कुछ दिनों से बालों के रंग पर ज्यादा ही ध्यान दिया जा रहा है. भाई बाल आपके हैं तो मर्जी भी आपकी ही होनी चाहिए. मन करे तो बालों को कलर (hair colour) करें और मन न करें तो वैसे ही लहराने के लिए छोड़ दें.
कुछ दिन पहले समीरा रेड्डी, नियति जोशी और अब नव्या नवेली (Navya Naveli Nanda) के सफेद बालों की चर्चा है. बालों की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि ये सफेद हो गए हैं. मन तो करता है कि इन सफेद बालों से ही पूछ लिया जाए कि तुम्हें रंगना है या ऐसे ही रहना है.
आखिर इतने कम उम्र में लोगों के बाल सफेद ही क्यों हो रहे हैं? पहले के जमाने के लोग ही सही थे जिनके ना समय से पहले बाल सफेद होते थे ना कोई उन्हें तंज कसता था. पहले तो बाल सफेद होने का मतलब बुढ़ापे से लगाया जाता था. लोग उस वक्त इतना हेयर कलर भी नहीं करते थे. नेचुरल मेहंदी, शिकाकाई और आंवला से ही काम चल जाता था. अब तो इतने बड़े-बड़े सेलिब्रेटी की बाल तक कम उम्र में सफेद हो जाते हैं, जबकि ये तो अच्छी डाइट भी फॉलो करते हैं. इससे यह बात को साफ हो गई कि इन बालों पर किसी का जोर नहीं है.
असल में नव्या नवेली नंदा ने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वह पिंक साड़ी में अपने सफेल बालों के साथ सुंदर लग रही हैं. हमें तो उनके सफेद बालों से कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन फोटो में सफेद बालों पर ना जाने क्यों इतना जोर दिया गया है. उनकी तस्वीर देखकर लोग उनकी खूबसूरती की तारीफ कर रहे हैं. बॉलीवुड सितारे भी कॉमेंट कर उनके लुक को पसंद कर रहे हैं लेकिन सबका ध्यान सफेद बालों पर चला ही गया है. जब सफेद बाल रखना इतना ही सामान्य है तो उस पर कुछ बोलने की जरूरत ही क्यों है?
किसी के काले बाल देखकर तो...
कुछ दिनों से बालों के रंग पर ज्यादा ही ध्यान दिया जा रहा है. भाई बाल आपके हैं तो मर्जी भी आपकी ही होनी चाहिए. मन करे तो बालों को कलर (hair colour) करें और मन न करें तो वैसे ही लहराने के लिए छोड़ दें.
कुछ दिन पहले समीरा रेड्डी, नियति जोशी और अब नव्या नवेली (Navya Naveli Nanda) के सफेद बालों की चर्चा है. बालों की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि ये सफेद हो गए हैं. मन तो करता है कि इन सफेद बालों से ही पूछ लिया जाए कि तुम्हें रंगना है या ऐसे ही रहना है.
आखिर इतने कम उम्र में लोगों के बाल सफेद ही क्यों हो रहे हैं? पहले के जमाने के लोग ही सही थे जिनके ना समय से पहले बाल सफेद होते थे ना कोई उन्हें तंज कसता था. पहले तो बाल सफेद होने का मतलब बुढ़ापे से लगाया जाता था. लोग उस वक्त इतना हेयर कलर भी नहीं करते थे. नेचुरल मेहंदी, शिकाकाई और आंवला से ही काम चल जाता था. अब तो इतने बड़े-बड़े सेलिब्रेटी की बाल तक कम उम्र में सफेद हो जाते हैं, जबकि ये तो अच्छी डाइट भी फॉलो करते हैं. इससे यह बात को साफ हो गई कि इन बालों पर किसी का जोर नहीं है.
असल में नव्या नवेली नंदा ने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वह पिंक साड़ी में अपने सफेल बालों के साथ सुंदर लग रही हैं. हमें तो उनके सफेद बालों से कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन फोटो में सफेद बालों पर ना जाने क्यों इतना जोर दिया गया है. उनकी तस्वीर देखकर लोग उनकी खूबसूरती की तारीफ कर रहे हैं. बॉलीवुड सितारे भी कॉमेंट कर उनके लुक को पसंद कर रहे हैं लेकिन सबका ध्यान सफेद बालों पर चला ही गया है. जब सफेद बाल रखना इतना ही सामान्य है तो उस पर कुछ बोलने की जरूरत ही क्यों है?
किसी के काले बाल देखकर तो हम कुछ नहीं कहते, इसका मतलब तो यही हुआ कि सफेद तो ठीक है लेकिन काले बालों की कमी खल रही है. नव्या नवेली ने फोटो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है- स्पेशल: मेरे सफेद बाल. पहली फोटो में नव्या वे जहां हंस रही हैं तो दूसरी फोटो में थोड़ी उदास लग रही हैं. ऐसा लग रहा है कि वे अपने सफेद बालों को लेकर परेशान हैं. नव्या को लोग दिलासा दे रहे हैं कि भले ही तुम्हारे बाल सफेद हो गए हैं लेकिन तुम बहुत सुंदर लग रही हो...
कोई अंडरआर्म्स के हेयर की फोटो शेयर कर रहा है तो कोई सफेद बालों की लेकिन क्यों? ये तो आपकी संप्प्ति है मन करे तो शेव करो, मन करे तो डाई करो वरना न करो लेकिन सोशल मीडिया पर शेयर करके ढिढोरा पीटने की क्या जरूरत है? क्या आप यह पूछना चाहते हैं कि सफेद बालों को रंगना चाहिए कि नहीं...अगर कोई दिल से सही जवाब देगा तो यही कहेगा कि रंग लो तो ठीक है वरना आपकी मर्जी है जो मन करे वो करो हमें क्या?
सही बात है हमें क्या? हमारे लिए तो आप पहले भी फलाने थे और रंगने के बाद भी फलाने ही रहोगे, यह जो सफेद और काले बालों के बीच का अंतर है यह आपको ही सबसे अधिक महसूस होगा. इसलिए खुद को पहले इस बात के लिए तैयार करो, दुनिया क्या कहती है? इससे आपको क्या मतलब है? दुनिया में बहुत गम हैं और काम भी...तो अगर आप अपने सफेद बालों को लेकर चिंतित हैं तो एक फोटो आप भी डाल दीजिए, शायद आपको भी लोग तसल्ली या दिलासा देने आ ही जाएं...
अगर आप कहते हैं कि सफेद बालों का ना रंगने वाले अच्छे हैं तो क्या बालों को रंगने वाले बुरे होते हैं? माने सफेद बालों की वाहवाही सुनकर हमें तो यही लगा था कि बालों को रंगना ही जुर्म हो गया है...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.