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Pareeksha movie: प्रकाश झा की नई पेशकश में बिहार के पूर्व DGP अभ्यानंद और सुपर 30 कनेक्शन भी

    • आईचौक
    • Updated: 18 जुलाई, 2020 12:59 PM
  • 18 जुलाई, 2020 12:59 PM
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प्रकाश झा (Prakash Jha) की फिल्म परीक्षा का ट्रेलर (Pareeksha Film Trailer) रिलीज हो गया है. फिल्म 6 अगस्त को Zee5 पर रिलीज होने वाली है. परीक्षा की कहानी बिहार की वास्तविक घटनाओं पर आधारित है, जो कि शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त खामियों को लेकर है.

फिल्म के माध्यम से सामाजिक, राजनीतिक और प्रसाशनिक बुराइयों को सबके सामने लाने वाले मशहूर डायरेक्टर प्रकाश झा अब शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त खामियों को अपनी अगली फिल्म परीक्षा: द फाइनल टेस्ट के जरिये उजागर करने की कोशिश में हैं. प्रकाश झा की फिल्म परीक्षा का टीजर रिलीज हो गया है, जिसमें आदिल हुसैन, प्रियंका बोस, शुभम झा और संजय सूरी प्रमुख भूमिका में हैं. करीब 4 साल बाद प्रकाश झा की फिल्म आ रही है. इससे पहले उन्होंने साल 2016 में प्रियंका चोपड़ा के साथ जय गंगाजल फिल्म बनाई थी. प्रकाश झा की फिल्ममेकिंग की सबसे खास बात ये है कि वह हकीकत तो पर्दे पर इतनी अच्छी तरीके से दिखाते हैं कि लोग उनके कायल हो जाते हैं और खासकर उनकी फिल्मों की कहानी समाज की सच्चाई बयां करती है. इसी कोशिश में एक बार फिर प्रकाश झा ऐसी फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसमें भले बड़ें स्टार्स न हों, लेकिन फिल्म की कहानी इतनी प्रासंगिक और जरूरी है कि दर्शक परीक्षा के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. परीक्षा 6 अगस्त को जी5 पर रिलीज होगी.

प्रकाश झा की फिल्म परीक्षा का ट्रेलर देखने के बाद इरफान खान और सबा कमर की फिल्म हिंदी मीडियम की याद आती है, क्योंकि उसकी स्टोरी भी कुछ-कुछ परीक्षा जैसी ही थी. हालांकि, उस फिल्म में पैरेंट्स के पास पैसा तो खूब होता है, लेकिन उन्हें अपने बच्चे को इंगलिश मीडियम स्कूल में एडमिशन दिलाने के लिए इतने पापड़ बेलने पड़ते हैं कि वे परेशान हो जाते हैं. परीक्षा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. अंतर है तो बस ये कि इसमें एक गरीब परिवार का इंसान अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए स्कूल दर स्कूल ठोकरें खाता रहता है, लेकिन स्कूल मालिकों के कानों पर जू तक नहीं रेंगती. परीक्षा फिल्म बिहार की वास्तविक कहानी और वास्तविक किरदारों पर आधारित है. इस फिल्म में बिहार के पूर्व डीजीपी अभ्यानंद और सुपर 30 का कनेक्शन भी है.

फिल्म की कहानी क्या है?

परीक्षा फिल्म की कहानी है बिहार के एक ऐसे परिवार की, जिसमें पति रिक्शा चलाता है और पत्नी...

फिल्म के माध्यम से सामाजिक, राजनीतिक और प्रसाशनिक बुराइयों को सबके सामने लाने वाले मशहूर डायरेक्टर प्रकाश झा अब शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त खामियों को अपनी अगली फिल्म परीक्षा: द फाइनल टेस्ट के जरिये उजागर करने की कोशिश में हैं. प्रकाश झा की फिल्म परीक्षा का टीजर रिलीज हो गया है, जिसमें आदिल हुसैन, प्रियंका बोस, शुभम झा और संजय सूरी प्रमुख भूमिका में हैं. करीब 4 साल बाद प्रकाश झा की फिल्म आ रही है. इससे पहले उन्होंने साल 2016 में प्रियंका चोपड़ा के साथ जय गंगाजल फिल्म बनाई थी. प्रकाश झा की फिल्ममेकिंग की सबसे खास बात ये है कि वह हकीकत तो पर्दे पर इतनी अच्छी तरीके से दिखाते हैं कि लोग उनके कायल हो जाते हैं और खासकर उनकी फिल्मों की कहानी समाज की सच्चाई बयां करती है. इसी कोशिश में एक बार फिर प्रकाश झा ऐसी फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसमें भले बड़ें स्टार्स न हों, लेकिन फिल्म की कहानी इतनी प्रासंगिक और जरूरी है कि दर्शक परीक्षा के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. परीक्षा 6 अगस्त को जी5 पर रिलीज होगी.

प्रकाश झा की फिल्म परीक्षा का ट्रेलर देखने के बाद इरफान खान और सबा कमर की फिल्म हिंदी मीडियम की याद आती है, क्योंकि उसकी स्टोरी भी कुछ-कुछ परीक्षा जैसी ही थी. हालांकि, उस फिल्म में पैरेंट्स के पास पैसा तो खूब होता है, लेकिन उन्हें अपने बच्चे को इंगलिश मीडियम स्कूल में एडमिशन दिलाने के लिए इतने पापड़ बेलने पड़ते हैं कि वे परेशान हो जाते हैं. परीक्षा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. अंतर है तो बस ये कि इसमें एक गरीब परिवार का इंसान अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए स्कूल दर स्कूल ठोकरें खाता रहता है, लेकिन स्कूल मालिकों के कानों पर जू तक नहीं रेंगती. परीक्षा फिल्म बिहार की वास्तविक कहानी और वास्तविक किरदारों पर आधारित है. इस फिल्म में बिहार के पूर्व डीजीपी अभ्यानंद और सुपर 30 का कनेक्शन भी है.

