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सुहाना खान पर नेपोटिज्म की बहस करना बेमानी है

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 01 अगस्त, 2018 05:54 PM
  • 01 अगस्त, 2018 05:20 PM
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सुहाना खान शाहरुख खान और गौरी खान की बेटी हैं, जो 18 साल की हैं. सुहाना की पहचान अभी तक सिर्फ यही है. उन्होंने अब तक कुछ ऐसा किया ही नहीं है जिसपर बात की जा सके. लेकिन अपना पहला फोटोशूट वोग मैगजीन के लिए करना किसी उपलब्धि से कम नहीं है.

वोग मैगज़ीन के कवर पर इस बार शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान हैं. सुहाना खान को मैगज़ीन के कवर पर देखकर उनके मम्मी-पापा को भले ही सुहाना पर गर्व महसूस हो रहा हो, लेकिन इंटरनेट पर नेपोटिज़्म की डिबेट फिर चल पड़ी है. सुहाना को कोसा जा रहा है. उन्‍हें 'साधारण लड़की' से कहीं नीचे जाकर उपमाएं दी जा रही हैं. इन तमाम तर्क-कुतर्कों का बारीकी से अध्‍ययन करने के बाद हमें एक अजीब मानसिकता का पता चलता है...

वोग अगस्त के अंक में सुहाना बनी हैं कवर गर्ल

सबसे पहले बात सुहाना खान के मैगजीन कवर फोटो की-

सुहाना खान शाहरुख खान और गौरी खान की बेटी हैं, जो 18 साल की हैं. सुहाना की पहचान अभी तक सिर्फ यही है. उन्होंने अब तक कुछ ऐसा किया ही नहीं है जिसपर बात की जा सके, सिवाय उनकी तस्वीरों के जो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती हैं. लेकिन अपना पहला फोटोशूट वोग मैगजीन के लिए करना किसी उपलब्धि से कम नहीं है.

पापा शाहरुख खान ने वोग ब्यूटी अवार्ड्स 2018 में ये मैगजीन सबके सामने पेश की. जिसका अनावरण करते हुए शाहरुख ने ट्वीट भी किया कि 'इस मैगजीन को हाथ में पकड़ते हुए वो बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं.'

जाहिर है शाहरुख को गर्व होगा ही. उनकी बेटी ग्लैमर की दुनिया में कदम जो रख रही है. एक फैशन मैगजीन के कवर पर छपना ग्‍लैमर की दुनिया में औपचारिक कदम रखने से कम नहीं है. अब तक सुहाना के फोटो सोशल मीडिया से होकर देश के अखबारों और वेबसाइट का हिस्‍सा बनते रहे हैं. लेकिन अब जबकि उन्‍होंने खुद को फैशन मैगजीन के जरिए जाहिर किया है तो लोग अपनी राय लेकर सुहाना को लेकर पक्ष-विपक्ष में खड़े गए...

वोग मैगज़ीन के कवर पर इस बार शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान हैं. सुहाना खान को मैगज़ीन के कवर पर देखकर उनके मम्मी-पापा को भले ही सुहाना पर गर्व महसूस हो रहा हो, लेकिन इंटरनेट पर नेपोटिज़्म की डिबेट फिर चल पड़ी है. सुहाना को कोसा जा रहा है. उन्‍हें 'साधारण लड़की' से कहीं नीचे जाकर उपमाएं दी जा रही हैं. इन तमाम तर्क-कुतर्कों का बारीकी से अध्‍ययन करने के बाद हमें एक अजीब मानसिकता का पता चलता है...

वोग अगस्त के अंक में सुहाना बनी हैं कवर गर्ल

सबसे पहले बात सुहाना खान के मैगजीन कवर फोटो की-

सुहाना खान शाहरुख खान और गौरी खान की बेटी हैं, जो 18 साल की हैं. सुहाना की पहचान अभी तक सिर्फ यही है. उन्होंने अब तक कुछ ऐसा किया ही नहीं है जिसपर बात की जा सके, सिवाय उनकी तस्वीरों के जो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती हैं. लेकिन अपना पहला फोटोशूट वोग मैगजीन के लिए करना किसी उपलब्धि से कम नहीं है.

पापा शाहरुख खान ने वोग ब्यूटी अवार्ड्स 2018 में ये मैगजीन सबके सामने पेश की. जिसका अनावरण करते हुए शाहरुख ने ट्वीट भी किया कि 'इस मैगजीन को हाथ में पकड़ते हुए वो बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं.'

जाहिर है शाहरुख को गर्व होगा ही. उनकी बेटी ग्लैमर की दुनिया में कदम जो रख रही है. एक फैशन मैगजीन के कवर पर छपना ग्‍लैमर की दुनिया में औपचारिक कदम रखने से कम नहीं है. अब तक सुहाना के फोटो सोशल मीडिया से होकर देश के अखबारों और वेबसाइट का हिस्‍सा बनते रहे हैं. लेकिन अब जबकि उन्‍होंने खुद को फैशन मैगजीन के जरिए जाहिर किया है तो लोग अपनी राय लेकर सुहाना को लेकर पक्ष-विपक्ष में खड़े गए हैं.

