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मोनिका ओ माई डार्लिंग: डार्क कॉमेडी में राजकुमार राव-राधिका आप्टे-हुमा का अंदाज जमा सकता है रंग

    • आईचौक
    • Updated: 01 नवम्बर, 2022 03:16 PM
  • 01 नवम्बर, 2022 03:16 PM
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राजकुमार राव, राधिका आप्टे और हुमा कुरैशी की डार्क कॉमेडी मोनिका ओ माई डार्लिंग का ट्रेलर आ चुका है. फिल्म सीधे नेटफ्लिक्स पर नजर आएगी और दर्शकों को 'लूडो' की तरह मजा आ सकता है.

दो साल पहले नेटफ्लिक्स पर अनुराग बासु के निर्देशन में ब्लैक कॉमेडी आई थी- लूडो. यह एक प्रायोगिक कॉमेडी थी जिसमें चार अलग कहानियां थीं, हालांकि तीनों कहानियों का प्रस्थान बिंदु एक था और वे एक जगह एकाकार भी होती हैं. विजॉय नांबियार की डेविड भी एक ऐसी ही कहानी थी. खैर, लूडो में एक कहानी का सिरा राजकुमार राव पर केंद्रित था. वह बहुत दिलचस्प कॉमिक कैरेक्टर था जिसमें राजकुमार प्रेमिका की शादी हो जाने के बावजूद उसके प्रेम में इतना दीवाने हैं कि कुछ भे कर गुजरने को तैयार दिखते हैं. लूडो को दर्शकों समीक्षकों ने खूब पसंद किया गया था. मजेदार यह भी था कि इसमें भगवान दादा पर फिल्माए गाने- 'ओ बाबूजी' का बहुत बेहतरीन इस्तेमाल हुआ था. अब दो साल बाद नेटफ्लिक्स के लिए ही राजकुमार राव "मोनिका ओ माई डार्लिंग" के जरिए दर्शकों/समीक्षकों की वाहवाही बटोरने के लिए एक बार फिर तैयार हैं. यह फिल्म भी नेटफ्लिक्स पर सीधे रिलीज की जाएगी. यह भी डार्क कॉमेडी ही है.

मोनिका ओ माई द्रालिंग के ट्रेलर से कहानी का जो क्लू मिला, वह यही है कि मोनिका (हमा कुरैशी) नाम की एक लड़की है. वह संभवत: कैबरे डांसर या सिंगर है. जयंत अर्खेडकर (राजकुमार राव) के साथ उसका एक रहस्यमयी रिश्ता है. हालांकि रिश्ता कैसा है यह साफ़ नहीं हो पाता. मगर मोनिका के हाथ में शायद जयंत की कोई दुखती रग है. वह मोनिका के पैरों में नजर आता है. अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसी ब्लैकमेलिंग के प्लाट मोनिका और जयंत के बीच है और जयंत इससे बहुत परेशान नजर आता है. ट्रेलर से यह भी पता चलता है कि जो भी चीजें हैं- जयंत उससे छुटकारा पाना चाहता है. किसी भी कीमत पर.

राजकुमार राव और हुमा कुरैशी

ब्लैकमेल और हत्या को केंद्र में रखकर बुनी गई है डार्क कॉमेडी

छुटकारा सिर्फ एक तरीके से संभव नजर है...

