• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

National Film Awards: कंगना रनौत और मनोज बाजपेयी को मिले नेशनल अवॉर्ड का संदेश समझिए!

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 22 मार्च, 2021 10:52 PM
  • 22 मार्च, 2021 10:52 PM
offline
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को बेस्ट एक्ट्रेस, एक्टर मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) को बेस्ट एक्टर और दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'छिछोरे' को बेस्ट हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिलना महज संयोग नहीं है. इसमें एक बहुत बड़ा संदेश छिपा है.

नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स (67th National Film Awards) का सोमवार को ऐलान कर दिया गया. साल 2019 में रिलीज हुई फिल्मों और उनमें काम करने वाले कलाकारों, निर्देशकों, गायकों और सहायकों में बेहतरीन का चुनाव करके पुरस्कार दिया गया. दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत और एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म 'छिछोरे' को बेस्ट हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला. वहीं, बेस्ट एक्टर का खिताब एक्टर मनोज बाजपेयी और धनुष को संयुक्त रूप से दिया गया, जबकि एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को फिल्म 'मणिकर्णिका' और 'पंगा' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है.

कंगना रनौत को अपने करियर का चौथा नेशनल अवॉर्ड मिला है, जो किसी उपलब्धि से कम नहीं है. इससे पहले उन्हें फिल्म 'फैशन' (2008) के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, 'क्वीन' (2014) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' (2015) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिल चुका है. नेशनल अवॉर्ड के रिकॉर्ड के मामले में कंगना ने अमिताभ बच्चन की बराबरी कर ली और शबाना आज़मी से एक अवॉर्ड से पीछे हैं. शबाना ने बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड पांच बार अपने नाम किया है. उनको फिल्म अंकुर (1975), अर्थ (1983), कांधार (1984), पार (1985) और गॉडमदर (1999) के लिए अवॉर्ड मिल चुका है.

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और एक्टर मनोज बाजपेयी ऩे अपनी मेहनत के दम पर सफलता हासिल की है.

कंगना ने BigB के रिकॉर्ड की बराबरी की

अमिताभ बच्चन को बेस्ट एक्टर का नेशनल फिल्म अवॉर्ड चार बार मिला है. उनको फिल्म अग्निपथ (1990), ब्लैक (2005), पा (2009) और पीकू (2016) के लिए यह अवार्ड मिल चुका है. भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाले इस अवार्ड को पाना फिल्मी दुनिया के हर कलाकार का सपना होता है. हर साल अपनी मेहनत और किस्मत के दम पर बॉलीवुड से लेकर...

नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स (67th National Film Awards) का सोमवार को ऐलान कर दिया गया. साल 2019 में रिलीज हुई फिल्मों और उनमें काम करने वाले कलाकारों, निर्देशकों, गायकों और सहायकों में बेहतरीन का चुनाव करके पुरस्कार दिया गया. दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत और एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म 'छिछोरे' को बेस्ट हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला. वहीं, बेस्ट एक्टर का खिताब एक्टर मनोज बाजपेयी और धनुष को संयुक्त रूप से दिया गया, जबकि एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को फिल्म 'मणिकर्णिका' और 'पंगा' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है.

कंगना रनौत को अपने करियर का चौथा नेशनल अवॉर्ड मिला है, जो किसी उपलब्धि से कम नहीं है. इससे पहले उन्हें फिल्म 'फैशन' (2008) के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, 'क्वीन' (2014) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' (2015) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिल चुका है. नेशनल अवॉर्ड के रिकॉर्ड के मामले में कंगना ने अमिताभ बच्चन की बराबरी कर ली और शबाना आज़मी से एक अवॉर्ड से पीछे हैं. शबाना ने बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड पांच बार अपने नाम किया है. उनको फिल्म अंकुर (1975), अर्थ (1983), कांधार (1984), पार (1985) और गॉडमदर (1999) के लिए अवॉर्ड मिल चुका है.

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और एक्टर मनोज बाजपेयी ऩे अपनी मेहनत के दम पर सफलता हासिल की है.

कंगना ने BigB के रिकॉर्ड की बराबरी की

अमिताभ बच्चन को बेस्ट एक्टर का नेशनल फिल्म अवॉर्ड चार बार मिला है. उनको फिल्म अग्निपथ (1990), ब्लैक (2005), पा (2009) और पीकू (2016) के लिए यह अवार्ड मिल चुका है. भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाले इस अवार्ड को पाना फिल्मी दुनिया के हर कलाकार का सपना होता है. हर साल अपनी मेहनत और किस्मत के दम पर बॉलीवुड से लेकर कॉलीवुड तक, हर इंडस्ड्री से जुड़ा व्यक्ति, इस अवॉर्ड को पाने की चाहत रखता है. ऐसे में किसी कलाकार को चार बार अवॉर्ड मिलना उसकी काबिलियत को साबित करता है. यही वजह है कि कंगना डंके की चोट पर बॉलीवुड में रहती हैं.

