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Prithviraj: करणी सेना की कंट्रोवर्सी हमेशा फिल्मों के लिए फायदे का सौदा रही है!

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 22 मई, 2022 06:18 PM
  • 22 मई, 2022 05:49 PM
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अक्षय कुमार की फिल्म 'पृथ्वीराज' रिलीज से पहले ही विवादों में फंसती नजर आ रही है. करणी सेना ने फिल्म के मेकर्स से टाइटल बदलने की मांग की है. उनका कहना है कि फिल्म के नाम में सम्राट जोड़कर 'सम्राट पृथ्वीराज चौहान' रखा जाए. किसी फिल्म को लेकर करणी सेना ने जब भी बवाल किया है, वो उसके लिए फायदे का सौदा रही है.

हिंदुस्तान के अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जिंदगी पर आधारित अक्षय कुमार की फिल्म 'पृथ्वीराज' रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है. राजपूतों का प्रतिनिधि कहने वाली करणी सेना ने फिल्म के मेकर्स से इसका टाइटल बदलने की मांग की है. उनका कहना है कि फिल्म के नाम में सम्राट जोड़कर 'सम्राट पृथ्वीराज चौहान' रखा जाए. यदि फिल्म के मेकर्स इसका टाइटल चेंज नहीं करते हैं, तो इसे पूरे राजस्थान में रिलीज नहीं होने देने की धमकी दी गई है. इसके लिए राजस्थान के एग्जिबिटर्स को भी करणी सेना की ओर से चेतावनी दी गई है. इससे पहले गुर्जर महासभा ने भी दावा किया कि पृथ्वीराज चौहान राजपूत नहीं गुर्जर राजा थे. अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा का कहना है कि यदि पृथ्वीराज चौहान के लिए 'राजपूत' शब्द इस्तेमाल किया जाता रहेगा तो वे फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे. ये पहली बार नहीं है कि किसी फिल्म का जाति की राजनीति करने वाले किसी संगठन ने विरोध किया हो, इससे पहले आधा दर्जन फिल्मों के साथ ऐसा विवाद हो चुका है. लेकिन इस विवाद से फिल्मों को हमेशा फायदा ही मिला है.

फिल्म इंडस्ट्री में भी विवाद को फिल्मों को पॉपुलर करने का हथकंडा बना लिया गया है. कई बार तो जानबूझकर ऐसे विषय चुने जाते हैं, जिनका लोग विरोध करें. पूरे देश में जब विरोध प्रदर्शन होने लगता है. फिल्म को इसका पूरा माइलेज मिल चुका होता है, तब फिल्म मेकर उसमें मामूली बदलाव करके रिलीज कर देते हैं. इस तरह फिल्म को उतनी पॉपुलैरिटी मिल चुकी होती है, जितनी की करोड़ों खर्च करने के बाद भी नहीं मिल सकती. इसका सबसे बड़ा उदाहरण संजय लीला भंसाली की कई फिल्में हैं. उनकी फिल्म 'पद्मावत' का भी करणी सेना ने विरोध किया था. करीब एक साल तक विरोध प्रदर्शन होता रहा. सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मामला गया. इतना सबकुछ होने के बाद संजय लीला भंसाली ने फिल्म के नाम में मामूली हेरफेर करके रिलीज कर दिया. पहले विरोध देखकर लोगों को लगा कि फिल्म फ्लॉप हो जाएगी, लेकिन रिलीज के बाद मामला उल्टा निकल गया.

फिल्म 'पद्मावत' ने बॉक्स ऑफिस...

हिंदुस्तान के अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जिंदगी पर आधारित अक्षय कुमार की फिल्म 'पृथ्वीराज' रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है. राजपूतों का प्रतिनिधि कहने वाली करणी सेना ने फिल्म के मेकर्स से इसका टाइटल बदलने की मांग की है. उनका कहना है कि फिल्म के नाम में सम्राट जोड़कर 'सम्राट पृथ्वीराज चौहान' रखा जाए. यदि फिल्म के मेकर्स इसका टाइटल चेंज नहीं करते हैं, तो इसे पूरे राजस्थान में रिलीज नहीं होने देने की धमकी दी गई है. इसके लिए राजस्थान के एग्जिबिटर्स को भी करणी सेना की ओर से चेतावनी दी गई है. इससे पहले गुर्जर महासभा ने भी दावा किया कि पृथ्वीराज चौहान राजपूत नहीं गुर्जर राजा थे. अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा का कहना है कि यदि पृथ्वीराज चौहान के लिए 'राजपूत' शब्द इस्तेमाल किया जाता रहेगा तो वे फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे. ये पहली बार नहीं है कि किसी फिल्म का जाति की राजनीति करने वाले किसी संगठन ने विरोध किया हो, इससे पहले आधा दर्जन फिल्मों के साथ ऐसा विवाद हो चुका है. लेकिन इस विवाद से फिल्मों को हमेशा फायदा ही मिला है.

