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'आज रपट जाएं' गीत को फिल्माकर क्यों रोईं थीं स्मिता पाटिल

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 14 दिसम्बर, 2020 10:00 PM
  • 14 दिसम्बर, 2020 10:00 PM
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1982 में आई फिल्म नमक हलाल (Namak halal) में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और स्मिता पाटिल (Smita Patil) पर फिल्माए गए गाने 'आज रपट जाएं' के लव मेकिंग सीन को लेकर स्मिता कुछ इस हद तक असहज हुईं कि रात भर रोती रहीं. आखिर ऐसा क्या हुआ था?

कोरोना वायरस (Coronavirus) ने देश और देश की अर्थव्यवस्था (Economy) को कितना प्रभावित किया ये एक लंबी डिबेट का विषय है. मगर इसमें कोई शक नहीं कि मौजूदा वक्त में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री (Entertainment Industry) का पूरा स्वरूप बदल चुका है. अब दर्शकों को अपने एंटरटेनमेंट के लिए सिनेमाघर जाने की कोई ज़रूरत नहीं है. OTT प्लेटफॉर्म्स की बदौलत घर बैठे अपने मोबाइल पर वो, हर वो कंटेंट पा सकता है जिसकी उसे तलाश है. OTT ने कम्पटीशन बढ़ाया है जिसका नतीजा ये है कि एक्टर्स के अलावा अब निर्माता निर्देशक भी अपने कंटेंट को हिट कराने के लिए साम दाम दंड भेद सब एक करते नजर आ रहे हैं. OTT प्लेटफॉर्म्स पर लगातार अश्लीलता के आरोप लग रहे हैं. सिनेमा के शौकीन लोगों का एक वर्ग खुल कर सामने आया है और कह रहा है कि अब उस दौर की शुरुआत एक बार फिर हो गयी है जिसमें सीरीज या फ़िल्म हिट कराने के लिए धड़ल्ले से सेक्स सीन्स का इस्तेमाल हो रहा है. इन तमाम बातों के बाद जब हम एम एक्स प्लेयर, ऑल्ट बालाजी, उल्लू या फिर नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम जैसे प्लेटफॉर्म्स और इन प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित हो रहे कंटेंट को देखते हैं है तो ये तमाम आरोप प्रत्यारोप लगभग सही नजर आते हैं. मालूम होता है कि अपनी खुद की सफलता के लिए निर्माता निर्देशकों ने शेर (दर्शक) के मुंह पर खून (सेक्स सीन) लगा दिया है.

फिल्म नमक हराम में अमिताभ बच्चन स्मिता पाटिल

अब सवाल उठता है कि क्या सिनेमा हमेशा से ही ऐसा रहा है? क्या सेक्स सीन्स ही फ़िल्म और वेब सीरीज की सफलता के मानक हैं? क्या काम मिलने और मिलते रहने की लालच के चलते एक्टर एक्ट्रेस सेक्स सींस हंसी खुशी करते हैं? सवाल तमाम हैं जवाब है नहीं. कई बार ये स्क्रिप्ट का तकाजा होता है कि अभिनेता या अभिनेत्री वो तमाम चीजें दिखाए जो पब्लिक में नहीं बल्कि...

कोरोना वायरस (Coronavirus) ने देश और देश की अर्थव्यवस्था (Economy) को कितना प्रभावित किया ये एक लंबी डिबेट का विषय है. मगर इसमें कोई शक नहीं कि मौजूदा वक्त में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री (Entertainment Industry) का पूरा स्वरूप बदल चुका है. अब दर्शकों को अपने एंटरटेनमेंट के लिए सिनेमाघर जाने की कोई ज़रूरत नहीं है. OTT प्लेटफॉर्म्स की बदौलत घर बैठे अपने मोबाइल पर वो, हर वो कंटेंट पा सकता है जिसकी उसे तलाश है. OTT ने कम्पटीशन बढ़ाया है जिसका नतीजा ये है कि एक्टर्स के अलावा अब निर्माता निर्देशक भी अपने कंटेंट को हिट कराने के लिए साम दाम दंड भेद सब एक करते नजर आ रहे हैं. OTT प्लेटफॉर्म्स पर लगातार अश्लीलता के आरोप लग रहे हैं. सिनेमा के शौकीन लोगों का एक वर्ग खुल कर सामने आया है और कह रहा है कि अब उस दौर की शुरुआत एक बार फिर हो गयी है जिसमें सीरीज या फ़िल्म हिट कराने के लिए धड़ल्ले से सेक्स सीन्स का इस्तेमाल हो रहा है. इन तमाम बातों के बाद जब हम एम एक्स प्लेयर, ऑल्ट बालाजी, उल्लू या फिर नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम जैसे प्लेटफॉर्म्स और इन प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित हो रहे कंटेंट को देखते हैं है तो ये तमाम आरोप प्रत्यारोप लगभग सही नजर आते हैं. मालूम होता है कि अपनी खुद की सफलता के लिए निर्माता निर्देशकों ने शेर (दर्शक) के मुंह पर खून (सेक्स सीन) लगा दिया है.