मनोज बाजपेयी को तीसरी बार अवॉर्ड

साल 2018 में रिलीज फिल्म भोंसले के लिए मनोज बाजपेयी को बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला है. मनोज बाजपेयी के लिए यह तीसरा मौका है, जब उन्होंने अपनी बेजोड़ एक्टिंग के दम पर नेशनल अवॉर्ड हासिल किया है. इससे पहले साल 1998 में आई फिल्म 'सत्या' के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्ट‍िंग एक्टर का अवॉर्ड मिला था. साल 2003 में आई फिल्म 'पिंजर' के लिए उनको स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड के सम्मान से नवाजा गया था. अब एक्टर ने बेस्ट एक्टर की कैटेगरी में अपना नाम दर्ज करवा लिया है. अपनी मेथड ऐक्‍टिंग के लिए मशहूर मनोज बाजपेयी ने एनएसडी से अभिनय की ट्रेनिंग ली है.

सुशांत सिंह राजपूत को किया याद

बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिलने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कंगना रनौत ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसमें उन्होंने अपने फैंस का शुक्रिया अदा किया. कंगना ने प्रसून जोशी, शंकर एसान लॉय, सहित अपनी दोनों फिल्मों की कास्ट और क्रू को याद करते हुए नेशनल फिल्म अवॉर्ड की ज्यूरी, ऑडियंस, फैंस, अपनी फैमिली, अपनी लीगल टीम और अकाउंट टीम सहित सभी का धन्यवाद किया है. इस मौके पर वो सुशांत सिंह राजपूत को याद करना नहीं भूलीं. उनकी फिल्म छिछोरे को बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला है. सुशांत चाहते थे कि उनके काम को पहचान मिले, आज वही हुआ है.

इस बार के नेशनल अवॉर्ड का संदेश

केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद पद्मश्री हो, या भारत रत्न या फिर नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स, पुरस्कारों की प्रकृति बहुत तेजी से बदली है. एक वक्त था, जब अवॉर्ड्स में केवल जाने-माने चेहरे ही दिखाई दिया करते थे, लेकिन अब ऐसे लोगों को भी अवॉर्ड मिलता है, जिन्हें लोग जानते तक नहीं हैं, लेकिन उनकी उपलब्धियों से पूरी दुनिया वाकिफ होती है. इस बार के नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में यदि हम केवल तीन नामों को उठाकर देखें, तो संदेश साफ समझ आ जाएगा. सुशांत सिंह राजपूत, मनोज बाजपेयी और कंगना रनौत. सुशांत ने बॉलीवुड में नेपोटिज्म का आरोप लगाया. इस मुद्दे को लेकर कंगना ने विरोध जताया. मनोज बाजपेयी अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं. तीनों ही कलाकार आउटसाइडर हैं. लेकिन अवॉर्ड्स के फेवरेट हैं.

एक नजर में देखिए अवॉर्ड लिस्ट...

बेस्ट फीचर फिल्म (हिंदी)- छिछोरे, डायरेक्टर- नितेश तिवारी

बेस्ट एक्ट्रेस- कंगना रनौत, फिल्म- मणिकर्णिका, पंगा

बेस्ट एक्टर- मनोज बाजपेयी, फिल्म भोंसले और धनुष, फिल्म असुरन (तेलुगु)

बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर- विजय सेतुपति, फिल्म- सुपर डीलक्स

बेस्ट सिंगर- बी प्राक, गीत- तेरी मिटटी (केसरी)

बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस- पल्लवी जोशी, फिल्म- द ताशकंद फाइल्स

बेस्ट एडिटिंग- फिल्म- जर्सी (तेलुगु)

बेस्ट सिनेमैटोग्राफी- जलीकट्टू

बेस्ट फीमेल सिंगर- सावनी रविन्द्र, गीत- बार्दो (मराठी)

बेस्ट फिल्म क्रिटिक- सोहिनी चट्टोपाध्याय

बेस्ट चिल्ड्रेन फिल्म- कस्तूरी (हिंदी)

बेस्ट डायलॉग्स राइटर- फिल्म: द ताशकंद फाइल्स

बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट- नागा विशाल, फिल्म- केडी (तमिल)



इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