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पठान पर लगभग वकील बन आए सुनील शेट्टी की ये यू-टर्न वाली तस्वीर है!

    • आईचौक
    • Updated: 24 जनवरी, 2023 05:11 PM
  • 24 जनवरी, 2023 05:11 PM
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आज की तारीख में बॉलीवुड के लिए वैष्णो देवी का धाम नया अजमेर शरीफ बन चुका है. इसकी वजह है बायकॉट आंदोलन का असर. कभी बॉलीवुड की तरफ से वैष्णो देवी तक आतंकियों का शिकार बने गुलशन कुमार पहुंचते थे. अब पठान भी जाने लगा है. शाहरुख की तिलकधारी तस्वीरें सोशल मीडिया पर यूं ही वायरल नहीं है.

बॉलीवुड को देखकर अब समझ में आने लगा है कि जनता के बायकॉट आंदोलन की आंच उस तक पहुंच रही है. बराबर पहुंच रही है. उसकी गर्मी का असर भी दिख रहा है. उनके हावभाव में उसे देखा जा सकता है. यही वजह है कि घमंड में चूर जो बॉलीवुड अपने दर्शकों के विचार को जूते की नोंक पर रखता था, रात दिन उसका मजाक उड़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ता था (अली फजल की वाइफ ऋचा चड्ढ का ताजा मामला है जिसमें उन्होंने सेना को भी नहीं छोड़ा), अब बदला-बदला नजर आ रहा है. जो बॉलीवुड कहता था कि हमारी फ़िल्में अच्छी नहीं हैं तो मत देखो, अब कह रहा है कि अगर फिल्मों का बायकॉट होता रहेगा तो देखेगा कौन? मनोरंजन कैसे होगा? यह लोगों के बायकॉट आंदोलन का ही प्रताप है कि बॉलीवुड के लिए 'अजमेर शरीफ' की जगह वैष्णो देवी ने ले ली है. अजमेर शरीफ की रौनक गायब दिख रही है.

जैकलीन फर्नांडीज से लेकर शाहरुख खान तक असर साफ़ नजर आ रहा है. शाहरुख भी वैष्णो देवी में सफलता के लिए मनौती मांगने पहुंचे. शायद देवी उनकी सुन लें. लोगों की शिकायत थी कि बॉलीवुड आम लोगों की बात नहीं सुन रहा. अमिताभ बच्चन की देखा देखी कार्तिक आर्यन जैसे सितारे घर के मंदिर की तस्वीरें भी साझा करने लगे हैं जैसे दक्षिण के सितारे करते हैं. आमिर खान, करीना कपूर, शाहरुख आदि को देखिए तो समझ में आता है कि बॉलीवुड ना सिर्फ लोगों की बातें ध्यान से सुन रहा है बल्कि उसपर काम भी करने की कोशिश कर रहा है. बावजूद कि खराब आदतें रातोंरात ख़त्म नहीं हो जाती तो उसमें ससमय लगेगा. लोगों को अपनी बात पहुंचाने के लिए सरदार मेहनत करते रहना होगा. बॉलीवुड कितनी गंभीरता से लोगों की बातों पर ध्यान दे रहा है, इसका ताजा और बिल्कुल स्पष्ट उदाहरण सुनील शेट्टी की हालिया तस्वीर में भी नजर आ ही जाता है.

बेटे अहान के साथ सुनील शेट्टी का पारंपरिक अंदाज बहुत कुछ कहता है....

बॉलीवुड को देखकर अब समझ में आने लगा है कि जनता के बायकॉट आंदोलन की आंच उस तक पहुंच रही है. बराबर पहुंच रही है. उसकी गर्मी का असर भी दिख रहा है. उनके हावभाव में उसे देखा जा सकता है. यही वजह है कि घमंड में चूर जो बॉलीवुड अपने दर्शकों के विचार को जूते की नोंक पर रखता था, रात दिन उसका मजाक उड़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ता था (अली फजल की वाइफ ऋचा चड्ढ का ताजा मामला है जिसमें उन्होंने सेना को भी नहीं छोड़ा), अब बदला-बदला नजर आ रहा है. जो बॉलीवुड कहता था कि हमारी फ़िल्में अच्छी नहीं हैं तो मत देखो, अब कह रहा है कि अगर फिल्मों का बायकॉट होता रहेगा तो देखेगा कौन? मनोरंजन कैसे होगा? यह लोगों के बायकॉट आंदोलन का ही प्रताप है कि बॉलीवुड के लिए 'अजमेर शरीफ' की जगह वैष्णो देवी ने ले ली है. अजमेर शरीफ की रौनक गायब दिख रही है.

