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नयनतारा की मूवी कनेक्ट से साबित हुआ, साउथ के नाम पर कूड़ा नहीं देख सकते हिंदी दर्शक

    • आईचौक
    • Updated: 31 दिसम्बर, 2022 03:37 PM
  • 31 दिसम्बर, 2022 03:37 PM
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शुक्रवार को हिंदी बेल्ट में कोई बड़ी फिल्म नहीं थी. नयनतारा, अनुपम खेर स्टारर तमिल फिल्म कनेक्ट को डब कर रिलीज किया गया. मेकर्स को लगा कि दक्षिण की जो हवा है उसमें फिल्म बेंच लेंगे. लेकिन कनेक्ट को लेकर आए ठंडे रेस्पोंस ने साबित कर दिया कि दक्षिण के नाम पर हिंदी दर्शक कूड़ा नहीं देख सकते.

अश्विन सर्वनन के निर्देशन में बनी हॉरर थ्रिलर ड्रामा कनेक्ट को क्रिसमस वीकएंड पर 22 दिसंबर के दिन सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था. यह फिल्म मूलत: तमिल में बनी फिल्म है. बावजूद कि तमिल बॉक्स ऑफिस पर फिल्म हफ्तेभर में कोई करिश्मा दिखाने में नाकाम रही. लेकिन एक हफ्ते बाद शुक्रवार को इसे हिंदी में भी डब कर रिलीज किया गया. फिल्म को मल्टीप्लेक्स में नाममात्र के स्क्रीन्स पर शोकेस किया जा रहा है. फिल्म की कहानी असल में कोविड के दौरान लगे पहले लॉकडाउन के दौरान की है. इसमें लॉकडाउन के साथ भूत-पिसाच आदि की दुनिया है. जाहिर सी बात है कि हिंदी बेल्ट में सोशल मीडिया पर फिल्म की बहुत चर्चा नहीं है.

नाममात्र की प्रतिक्रियाएं नजर आ रही हैं. कुछ लोगों ने कहा कि कनेक्ट की कहानी में ऐसा कुछ भी नहीं है कि हिंदी का बहुतायत दर्शक प्रभावित हो. कहानी घिसी पिटी है. बस इसमें कोविड और लॉकडाउन के बाद का विषय है. यह जरूर दर्शकों के लिए नया हो सकता है. चूंकि कहानी लॉकडाउन से जुड़ी है तो इसमें तमाम संवादों के दृश्य वीडियो-सोशल कनेक्टिंग के जरिए नजर आ रहा है. भले यह नया हो पर तमाम दर्शकों को इसमें वैसा ड्रामा नजर नहीं आता जिस तरह के ड्रामे की उन्हें आदत रही है.

कनेक्ट में नयनतारा.

कहानी बोझिल, ड्रामे की कमी फिर कैसे होगा मनोरंजन

विषय की वजह से फिल्म में ड्रामे की कमी है और दर्शकों को इसकी कहानी बोझिल लग रही है. उदाहरण के लिए ऐसे दृश्यों की चर्चा हो रही है जिसमें अलग-अलग किरदार तकनीकी के जरिए एक-दूसरे से संवाद करते हैं. आउटडोर सीन्स की कमी है. फिल्म ज्यादातर कमरों में ही शूट हुई है जो कॉन्टेंट को बोझिल बना देती है. साफ़ है कि इसमें प्रभावी मनोरंजन की कमी है. कुछ लोगों को यह ज़ूम पर उबाऊ ऑफिस मीटिंग जैसा अनुभव ही दे रहा है. बावजूद कि...

अश्विन सर्वनन के निर्देशन में बनी हॉरर थ्रिलर ड्रामा कनेक्ट को क्रिसमस वीकएंड पर 22 दिसंबर के दिन सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था. यह फिल्म मूलत: तमिल में बनी फिल्म है. बावजूद कि तमिल बॉक्स ऑफिस पर फिल्म हफ्तेभर में कोई करिश्मा दिखाने में नाकाम रही. लेकिन एक हफ्ते बाद शुक्रवार को इसे हिंदी में भी डब कर रिलीज किया गया. फिल्म को मल्टीप्लेक्स में नाममात्र के स्क्रीन्स पर शोकेस किया जा रहा है. फिल्म की कहानी असल में कोविड के दौरान लगे पहले लॉकडाउन के दौरान की है. इसमें लॉकडाउन के साथ भूत-पिसाच आदि की दुनिया है. जाहिर सी बात है कि हिंदी बेल्ट में सोशल मीडिया पर फिल्म की बहुत चर्चा नहीं है.

