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लाल किले पर गूंजा 'त्यागी कांड', नारी के लिए PM ने जो कहा उसे सुना ही नहीं गुना भी जाना चाहिए

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 15 अगस्त, 2022 07:54 PM
  • 15 अगस्त, 2022 07:54 PM
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नोएडा के ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में रहने वाले श्रीकांत त्यागी द्वारा एक महिला के साथ की गई अभद्रता और गाली-गलौच की गूंज आज लाल किले की प्राचीर पर सुनाई दी. बिना इस घटना का जिक्र किए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के सम्मान की बात कही है. पीएम ने महिलाओं को लेकर जो कुछ कहा उसे सुना ही नहीं गुना भी जाना चाहिए.

''किसी न किसी कारण से हमारे अंदर एक ऐसी विकृति आई है. हमारे बोलचाल में, हमारे व्यवहार में, हमारे कुछ शब्दों में, हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं? नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है. ये सामर्थ्य मैं देख रहा हूं''...लाल किले की प्राचीर से नारी की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए अपील करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए. उनकी पीड़ा, उनका दर्द, उनकी आवाज में झलक रही थी. लेकिन यहां सवाल ये कि आखिर ये पीड़ा किस वजह से पीएम मोदी को हुई. आखिर उन्होंने क्यों महिलाओं के सम्मान की बात लाल किले से कहनी पड़ी है.

पीएम मोदी को जानने वालों के पता है कि वो देश-दुनिया में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना पर बहुत ही बारीक नजर रखते हैं. खासकर अपने देश और समाज में होने वाली अधितकर घटनाओं पर उनकी प्रतिक्रिया भी आती रहती है. ऐसे में नोएडा में हुआ 'त्यागी कांड' भला उनसे कैसे अछूता रह सकता है. नोएडा के कथित बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी ने जिस तरह से अपनी ही सोसाइटी में रहने वाली एक महिला के साथ अभद्रता की थी. उसके साथ गाली-गलौच किया था. उस महिला को गंदी से गंदी बातें बोली थीं. उसको सुनने के बाद हर किसी ने उसकी बुराई की थी. यहां तक कि इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोसाइटी के साथ आम लोग भी सड़क पर उतर गए थे. यहां सवाल एक महिला के सम्मान का था.

PM की आंखों से छलका दर्द

पीड़िता महिला के सम्मान के लिए ही लोगों ने जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस-प्रशासन पर जिस तरह से दबाव डाला, मामला देखते ही देखते तूल पकड़ लिया. आखिरकार घटना के की दिनों के बाद मेरठ से आरोपी श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार किया जा सका. इतना ही नहीं...

''किसी न किसी कारण से हमारे अंदर एक ऐसी विकृति आई है. हमारे बोलचाल में, हमारे व्यवहार में, हमारे कुछ शब्दों में, हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं? नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है. ये सामर्थ्य मैं देख रहा हूं''...लाल किले की प्राचीर से नारी की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए अपील करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए. उनकी पीड़ा, उनका दर्द, उनकी आवाज में झलक रही थी. लेकिन यहां सवाल ये कि आखिर ये पीड़ा किस वजह से पीएम मोदी को हुई. आखिर उन्होंने क्यों महिलाओं के सम्मान की बात लाल किले से कहनी पड़ी है.

पीएम मोदी को जानने वालों के पता है कि वो देश-दुनिया में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना पर बहुत ही बारीक नजर रखते हैं. खासकर अपने देश और समाज में होने वाली अधितकर घटनाओं पर उनकी प्रतिक्रिया भी आती रहती है. ऐसे में नोएडा में हुआ 'त्यागी कांड' भला उनसे कैसे अछूता रह सकता है. नोएडा के कथित बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी ने जिस तरह से अपनी ही सोसाइटी में रहने वाली एक महिला के साथ अभद्रता की थी. उसके साथ गाली-गलौच किया था. उस महिला को गंदी से गंदी बातें बोली थीं. उसको सुनने के बाद हर किसी ने उसकी बुराई की थी. यहां तक कि इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोसाइटी के साथ आम लोग भी सड़क पर उतर गए थे. यहां सवाल एक महिला के सम्मान का था.

