नया साल 2020 बॉलीवुड में कुछ नए चेहरों को लेकर आया है. रवि किशन की बेटी रीवा किशन(Riva Kishan) और पद्मिनी कोल्हापुरे के बेटे प्रियांक शर्मा (Priyank sharma) की बॉलीवुड में एंट्री हुई है फिल्म 'सब कुशल मंगल' (Sab Kushal Mangal) से. ये नए साल की पहली फिल्म है जो नए एक्टर्स इंडस्ट्री को दे रही है.
दो नए चेहरे इस फिल्म को शायद उस लेवल तक ले नहीं जाते इसलिए इस फिल्म को संभाल रहे हैं अक्षय खन्ना (Akshaye Khanna), जिन्हें लोग पहले से पहचानते हैं और पसंद करते हैं. सब कुशल मंगल एक कॉमेडी फिल्म है. जिसके डायरेक्टर हैं करण विश्वनाथ कश्यप.
कमजोर स्क्रिप्ट पर बनी हुई फिल्म है Sab Kushal Mangal
सरल भाषा में समझें तो सब कुशल मंगल एक triaangular love story जैसी लगती है. इसमें हीरो हिरोइन के साथ जो विलेन है वो हिरोइन से शादी करना चाहता है. कर्नलगंज की कहानी है जहां का दबंग नेता बाबा भंडारी (अक्षय खन्ना) जबरन शादी करवाने का काम करता है. वो लड़कों को उठवाकर उनकी शादी गरीब परिवारों की लड़कियों से करवाता है. मंदिरा (रीवा किशन) की शादी करवाने के लिए वो एक टीवी पत्राकर (प्रियांक) को अगवा करता है लेकिन अक्षय खन्ना खुद मंदिरा के प्यार में पड़ जाते हैं.
इस फिल्म को देखकर अक्षय खन्ना की ही फिल्म हंगामा की याद आती है जो 2003 में रिलीज हुई थी. उस फिल्म में भी अक्षय खन्ना ने इसी तरह का रोल अदा किया था. उनका बाबू भंडारी वाला किरदार का हूलिया भले ही बदल गया हो लेकिन किरदार वही लगता है. लेकिन अक्षय खन्ना के लंबे बाल और घुमावदार मूछों में वो वाली बात नहीं आती जो बिना मूछों के आती है. ये लुक किरदार के लिए तो अच्छा है लेकिन अक्षय पर नहीं जमता. इस फिल्म में अक्षय खन्ना के लुक को देखकर यही लगता है...
नया साल 2020 बॉलीवुड में कुछ नए चेहरों को लेकर आया है. रवि किशन की बेटी रीवा किशन(Riva Kishan) और पद्मिनी कोल्हापुरे के बेटे प्रियांक शर्मा (Priyank sharma) की बॉलीवुड में एंट्री हुई है फिल्म 'सब कुशल मंगल' (Sab Kushal Mangal) से. ये नए साल की पहली फिल्म है जो नए एक्टर्स इंडस्ट्री को दे रही है.
दो नए चेहरे इस फिल्म को शायद उस लेवल तक ले नहीं जाते इसलिए इस फिल्म को संभाल रहे हैं अक्षय खन्ना (Akshaye Khanna), जिन्हें लोग पहले से पहचानते हैं और पसंद करते हैं. सब कुशल मंगल एक कॉमेडी फिल्म है. जिसके डायरेक्टर हैं करण विश्वनाथ कश्यप.
कमजोर स्क्रिप्ट पर बनी हुई फिल्म है Sab Kushal Mangal
सरल भाषा में समझें तो सब कुशल मंगल एक triaangular love story जैसी लगती है. इसमें हीरो हिरोइन के साथ जो विलेन है वो हिरोइन से शादी करना चाहता है. कर्नलगंज की कहानी है जहां का दबंग नेता बाबा भंडारी (अक्षय खन्ना) जबरन शादी करवाने का काम करता है. वो लड़कों को उठवाकर उनकी शादी गरीब परिवारों की लड़कियों से करवाता है. मंदिरा (रीवा किशन) की शादी करवाने के लिए वो एक टीवी पत्राकर (प्रियांक) को अगवा करता है लेकिन अक्षय खन्ना खुद मंदिरा के प्यार में पड़ जाते हैं.
