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57 की उम्र में 'शक्तिमान' फिर वापस आ रहा है!

    • आईचौक
    • Updated: 06 मई, 2016 08:09 PM
  • 06 मई, 2016 08:09 PM
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आज हम उस दौर में हैं जहां लगता है कि सुपरहीरोज की भी भीड़ हो गई है. स्पाइडरमैन से लेकर बैटमैन, आयरनमैन और फिर देशी कृष तक. सब बड़े स्क्रिन पर. अब खबर है कि 'शक्तिमान' भी वापस आ रहा है. ये दिलचस्प है लेकिन एक सवाल भी है. इन सुपरहीरोज के बीच हमारा शक्तिमान हार तो नहीं जाएगा...

एक खबर उन लोगों के लिए जिन्होंने बीआर चोपड़ा वाला महाभारत नहीं देखा या बहुत कम उम्र होने के कारण शायद ठीक से याद नहीं हो, जब पहली बार वो दूरदर्शन पर आया था. खबर ये कि 'शक्तिमान' वापस आ रहा है. ऐसा लगता है कि 57 साल के हो चुके मुकेश खन्ना अब भी सुपरहीरोज की इमेज से बाहर नहीं आना चाहते. ऐसा क्यों, ये एक अलग विषय है. क्योंकि देखिए तो महाभारत में भीष्म पितामह और शक्तिमान में सुपरहीरो की छाप उनसे ऐसी लिपटी कि वे किसी और जगह अपनी बहुत गहरी छाप छोड़ ही नहीं सके.

फिर आज तो हम उस दौर में हैं जहां लगता है कि सुपरहीरोज की भी भीड़ हो गई है. सच है कि स्पाइडरमैन, बैटमैन से लेकर आयरनमैन तक सब अमेरिकी हैं. लेकिन अब हमने उन्हें ऐसे अपना लिए है जैसे वो हमारे ही हैं.

हां! ये जरूर है कि जिनके लड़कपन का जुडाव 90 के दशक से हो, वे शक्तिमान को अब भी नहीं भूले होंगे. ये वो दौर था जब हम राज और डायमंड कॉमिक्स में अपने सुपरहीरो खोजते थे. चंद्रकांता और अलीफ लैला की कहानी तो समझ आती थी और उनका तिलिस्मी जादू भी. लेकिन तब भी कुछ दूरी थी. फिर एक रविवार को दिन के 12 बजे गोल-गोल घूमता हुआ हमारे ब्लैक एंड व्हाइट स्क्रिन पर एक शख्स आया. शक्तिमान.

 

आलम ऐसा कि पूरे देश के बच्चे उसकी देखादेखी गोलगोल घूमने लगे. कोई छत से कूद जाता तो कोई चक्कर खा कर गिर पड़ता. विवाद भी हुए और बवाल भी. लेकिन लोकप्रियता इतनी कि सबकुछ पीछे छूट गया. खैर, अब मुद्दे पर आते हैं. मुकेश खन्ना ने एक समाचार पत्र के साथ इंटरव्यू में कहा है कि जल्द ही शक्तिमान दोबारा टीवी पर आ रहा है. और वे खुद इस रोल में होंगे. अभी इसके लिए तमाम चैनलों से बात हो रही है. वैसे, पिछले साल भी शक्तिमान के दोबारा...

एक खबर उन लोगों के लिए जिन्होंने बीआर चोपड़ा वाला महाभारत नहीं देखा या बहुत कम उम्र होने के कारण शायद ठीक से याद नहीं हो, जब पहली बार वो दूरदर्शन पर आया था. खबर ये कि 'शक्तिमान' वापस आ रहा है. ऐसा लगता है कि 57 साल के हो चुके मुकेश खन्ना अब भी सुपरहीरोज की इमेज से बाहर नहीं आना चाहते. ऐसा क्यों, ये एक अलग विषय है. क्योंकि देखिए तो महाभारत में भीष्म पितामह और शक्तिमान में सुपरहीरो की छाप उनसे ऐसी लिपटी कि वे किसी और जगह अपनी बहुत गहरी छाप छोड़ ही नहीं सके.

फिर आज तो हम उस दौर में हैं जहां लगता है कि सुपरहीरोज की भी भीड़ हो गई है. सच है कि स्पाइडरमैन, बैटमैन से लेकर आयरनमैन तक सब अमेरिकी हैं. लेकिन अब हमने उन्हें ऐसे अपना लिए है जैसे वो हमारे ही हैं.

हां! ये जरूर है कि जिनके लड़कपन का जुडाव 90 के दशक से हो, वे शक्तिमान को अब भी नहीं भूले होंगे. ये वो दौर था जब हम राज और डायमंड कॉमिक्स में अपने सुपरहीरो खोजते थे. चंद्रकांता और अलीफ लैला की कहानी तो समझ आती थी और उनका तिलिस्मी जादू भी. लेकिन तब भी कुछ दूरी थी. फिर एक रविवार को दिन के 12 बजे गोल-गोल घूमता हुआ हमारे ब्लैक एंड व्हाइट स्क्रिन पर एक शख्स आया. शक्तिमान.

 

आलम ऐसा कि पूरे देश के बच्चे उसकी देखादेखी गोलगोल घूमने लगे. कोई छत से कूद जाता तो कोई चक्कर खा कर गिर पड़ता. विवाद भी हुए और बवाल भी. लेकिन लोकप्रियता इतनी कि सबकुछ पीछे छूट गया. खैर, अब मुद्दे पर आते हैं. मुकेश खन्ना ने एक समाचार पत्र के साथ इंटरव्यू में कहा है कि जल्द ही शक्तिमान दोबारा टीवी पर आ रहा है. और वे खुद इस रोल में होंगे. अभी इसके लिए तमाम चैनलों से बात हो रही है. वैसे, पिछले साल भी शक्तिमान के दोबारा शुरू होने की बात खबरों में आई थी. इस पर फिल्म बनने की बात भी तब मुकेश ने कही थी.

मुकेश खन्ना ने इस दूसरे संस्करण की तैयारी शुरू कर दी है. शक्तिमान का किरदार निभाने के लिए उन्होंने आठ किलो वजन कम किया है. और ये काम आगे भी जारी है.

शक्तिमान की वापसी दिलचस्प है लेकिन एक सवाल भी है. कहीं मुकेश शक्तिमान की छवि के साथ एक रिस्क तो नहीं ले रहे. कोई शक नहीं कि तब शक्तिमान की लोकप्रियता अपनी ऊंचाइयों पर थी. लेकिन सीरियल के बंद होने का कारण भी उसका गिरता ग्राफ ही था. मुकेश नई तैयारी के साथ आने की बात कर रहे हैं तो अच्छी बात है. वैसे याद कीजिए तो 90 के दशक का ही बेहद लोकप्रिय सीरियल चंद्रकांता को भी बड़ी तैयारी के साथ शुरु किया गया था. लेकिन जबर्दस्त हाइप के बावजूद उसका वो सफलता नहीं मिल सकी जिसकी उम्मीद की गई. हम शक्तिमान को उस तरह असफल होते नहीं देखना चाहते.

लेकिन इन सबके बावजूद, मुकेश खन्ना को बधाई. 90 के उस दशक को यादगार बनाने के लिए. ये वीडियो देखिए...बचपन की यादें ताजा हो जाएंगी


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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