दो साल पहले नेटफ्लिक्स पर अनुराग बासु के निर्देशन में ब्लैक कॉमेडी आई थी- लूडो. यह एक प्रायोगिक कॉमेडी थी जिसमें चार अलग कहानियां थीं, हालांकि तीनों कहानियों का प्रस्थान बिंदु एक था और वे एक जगह एकाकार भी होती हैं. विजॉय नांबियार की डेविड भी एक ऐसी ही कहानी थी. खैर, लूडो में एक कहानी का सिरा राजकुमार राव पर केंद्रित था. वह बहुत दिलचस्प कॉमिक कैरेक्टर था जिसमें राजकुमार प्रेमिका की शादी हो जाने के बावजूद उसके प्रेम में इतना दीवाने हैं कि कुछ भे कर गुजरने को तैयार दिखते हैं. लूडो को दर्शकों समीक्षकों ने खूब पसंद किया गया था. मजेदार यह भी था कि इसमें भगवान दादा पर फिल्माए गाने- 'ओ बाबूजी' का बहुत बेहतरीन इस्तेमाल हुआ था. अब दो साल बाद नेटफ्लिक्स के लिए ही राजकुमार राव "मोनिका ओ माई डार्लिंग" के जरिए दर्शकों/समीक्षकों की वाहवाही बटोरने के लिए एक बार फिर तैयार हैं. यह फिल्म भी नेटफ्लिक्स पर सीधे रिलीज की जाएगी. यह भी डार्क कॉमेडी ही है.

मोनिका ओ माई द्रालिंग के ट्रेलर से कहानी का जो क्लू मिला, वह यही है कि मोनिका (हमा कुरैशी) नाम की एक लड़की है. वह संभवत: कैबरे डांसर या सिंगर है. जयंत अर्खेडकर (राजकुमार राव) के साथ उसका एक रहस्यमयी रिश्ता है. हालांकि रिश्ता कैसा है यह साफ़ नहीं हो पाता. मगर मोनिका के हाथ में शायद जयंत की कोई दुखती रग है. वह मोनिका के पैरों में नजर आता है. अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसी ब्लैकमेलिंग के प्लाट मोनिका और जयंत के बीच है और जयंत इससे बहुत परेशान नजर आता है. ट्रेलर से यह भी पता चलता है कि जो भी चीजें हैं- जयंत उससे छुटकारा पाना चाहता है. किसी भी कीमत पर.

राजकुमार राव और हुमा कुरैशी

ब्लैकमेल और हत्या को केंद्र में रखकर बुनी गई है डार्क कॉमेडी

छुटकारा सिर्फ एक तरीके से संभव नजर है कि हत्या कर दी जाए. सिकंदर खेर का कैरेक्टर यही कहता नजर आता है. हत्या किसकी करनी है, यह साफ़ तो नहीं होता मगर शायद वह मोनिका ही है. जयंत हत्या के तरीके आजमाते जरूर दिखता है. और हत्या होती भी है. हालांकि वह हत्या है, दुर्घटना है यह बिल्कुल साफ़ नहीं हो पाता. जयंत और उसका सहयोगी एक लाश ठिकाने लगाते नजर आते हैं, तो मान लेना चाहिए कि कुछ ऐसा हुआ है जिसे जयंत और उसका दोस्त छिपाने की कोशिश में हैं. हत्या के बाद मामले में पुलिस की एंट्री होती है. और शक की सुई जयंत पर भी है. उनसे पुलिस वैसे ही पूछताछ करती है जैसे एक अपराधी के साथ किया जाता है. राधिका आप्टे पुलिस अफसर के किरदार में हैं जो थोड़ा सा मेंटल नजर आता है.

