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छोटी सोच वाला सुल्तान सलमान खान

    • नरेंद्र सैनी
    • Updated: 21 जून, 2016 03:40 PM
  • 21 जून, 2016 03:40 PM
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अपनी फिल्म सुल्तान में कुश्ती के मुकाबले के अनुभव को सलमान खान बलात्कार जैसा मानते हैं. क्या श्रम और पीड़ा के बीच अंतर न कर वह अपनी असल जिंदगी से पर्दा उठाते हुए कह रहे हैं कि वह एक छोटी सोच वाले इंसान हैं.

सलमान खान सुल्तान फिल्म के प्रमोशन में जी-जान से जुटे हैं. उन्होंने रविवार को मुंबई में मेहबूब स्टूडियो में कुछ पत्रकारों को इंटरव्यू दिए. वे वहां पत्रकारों के साथ सुल्तान में अपने कैरेक्टर के लिए की जाने वाली मेहनत का बखान कर रहे थे. अगर रिपोर्टों को देखें तो खूब बढ़-चढ़ कर बता रहे थे. और उन्होंने अपनी मेहनत का बखान कुछ इस तरह कियाः "जब मैं उस रिंग से बाहर आता था तो मुझे किसी बलात्कार पीड़ित महिला जैसा महसूस होता था...मुझे ऐसा नहीं सोचना चाहिए. यह बहुत ही मुश्किल लगता है...मैं चल नहीं पाता था."

फिल्म सुल्तान पर सलमान का विवादित बयान

वाकई यह अब तक की सबसे बेहूदा मिसाल होगी. संभवतः मेहनत की बलात्कार के साथ तुलना करना समझ से बाहर है. फिर सलमान खान से यह पूछना भी बनता है कि कितनी बलात्कार की शिकार महिलाओं की दर्द भरी दास्तान को वे जानते है? या फिर फिल्मी दुनिया में जीने वाले सलमान खान ने परदे पर होने वाले बलात्कारों को ही अपने जेहन में बिठा रखा है. जिसमें बलात्कार की शिकार लड़कियों को लड़खड़ाते चलता दिखाया जाता है. सलमान नहीं जानते कि बलात्कार का दंश क्या होता है और बलात्कार किसी की मर्जी से नहीं किया जाता है जबकि आप सुल्तान के लिए जो भी कर रहे थे वह सब आप अपनी मर्जी से कर रहे थे. फिर कसरती बदन बनाना आपका अपना फैसला था, और स्क्रिप्ट की मांग, अगर आप को इतना दर्द था तो आप रोल को छोड़ भी सकते थे. फिर आपको यह भी बताना चाहिए कि जी-तोड़ मेहनत जिसे आप बलात्कार बता रहे हैं उसके लिए आपको कितना पैसा मिला है.

सलमान खान की इस सोच से लगता है कि शायद वे कभी फिल्मों की दुनिया से बाहर नहीं निकले हैं. अपने जीवन में अपनी गर्लफ्रेंड्स के साथ...

सलमान खान सुल्तान फिल्म के प्रमोशन में जी-जान से जुटे हैं. उन्होंने रविवार को मुंबई में मेहबूब स्टूडियो में कुछ पत्रकारों को इंटरव्यू दिए. वे वहां पत्रकारों के साथ सुल्तान में अपने कैरेक्टर के लिए की जाने वाली मेहनत का बखान कर रहे थे. अगर रिपोर्टों को देखें तो खूब बढ़-चढ़ कर बता रहे थे. और उन्होंने अपनी मेहनत का बखान कुछ इस तरह कियाः "जब मैं उस रिंग से बाहर आता था तो मुझे किसी बलात्कार पीड़ित महिला जैसा महसूस होता था...मुझे ऐसा नहीं सोचना चाहिए. यह बहुत ही मुश्किल लगता है...मैं चल नहीं पाता था."

फिल्म सुल्तान पर सलमान का विवादित बयान

वाकई यह अब तक की सबसे बेहूदा मिसाल होगी. संभवतः मेहनत की बलात्कार के साथ तुलना करना समझ से बाहर है. फिर सलमान खान से यह पूछना भी बनता है कि कितनी बलात्कार की शिकार महिलाओं की दर्द भरी दास्तान को वे जानते है? या फिर फिल्मी दुनिया में जीने वाले सलमान खान ने परदे पर होने वाले बलात्कारों को ही अपने जेहन में बिठा रखा है. जिसमें बलात्कार की शिकार लड़कियों को लड़खड़ाते चलता दिखाया जाता है. सलमान नहीं जानते कि बलात्कार का दंश क्या होता है और बलात्कार किसी की मर्जी से नहीं किया जाता है जबकि आप सुल्तान के लिए जो भी कर रहे थे वह सब आप अपनी मर्जी से कर रहे थे. फिर कसरती बदन बनाना आपका अपना फैसला था, और स्क्रिप्ट की मांग, अगर आप को इतना दर्द था तो आप रोल को छोड़ भी सकते थे. फिर आपको यह भी बताना चाहिए कि जी-तोड़ मेहनत जिसे आप बलात्कार बता रहे हैं उसके लिए आपको कितना पैसा मिला है.

सलमान खान की इस सोच से लगता है कि शायद वे कभी फिल्मों की दुनिया से बाहर नहीं निकले हैं. अपने जीवन में अपनी गर्लफ्रेंड्स के साथ दुर्व्यहार के लिए कुख्यात रहे सलमान का यह बयान शायद यह भी सवाल उठाता है कि क्या वे अंदर से आज भी पहले जैसे ही हैं? जैसा वे दिखते हैं या तो वह पीआर एक्सरसाइज का हिस्सा है या फिर खुद को कानून के जंजाल से बचाने का हथकंडा?

फिर सलमान खान के मामले में एक खास बात यह है कि बेटा बोले अपशब्द और पापा माफी मांगे. ऐसा पहले भी कई बार हुआ है और इस मामले में भी ऐसा ही हो रहा है. सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर उनका पूरा पीआर नेटवर्क ऐक्टिव हो गया है, और उनकी बात को गलत संदर्भ में ले जाने की बात जोर-शोर से चल रही है. लेकिन मुंह से निकली बात और कमान से छूटा तीर वापस नहीं आते हैं, उसी तरह सलमान का यह बयान भी उनको लेकर कई तरह के सवाल पैदा करता है. शायद उन्हें यह बात समझनी चाहिए कि सुल्तान छोटी सोच वाले नहीं होते.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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