PM की आंखों से छलका दर्द

पीड़िता महिला के सम्मान के लिए ही लोगों ने जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस-प्रशासन पर जिस तरह से दबाव डाला, मामला देखते ही देखते तूल पकड़ लिया. आखिरकार घटना के की दिनों के बाद मेरठ से आरोपी श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार किया जा सका. इतना ही नहीं आरोपी के सभी अवैध निर्माण गिरा दिए गए. उसके खिलाफ गुंडा एक्ट में केस तैयार किया गया. ये सबकुछ पुलिस ने लोगों के दबाव में आने के बाद किया था. इसी घटना के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से बोला है. वो जब इन बातों को बोल रहे थे, उनका गला भर आया था. उनकी आंखों में इस घटना का दर्द साफ नजर आ रहा था. उन्होंने खुद भी कहा कि वो इस दर्द को लोगों के सामने बयां किए बिना नहीं रह सकते.

मोदी की भावनात्मक अपील

प्रधानमंत्री मोदी की इस भावनात्मक अपील को न सिर्फ सुना जाना चाहिए, बल्कि इस पर विचार भी किया जाना चाहिए. हम अपने व्यवहार के जरिए कई बार नारी का अपमान कर देते हैं. कई बार तो हमें पता भी नहीं होता कि हम किसी का अपमान भी कर रहे हैं. क्योंकि कुछ लोगों में ऐसा व्यवहार उनकी आदत में शुमार हो जाता है. पीएम ऐसे ही लोगों से अपील कर रहे हैं कि वो अपनी बोली, व्यवहार और स्वभाव में परिवर्तन लाकर इस तरह की आदत को दूर करें. हर पुरुष को इस बात का संकल्प लेना चाहिए कि वो अपने किसी भी तरह के व्यवहार से नारी का अपमान नहीं करेगा. कहा भी गया है, ''यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता'' अर्थात जहां नारी की पूजा की जाती है, वहां देवताओं का वास होता है.

लाला किले की प्राचीर से मोदी ने ये बोला...

भारत में महिलाओं की स्थिति

भारत में महिलाओं की स्थिति को लेकर कथनी और करनी में बहुत ज्यादा अंतर है. यहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर सरकार महिला सशक्तिकरण के कदम उठा रही है तो दूसरी ओर घर से बाहर निकलने वाली महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम है. यहां सोच और हकीकत में बहुत ज्यादा अंतर देखने को मिलता है. साल 2018 में थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन की एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें भारत को महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे खतरनाक मुल्क बताया गया था. 193 देशों में हुए इस सर्वे में महिलाओं का स्वास्थ्य, शिक्षा, यौन हिंसा, हत्या और भेदभाव जैसे कुछ पैमाने थे. भारत हर पैमाने में पीछे था. यहां औरतों के स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति सबसे खराब थी.

क्या है नोएडा का त्यागी कांड

नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में अवैध कब्जे के आरोप में एक महिला के साथ श्रीकांत त्यागी की झड़प हुई थी. दरअसल त्यागी सोसाइटी में पौधे लगा रहा था. महिला का कहना था कि वो पौधे लगाकर वहां जमीन पर अवैध कब्जे कर रहा है. कहासुनी का ये मामला तब तूल पकड़ लिया जब त्यागी ने पीड़ित महिला के साथ अभद्रता, हाथापाई और गाली-गलौच कर दी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसे देखने के बाद सोसाइटी से लेकर सोशल मीडिया पर लोग भड़क उठे. लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसी बीच त्यागी के कुछ गुंडे सोसाइटी में घुस गए. उन्होंने लोगों के साथ मारपीट करने की कोशिश की, लेकिन सोसाइटी वालों ने उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.

फरारी से गिरफ्तारी की कहानी

इसी बीच गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा सोसाइटी में पहुंच गए. लोगों ने उन्हें घेर लिया. इसके बाद सांसद ने पुलिस और प्रशासन को फटकार लगाई. सीधा गृह सचिव को लखनऊ फोन करके इस मामले में कार्रवाई करने की बात कही, तब जाकर नोएडा पुलिस हरकत में आई. त्यागी अपने घर से फरार हो गया. उस पर पुलिस ने 25 हजार रुपए का ईनाम रखा. कई दिनों तक चूहे-बिल्ली का खेल खेलने के बाद आखिरकार त्यागी को मेरठ से गिरफ्तार किया गया. उसके साथ चार सहयोगी भी गिरफ्तार किए गए. सभी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया. पुलिस उसके खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई कर रही है. उसके सारे अवैध निर्माण गिरा दिए गए हैं. मामले की जांच जारी है.



इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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