फिल्म की कहानी क्या है?

परीक्षा फिल्म की कहानी है बिहार के एक ऐसे परिवार की, जिसमें पति रिक्शा चलाता है और पत्नी दिहाड़ी मजदूर है. दोनों खूब मेहनत करते हैं और किसी तरह पेट काटकर पैसा जुटाने की कोशिश में हैं कि वे अपने बच्चे का एडमिशन अच्छे अंग्रेजी मीडियम स्कूल में करा सकें. इस फिल्म में आदिल हुसैन रिक्शा चलाने वाले और प्रियंका बोस उसकी पत्नी का किरदार निभा रही हैं. दोनों का एक बेटा है, जो पढ़ने में काफी तेज है. दोनों पति पत्नी अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में एडमिशन दिलाने के लिए दर-दर भटकते रहते हैं, लेकिन कोई उनकी नहीं सुनता. उनके सगे संबंधी और साथ काम करने वाले भी चिढ़ाते हैं कि अगर तुम्हारा बेटा पढ़ भी लिया तो वो बहुत से बहुत ई-रिक्शा चला लेगा. इन बातों से बुच्ची (आदिल हुसैन) का दिल दुखता है और आखिरकार वह ठान लेता है कि अपने बच्चे का एडमिशन अच्छे स्कूल में करवाकर ही मानेगा. आदिल और प्रियंका के बेटे के किरदार में शुभम झा काम अच्छा है. इस फिल्म में संजय सूरी एक पुलिस अधिकारी की भूमिका में हैं, जो बच्चे का टैलेंट देख उसकी शिक्षा में मदद करते हैं.

अभ्यानंद की जिंदगी से प्रभावित

इस फिल्म के बारे में प्रकाश झा का कहना है कि यह सच्ची घटना और सच्चे किरदारों पर आधारित फिल्म है. पूर्व में बिहार के डीजीपी रहे आईपीएस अधिकारी अभ्यानंद ने अपनी सर्विस के दौरान नक्सल प्रभावित इलाके के बच्चों को पढ़ाया था और उनके टैलेंट को नई दिशा दी थी. बाद में कई बच्चे आईआईटी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में सफल हुए और बाद में यही कोशिश आगे चलकर गणितज्ञ आनंद कुमार के साथ सुपर 30 की स्थापना के रूप में दिखी. हालांकि यह फिल्म आनंद कुमार की बजाय आईपीएस अधिकारी अभ्यानंद से ज्यादा संबंधित है. उन्होंने जिस तरह से बिहार के होनहार बच्चों को उचित शिक्षा दिलाने में मदद की, वह काबिलेतारीफ है. परीक्षा फिल्म में संजय सूरी का किरदार अभ्यानंद से मिलता जुलता है.

आदिल हुसैन परीक्षा फिल्म में लीड रोल में हैं (फोटो- जी5)

क्या दर्शकों का दिल जीत पाएगी परीक्षा?

उल्लेखनीय है कि शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त खामियों को लेकर कई फिल्में बनी हैं, लेकिन हर बार बहुत कुछ दिखाने के चक्कर में निर्देशक फिल्म की आत्मा से ही खिलवाड़ कर बैठे. उम्मीद की जा रही है कि प्रकाश झा की फिल्म परीक्षा लोगों तक सही मेसेज पहुंचाने में कामयाब हो. फिल्म का टीजर देखकर आप आदिल हुसैन की तारीफ किए बिना नहीं रह पाएंगे. प्रियंका बोस और संजय सूरी भी अपने किरदार में जबरदस्त लग रहे हैं. वर्तमान समय में गरीब परिवार के बच्चों के सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि चूंकि उनके माता-पिता ज्यादा पढ़े लिखे नहीं होते हैं, इसलिए वे अपने बच्चों की अच्छी और जरूरी पढ़ाई की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते. प्रकाश झा की फिल्म एक ऐसे परिवार की है, जो बेहद गरीब है, लेकिन वह अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए एंड़ी चोटी का जोर लगा देता है. यह फिल्म भारतीय समाज में व्याप्त गरीबी, अशिक्षा और इससे पैदा समस्याओं के बारे में है, जिससे दुनिया 6 अगस्त को रूबरू होगी.

उल्लेखनीय है कि गंगाजल, अपहरण, राजनीति, सत्याग्रह, मृत्यूदंड, आरक्षण, चक्रव्यूह समेत कई अवॉर्ड विनिंग फिल्म बना चुके मशहू डायरेक्टर प्रकाश झा एक्टिंग, फिल्म एडिटिंग, कहानी और पटकथा लेखन में सक्रिय होने के साथ ही एक कामयाब फिल्म प्रोड्यूसर भी हैं. हालांकि पिछले कुछ समय से वह अच्छी कहानी की तलाश में हैं, इसलिए करीब 4 साल बाद उनके द्वारा डायरेक्ट फिल्म को दुनिया देखेगी. प्रकाश झा की फिल्म परीक्षा भारत में रिलीज होने से पहले इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI 2019) और लंदन फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर हो चुकी है और फिल्म क्रिटिक्स ने इसकी काफी सराहना की है.

 



इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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