फिल्म नमक हराम में अमिताभ बच्चन स्मिता पाटिल

अब सवाल उठता है कि क्या सिनेमा हमेशा से ही ऐसा रहा है? क्या सेक्स सीन्स ही फ़िल्म और वेब सीरीज की सफलता के मानक हैं? क्या काम मिलने और मिलते रहने की लालच के चलते एक्टर एक्ट्रेस सेक्स सींस हंसी खुशी करते हैं? सवाल तमाम हैं जवाब है नहीं. कई बार ये स्क्रिप्ट का तकाजा होता है कि अभिनेता या अभिनेत्री वो तमाम चीजें दिखाए जो पब्लिक में नहीं बल्कि प्राइवेट में होती हैं.

उपरोक्त बातों को समझने के लिए हम अमिताभ बच्चन और स्मिता पाटिल से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सुन लेते हैं. इस किस्से में ऐसी तमाम बातें हैं जिनको सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. स्मिता की मौत को 34 साल हो चुके हैं. ध्यान रहे कि 80 के दाशक में अपनी एक्टिंग से दर्शकों को मोहित करने वाली स्मिता पाटिल कभी भी ऐसे दृश्यों के लिए सहज नहीं थीं.

किस्सा 1982 में आई फ़िल्म नमक हलाल से जुड़ा है. फ़िल्म में अमिताभ और स्मिता दोनों थे. फ़िल्म का गाना 'आज रपट जाएं तो हमें या बठइयो' आज भी लोगों की जुबान पर है. कहा जाता है कि जब इस गाने की शूटिंग खत्म हुई तो स्मिता फूट फूटकर रोईं.

गौरतलब है कि उस जमाने के लिहाज से इस गाने में तमाम बोल्ड सीन्स थे. बारिश में भीगते हुए दोनों के बीच कई हॉट सीन्स थे जिसको लेकर स्मिता बिल्कुल भी ख़ुश नहीं थीं. कहा तो ये भी जाता है कि जब इस गाने के शूट को खत्म करके स्मिता अपने घर पहुंचीं वो अपनी मां की गोद मे सिर रखकर खूब जमकर रोईं. इस सीन का असर स्मिता पर कुछ यूं हुआ कि वो कई दिन तक गुमसुम भी रहीं. बाद में जब ये बातें अमिताभ को पता चलीं तो वो भी हैरत में पड़ गए. उन्होंने स्मिता को खूब समझाया और कहा कि ये सींस गाने की डिमांड थी. अभिताभ ने एक्ट्रेस को सहज महसूस कराया और उसी के बाद फ़िल्म की शूटिंग दोबारा शुरू हुई और फ़िल्म न केवल एक बड़ी हिट साबित हुई बल्कि इसमें स्मिता अमिताभ की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद भी किया.

एक वो दौर था जब सेक्स सीन्स शूट करने के बाद हिरोइन की आंख में आंसू आ गए थे एक दौर आज का है जब किसी डेथ सीन के फौरन बाद सेक्स सीन फिल्माने से हमारे निर्देशक और निर्माता नहीं चूकते. कम्पटीशन भले ही गला काट हो लेकिन वर्तमान दौर में प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को ये बात समझनी चाहिए कि फ़िल्म या सीरीज में हॉट सीन कितने ही क्यों न हों लेकिन मजा दर्शक को तब आएगा जब कंटेंट मिले. कंटेंट ही सबकुछ है बिना इसके कुछ भी नहीं.

बाकी OTT ने भले ही चीजों को सहज और सुगम बना दिया हो लेकिन इस बात में संदेह की रत्ती भर भी गुंजाइश नहीं है कि चाहे वो अस्सी के दशक के अमिताभ स्मिता रहे हों या वर्तमान दौर के एक्टर एक्ट्रेस सेक्स सीन शूट करना चुनौतीपूर्ण तो है. पहले नहीं था लेकिन अब फिल्में और सीरीज इसी के दम पर न केवल चलती हैं बल्कि कहीं न कहीं यही बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का पैमाना होता है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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