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जस्टिन बीबर और उनकी हास्यास्पद 'डिमांड लिस्ट'

    • अभिनव राजवंश
    • Updated: 05 मई, 2017 04:20 PM
  • 05 मई, 2017 04:20 PM
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जस्टिन बीबर की डिमांड लिस्ट को देखकर यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत के बारे में उनकी जानकारी न के बराबर है. भला ये सामान भी कोई अपने साथ लेकर जाता है..

जस्टिन बीबर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं, मात्र 23 साल की उम्र में अपनी गायकी से दुनिया भर में करोड़ों फैन बना चुके बीबर 10 मई को भारत में अपना पहला शो करने वाले हैं. मुंबई में होने वाला यह शो बीबर का पहला भारत दौरा भी होगा. बीबर के शो को लेकर भारत में जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा और इसके टिकट को लेकर लोग हजारों खर्च करने को भी तैयार हैं. यहां तक तो सब ठीक है, मगर बीबर ने अपने चार दिन के भारत दौरे के लिए अपनी जो डिमांड लिस्ट दी है वो आयोजकों के हाथ पांव फुलाने के काफी है.

10 मई को भारत आ रहे हैं बीबर

जस्टिन बीबर के कार्यक्रम की आयोजक कंपनी व्हाइट फ़ॉक्स इंडिया ने जस्टिन बीबर की जो 'डिमांड लिस्ट' जारी की है, वो न केवल दिलचस्प है बल्कि कई मामलों में काफी हास्यास्पद भी है. बीबर ने जो डिमांड सौपी हैं उसके अनुसार-

- उन्हें अपने काफ़िले में 10 लग्ज़री कारें, 2 वॉल्वो बसों के साथ सुरक्षा देने के लिए महाराष्ट्र सरकार की ज़ेड प्लस सिक्योरिटी चाहिए.

- बीबर इसके अलावा अपने 8 सुरक्षा गार्ड भी साथ रखेंगे.

- होटल से स्टेडियम तक जाने के लिए भी बीबर को चॉपर (हेलिकॉप्टर) चाहिये.

- बीबर ने अपने खाने पीने और होटलों की साज- सजावट तक के लिए आयोजकों को एक लम्बी चौड़ी फेहरिस्त थमाई है.

हालांकि बीबर की सबसे हास्यास्पद मांग की अगर बात करें तो-

- बीबर जब सफर करेंगे तो उनके साथ 10 कंटेनर माल भी आएगा, इन कंटेनर में बीबर का सोफ़ा सेट, प्ले-स्टेशन, वॉशिंग मशीन, रेफ़्रिजरेटर, मसाज टेबल, कपड़ों के लिए कबर्ड और टेबल-टेनिस की टेबल जैसे सामान शामिल होंगे.

जस्टिन बीबर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं, मात्र 23 साल की उम्र में अपनी गायकी से दुनिया भर में करोड़ों फैन बना चुके बीबर 10 मई को भारत में अपना पहला शो करने वाले हैं. मुंबई में होने वाला यह शो बीबर का पहला भारत दौरा भी होगा. बीबर के शो को लेकर भारत में जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा और इसके टिकट को लेकर लोग हजारों खर्च करने को भी तैयार हैं. यहां तक तो सब ठीक है, मगर बीबर ने अपने चार दिन के भारत दौरे के लिए अपनी जो डिमांड लिस्ट दी है वो आयोजकों के हाथ पांव फुलाने के काफी है.

10 मई को भारत आ रहे हैं बीबर

जस्टिन बीबर के कार्यक्रम की आयोजक कंपनी व्हाइट फ़ॉक्स इंडिया ने जस्टिन बीबर की जो 'डिमांड लिस्ट' जारी की है, वो न केवल दिलचस्प है बल्कि कई मामलों में काफी हास्यास्पद भी है. बीबर ने जो डिमांड सौपी हैं उसके अनुसार-

- उन्हें अपने काफ़िले में 10 लग्ज़री कारें, 2 वॉल्वो बसों के साथ सुरक्षा देने के लिए महाराष्ट्र सरकार की ज़ेड प्लस सिक्योरिटी चाहिए.

- बीबर इसके अलावा अपने 8 सुरक्षा गार्ड भी साथ रखेंगे.

- होटल से स्टेडियम तक जाने के लिए भी बीबर को चॉपर (हेलिकॉप्टर) चाहिये.

- बीबर ने अपने खाने पीने और होटलों की साज- सजावट तक के लिए आयोजकों को एक लम्बी चौड़ी फेहरिस्त थमाई है.

हालांकि बीबर की सबसे हास्यास्पद मांग की अगर बात करें तो-

- बीबर जब सफर करेंगे तो उनके साथ 10 कंटेनर माल भी आएगा, इन कंटेनर में बीबर का सोफ़ा सेट, प्ले-स्टेशन, वॉशिंग मशीन, रेफ़्रिजरेटर, मसाज टेबल, कपड़ों के लिए कबर्ड और टेबल-टेनिस की टेबल जैसे सामान शामिल होंगे.

जस्टिन बीबर बेशक काफी कम उम्र में बुलंदियों के उस मुकाम पर हैं जो बहुतों को नसीब नहीं होती, मगर उनकी डिमांड लिस्ट को देखकर यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत के बारे में उनकी जानकारी न के बराबर है. अब जिस प्रकार विदेश से वो अपना फ्रिज, वाशिंग मशीन और टेबल लेकर आने पर आमदा हैं, उससे तो यही लगता हैं कि भारत के बदले किसी मरुस्थल में शो करने जा रहे हैं. भारत के होटल्स किसी भी मानकों पर विश्वस्तरीय हैं, वैसे में अपने साथ इतना सामान लाना वाकई समझ से परे है.

बीबर कोई पहले अंतर्राष्ट्रीय सितारे नहीं है जो भारत में अपना शो करने आ रहे हैं. बीबर से पहले माइकल जैक्सन समेत कई बड़े नाम भारत में अपने शो के लिए आ चुके हैं. मगर किसी ने इस तरह की डिमांड नहीं रखी, बावजूद इसके जो भी भारत आता हैं वो भारत की मेजबानी की तारीफ किए बिना नहीं जाता.

1996 में भारत आए थे माइकल जैक्सन. देखिए मुंबई में हुए उनके शो की एक झलक-

मगर लगता है बीबर भी स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल की ही तरह अभी भी भारत को बहुत 'गरीब देश' ही मानते हैं, और हो सकता उन्हें लगता हो कि भारत में वो अपनी जरूरत की चीजों से भी महरूम हो जाएं. हालांकि अब उम्मीद यही है कि भारत में उन्हें ऐसी मेजबानी मिले जिससे भारत के बारें में उनकी जो गलतफहमी है वो तो दूर हो ही जाये, साथ ही अगली बार जब वो भारत आएं तो अपने साथ उन्हें टेबल समेत कई गैरजरूरी सामान लाने की जरुरत न पड़े.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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