नाममात्र की प्रतिक्रियाएं नजर आ रही हैं. कुछ लोगों ने कहा कि कनेक्ट की कहानी में ऐसा कुछ भी नहीं है कि हिंदी का बहुतायत दर्शक प्रभावित हो. कहानी घिसी पिटी है. बस इसमें कोविड और लॉकडाउन के बाद का विषय है. यह जरूर दर्शकों के लिए नया हो सकता है. चूंकि कहानी लॉकडाउन से जुड़ी है तो इसमें तमाम संवादों के दृश्य वीडियो-सोशल कनेक्टिंग के जरिए नजर आ रहा है. भले यह नया हो पर तमाम दर्शकों को इसमें वैसा ड्रामा नजर नहीं आता जिस तरह के ड्रामे की उन्हें आदत रही है.

कनेक्ट में नयनतारा.

कहानी बोझिल, ड्रामे की कमी फिर कैसे होगा मनोरंजन

विषय की वजह से फिल्म में ड्रामे की कमी है और दर्शकों को इसकी कहानी बोझिल लग रही है. उदाहरण के लिए ऐसे दृश्यों की चर्चा हो रही है जिसमें अलग-अलग किरदार तकनीकी के जरिए एक-दूसरे से संवाद करते हैं. आउटडोर सीन्स की कमी है. फिल्म ज्यादातर कमरों में ही शूट हुई है जो कॉन्टेंट को बोझिल बना देती है. साफ़ है कि इसमें प्रभावी मनोरंजन की कमी है. कुछ लोगों को यह ज़ूम पर उबाऊ ऑफिस मीटिंग जैसा अनुभव ही दे रहा है. बावजूद कि हॉरर का ठीकठाक डोज है. मगर प्रतिक्रियाओं से साफ़ है कि कनेक्ट की प्रायोगिक कहानी दर्शकों को पसंद नहीं आई. अश्विन सर्वनन का निर्देशन भी लोगों को नहीं भाया है.

दर्शकों के लिए लिए फिल्म का सबसे आकर्षक पक्ष कलाकारों का अभिनय नजर आ रहा है. फिल्म में नयनतारा ने मुख्य भूमिका निभाई है. नयनतारा जल्द ही शाहरुख खान के साथ पठान के बाद एटली की फिल्म में नजर आने वाली हैं. उनका काम लोगों को ठीकठाक लगा है. हिंदी बेल्ट के लिए कनेक्ट सबसे आकर्षक पक्ष बाहुबली में कटप्पा की ऐतिहासिक भूमिका में नजर आए सत्यराज और अनुपम खेर का होना हैं. सत्यराज ने नयनतारा के पिता की भूमिका निभाई है. लोग बता रहे कि फिल्म में उनकी मौत हो जाती है और नयनतारा उनकी आत्मा से बातचीत करने की कोशिश करती हैं. इसी प्लाट में हॉरर को घुसाया गया है. जबकि अनुपम खेर ने एक पादरी की भूमिका निभाई है.

ठंडे रेस्पोंस से साफ़, दक्षिण के नाम पर हिंदी बेल्ट में कूड़ा नहीं बेंचा जा सकता

हालांकि दर्शकों को सत्यराज और अनुपम खेर का काम बहुत भाया नहीं. कुल मिलाकर फिल्म की कहानी और ठंडे रेस्पोंस से साफ़ हो जाता है कि कनेक्ट का हिंदी बेल्ट में कोई हाइप नहीं है. लग तो यही रहा कि निर्माताओं ने हिंदी बेल्ट में साउथ फिल्म को इस उम्मीद में डबकर रिलीज कर दिया कि दक्षिण के नाम पर इसे हाथों हाथ ले लेंगे. लेकिन हलचल दूर दूर तक ऐसी किसी संभावना को खारिज करता नजर आ रहा है.

कनेक्ट को लेकर ठंडे रेस्पोंस से समझा जा सकता है कि हिंदी बेल्ट में दक्षिण के नाम पर कुछ भी तो नहीं बेंचा जा सकता है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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