इस फिल्म को देखकर अक्षय खन्ना की ही फिल्म हंगामा की याद आती है जो 2003 में रिलीज हुई थी. उस फिल्म में भी अक्षय खन्ना ने इसी तरह का रोल अदा किया था. उनका बाबू भंडारी वाला किरदार का हूलिया भले ही बदल गया हो लेकिन किरदार वही लगता है. लेकिन अक्षय खन्ना के लंबे बाल और घुमावदार मूछों में वो वाली बात नहीं आती जो बिना मूछों के आती है. ये लुक किरदार के लिए तो अच्छा है लेकिन अक्षय पर नहीं जमता. इस फिल्म में अक्षय खन्ना के लुक को देखकर यही लगता है कि वो जैसे हैं वैसे ही अच्छे लगते हैं, उन्हें विग लगाने की जरूरत नहीं.
फिल्म को एक जबरदस्त कॉमेडी फिल्म बनाने के लिए इसमें सुप्रिया पाठक और सतीश कौशिक को भी लिया गया है, लेकिन अगर उन्हें बेहतर डायलॉग्स दिए गए होते तो ज्यादा अच्छा था. फिल्म निर्देशन, स्क्रिप्ट, डालॉग्स, हर जगह पर मार खाती नजर आती है.
Star Kids के debut के लिए ये फिल्म सही नहीं थी
अब दोनों newcomers की बात करें तो काम रीवा और प्रियांक दोनों ने अच्छा किया है, लेकिन फििल्म में दोनों के बीच कोई कैमिस्ट्री नजर ही नहीं आती. इन दोनों को एकसाथ दोबारा शायद कोई देखना नहीं चाहेगा. इन दोनों में से कोई भी लंबी रेस का घोड़ा नहीं कहा जा सकता. लेकिन पद्मिनी कोल्हापुरे के बेटे से रवी किशन की बिटिया के चर्चे होने की संभावना ज्यादा नजर आती है. रीवा का बोल्ड किरदार उनपर फब रहा है, जिसे उन्होंने अच्छी तरह निभाया है. कह सकते हैं कि दो न्यूकमर्स के लॉन्च के लिए न तो इस फिल्म की कहानी अच्छी थी और न ही इसका निर्देशन. लान्च के लिए एक अच्छी फिल्म का होना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि यहां सवाल पूरे करियर का होता है. कह सकते हैं कि ये फिल्म इन दोनों कलाकारों के लिए तो कुशल मंगल नहीं है.
हालांकि अपने इंटरव्यू में अक्षय खन्ना इस फिल्म की तारीफे कर रहे हैं. कह रहे हैं कि लोग उनके किरदार को सालों साल याद रखेंगे. इस फिल्म को अपने करियर की बेस्ट कॉमेडी फिल्म बता रहे हैं. लेकिन ऐसा जरा भी नहीं लगता. फिल्म ठीक-ठाक है, इंटरटेन करती है, लेकिन इसे क्यों देखें, एक भी वजह समझ नहीं आती.
फिल्म को क्रिटिक्स ने 2 से 3 स्टार दिए हैं. हालांकि सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर बहुत हलचल नहीं दिख रही है. फिर भी जो भी रिव्यू आए हैं उन्हें बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता.
फिल्म देखने जाएं या न जाएं इसपर यही कह सकते हैं कि अगर आप अक्षय खन्ना के फैन हैं तो हो आइए. वैसे भी फिल्म सिर्फ अक्षय खन्ना के नाम से ही चलने वाली है. वरना अगले हफ्ते रिलीज हो रही फिल्मों का इंतजार कीजिए.
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