कुल मिलाकर ब्लैकमेलिंग का पॉइंट क्या है, हत्या या दुर्घटना किसकी होती है, लाश ठिकाने लगाते नजर आ रहा जयंत आखिर क्या बचा रहा है- इसी थ्रिल के आसपास मोनिका ओ माई डार्लिंग की कहानी को कॉमिक पुट देकर बनाया गया है. फिल्म की कहानी योगेश चांदेकर ने लिखी है जबकि निर्देशन वसन बाला ने किया है. लूडो की तरह ही इसमें बॉलीवुड के एक मशहूर गाने के बोल- मोनिका ओ माई डार्लिंग का इस्तेमाल किया गया है. यही फिल्म का टाइटल भी है. असल में यह गाना साल 1971 में आई फिल्म कारवां का कैबरे गाना है. इसे हेलेन पर फिल्माया गया था. गाना था- पिया तू अब तो आजा... इसी गाने में मोनिका ओ माई डार्लिंग का 'पुरुष' अंतरा भी है. वसन बाला ने फिल्म में इसे कैबरे की तरह ही इस्तेमाल किया है और यह लूडो की तरह ही दिलचस्प नजर आ रहा है. एक तरह से देखा जाए तो पुराने गानों को नए-नए तरीके से फिल्मों में इस्तेमाल करने का प्रचलन मजबूत होता दिख रहा है. अभी हाल ही में आर बाल्की ने भी बॉलीवुड की बेहतरीन गानों को चुप: रिवेंज ऑफ़ द आर्टिस्ट में इस्तेमाल किया था. तिग्मांशु धुलिया ने साहेब बीवी और गैंगस्टर में इसी तरह बॉलीवुड के सदाबहार गानों को इस्तेमाल किया है. और फिल्मों में पुराने गानों का कुछ इसी तरह इस्तेमाल हुआ है.

मोनिका ओर माई डार्लिंग का ट्रेलर नीचे देख सकते हैं:-

नेटफ्लिक्स की ही लूडो में- ओ बेटा जी ओ बाबूजी किस्मत की हवा कभी नरम कभी गरम कभी गरम, इस्तेमाल किया गया था. असल में यह बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म 'अलबेला' का गाना है जिसे भगवान दादा के ऊपर फिल्माया गया था. फिल्म ब्लैक एंड व्हाइट थी और यह साल 1951 में आई थी. इसकी धुन सी रामचंद्र ने तैयार की थी. लूडो में इसे पंकज त्रिपाठी के ऊपर जिस तरीके इस्तेमाल किया गया गठा यह गाना सालों बाद नई पीढ़ी में ट्रेंड करने लगा था. अच्छी बात है कि पुराने गाने क्रिएटिव तरीके से नई पीढ़ी के सामने परोसे जा रहे हैं और इन्हें सुनना रीमिक्स से लाख गुना बेहतर है.

खैर, जहां तक मोनिका ओ माई डार्लिंग में एक्टर्स के परफॉर्मेंस का सवाल है- राजकुमार और हुमा कुरैशी के बीच रहस्यमयी केमिस्ट्री नजर आ रही है. जबकि राजकुमार राव और राधिका आप्टे का फेसऑफ़ भी पहली नजर में आकर्षित कर रहा है. फिल्म में सस्पेंस और थ्रिल फिलहाल तो आकर्षित करने वाली मान सकते हैं. मजेदार यह भी है कि राजकुमार राव और राधिका आप्टे की गिनती बॉलीवुड के मंझे कलाकारों में होती है जो हर तरह की भूमिका में जान डालने के लिए मशहूर हैं. इससे पाहले दोनों डार्क किरदारों को जी भी चुके हैं और यह भी कम मजेदार नहीं है कि ओटीटी स्पेस में दोनों का जलवा जलाल बखूबी नजर आता है. हुमा कुरैशी भी हाल के दिनों में कुछ वेबसीरीज की वजह से ओटीटी स्पेस में एक बड़ी स्टार के तौर पर उभरी हैं. ट्रेलर में इनके अलावा नजर आने वाले सिकंदर खेर, सुकांत गोयल और आकांक्षा रंजन कपूर जैसे आर्टिस्ट भी भूमिकाओं में ठीकठाक लग रहे हैं.

नेटफ्लिक्स पर यह फिल्म अगले महीने 11 नवंबर से स्ट्रीम की जाएगी. अगर यह सराही जाए और व्यापक दर्शकों का मनोरंजन करे तो हैरान नहीं होना चाहिए. मोनिका ओ माई डार्लिंग का ट्रेलर दिलचस्प तो है. खासकर पिछली कई असफलताओं के बाद राजकुमार राव को इस फिल्म से काफी उम्मीदें होंगी.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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