रंट फूट पर आकर सुशांत खुदकुशी मामली की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है. दरअसल, बिहार पुलिस, मुंबई पुलिस और ईडी की जांच में तालमेल दिख ही नहीं रहा है. सब अलग-अलग ढर्रे पर मामले की जांच कर रहे हैं, ऐसे में जो जरूरी बातें हैं, वो उलझती जा रही हैं. बिहार में नीतीश कुमार पर दबाव बन रहा है, क्योंकि विधानसभा चुनाव आने वाले हैं.

सुशांत मामले में बिहार डीजीपी ने ये कहा..

बिहार पुलिस के साथ बीते कुछ दिनों से मुंबई में जो कुछ भी हो रहा है, उसपर अब बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे भी लगातार बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुंबई में बिहार पुलिस की टीम खतरे में है और वह छुपी हुई है. उन्होंने तो ये भी कहा कि पिछले 4 साल के दौरान सुशांत के बैंक अकाउंट में 50 करोड़ रुपये जमा हुए, इसकी भी जांच हो और पिछले एक साल के दौरान जितने भी ट्रांजैक्शन हुए, उसकी अच्छे से पड़ताल हो. जिस तरह से जबरन आईपीएस विनय तिवारी को क्वारंटीन कर दिया या बिहार पुलिस की टीम के साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया, उससे मुंबई पुलिस के मंशे पर सवाल उठ रहे हैं. साफ दिखने लगा है कि मुंबई पुलिस भी शिवसेना की मंत्री की भाषा ही बोल रही है कि जब मुंबई पुलिस जांच कर ही रही है तो फिर बिहार पुलिस क्यों? लेकिन सच्चाई ये है कि मुंबई पुलिस अगर ढंग से काम करती तो फिर सीबीआई जांच की मांग क्यों उठती या उसपर रिया चक्रवर्ती को बचाने के आरोप क्यों लगते.

मुंबई पुलिस खेल कर रही है!

मुंबई पुलिस ने अगर समय रहते कार्रवाई की होती तो शायद सुशांत आज जिंदा होते और उन्हें परेशान करने वाले जेल की सलाखों के पीछे. अब मुंबई पुलिस साख बचाने के लिए बिहार पुलिस को परेशान करने लगी है और यह मामला धीरे-धीरे राजनीतिक होने लगा है, जहां शिवसेना पर आरोप लग रहे हैं कि वह फिल्म इंडस्ट्री के बड़े चेहरों को बचा रही है. कुछ भी हो, लेकिन राज कई हैं, जो सुशांत सिंह की इस मौत के पीछे की वजह हैं. उम्मीद है कि इसकी सीबीआई जांच होगी और राज से पर्दा हटेगा. रिया चक्रवर्ती का मुंबई पुलिस से क्या कनेक्शन है, इसकी जांच होनी चाहिए और साथ ही सुशांत की मौत के पीछे बॉलीवुड गैंग की क्या भूमिका थी, इन सवालों के भी जवाब ढूंढने चाहिए.







इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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