जैकलीन फर्नांडीज से लेकर शाहरुख खान तक असर साफ़ नजर आ रहा है. शाहरुख भी वैष्णो देवी में सफलता के लिए मनौती मांगने पहुंचे. शायद देवी उनकी सुन लें. लोगों की शिकायत थी कि बॉलीवुड आम लोगों की बात नहीं सुन रहा. अमिताभ बच्चन की देखा देखी कार्तिक आर्यन जैसे सितारे घर के मंदिर की तस्वीरें भी साझा करने लगे हैं जैसे दक्षिण के सितारे करते हैं. आमिर खान, करीना कपूर, शाहरुख आदि को देखिए तो समझ में आता है कि बॉलीवुड ना सिर्फ लोगों की बातें ध्यान से सुन रहा है बल्कि उसपर काम भी करने की कोशिश कर रहा है. बावजूद कि खराब आदतें रातोंरात ख़त्म नहीं हो जाती तो उसमें ससमय लगेगा. लोगों को अपनी बात पहुंचाने के लिए सरदार मेहनत करते रहना होगा. बॉलीवुड कितनी गंभीरता से लोगों की बातों पर ध्यान दे रहा है, इसका ताजा और बिल्कुल स्पष्ट उदाहरण सुनील शेट्टी की हालिया तस्वीर में भी नजर आ ही जाता है.

बेटे अहान के साथ सुनील शेट्टी का पारंपरिक अंदाज बहुत कुछ कहता है.

सुनील शेट्टी अपने बेटे के साथ पारंपरिक अंदाज में दिखे. ऐसे अंदाज में दिखे, बॉलीवुड के 'बांद्रा बॉयज' आमतौर पर ऐसे अंदाज में सार्वजनिक रूप से नहीं दिखते. दक्षिण भारतीय एक्टर्स के साथ यह दिक्कत नहीं है. मन करे तो बॉलीवुड के किसी भी सेलिब्रिटी का वेडिंग अलबम देख लीजिए. शादी करने वाले जोड़े के अलावा लोग कैसे नजर आते हैं, साफ़-साफ़ दिख जाएगा. खैर, सुनील शेट्टी ने अपने पारंपरिक अंदाज का जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने बेटे को भी अपने साथ में लिया. सुनील शेट्टी का पूरा परिधान आकर्षक था और देखने लायक था. उन्होंने पठान शूट के अंदाज में बना कुर्ता पहन रखा था. कुर्ते के नीचे दक्षिण भारत की पारंपरिक लुंगी. पैरों में शायद कोल्हापुरी. और गले में कुर्ते के ऊपर ढेर सारी मालाएं. माथे पर तिलक. सुनील शेट्टी पूरी तरह से पारंपरिक अंदाज में नजर आए. एक जमाने में शम्मी कपूर का अंदाज कुछ ऐसा ही दिखता था. सुनील शेट्टी के साथ उनके बेटे अहान शेट्टी ने भी कुर्ता-पजामा-शेरवानी और माथे पर तिलक लगाया हुआ था.

क्या शाहरुख के एजेंडा और पुत्रमोह में फंस गए थे सुनील शेट्टी?

मौका खूबसूरत था. सुनील शेट्टी की बेटी की आथिया शेट्टी और टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज केएल राहुल की शादी थी. शादी के दौरान सुनील शेट्टी का लुक सामने आया. पैपराजी के सामने सुनील शेट्टी ने बेटे को लेकर खूब पोज दिए. पैपराजी के जरिए फिल्म स्टार अपनी टारगेट ऑडियंस तक चीजों को पहुंचाने की वैसे ही कोशिश कर रहे थे जैसे राहुल गांधी के लिए दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं के जरिए सर्जिकल स्ट्राइक पर बयान के जरिए अपने संदेश पहुंचाना चाहते हैं. समझा जा सकता है कि सुनील शेट्टी ने अपने लुक के जरिए ऐसा संदेश पहुंचाने की जरूरत क्यों समझी.