देखिए वीडियो-

सुहाना को लेकर तरह-तरह की बातें...

नेपोटिज्म है, लेकिन आप कर क्या सकते हैं

ऐसा बहुत कम या ना के बराबर ही होता है कि कोई स्टार-किड अपने माता-पिता के नक्शे कदम पर न चले. और सोशल मीडिया वाले दौर में वे ऐसा न भी करना चाहें तो भी इन स्टार किड्स को उनके लॉन्च से पहले ही स्टार बना दिया जाता है. सुहाना खान हों, नव्या नवेली या अराध्‍या और फिर तैमूर ही क्‍यों न हों, ये लोग फिल्मों में दिखाई दे न दें, स्टार किड होने की वजह से ये पहले से ही फिल्मी चकाचौंध का हिस्सा तो बन ही जाते हैं.

'करियर बनाने के लिए लाइफ में स्ट्रगल करना होता है', इस वाक्‍य के फिल्‍म इंडस्‍ट्री में दो मायने हो सकते हैं. जो फिल्‍म इंडस्‍ट्री को बाहर से देखते हैं और इसमें जगह बनाना चाहते हैं उनके लिए करियर से ज्‍यादा ब्रेक के लिए स्‍ट्रगल करना होता है. और कई लोगों को जिंदगीभर इसका मौका नहीं मिल पाता. लेकिन फिल्‍म इंडस्‍ट्री में जगह बना चुके लोगों के बच्‍चों के मामले में कहानी थोड़ी बदल जाती है. उन्‍हें ब्रेक तो मिल जाता है, लेकिन उनके साथ अपेक्षाएं भी उतनी ही जुड़ जाती हैं. उन्‍हें जितनी जल्‍दी ब्रेक मिलता है, उतनी ही जल्‍दी नाकामयाबी का धब्‍बा भी लग जाता है. सिल्वर स्पून के साथ पैदा हुए हैं... स्ट्रगल करना सीखा नहीं... और न जाने क्‍या-क्‍या कह दिया जाता है. इसलिए सुहाना खान के लिए आगे का सफर आसान नहीं है.

अब सुहाना क्या कहती हैं ये भी सुनना चाहिए-

वोग मैगज़ीन को दिए गए एक इंटर्व्यू में सुहाना ने कहा कि- 'घर में सब कुछ नॉर्मल होता है. सब कुछ कूल, लेकिन सारे चैलेंज घर के बाहर होते हैं. मुझे ये मुश्किल लगता है क्योंकि लोग सोचते हैं कि वो आपको जज कर सकते हैं. खासकर सोशल मीडिया पर.'

'मैं अक्सर प्राइवेट इंस्टाग्राम तस्वीरों के लीक हो जाने पर सोशल मीडिया पर ट्रोल होती हूं. लोग आपको जानते भी नहीं फिर भी आपके बारे में बहुत बातें करते हैं. वो इतना बोलते हैं कि आपका आत्मविश्वास हिल जाता है. मैं खुद को हमेशा समझाती रहती हूं कि लोग तो आपसे नफरत करेंगे ही, मुझे इससे दुखी नहीं होना है. ये परेशान करने वाले जरूर है लेकिन मैं खुद को समझाती हूं कि लोगों के पास तो इससे भी बड़ी समस्याएं हैं.'

नेपोटिज्म पर बेहस क्यों बेमानी है-

अगर हम नेपोटिज्म पर होने वाली बहस की बात करें तो वो तब-तब चलेगी जब-जब कोई न कोई स्टार किड लान्च होगा. सुहाना फिल्मों में लॉन्च नहीं हुईं हैं. सिर्फ मैगजीन के कवर पर आई हैं, और लोग खुले दिल से स्वीकार नहीं पा रहे. कारण वही कि स्टार किड्स के लिए करियर का रास्ता बहुत आसान होता है, जबकि इनकी वजह से बहुत से डिजर्विंग लोग पीछे रह जाते हैं. नेपोटिज्म की आप आलोचना कर सकते हैं, उसे गलत कह सकते हैं, लेकिन उसे इग्नोर नहीं कर सकते. ये वो सत्य है जो कड़वा होता है.

सुहाना को भी स्‍वीकार कीजिए. करिश्मा, करीना कपूर और काजोल को भी तो कर चुके हैं. और रही बात टैलेंट की तो, इरफान खान, रणवीर सिंह, पंकज त्रिपाठी, नवाजुद्दीन सिद्दीकि यहां तक कि शाहरुख खान खुद ऐसे स्टार्स हैं जो उदाहरण बनकर सामने खड़े हैं. और बता रहे हैं कि टैलेंट तो छुपता ही नहीं, मेहनत रंग लाती ही है.

फिलहाल सुहाना के लिए ढेरों शुभकामनाएं... शाहरुख की बेटी से उम्मीदें तो जुड़ेंगी ही.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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