• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

saaho box office collection: शानदार ओपनिंग का मतलब हिट होना नहीं

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 31 अगस्त, 2019 06:12 PM
  • 31 अगस्त, 2019 04:46 PM
offline
Saaho Box Office Collection : फिल्म करीब 4000 स्क्रीन्स पर दिखाई जाती है. अपने चहेते सितारों की वजह से दर्शक पहले दिन थिएटर पर टूट पड़ते हैं. फिल्म देखने के बाद ही उन्हें पता चलता है कि फिल्म अच्छी थी या नहीं. लेकिन तब तक तो बिजनेस हो चुका होता है.

Prabhas और Shraddha Kapoor की फिल्म 'Saaho' रिलीज हो चुकी है. फिल्म रिव्यू देखकर ये बताना मुश्किल हो रहा है कि फिल्म को हिट कहें या फ्लॉप. फिल्म देखकर आए दर्शकों ने सोशल मीडिया पर जो प्रतिक्रियाएं दीं उन्हें देखकर तो ये लगा कि फिल्म उन्हीं को पसंद आई है जो लोग प्रभास के फैन्स हैं. बाकी लोगों ने इसे पैसों की बर्बादी ही बताया. साहो का बजट था 350 करोड़ और फिल्म को शानदार ओपनिंग भी मिली. Saaho Box Office Collection की बात करें तो साहो ने एवेंजर एंडगेम का रिकॉर्ड (53 करोड़) तोड़ते हुए 68 करोड़ कमा लिए हैं.

ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्वीट कर बताया है कि साहो के हिंदी वर्जन ने बॉक्स ऑफिस पर अपने पहले दिन 24.40 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. इसी के साथ ये इस साल सबसे बड़ी ओपनिंग करने वाली तीसरी फिल्म बन गई है. इस साल की टॉप ओपनिंग करने वाली फिल्मों की लिस्ट में पहला नाम सलमान खान की भारत (42.30 करोड़) का है और दूसरा अक्षय कुमार की मिशन मंगल (29.16 करोड़) का है. इस हिसाब से समझें तो ये फिल्म हिट है. लेकिन ओपनिंग सिर्फ छलावा है.

साहो को शानदार ओपनिंग मिली है, लेकिन फिल्म को स्टार नहीं मिल सके

शानदार ओपनिंग सिर्फ छलावा है

छलावा इसलिए कि अगर फिल्म में भारी भरकम स्टारकास्ट है, कोई सुपरहिट हीरो है तो उस फिल्म की ओपनिंग शानदार ही होती है. लोग अपने चहेते स्टार को देखते हुए प्री बुकिंग करवाते हैं. एक फिल्म करीब 4000 स्क्रीन्स पर दिखाई जाती है. दर्शक पहले दिन थिएटर पर टूट पड़ते हैं. फिल्म देखने के बाद ही उन्हें पता चलता है कि फिल्म अच्छी थी या नहीं. लेकिन तब तक तो बिजनेस हो चुका होता है, टिकट बिके, फिल्म देखी गई. इसलिए फिल्म को शानदार ओपनिंग मिले भी तो ये साबित नहीं होता कि फिल्म हिट...

Prabhas और Shraddha Kapoor की फिल्म 'Saaho' रिलीज हो चुकी है. फिल्म रिव्यू देखकर ये बताना मुश्किल हो रहा है कि फिल्म को हिट कहें या फ्लॉप. फिल्म देखकर आए दर्शकों ने सोशल मीडिया पर जो प्रतिक्रियाएं दीं उन्हें देखकर तो ये लगा कि फिल्म उन्हीं को पसंद आई है जो लोग प्रभास के फैन्स हैं. बाकी लोगों ने इसे पैसों की बर्बादी ही बताया. साहो का बजट था 350 करोड़ और फिल्म को शानदार ओपनिंग भी मिली. Saaho Box Office Collection की बात करें तो साहो ने एवेंजर एंडगेम का रिकॉर्ड (53 करोड़) तोड़ते हुए 68 करोड़ कमा लिए हैं.

ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्वीट कर बताया है कि साहो के हिंदी वर्जन ने बॉक्स ऑफिस पर अपने पहले दिन 24.40 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. इसी के साथ ये इस साल सबसे बड़ी ओपनिंग करने वाली तीसरी फिल्म बन गई है. इस साल की टॉप ओपनिंग करने वाली फिल्मों की लिस्ट में पहला नाम सलमान खान की भारत (42.30 करोड़) का है और दूसरा अक्षय कुमार की मिशन मंगल (29.16 करोड़) का है. इस हिसाब से समझें तो ये फिल्म हिट है. लेकिन ओपनिंग सिर्फ छलावा है.