फिल्म इंडस्ट्री में भी विवाद को फिल्मों को पॉपुलर करने का हथकंडा बना लिया गया है. कई बार तो जानबूझकर ऐसे विषय चुने जाते हैं, जिनका लोग विरोध करें. पूरे देश में जब विरोध प्रदर्शन होने लगता है. फिल्म को इसका पूरा माइलेज मिल चुका होता है, तब फिल्म मेकर उसमें मामूली बदलाव करके रिलीज कर देते हैं. इस तरह फिल्म को उतनी पॉपुलैरिटी मिल चुकी होती है, जितनी की करोड़ों खर्च करने के बाद भी नहीं मिल सकती. इसका सबसे बड़ा उदाहरण संजय लीला भंसाली की कई फिल्में हैं. उनकी फिल्म 'पद्मावत' का भी करणी सेना ने विरोध किया था. करीब एक साल तक विरोध प्रदर्शन होता रहा. सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मामला गया. इतना सबकुछ होने के बाद संजय लीला भंसाली ने फिल्म के नाम में मामूली हेरफेर करके रिलीज कर दिया. पहले विरोध देखकर लोगों को लगा कि फिल्म फ्लॉप हो जाएगी, लेकिन रिलीज के बाद मामला उल्टा निकल गया.

फिल्म 'पद्मावत' ने बॉक्स ऑफिस पर 585 करोड़ रुपए का कारोबार किया, जबकि इसका बजट 180 करोड़ रुपए था. साल 2012 में आई फिल्म 'ओह माय गॉड' पर भी हिंदू धर्म का मखौल उड़ाने के आरोप लगे थे. फिल्म 20 करोड़ रुपए की लागत में बनी थी, लेकिन रिलीज के बाद 121 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया. इस तरह फिल्म ने लागत से करीब 500 फीसदी ज्यादा कमाई की थी. साल 2014 में रिलीज हुई आमिर खान की फिल्म 'पीके' पर धार्मिक संगठनों ने बहुत ज्यादा आपत्ति दर्ज कराई थी. फिल्म में पहले न्यूड पोस्टर और बाद में हिंदू धर्म का मखौल उड़ाने के चलते आमिर खान लोगों के निशानों पर आए थे. लेकिन 122 करोड़ रुपए लागत से बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 616 करोड़ रुपए की कमाई की थी. यानी 405 फीसदी ज्यादा कमाई हुई. इन उदाहरणों से समझा जा सकता है कि विरोध फिल्मों के लिए हमेशा से फायदे का सौदा रहा है.

 

आइए कुछ प्रमुख फिल्मों के बारे में जानते हैं, जिनको लेकर जाति-धर्म की राजनीति करने वाले संगठनों ने बवाल किया...

1. फिल्म- पद्मावत

बजट- 180 करोड़ रुपए

कलेक्शन- 585 करोड़ रुपए

रिलीज डेट- 25 जनवरी 2018

स्टारकास्ट- रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर

डायरेक्टर- संजय लीला भंसाली

दिग्गज फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली बेहतरीन और भव्य फिल्में बनाने के लिए मशहूर हैं. उनकी फिल्मों में सेट से लेकर संगीत तक, सबकुछ मनोहारी होता है. साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म पद्मावत का निर्देशन भी भंसाली ने किया था. इसमें दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर ने मुख्य किरदार में नजर आए थे. इस फिल्म की कहानी रानी पद्मावती पर आधारित है, जो बेहद खूबसूरत थीं. इस फिल्म में दीपिका पादुकोण भी काफी सुंदर नजर आईं थीं और उनका लुक भी काफी चर्चा में रहा था. फिल्म के रिलीज को लेकर हुए विवाद के कारण फिल्म का नाम बदलकर पद्मावती से 'पद्मावत' रख दिया गया था. रणवीर सिंह ने अत्याचारी सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में दमदार अभिनय किया था.