असल में कुछ दिन पहले ही मुंबई में सीएम योगी आदित्यनाथ एक बिजनेस समिट के सिलसिले में वहां थे. उन्होंने इस सिलिसले में फिल्म स्टारों के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाक़ात की. इसमें सुनील शेट्टी ने किसी फिल्म या स्टार का नाम तो नहीं लिया लेकिन कोलकाता फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड और सोशल मीडिया को लेकर पब्लिक की जिस निगेटिवटी का अजेंडा शाहरुख ने सेट किया था- सुनील शेट्टी ने एक तरह से शाहरुख और पठान के खिलाफ जारी बायकॉट को रोकने की अपील की और कोलकाता में सेट अजेंडा को आगे बढ़ाया. और एक तरह से शाहरुख की बात को और साफ़ करते हुए उन्होंने कहा कि इसके पीछे भाजपा के ही कुछ नेता हैं. योगी और मोदी चाहेंगे तो यह रुक जाएगा. बॉलीवुड की कोई गलती नहीं है. बॉलीवुड का कॉन्टेंट ब्लॉकबस्टर है. लोग विरोध ना करें तो वह फ्लॉप नहीं होगा.

सुनील शेट्टी जानते हैं उन्होंने टाइमिंग की वजह से गलती कर दी थी, अब माफी मांग ली है

हालांकि एक गलत मंच पर गलत टाइमिंग में एक गलत सवाल करने की वजह से सुनील शेट्टी को लोगों की आलोचना का जमकर सामना करना पड़ा. माहौल खराब होने के बाद उनके पीआर दस्ते को समझ में आया कि कहीं ना कहीं गलती हो गई. क्योंकि सुनील शेट्टी को लोग पसंद करते हैं और वे बहुत सज्जन एक्टर्स में गिने जाते हैं. सज्जन हैं भी. याद नहीं आता कि उन्होंने कभी इस तरह का बयान दिया हो. लोग हैरान थे उनके बयान पर और स्वाभाविक नाराजगी सामने आने लगी. कुछ लोगों ने कहा कि बॉलीवुड में पुत्र का करियर सेट करने के लिए उन्होंने ऐसा कहा. सुनील शेट्टी के पीआर दस्ते ने नुकसान से बचाव के लिए उनके पक्ष में तमाम नैरेटिव गढ़ने की कोशिश की. मसलन एक नैरेटिव सोशल मीडिया पर भी दिखा कि सुनील शेट्टी की पत्नी मुस्लिम थीं और उन्होंने शादी एक हिंदू रूप में की थी. उनकी पत्नी हिंदू भे एबनीं. सुनील शेट्टी को हिंदूवादी साबित करने वाले ऐसे तमाम नैरेटिव सोशल मीडिया पर देख सकते हैं. अभी भी हैं.

बॉलीवुड के पक्ष में सुनील शेट्टी के बयान और उसके बाद उनके पक्ष में चलाई गई तमाम नैरेटिव और अब उनका पारंपरिक परिधान देखें तो एक क्रोनोलाजी साफ़ समझ में आती है. बाकी माहौल शादी का तो था ही और सुनील शेट्टी ने उसके जरिए भरसक अपनी बात कह दी और शायद माफी भी मांग ली है. इससे पता चलता है कि बॉलीवुड तक लोगों की बात तो पहुंच रही है. अब वे गंभीरता से भी ले रहे हैं. वरना तो कह रहे होते- हमारी फ़िल्में पसंद नहीं आती तो मत देखो. कोई जबरदस्ती थोड़े है. बावजूद कि अब कह रहे हैं- दर्शक फिल्म नहीं देखेंगे तो इस इंडस्ट्री का क्या होगा?

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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