साहो को शानदार ओपनिंग मिली है, लेकिन फिल्म को स्टार नहीं मिल सके

शानदार ओपनिंग सिर्फ छलावा है

छलावा इसलिए कि अगर फिल्म में भारी भरकम स्टारकास्ट है, कोई सुपरहिट हीरो है तो उस फिल्म की ओपनिंग शानदार ही होती है. लोग अपने चहेते स्टार को देखते हुए प्री बुकिंग करवाते हैं. एक फिल्म करीब 4000 स्क्रीन्स पर दिखाई जाती है. दर्शक पहले दिन थिएटर पर टूट पड़ते हैं. फिल्म देखने के बाद ही उन्हें पता चलता है कि फिल्म अच्छी थी या नहीं. लेकिन तब तक तो बिजनेस हो चुका होता है, टिकट बिके, फिल्म देखी गई. इसलिए फिल्म को शानदार ओपनिंग मिले भी तो ये साबित नहीं होता कि फिल्म हिट है.

यहां प्रभास का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है क्योंकि बाहुबली सीरीज़ के बाद ये प्रभास की पहली फिल्म थी. इसे शानदार ओपनिंग नहीं मिलती तो किसे मिलती. लेकिन फिल्म देखने के बाद सारी खुमारी उतर गई.

देखिए पहले दिन प्रभास को देखने के लिए लोगों की दीवानगी का ये आलम रहा-

बॉक्स ऑफिस कितना सच्चा कितना झूठा

देखा जाए तो फिल्म हिट है या फ्लॉप इसका आकलन बॉक्स ऑफिस के जरिए ही होता. जो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर लेती है वो हिट है. यानी जो फिल्में अपनी लागत से ज्यादा कमा लेती हैं वो हिट. लेकिन ये तरीका धोखा देने वाला ही समझिए. ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जो ये साबित करते हैं कि जिन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई की वो फ्लॉप ही साबित हुई थीं.

* सलमान खान की ट्यूबलाइट याद है न. ये फिल्म फ्लॉप थी. लागत थी 80 करोड़ और इसने बॉक्स ऑफिस पर कमाए थे करीब 119.26 करोड़. लेकिन इतना बेजनेस करने के बाद भी क्या फिल्म को हिट कहा जा सकता है. कोई फिल्म को देखने दोबारा नहीं गया.

* शाहरुख खान की फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' का बजट था 119 करोड़, और फिल्म ने कमाए 147 करोड़ लेकिन फिल्म फ्लॉप थी.

* रेस-3 का बजट था 150-185 करोड़ और फिल्म ने कमाए थे 303 करोड़. लेकिन जितनी भद्द इस फिल्म की पिटी वो शायद किसी और की नहीं.

* पिछले साल आई 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' एक बड़े बजट की फिल्म थी जो एक बड़ी फ्लॉप भी साबित हुई. फिल्म का बजट था 220 करोड़ और फिल्म ने कमाए थे 335 करोड़. लेकिन कोई इसे दोबारा झेलना पसंद नहीं करेगा. ये भी बता दें कि फिल्म को भी शानदार ओपनिंग मिली थी पहले दिन 52 करोड़ कमाए थे.

* हाल ही में करण जौहर की मल्टी स्टारर फिल्म 'कलंक' भी इस साल की एक बड़ी फ्लॉप साबित हुई. इस फिल्म का बजट था 80 करोड़. और इसने बॉक्स ऑफिस पर 145 करोड़ का बिजनेस किया था.

ये फिल्में इस बात का सबूत हैं कि फिल्म हीरो के नाम से बिक जरूर जाती हैं लेकिन चल नहीं पातीं. रिलीज़ के पहले दिन दर्शक इस भ्रम में सिनेमा हॉल तक तो आ जाते हैं लेकिन रिव्यू आने के बाद फिल्म का चलना और न चलना तय होता है. यानी पहले दिन की कमाई से कोई भी फिल्म हिट या फ्लॉप नहीं कही जा सकती. साहो को प्रभास की वजह से भले ही खूब पसंद किया जा रहा हो, लेकिन फिल्म की कहानी और निर्देशन इस स्तर का है ही नहीं कि फिल्म को कोई टीवी पर भी दोबारा देखना पसंद करेगा.

आज अगर टीवी पर 'जब वी मेट' या 'थ्री इडियट्स', 'शोले' जैसी फिल्में आती हैं तो दर्शक वहीं बैठकर देखना शुरू कर देते हैं. न जाने कितनी ही बार इन्हें देखा गया लेकिन लोग बोर नहीं हुए. एक आम सिने प्रेमी के नाते कहूं तो हिट फिल्मों का मतलब यही होता है. वो जिसे दोबारा देखने का मन करे. और साहो को शायद इतना प्यार नहीं मिल पाएगा.

ये भी पढ़ें-

प्रभास की Saaho सलमान खान की 'रेस-3' ही है

War के ट्रेलर ने तो फिल्म का The End ही बता दिया है !

यूं ही कोई ऋतिक रोशन नहीं बन जाता




इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