2. फिल्म- मणिकर्णिका: झांसी की रानी

बजट- 70 करोड़ रुपए

कलेक्शन- 157 करोड़ रुपए

रिलीज डेट- 25 जनवरी 2019

स्टारकास्ट- कंगना रनौत, जीशु सेनगुप्ता, अंकिता लोखंडे, अतुल कुलकर्णी, मोहम्मद जीशान अय्युब और वैभव तत्ववादी

डायरेक्टर- कंगना रनौत और राधाकृष्ण

साल 2019 में रिलीज हुई कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका' झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जिंदगी पर आधारित है. इस फिल्म में कंगना ने लक्ष्मीबाई का रोल किया है. उनके साथ जीशु सेनगुप्ता ने गंगाधर राव, अतुल कुलकर्णी ने तात्या टोपे, मोहम्मद जीशान अय्युब ने सदाशिव, अंकिता लोखंडे ने झलकारीबाई और रिचर्ड कीप ने जनरल ह्यूग रोज़ का किरदार निभाया है. यह फिल्म झांसी के रानी लक्ष्मीबाई के जीवन और 1857 के भारतीय विद्रोह के दौरान ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ उनकी लड़ाई को दिलस्प अंदाज में पेश करती है. इस फिल्म को डायरेक्टर राधाकृष्ण और कंगना रनौत ने निर्देशित किया है. इस फिल्म का भी करणी सेना ने विरोध किया था.

3. फिल्म- जोधा अकबर

बजट- 30 करोड़ रुपए

कलेक्शन- 120 करोड़ रुपए

रिलीज डेट- 15 फरवरी 2008

स्टारकास्ट- रितिक रौशन, ऐश्वर्या राय और सोनू सूद

डायरेक्टर- आशुतोष गोवारिकर

साल 2008 में रिलीज हुई फिल्म जोधा अकबर मुगल बादशाह अकबर और राजपूत राजकुमारी जोधाबाई की प्रेम कहानी पर आधारित है. रितिक रौशन ने अकबर और ऐश्वर्या राय ने जोधाबाई की भूमिका निभाई है. रिलीज से पहले करणी सेना ने इस फिल्म की ऐतिहासिक सत्यता को लेकर कई सवाल खड़े किए थे. फिल्म का जबरदस्त विरोध भी किया था. इस फिल्म का संगीत, परिधान, अभिनय को दर्शकों ने खूब पसंद किया था. फिल्म का बजट 30 करोड़ रुपए था, जबकि इसका बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 120 करोड़ रुपए है.

4. फिल्म- पीके

बजट- 85 करोड़ रुपए

कलेक्शन- 854 करोड़ रुपए

रिलीज डेट- 19 दिसंबर 2014

स्टारकास्ट- आमिर खान, अनुष्का शर्मा, सौरभ शुक्ला और बमन ईरानी

डायरेक्टर- राजकुमार हिरानी

साल 2014 में रिलीज हुई 'पीके' एक साई-फाई कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है. इसे मशहूर फिल्म मेकर राजकुमार हिरानी ने निर्देशित किया, जबकि कहानी अभिजीत जोशी ने लिखी है. फिल्म का निर्माण राजकुमार हिरानी फिल्म्स और विनोद चोपड़ा फिल्म्स के बैनर तले किया गया है. भगवान के नाम पर यहां कुछ लोग जिस तरह से अपना धंधा चलाते हैं, पीके उन्‍हें बिना कुछ कहे सबक सिखा देता है. हालांकि यह बात तो कथित तौर पर भगवान के मैसेंजर्स की हुई, लेकिन पीके समाज के उस वर्ग को भी आइना दिखाता है, जो अंधविश्‍वास का चोला ओढ़े हैं या फिर ओढ़ने की कोशिश करते हैं. इस फिल्‍म में सीधे तौर पर मैसेज दिया गया है कि हमारा समाज किस तरह से एक व्‍यक्ति के धर्म को जानकर उसका कैरेक्‍टर सर्टिफिकेट बना देता है. हालांकि, कई धार्मिक संगठनों ने हिंदू धर्म का माखौल उड़ाने का आरोप लगाते हुए फिल्म का कड़ा विरोध किया था.

5. फिल्म- बाजीराव मस्तानी

बजट- 150 करोड़ रुपए

कलेक्शन- 360 करोड़ रुपए

रिलीज डेट- 18 दिसंबर 2015

स्टारकास्ट- रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा

डायरेक्टर- संजय लीला भंसाली

साल 2015 में रिलीज हुई फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' बॉलीवुड की एक बेहतरीन ऐतिहासिक फिल्मों में से एक है. यह फिल्म मराठा साम्राज्य के पेशवा बाजीराव और उसकी दूसरी पत्नी मस्तानी पर फिल्माई गई है. इसमें मस्तानी का रोल दीपिका पादुकोण ने निभाया था. उन्होंने अपने शानदार अभिनय से मस्तानी को रुपहले पर्दे पर जीवंत कर दिया था. वहीं, बाजीराव के रूप में रणवीर सिंह ने भी बेहतरीन काम किया था. इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा बाजीराव की पहली पत्नी का रोल में नजर आईं थीं. इस ऐतिहासिक फिल्म को संजय लीला भंसाली ने निर्देशित किया था. ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगाकर इस फिल्म का भी कुछ लोगों ने विरोध किया था.






इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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